Singrauli Today News

  • Singrauli News : तीन सचिवों समेत तीन जीआरएस को नोटिस जनपद पंचायत चितरंगी में दस्तावेजों के साथ कल तलब होने के निर्देश

    SINGRAULI NEWS सिंगरौली ।। जनपद पंचायत चितरंगी क्षेत्र के ग्राम पंचायत बीछी में प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी कर राशि का दुरूपयोग करने वाले तत्कालीन रोजगार सहायक कृष्णपाल सिंह को नोटिस जारी कर जबाव मांगा गया है। वहीं जिला पंचायत सीईओ के निर्देश पर जनपद पंचायत सीईओ चितरंगी ने वर्ष 2016 से लेकर अब तक पदस्थ बीछी पंचायत के तीन-तीन पंचायत सचिव व जीआरएस सहित पूर्व सरपंच को 15 फरवरी को जनपद कार्यालय में दस्तावेजों के साथ उपलब्ध रहने के लिए निर्देशित किया है।


    पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत ग्राम पंचायत बीछी में 9 प्रकरणों में हितग्राही के नाम से स्वीकृत आवासों के राशि का भुगतान पोर्टल पर खाता बदलकर अन्य अपात्र व्यक्तियों एवं स्वयं परिजनों के खाते में भुगतान किये जाने के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई है। जिसकी जांच जिला टीम द्वारा 12 फरवरी को किया जाना है। जनपद पंचायत सीईओ ने सभी पंचायत सचिव, रोजगार सहायक व पूर्व सरपंच को निर्देशित किया है कि उक्त दिनांक को ग्राम पंचायत भवन में समस्त अभिलेख सहित उपस्थित होना सुनिश्चित करें। वहीं उक्त पत्राचार से पंचायतों में अनियमितता करने वाले पंचायत सचिव, रोजगार सहायक व पूर्व सरपंचों में हड़कम्प मच गया है। यहां बताते चलें कि बीछी पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना में पूर्व में हुए फर्जीवाड़े को लेकर समाचार पत्रों ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर मामले को उजागर किया था। जिला पंचायत के सामान्य सभा में उक्त खबर को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत सीईओ को जांच कराये जाने के लिए निर्देशित किया था। शिकायत के आधार पर बीछी पंचायत में वर्ष 2016 से लेकर 2020 के बीच 9 हितग्राहियों की राशि दूसरे पंचायतों के अपने चहेतों के खाते में राशि भेजकर राशि डकार लिया है।

    इन्हें जारी हुई नोटिस

    जनपद पंचायत सीईओ के द्वारा आज 13 फरवरी को जारी निर्देश के अनुसार बीछी पंचायत के पूर्व सचिव सुभाष गुप्ता, विपुल सिंह, वर्तमान सचिव शेषमणि कोल, पूर्व रोजगार सहायक कृष्णपाल सिंह, अभिषेक पाठक, रामभजन बैस, पूर्व सरपंच श्रीमती बिहफैया देवी को 15 फरवरी को जनपद कार्यालय में उपस्थित होने के लिए निर्देश जारी किया है।

  • MP NEWS : मुख्यमंत्री के दावों को पलीता लगाने में जुटा खाद्य अमला, सेल्समैनों की शुरू है मनमानी, हितग्राही परेशान,जाने पूरा मामला

    MP SINGRAULI NEWS सिंगरौली ।। जिले की खाद्यान्न वितरण व्यवस्था बेपटरी पर आ चुकी है। जिला खाद्य महकमा के कृपा पात्र से कई सेल्समैनों की मनमानी चल रही है। खाद्यान्न में कटौती एवं नियमित वितरण न करने की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। जांच के नाम पर खाद्य महकमा कोरमपूर्ति कर दे रहा है। जिससे चुनावी साल में भाजपा सरकार की खूब किरकिरी हो रही है और ग्रामीणों में खाद्यान्न महकमे के खिलाफ भी नाराजगी के साथ-साथ उनकी कार्यप्रणाली से विश्वास उठता जा रहा है।

