SATNA NEWS

  • सतना शहर में ‘स्पा सेंटर’ की आड़ में देह व्यापार का खुला खेल, कई इलाकों में सक्रिय गिरोह

    सतना। शहर की तेज़ी से बढ़ती चकाचौंध के बीच अब स्पा और मसाज सेंटरों की आड़ में देह व्यापार का घिनौना कारोबार फल-फूल रहा है।सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार शहर के रीवा रोड, खेरमाई रोड, पतेरी रोड सहित कई स्थानों पर खुलेआम चल रहे इन कथित सेंटरों में अनैतिक गतिविधियों का खेल बिना किसी डर के संचालित हो रहा है।

    सतना शहर में 'स्पा सेंटर' की आड़ में देह व्यापार का खुला खेल, कई इलाकों में सक्रिय गिरोह

    स्थानीय लोगों और कुछ जागरूक सामाजिक संगठनों की मानें तो कई स्पा सेंटरों में अश्लीलता का धंधा बड़े पैमाने पर चल रहा है, जहां बाहर से आई युवतियों और महिलाओं का शोषण किया जा रहा है।

    यह गिरोह सतना सहित अन्य जिलों से भी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सोशल मीडिया और कोड वर्ड्स का सहारा ले रहे हैं।सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह सब कुछ शहर के बीचों-बीच हो रहा है, और संबंधित विभाग आंखें मूंदे बैठे हैं।

  • सतना की बेटी पूजा शिवानी ने दिखाया कमाल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के समक्ष AI से कृषि सुधार का दिया डेमो

    Satna news :सतना जिले का नाम एक बार फिर गर्व से ऊंचा हुआ है। शहर की होनहार बेटी पूजा शिवानी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के समक्ष कृषि क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर एक प्रभावशाली डेमो प्रस्तुत कर सबको चौंका दिया।

    सतना की बेटी पूजा शिवानी ने दिखाया कमाल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के समक्ष AI से कृषि सुधार का दिया डेमो

    गूगल वुमन टेक मेकर्स एम्बेसडर के रूप में कार्यरत पूजा ने यह डेमो धमतरी में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान दिया। उन्होंने बताया कि AI तकनीक के जरिए फसलों और पौधों की बीमारियों की पहचान, उनका समय पर उपचार, और फसल खराब होने की पूर्व चेतावनी कैसे संभव है।

    AI + ड्रोन तकनीक: खेती में क्रांति

    पूजा ने बताया कि आने वाले समय में ड्रोन और AI तकनीक के साथ मिलकर खेतों की निगरानी की जा सकेगी और फसल को खराब होने से पहले ही बचाया जा सकेगा। इस डेमो के जरिए उन्होंने यह साबित किया कि तकनीक के सहयोग से खेती अधिक सटीक और सुरक्षित बनाई जा सकती है।

    “प्रोजेक्ट युवा” से जोड़ रहीं युवाओं को

    पूजा इन दिनों छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में चल रहे “प्रोजेक्ट युवा” के अंतर्गत युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की ट्रेनिंग दे रही हैं। इस मिशन के तहत वे ग्रामीण युवाओं को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में जुटी हैं।

    सतना का गौरव

    पूजा शिवानी सतना शहर के पंजाबी कॉलोनी की निवासी हैं और लख्मी चंद शिवानी की पुत्री हैं। उनके इस कार्य से न सिर्फ सतना बल्कि पूरे प्रदेश को उन पर गर्व है।

  • मोबाइल मांगा, पिन देखा और मिनटों में ट्रांसफर कर दिए 60 हजार, कियोस्क संचालकों से ठगी करने वाले दो आरोपी यूपी से गिरफ्तार

    Satna News Crime :सिटी कोतवाली पुलिस ने एमपी के सतना जिले में बढ़ती साइबर ठगी की घटनाओं पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश से दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी कियोस्क सेंटर संचालकों को चकमा देकर हजारों की ठगी करते थे। पुलिस ने इनके कब्जे से दो मोबाइल फोन और 40 हजार रुपये नकद जब्त किए हैं।

    मोबाइल मांगा, पिन देखा और मिनटों में ट्रांसफर कर दिए 60 हजार, कियोस्क संचालकों से ठगी करने वाले दो आरोपी यूपी से गिरफ्तार
    @फ़ोटो – सतना टाइम्स डॉट इन

    यह कार्यवाही सिटी कोतवाली थाना प्रभारी रावेंद्र द्विवेदी के नेतृत्व में हुई है गिरफ्त में आए आरोपियों की पहचान पवन कुमार सिंह (34 वर्ष) निवासी बांसगांव, बाराबंकी और अंकुर सिंह (25 वर्ष) निवासी दुरौनी, गोंडा (उ.प्र.) के रूप में हुई है।

