Satna News : आस्था का महापर्व छठ की दिखी जिले में रौनक, महिलाओ ने अस्ताचलगामी सूर्य देवता को किया अर्ध
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सतना।।सतना जिले में छठ पूजा की शुरुआत, सीमेंट फैक्टरी के आने बाद हुई, पहली बार सन 1962 में सतना में छठ पूजा की शुरुआत की गई, तब से लेकर आज तक यह परंपरा बढ़ती ही चली आ रही हैं, यह त्यौहार बिहार और उत्तर प्रदेश का मुख्य त्यौहार माना जाता है, इस त्यौहार में अब सतना जिले में भी लोग छठ पूजा का महापर्व मनाने लगे हैं,
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और लोगों में इस त्यौहार के प्रति उत्साह भी देखने को मिल रहा है, पूरे विश्व में पहला ऐसा त्यौहार हैं, जिसमे डूबते सूर्य को व्रतधारी महिलाओं एवं पुरुषों द्वारा अर्ध दिया जाता हैं, मुख्य रूप से यह त्यौहार 3 दिनों तक रहता है, छठ पर्व कार्तिक मास की पष्ठी तिथि पर मनाया जाने वाला डाला छठ का महापर्व रविवार की शाम श्रद्धालुओं द्वारा उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया गया डाला छठ का महापर्व धार्मिक भक्तो द्वारा मनाया जाता है, छठ का पर्व मनाने संतोषी माता के तालाब घाट को आयोजन समिति द्वारा दुल्हन की तरह सजाया गया है,
यह पर्व पति पुत्र व परिवार की सुख-समृद्धि सहित सभी मनोकमनाओं को लेकर रखा जाने वाला डाला छठ का व्रतधारियों द्वारा व्रत रखकर किया जाता है, 36 घंटे निर्जला व्रत रहने वाले व्रतधारियों का व्रत नहाय-खाय के साथ प्रारम्भ होता हैं, जो अनवरत सोमवार की सुबह अर्ध्य सूर्यदेवता को देने के साथ सम्पन होगा।