    गौरतलब हो कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का साफ संदेश है कि यदि खाद्यान्न वितरण में अनियमितता हुई और उपभोक्ताओं को निर्धारित मात्रा में खाद्यान्न नहीं मिला, समय से राशन की दुकानें नहीं खुलीं तो ऐसी शिकायतें मिलने पर संबंधित विक्रेता के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। खाद्यान्न माफियाओं को किसी भी हालत में बक्सा नहीं जायेगा। मुख्यमंत्री का यह संदेश शायद सिंगरौली जिले के खाद्य महकमा तक नहीं पहुंचा है। यही कारण बताय जा रहा है कि जिले की खाद्यान्न वितरण व्यवस्था करीब-करीब अस्त-व्यस्त होकर बेपटरी पर आ गयी है। ग्रामीण अंचलों से लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि समय से सरकारी राशन की दुकानें नहीं खुल रही हैं। सप्ताह में दो-तीन दिन ही अधिकांश राशन की दुकानें खोली जा रही हैं। सेल्समैनों की मनमानी का से उपभोक्ता त्रस्त हो चुके हैं। जिला मुख्यालय बैढऩ ब्लाक के हिर्रवाह एवं पिपरा के सेल्समैन से यहां के ग्रामीण त्रस्त हो चुके हैं। इन ग्रामीणों का आरोप है कि राशन वितरण में सेल्समैन के द्वारा मनमानी किया जा रहा है। शिकायत के बावजूद खाद्य महकमा महज जांच के नाम पर कोरमपूर्ति कर दे रहा है। पिपरागांव के उपभोक्ता केशकली का आरोप है कि दो-तीन माह से राशन नहीं मिला है।

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    सेल्समैन के द्वारा आज-कल वितरण करने की बात कर रोजाना टाल दे रहा है। केशकली की तरह ऐसे कई उपभोक्ता हैं जिन्हें खाद्यान्न के लिए राशन दुकान का चक्कर लगाना पड़ रहा है। दुकान कब खुलेगी इसका कोई समय सीमा नही रह गया है। यहां के उपभोक्ताओं ने विकास यात्रा पर भी सवाल उठाया और कहा कि यह विकास यात्रा महज दिखावा है हम लोग गरीब परेशान हैं यह कैसी विकास यात्रा है। फिलहाल जिले की खाद्यान्न वितरण प्रणाली बेपटरी पर होने और कई राशन दुकानों के सेल्समैनों पर विभाग के अमले का कृपा होने से सरकार के प्रति लोगों की नाराजगी बढऩे लगी है। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव पर भी कहीं विपरीत असर न पड़ जाये इस बात की चर्चाएं आम जनों के बीच जोर-शोर से होने लगी है।

    जिले में खाद्यान्न माफियाओं की बढ़ी सक्रियता

    जिले में खाद्यान्न माफियाओं की सक्रियता बढ़ गयी है। अधिकांश शिकायतें मिलती रहती हैं कि सरकारी खाद्यान्न की कालाबाजारी का कारोबार खूब फल-फूल रहा है। सूत्र बता रहे हैं कि रातो-रात खाद्यान्न साहूकारों के गोदामों में खपा दिया जा रहा है। इसीलिए कई दुकानदारों के द्वारा दिसम्बर एवं जनवरी महीने का खाद्यान्न वितरण नहीं किया गया है। पीओएस मशीन के सर्वर डाउन होने के आड़ में खाद्यान्न कुछेक विक्रेता खाद्यान्न को रातो-रात बेच दे रहे हैं। पिछले माह बरगवां में दो विक्रेताओं के विरूद्ध की गयी बड़ी कार्रवाई भी इसी ओर इंगित करता है। चर्चाएं यह भी हैं कि सबसे ज्यादा खाद्यान्न की कालाबाजारी बगदरा उप तहसील क्षेत्र के कुछ विक्रेताओं के द्वारा किया जा रहा है। जहां रात के अंधेरे में एमपी पार कर यूपी पहुंचा दिया जा रहा है।

    खाद्यान्न में कटौती,विभाग का अमला अंजान

    उपभोक्ताओं को खाद्यान्न वितरण के दौरान एक-एक हितग्राहियों से दो से तीन किलो खाद्यान्न की कटौती कर ली जा रही है। ऐसी शिकायतें कई राशन दुकानों से मिल रही हैं। इस तरह की शिकायतें करीब छ: महीने से सर्वाधिक मिल रही हैं। कई उपभोक्ताओं का आरोप है कि शिकायत किये जाने के बावजूद खाद्य महकमा विक्रेताओं पर दरियादिली दिखा रहा है। आरोप यह भी लग रहा है कि कई राशन दुकानदारों से खाद्य निरीक्षकों का बेहतर तालमेल है और उनका महीने का फिक्स हिस्सा भी पहुंच जाता है। इसीलिए ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है।