    ऐसे देते थे ठगी को अंजाम

    24 मई को कियोस्क संचालक त्रिवेणी प्रसाद वर्मा की दुकान पर एक व्यक्ति ग्राहक बनकर पहुंचा। उसने खुद को पवन कुमार सिंह बताया और 1,000 रुपये एक खाते में ट्रांसफर करवाए। इस दौरान वह ट्रांजैक्शन करते समय दुकानदार का फोन पे पिन देख चुका था।कुछ देर बाद वह वापस लौटा और कहा कि ट्रांजैक्शन फेल हो गया है। उसने दोबारा मोबाइल मांगा और दुकानदार के व्यस्त होने का फायदा उठाते हुए फोन पे के जरिए 60 हजार रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया।

    रीवा से ली थी बाइक, सतना में दिया वारदात को अंजाम

    आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे ट्रेन से सतना पहुंचे थे और यहां बाइक किराए पर लेने की कोशिश की, लेकिन असफल रहने पर उन्होंने रीवा में ऑनलाइन बाइक बुक की और सतना लौटकर वारदात को अंजाम दिया। आरोपी हर बार जिस जिले से बाइक किराए पर लेते थे, वहां अपराध नहीं करते थे ताकि उनकी पहचान उजागर न हो।

    अब तक 10 दुकानदारों से कर चुके हैं ठगी

    पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने कबूला है कि उन्होंने सतना और रीवा जिले के लगभग 8 से 10 कियोस्क संचालकों को इसी तरीके से ठगा है। पुलिस को शक है कि यह ठगों का बड़ा गिरोह है और अन्य जिलों में भी इनका नेटवर्क फैला हो सकता है।

    कैश से भरा बैग दिखाकर जीतते थे भरोसा

    आरोपी पहले कैश से भरा बैग दिखाकर दुकानदार का भरोसा जीतते थे। फिर 2 हजार रुपये ट्रांसफर करवाने की बात कहते थे और मोबाइल की जानकारी चुपचाप देख लेते थे। ट्रांजैक्शन के बाद वे नोटिफिकेशन डिलीट कर देते थे ताकि दुकानदार को फौरन ठगी का पता न चल सके।

    क्रिकेट सट्टा वेबसाइट से जुड़े खाते का करते थे इस्तेमाल

    साथ ही ये ठग ऑनलाइन कैसिनो और क्रिकेट सट्टा वेबसाइट से जुड़े खाते का इस्तेमाल करते थे। इससे अगर पीड़ित शिकायत कर भी देता था तो खाता ब्लॉक होने पर पहचान उजागर नहीं होती थी, जिससे गिरफ्तारी टल जाती थी।फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि इनके तार किन-किन जिलों और ठगी गैंगों से जुड़े हैं।

  • Satna News : सराफा दुकान पर बीआईएस टीम की दबिश, बाजार में हड़कंप

    Satna BIS Raid News :शहर के राजेंद्र नगर स्थित एक प्रतिष्ठित सराफा दुकान में शुक्रवार को भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) भोपाल की चार सदस्यीय टीम ने अचानक दबिश दी। कार्रवाई की जानकारी मिलते ही सराफा बाजार में अफरा-तफरी मच गई और व्यापारियों में हड़कंप की स्थिति बन गई।

    सतना: सराफा दुकान पर बीआईएस टीम की दबिश, बाजार में हड़कंप
    सतना: सराफा दुकान पर बीआईएस टीम की दबिश, बाजार में हड़कंप

    सूत्रों के अनुसार, BIS की टीम दुकानदार द्वारा बिना मानक हॉलमार्किंग के गहनों की बिक्री और गुणवत्ता से जुड़ी शिकायतों के आधार पर जांच करने पहुंची। टीम द्वारा दुकान की पूरी जांच की जा रही है और रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। फिलहाल टीम द्वारा आंगे की कार्यवाही की जा रही है।

     

    खबर अपडेट की जा रही है…

     

  • सतना के हर्ष पांडेय ने MP बोर्ड 12वीं में किया कमाल, मैथ्स संकाय में प्रदेश में पाया दूसरा स्थान

    Satna News :मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) द्वारा 2024-25 सत्र के 12वीं परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। इस बार के परिणामों में सतना जिले का दबदबा देखने को मिला है। जहां मैहर की प्रियल द्विवेदी ने प्रदेश में टॉप किया, वहीं सतना उत्कृष्ट विद्यालय वेंकट क्रमांक-1 के छात्र हर्ष पांडेय ने मैथ्स संकाय में प्रदेश स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त कर जिले को गौरवान्वित किया है। हर्ष ने 500 में से 490 अंक अर्जित किए हैं और वे प्रदेश के टॉपर्स की सूची में शामिल हो गए हैं। इस बड़ी उपलब्धि के बाद उनके परिवार और स्कूल में खुशी का माहौल है।