  • गौसेवा के जुनून नें दिलाई पहचान और सम्मान : ऐरा प्रथा को समाप्त कर रोहणी बनें 20 हजार प्रतिमाह के आत्मनिर्भर किसान

    SATNA NEWS सतना।। सहिजना कोठार ग्राम पंचायत मतरीपतोरा के किसान रोहणी त्रिपाठी बताते हैं कि जन अभियान परिषद द्वारा आयोजित मासिक बैठकों में ‘‘आओ बनाये अपना मध्यप्रदेश’’ के तहत विभिन्न विषयांं पर प्रशिक्षण दिया जाता था। उसी प्रशिक्षण के दौरान कृषि विषय पर जब चर्चा हो रही थी तब ऐरा प्रथा जो मेरे लिये सामान्य बात थी मुझे बड़ी समस्या के रूप में दिखनें लगी। मैनें उसी दिन ठान लिया कि मैं अपनें प्रस्फुटन समिति के माध्यम से अपनें गांव से इस प्रथा को दूर करूंगा। इन्हीं समस्याओं का सामना करते हुये ग्राम विकास प्रस्फुटन समति, के अध्यक्ष रोहणी प्रसाद त्रिपाठी द्वारा इस चुनौती को अपनें जीवन का मिशन बनाकर प्रयास करना प्रारंभ किया गया।

    रोहिणी त्रिपाठी ने अपनें सभी प्रस्फुटन समिति के सदस्यों के साथ बैठक की और सबसे पहले सर्वे का काम प्रारंभ किया। अपनें गांव के सर्वे के उपरांत टीम द्वारा 275 पशुओं को चिन्हित किया गया, जिनके मालिकों द्वारा उन्हें निराश्रित किया जा चुका है। टीम नें सभी निराश्रित पशुओं को चिन्हित करनें एवं उन्हें हाइवे में दुर्घटना से बचाने के उद्देश्य से सबसे पहले सभी पशुओं के सींग पर रेडियम की पट्टी चिपकानें का कार्य किया। जिससे हाइवे के वाहनों को उनकी चमकती हुई सींग दूर से ही दिख जाये और वाहन दुर्घटना होनें से बच जाये। साथ ही बेजुबान पशु वाहन की चपेट में आनें से बच सकें।

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       रोहणी अपनें अनुभवों को बताते हुये कहा कि प्रस्फुटन समिति के माध्यम से हम अपनें गांव के प्रत्येक घर में टोली बनाकर सम्पर्क करते थे और प्रत्येक घर को ऐरा के दुष्प्रभाव के बारे में बताते बहुत से लोग हमारी बातों को समझते और बहुत से लोग मजाक में टाल कर हमारी हंसी उड़ाते और व्यंग में कहते कि तुम्हे इतना दर्द हो रहा तो अपनें घर सबको ले जाओ हम तुमको अपनें पशु दान में दिये दे रहे। यही बात मेरे दिल में घर कर गई और उसी दिन मैनें प्रण लिया कि अपनें गांव के सभी ऐरा पशुओं का सेवक बनूंगा। मैनें व्यंग में कही बात को आधार बनाकर मैनें गौशाला निर्माण का फैसला किया। इस कार्य में जन अभियान परिषद नें मेरा मार्गदर्शन करते हुये मेरी बहुत मदद की। स्थानीय प्रशासन से समन्वयक कराकर मुझे गौशाला के लिये मदद करायी। मेरी संस्था को प्रस्फुटन से बटईयाबाबा गौ शाला समिति के रूप में पंजीकृत कराकर शासकीय योजनाओं से जोड़ दिया। हमारी प्रस्फुटन समिति सामाजिक संस्था के रूप में गौशाला का सफल संचालन कर रही है। गौशाला में 327 पशु आज भी हैं। बहुत सी ऐसी गायें जो पहले दूध नही देती थी वो उचित भरण पोषण से दुधारू बन गयी। गौशाला में प्रतिदिन एक हजार रूपये का दूध उत्पादित होनें लगा। जिससे हमारी समिति को एक आर्थिक आधार मिला और हम सभी की सेवा का प्रतिफल गौमाता से मिला कि गौशाला के माध्यम से हमारी समिति के 5 लोगों को स्वरोजगार मिल सका। रोहणी जैसे नवयुवक समाज के समक्ष एक मिसाल बनकर उभरें है। स्वप्रेरणा और सेवाभाव ने सामाजिक बदलाव के वाहक बनकर उभरे हैं। जिनके गौसेवा संकल्प से ऐरा जैसी कुप्रथा का निराकरण हो सका।

  • Singrauli News : वन आरक्षक के घर हुई लाखों की चोरी का पुलिस ने किया खुलासा,चोर पहुंचा जेल

    SINGRAULI NEWS सिंगरौली।।, गढ़वा थाना पुलिस ने 29 जनवरी को एक वन आरक्षक के घर हुई लाखों रूपये की चोरी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 29 जनवरी को रामलल्लू सिंह गोंड़ निवासी केकरांव ने इस बात की शिकायत की थी कि उसके घर में देर रात लाखों रूपये का सोने-चांदी के जेवरात मंगलसूत्र, अंगूठी, छागल सहित बर्तन चोरी हो गये हैं।

    जिस पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 457, 380 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में जुट गयी। जांच के दौरान पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली की उक्त घटना को अंजाम देने वाला कमलेश बसोर पिता हरीलाल बसोर उम्र 41 वर्ष निवासी रेहड़ा के द्वारा की गयी है। जिस पर पुलिस ने आरोपी को दबोचते हुए न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। उक्त मामले के खुलासा करने में गढ़वा टीआई आरपी रावत, एसआई सूरज सिंह, आरडी बंसल, बीएल बंसल, एएसआई रमेश कोल, आरक्षक अरविन्द, रमेश सहित अन्य की भूमिका सराहनीय रही।

  • MP NEWS : पीएम आवास योजना में जीआरएस ने किया फर्जीवाड़ा,पूर्व जीआरएस का कारनामा आया सामने,जाने मामला

    MP SINGRAULI NEWS सिंगरौली ।। चितरंगी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत बीछी में पूर्व में पदस्थ रोजगार सहायक कृष्णपाल सिंह ने प्रधानमंत्री आवास योजना में व्यापक पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया है। लगातार डेढ़ साल से हो रही शिकायतों के बाद जिला पंचायत का अमला जागा है। जिला पंचायत के सामान्य सभा की बैठक में दो बार पीएम आवास योजना में गड़बड़झाला का मुद्दा उठा और इसकी शिकायत भी हुई। अंतत: मजबूर होकर जिला पंचायत के द्वारा तत्कालीन बीछी पंचायत के रोजगार सहायक को नोटिस जारी कर तीन दिवस के अंदर जबाव प्रस्तुत करने के लिए कहा है।


    दरअसल जनपद पंचायत चितरंगी के ग्राम पंचायत बीछी में तत्कालीन रोजगार सहायक कृष्णपाल सिंह पर प्रधानमंत्री आवास योजना में व्यापक पैमाने पर फर्जीवाड़ा किये जाने की शिकायत कलेक्टर के यहां 23 नवम्बर 2021 को की गयी थी। शिकायत में जीआरएस पर प्रधानमंत्री आवास योजना में घोर अनियमितता और लाखों रूपये फर्जीवाड़ा कर दूसरे पंचायत के ग्रामीणों के खाते में राशि का भुगतान करा देने सहित कई तरह की शिकायतें की गयी थीं। यहां तक की 2016 में सीएम हेल्पलाईन में शिकायत भी की गयी थी। आरोप था कि मनरेगा के कार्यों में जीआरएस द्वारा अपने रिश्तेदारों के नाम मस्टर रोल जारी कर राशि का आहरण किया है।

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    इस तरह की शिकायतेें लगातार की जा रही थीं इसके बावजूद जिला पंचायत का अमला राजनैतिक दबाव के चलते कुंभकर्णीय निद्रा में सो गया था। इस तरह का आरोप शिकायतकर्ता के द्वारा भी लगाया गया है। वहीं अब उक्त जीआरएस के क्रियाकलापों की शिकायत एवं मामला जिला पंचायत के सामान्य सभा में दो बार उठा तब कहीं जाकर जिला पंचायत के अधिकारियों की नींद खुली। 10 फरवरी को जिला पंचायत के सीईओ द्वारा बीछी पंचायत के तत्कालीन जीआरएस कृष्णपाल सिंह को नोटिस जारी कर तीन दिवस के अंदर जबाव प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया है।