    पढ़ाई के प्रति गंभीर, तकनीक का भी सहारा

    हर्ष ने अपनी सफलता का श्रेय ऑनलाइन कोचिंग, स्कूल शिक्षकों और परिवार के सहयोग को दिया है। बातचीत में उन्होंने बताया कि मैथ्स चुनने का कोई विशेष कारण नहीं था, लेकिन अब इस सफलता ने उन्हें आत्मविश्वास से भर दिया है। उनका अगला लक्ष्य कंप्यूटर साइंस से बीटेक करना है और वे भविष्य में तकनीकी क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हैं।

    हर्ष के पिता वकील मा है ग्रहणी

    हर्ष के पिता सुनील पांडेय पेशे से वकील हैं, जबकि मां रजनी पांडेय गृहिणी हैं। एक साधारण लेकिन पढ़ाई को महत्व देने वाले परिवार से आने वाले हर्ष की मेहनत और लगन ने यह साबित कर दिया कि संसाधन सीमित होने के बावजूद भी बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है।

    शिक्षकों और परिजनों ने दी बधाई

    हर्ष की इस उपलब्धि पर उनके विद्यालय के शिक्षकों, सहपाठियों और परिजनों ने उन्हें ढेरों बधाइयाँ दीं। विद्यालय में विशेष कार्यक्रम के दौरान उन्हें सम्मानित भी किया गया। विद्यालय प्रबंधन ने हर्ष को विद्यालय की शान और प्रेरणा का प्रतीक बताया।

    विंध्य क्षेत्र में छात्रों का दबदबा

    इस वर्ष विंध्य क्षेत्र से आए परिणामों में खास बात यह रही कि सतना और मैहर के छात्रों ने प्रदेशभर में टॉप स्थान हासिल किए। यह क्षेत्रीय शिक्षा व्यवस्था और विद्यार्थियों के मेहनती स्वभाव को दर्शाता है।हर्ष पांडेय की यह सफलता विशेषकर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए एक प्रेरणास्रोत बन गई है। उन्होंने यह साबित किया है कि अगर दृढ़ निश्चय, मेहनत और सही मार्गदर्शन हो, तो कोई भी छात्र किसी भी मुकाम तक पहुंच सकता है।

  • सतना गोलीकांड: TI लाइन अटैच, 24 घंटे बाद भी आरोपी फरार; 30 हजार का इनाम, 12 टीमें तलाश में जुटीं

    Satna News :सतना जिले के जैतवारा थाना परिसर में प्रधान आरक्षक प्रिंस गर्ग को गोली मारने की सनसनीखेज वारदात के 24 घंटे बाद भी आरोपी आदर्श शर्मा पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। यह हमला 28-29 अप्रैल की दरमियानी रात थाने की बैरक में हुआ था। लापरवाही को लेकर एसपी आशुतोष गुप्ता ने थाना प्रभारी विजय सिंह को पुलिस लाइन अटैच कर दिया है।

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    आदर्श शर्मा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 12 टीमें तैनात की हैं, जो मध्यप्रदेश के साथ-साथ उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर में भी उसकी तलाश कर रही हैं। आरोपी की जानकारी देने वाले को 30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। खुद एसपी मामले की निगरानी कर रहे हैं।



    जानकारी के मुताबिक, आदर्श शर्मा के खिलाफ पहले से जिले में चार आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें दो मामले कोलगवां थाने में, एक कोटर थाने में मारपीट से जुड़ा, और एक मामला जैतवारा थाना क्षेत्र में पेट्रोल पंप पर उपद्रव का है। आरोपी गांव की बजाय शहर के संतोषी माता मंदिर इलाके में ज्यादा देखा जाता था।

  • Satna: थाना के अंदर नकाबपोश बदमाश ने हेड कॉन्स्टेबल को मारी गोली,आरोपी फरार,एमपी कांग्रेस ने मोहन सरकार पर साधा निशाना,देखे वीडियो

    Satna News :मध्य प्रदेश के मऊगंज में पुलिस पर हमले के बाद एमपी के सतना जिले से पुलिस पर गोली चलाने की वारदात सामने आई है। जहाँ देर रात थाना परिसर के अंदर एक नकाबपोश बदमाश ने बैरक में घुसकर हेड कॉन्स्टेबल प्रिंस गर्ग को गोली मार दी है।आनन फानन में हेड कॉन्स्टेबल को जिला अस्पताल सतना लाया गया जहाँ से उन्हें रीवा के मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है। जहाँ उनका उपचार जारी है।

    थाना के अंदर नकाबपोश बदमाश ने हेड कॉन्स्टेबल को मारी गोली,आरोपी फरार,एमपी कांग्रेस ने मोहन सरकार पर साधा निशाना
    थाना के अंदर नकाबपोश बदमाश ने हेड कॉन्स्टेबल को मारी गोली,आरोपी फरार,एमपी कांग्रेस ने मोहन सरकार पर साधा निशाना