    खंधौली पंचायत की तर्ज पर जीआरएस पर हो एफआईआर

    देवसर जनपद पंचायत क्षेत्र के खंधौली ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक पर भी पीएम आवास योजना में घोटाला करने का आरोप है। आरोप है कि जनपद एवं जिला पंचायत अधिकारी, कर्मचारियों के संरक्षण में भारी अनियमितता हुई और अंतत: रोजगार सहायक के खिलाफ एफआईआर करा दी गयी। वहीं चितरंगी ब्लाक के रोजगार सहायक कृष्णपाल सिंह के विरूद्ध भी एफआईआर दर्ज कराने की मांग शिकायतकर्ता के द्वारा की जाने लगी है। शिकायतकर्ता का कहना है कि जिला पंचायत अधिकारियों की हीला-हवाली के चलते अनियमितता हुई है और जीआरएस पर नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। कल सोमवार को नोटिस की डेडलाईन समाप्त हो जायेगी। इसके बाद घोटालेबाज जीआरएस की सेवा समाप्त कर एफआईआर दर्ज करायी जाय।

    पीएम आवास बीछी में मंजूर,राशि पहुंच गयी कुलकवार पंचायत

    नोटिस में जिपं सीईओ के द्वारा उल्लेख किया गया है कि फूलवसिया देवी के नाम से स्वीकृत आवास की राशि का भुगतान आपके द्वारा अपनी मॉ मनगिरिया देवी के नाम, अमरनाथ पिता रामनाथ के नाम से स्वीकृत आवास की राशि का भुगतान रामनरेश केवट पिता सरजू के खाते में, शिवधारी कोल पिता गंगा कोल के नाम से स्वीकृत आवास की राशि का भुगतान सावित्री देवी, पृथ्वी मिश्रा पत्नी विश्राम के नाम से स्वीकृत आवास की राशि का भुगतान विष्णु शंकर द्विवेदी के खाते में, महुरी देवी पति बैजनाथ के नाम से स्वीकृत आवास की राशि का भुगतान हरी प्रसाद केवट के खाते में, तिलकधारी केवट के नाम से स्वीकृत आवास की राशि का भुगतान छोटकउ कोल के खाते में, महुरी देवी कोल के नाम से स्वीकृत आवास की राशि का भुगतान हरी प्रसाद केवट के खाते में एवं बुद्धू बईगा पिता रामसुन्दर के नाम से स्वीकृत आवास की राशि का भुगतान बल्ले पिता रामसुन्दर के खाते में तथा लाले बैगा पिता बुद्धू बैगा के नाम से स्वीकृत आवास की राशि का भुगतान अन्य व्यक्ति के खाते में किया गया।

  • MP Singrauli : ठेले पर स्वास्थ्य सिस्टम, बीमार पिता को ठेले पर लिटाकर अस्पताल पहुंचा 7 वर्षीय मासूम,देखे वीडियो

    MP Singrauli news : एंबुलेंस न मिलने से ठेले में बीमार पिता को अस्पताल लेकर पहुंचा 7 वर्ष का मासूम मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलता एक वीडियो ऊर्जाधानी के नाम से मशहूर सिंगरौली से सामने आया है।

    जहां पर एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिलने से मरीज की पत्नी और उसका 7 साल का मासूम बेटा अपने पिता को हांथ ठेले पर लिटाकर 3 किलोमीटर का सफर तय करके अस्पताल पहुंचाया जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है जिसके बाद इस मामले में जांच के आदेश दिए गए है। सिंगरौली जिले से एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है इस वीडियो में सरकारी सिस्टम दम तोड़ता दिखाई दे रहा है।
    बताया जा रहा है की बैढन के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत बलियारी के रहने वाले शाह परिवार के एक व्यक्ति की अचानक तबियत खराब हो गई जिसके बाद परिजनों ने 108 एंबुलेंस को सूचना दी लेकिन करीब बीस से तीस मिनट बीत जाने के बाद भी जब एंबुलेंस नही पहुंची तो मरीज की हालत को गंभीर होता देख पास में खड़े ठेले पर उसकी पत्नी एवं उसके 7 वर्ष के मासूम बेटे ने पिता को ठेले में लिटाकर लगभग 3 किलोमीटर का सफर तय करके शासकीय जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर पहुंचाया।जब मरीज की पत्नी और उसके बेटे ने अपने बीमार पिता को हाथ-ठेले पर लिटाकर शासकीय अस्पताल ट्रामा सेंटर के लिए चल पड़े। इस दौरान किसी ने सड़क पर उनका ठेले पर मरीज को ले जाने का वीडियो बनाया लिया और उसे सोशल मीडिया में वायरल कर दिया। हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है जब इस तरह की लापरवाही भरी तस्वीर सामने आई है इसके पहले भी सिंगरौली जिले से इस तरह के कई मामले सामने आ चुके है उसके बाद भी लापरवाहों पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती है।

    सोशल मीडिया में यह वीडियो वायरल होने के बाद इस पूरे मामले की संज्ञान में लिया गया है।
    इस मामले को लेकर अपर कलेक्टर डीपी बर्मन का कहना है की इस मामले की जानकारी प्राप्त हुई है की एंबुलेंस नही मिलने से मरीज को उसकी पत्नी और मासूम बेटे द्वारा ठेले में अस्पताल ले जाना पड़ा है। एंबुलेंस क्यों नहीं मिल पाई इस बात का पता लगाने की लिए सिविल सर्जन और सीएमएचओ को निर्देशित किया गया है जांच के बाद मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

  • MP NEWS : समिति प्रबंधक ने ऑपरेटर पर थोप दिया आरोप, FIR दर्ज कराने एवं टर्मिनेट करने की शुरू हुई कार्रवाई

    SINGRAULI NEWS सिंगरौली ।। धान की खरीदी एवं इन्ट्री ऑपरेटर कर रहा था। ऑपरेटर (operator) ने ही धान खरीदी में हेरा-फेरी किया है। मुझे धोखे में रखा गया। इस तरह की बातें धान खरीदी घोटाले में फसे सेवा सहकारी समिति कुशाही का प्रबंधक ने कलेक्टर के यहां से जारी नोटिस के जबाव में दिया है।गौरतलब हो कि चितरंगी ब्लाक के आदिम जाति सेवा सहकारी समिति कुशाही में धान उपार्जन सत्र 2022-23 के खरीदी में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी पायी गयी है। तकरीबन 6 सौ क्विंटल से अधिक धान खरीदी केन्द्र से गायब थी। जिसका खुलासा होने के बाद हरकत में आये खाद्य विभाग अमले ने बमुश्किल के साथ जांच पड़ताल उस समय शुरू किया जब समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित कर कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया था।

    कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम चितरंगी को जांच कराने के लिए निर्देशित किया। नायब तहसीलदार अर्जुन बेलवंशी खाद्य निरीक्षक के साथ खरीदी केन्द्र का जांच किया। जहां तकरीबन छ: सौ से अधिक क्विंटल धान कम पायी गयी थी। जांच प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर ने समिति प्रबंधक को नोटिस जारी कर 8 फरवरी को जबाव के साथ कलेक्टोरेट कार्यालय में उपस्थित रहने के लिए निर्देश दिया था। सूत्र बता रहे हैं कि 8 फरवरी को समिति प्रबंधक कलेक्टर के यहां जबाव के साथ हाजिर हुआ। खाद्य विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक समिति प्रबंधक ने सभी आरोप अपने अधीनस्थ ऑपरेटर पर थोप दिया है। एक अधिकारी ने यहां तक कहा है कि समिति प्रबंधक ने ऑपरेटर पर आरोप लगाया है कि उसने धान खरीदी में अपने नात-रिश्तेदार व परिवारजनों का नाम फर्जी तौर पर इन्ट्री कर दिया है। हालांकि उसने अपने नोटिस के जबाव में अपने आपको कहीं से दोषी नहीं माना है। आईडी, पासवर्ड के बारे में भी ऑपरेटर पर जबावदेही थोपा है। जबाव में ऑपरेटर पर कई आरोप भी लगाया गया है। इधर सूत्रों ने यह भी बताया है कि घोटालेबाज समिति प्रबंधक को टर्मिनेट करने एवं एफआईआर करने की भी कार्रवाई प्रचलित में आ गयी है। अब यह मामला तूल पकड़ लिया है।

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    खाद्य अधिकारी ने जानकारी देने में किया आनाकानी

    खाद्य विभाग के अधिकारी,कर्मचारियों की सुस्त कार्यप्रणाली से इस सीजन में धान खरीदी में व्यापक गोलमाल हुआ है। कई धान खरीदी केन्द्रों में झारखण्ड एवं यूपी प्रांत की धान खपाई गयी। कुशाही सेवा सहकारी समिति सबसे बड़ा उदाहरण है। जहां यूपी की धान आने के चक्कर में फर्जी किसानों का नाम इन्ट्री कर दिया। खुलासा होने के पूर्व मामले को रफा-दफा कराने में कई सरकारी कर्मचारी सक्रिय हो गये थे। कुछ दिन तो ऐसा लग रहा था जैसे विभाग की कोई जबावदेही नहीं है। खाद्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी अंजान बने हुए थे। इधर नोटिस जारी होने के बाद समिति प्रबंधक के जबाव तलब के संबंध में जिला खाद्य अधिकारी पीसी चन्द्रवंशी ने गोलमाल जबाव देते हुए अपनी जबावदेही से पल्ला झाडऩे का प्रयास किया।

    धान खरीदी में खाद्य अमले की भूमिका संदिग्ध

    धान खरीदी में हुए व्यापक घपले में खाद्य अमले की भूमिका पर तरह-तरह के सवाल खड़े किये जा रहे हैं। आरोप है कि खाद्य अमले ने समय पर धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण नहीं किया था। चितरंगी के तत्कालीन एसडीएम सम्पदा सर्राफ के जांच प्रतिवेदन को कई दिनों तक ठण्डे बस्ते में डाल रखा था। टर्मिनेट करने एवं खरीदी केन्द्र से पृथक करने व पद से बर्खास्त करने का पत्र उस समय जिला खाद्य अधिकारी ने जारी किया जब खरीदी की तिथि समाप्त हो गयी। वहीं आज उन्होंने इस मामले में कहा कि फाइल एडीएम के यहां भेज दी गयी है मैने समिति प्रबंधक का जबाव नहीं पढ़ा हूॅ। जिला खाद्य अधिकारी का जबाव हास्यास्पद लग रहा है। बिना नोटिस को पढ़े नस्ती में अपना अभिमत के आगे कैसे बढ़ा दिया। यह बड़ा प्रश्न है। हालांकि वहीं एफआईआर दर्ज कराने के मामले में चुप्पी साध लिये। हालांकि एडीएम ने साफ तौर पर कहा कि दोषी के विरूद्ध एफआईआर के साथ-साथ अन्य कार्रवाई होगी। किन्तु उक्त मामले में जिला खाद्य अमले की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।

    इनका कहना है
    समिति प्रबंधक ने जबाव दिया है। सभी आरोप ऑपरेटर पर लगाया है। धान खरीदी में गड़बड़ी करने वाले समिति प्रबंधक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जावेगी।
    डीपी बर्मन
    एडीएम,सिंगरौली

  • Singrauli News : अमृत भारत स्टेशन के तहत तीन रेलवे स्टेशन होंगे विकसित सिंगरौली, बरगवां एवं ब्योहारी रेलवे स्टेशन शामिल



    SINGRAULI NEWS , सिंगरौली ।।केंद्रीय बजट 2023 में मंत्रालय ने सिंगरौली, बरगवां व ब्यौहारी रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन के तहत विकसित करने की सौगात प्रदान की गई है। यह सौगात सीधी-सिंगरौली लोकसभा सांसद रीती पाठक के सतत् प्रयास का परिणाम है। जिसके चलते तीनों रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन के तहत विकसित करने का निर्णय लिया गया है।गौरतलब हो कि पिछले दिनों 1 फरवरी को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा वर्ष 2023 का आम बजट प्रस्तुत किया गया था।

    इस आम बजट में सिंगरौली, बरगवां एवं ब्यौहारी रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन के तहत विकसित करने के लिए सौगात मिली है। जिस पर सांसद रीती पाठक ने प्रधानमंत्री सहित राष्ट्रीय नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्रीय बजट 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा मेरे संसदीय क्षेत्र के सिंगरौली, बरगवां व ब्यौहारी रेलवे स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन के तहत विकसित करने की सौगात प्रदान की गई है.

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    तथा सिंगरौली रेलवे स्टेशन को आधुनिक सुविधाओं के दृष्टिगत वृहद रूप से विकसित किया जाना सुनिश्चित किया गया है। सांसद ने ऐतिहासिक सौगात के लिए संसदीय क्षेत्र वासियों की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन, रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त की है।

  • Singrauli News : बकायेदार के मकान में तहसीलदार के देख-रेख में बैंक ने जड़ा ताला, डेढ़ करोड़ रूपये से अधिक का है बकाया ऋण

    SINGRAULI NEWS, सिंगरौली ।। कोतवाली थाना क्षेत्र के बलियरी स्थित कृष्णा भवन में तहसीलदार व बैंक के अधिकारी सहित पुलिस बल के पहुंचते ही हड़कम्प की स्थिति निर्मित हो गयी।इस दौरान प्रशासनिक अमले को वहां पहुंचा देख आस-पास के लोग हक्के-बक्के रह गये। जब प्रशासन की मौजूदगी में बैंक कर्मी घर खाली करा ताला जडऩे लगे तब लोग इस बात को समझ पाये कि लोन न चुकाने के कारण यह कार्रवाई की जा रही है।

    वहीं परिवार के साथ बकायेदार ने कलेक्टर के यहां पहुंच अपनी समस्या से अवगत कराया। जिस पर कलेक्टर ने सात दिन के लिए मोहलत दे दिया है। दरअसल जिला मुख्यालय बलियरी में कृष्णा वेइंग सिस्टम के प्रोपाइटर मनोज कुमार सोनी पिता मंगला प्रसाद सोनी, मंगला प्रसाद सोनी पिता रामकिशुन सोनी, श्यामा देवी पत्नी मंगला प्रसाद सोनी ने एक बैंक से 1 करोड़ 50 लाख का लोन कारोबार शुरू करने के लिए 2016-17 में लिया गया था। लेकिन लोन न चुकाये जाने पर बैंक के द्वारा कलेक्टर कोर्ट में पिछले वर्ष 17 अक्टूबर को न्यायालय तहसील द्वारा ऋण नहीं चुकाने पर बकाया राशि ब्याज सहित 15430570 रूपये बंधक रखी गयी थी। जिसके एवज में भूमि पर स्थित भवन एवं अन्य संपूर्ण परिसम्पत्तियों सहित आवेदक बैंक के प्राधिकृत अधिकारी को भौतिक आधिपत्य दिलाये जाने का आदेश पारित करते हुए तहसीलदार सिंगरौली नगर को अधिपत्य दिलाये जाने हेतु आदेशित किया गया था।

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    संबंधित बैंक को अधिपत्य दिलाये जाने के लिए आज बुधवार 8 फरवरी को तिथि सुनिश्चित की गयी थी। जिस पर बैंक व प्रशासन की टीम पहुंचकर घर में मौजूद परिवारजनों को बाहर करते हुए घर में ताला जड़ सील कर दिया है। कार्रवाई के दौरान तहसीलदार रमेश कोल सहित बैंक के अधिकारी, कर्मचारी सहित पुलिस अमला मौजूद रहा।

  • GST RAID : महावीर कोल वाशरी में जीएसटी टीम का छापा दो दिन से चल रही कार्रवाई

    सिंगरौली (SINGRAULI TODAY NEWS)। महदेइया-गोरबी इलाके के महावीर कोल वाशरी में जीएसटी टीम ने छापामार (Gst Team Raid) की है। यह कार्रवाई कल शुक्रवार से जारी है। बताया जा रहा है कि जीएसटी टीम दस्तावेजों को खंगालने में लगी हुई है। कोल वाशरी ने कितने का हेरफेर किया है इसका स्पष्ट पता नहीं चल पा रहा है और जीएसटी टीम के सदस्य जानकारी देने से गुरेज कर रहे हैं।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक महावीर कोल वाशरी महदेइया-गोरबी में कल शुक्रवार से ही जीएसटी की एक दर्जन सदस्यीय टीम छापामार कार्रवाई करने पहुंची है।

    जहां कंपनी में कार्यरत स्टाफ का मोबाइल (mobile) भी स्वीच ऑफ करा दिया। कल शुक्रवार से आज शनिवार तक कार्रवाई जारी रही। सूत्रों के मुताबिक यह कार्रवाई कल रविवार तक हो सकती है। छापामार कार्रवाई के दौरान क्या-क्या गड़बडिय़ा मिली हैं। जीएसटी में हेरफेर किया गया है कि नहीं इसका अभी स्पष्ट पता नहीं चल पा रहा है।

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    छापामार कार्रवाई में शामिल जीएसटी टीम (gst team) के जिम्मेदार अधिकारी मीडिया से अभी तक दूरी बनाये हुए हैं। चौबीस घण्टे से अधिक समय से चल रही कार्रवाई को लेकर तरह-तरह की अटकलें भी लगायी जा रही हैं। यहां बताते चलें कि उक्त कंपनी पर पर्यावरण प्रदूषण फैलाने का भी आरोप लगते आ रहे हैं। फिलहाल जीएसटी टीम की छापामार कार्रवाई को लेकर कंपनी में हड़कम्प मचा हुआ है।

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