    दरअलस सतना जिले के जैतवारा थाने में स्थित बैरक में ही हेड हेड कॉन्स्टेबल प्रिंस गर्ग रहते है। ड्यूटी के बाद वह फुरसत होकर भोजन करने की तैयारी कर रहे थे। तभी अचानक एक नकाबपोश युवक बैरक में दाखिल हुआ और बिना कुछ कहे कट्टे से फायर कर दिया है। गोली सीधे पुलिसकर्मी के कंधे में लगी है। वारदात के बाद नकाबपोश हमलावर मौके से फरार हो गया है। घटना के तुरंत बाद घायल पुलिसकर्मी को उनके साथियों ने सतना जिला अस्पताल पहुंचाया है।जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें गंभीर हालत में रीवा रेफर कर दिया गया है।जहाँ उनका इलाज जारी है।घटना की सूचना मिलते ही रीवा एसपी विवेक सिंह समेत तमाम पुलिस अधिकारी घायल हेड कॉन्स्टेबल को देखने अस्पताल पहुंचे है।

    मुह ढंक कर पहुचा था बदमाश

    प्रधान आरक्षक प्रिंस गर्ग ने पुलिस अधिकारियों को दिए बयान में बताया कि गोली चलाने वाला युवक मुंह ढंके हुए था। लेकिन उन्हें शक है कि वह मेहुती निवासी अच्छू गौतम हो सकता है। गर्ग के मुताबिक, कुछ दिन पहले अच्छू की गाड़ी खड़ी करवाई गई थी, जिससे वह नाराज था और इसी रंजिश में उसने हमला किया हो सकता है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस ने आरोपी की तलाश तेज कर दी है और जगह-जगह दबिश दी जा रही है।

    मऊगंज के बाद सतना में पुलिस पर हमला

    यह घटना न केवल पुलिस महकमे बल्कि आम जनता के बीच भी भय का माहौल पैदा कर रही है। जब थाने जैसे सुरक्षित परिसर में भी पुलिसकर्मी पर हमला हो सकता है, तो आम नागरिक अपनी सुरक्षा को लेकर कैसे निश्चिंत रह सकते हैं? हाल ही में मऊगंज में भी पुलिस पार्टी पर हमला हुआ था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।फिलहाल, पुलिस विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है और आरोपी को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

    एमपी कांग्रेस ने मोहन सरकार पर साधा निशाना

    वही घटना को लेकर एमपी कांग्रेस ने सोशल मिडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर मोहन सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि बेशर्म और नाकारा मोहन सरकार में थाने में भी पुलिस सुरक्षित नहीं है!सतना जिले के जैतवारा थाने में बदमाशों ने थाने में घुसकर आरक्षक प्रिंस गर्ग को सीने में गोली मार दी!मध्यप्रदेश में बढ़ते अपराधों का तमाशा देखती भाजपा सरकार में जंगलराज हावी है! अपराधों पर अपराध होते जा रहे हैं मगर सरकार तमाशबीन बनी हुई है!

  • आधुनिक खेती में ड्रोन तकनीक की अहम भूमिका : डॉ. विष्णु ओमर

    सतना,मध्यप्रदेश।। भारत देश की बढ़ती हुई जनसंख्या, आधुनिक उद्योगों की स्थापना बड़े-बड़े एक्सप्रेसवे का बनाया जाना एवं कृषि की जमीन पर बड़े-बड़े शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, भवनों का निर्माण इत्यादि के कारण खत्म होती जा रही है। जिसके कारण भविष्य में अन्न के उत्पादन में कमी का संकट उत्पन्न हो सकता है, जिसको ध्यान में रखते हुए दिन प्रति दिन देश में खेती करने के तरीके को बहुत हाईटेक करना होगा। कृषि क्षेत्र में ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग निरंतर बढ़ता जा रहा है।

    किसान अभी तक जुताई बुवाई और अन्य कृषि कार्य जैसे सिंचाई, निराई, गुड़ाई, कटाई के लिए अत्याधुनिक कृषि यंत्रों जैसे सीड ड्रिल,बेलर,सेंसरयुक्त हैप्पी सीडर मल्चर मशीन, ड्रिलिंग मशीन, कंबाइन हार्वेस्टर इत्यादि का उपयोग करते आ रहे हैं। भारत में उन्नत कृषि की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए इन्हीं तकनीकों में ड्रोन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है तथा भविष्य में इसकी और भी उपयोगिता हमारे मध्यम वर्ग के किसान भाइयों द्वारा प्रयोग की जाएगी। ड्रोन के उपयोग हेतु संस्थानों को कृषि मत्रांलय सहायता राशि भी प्रदान करेगा।

    अत्याधुनिक कृषि यंत्रों का मानव रहित विमान (ड्रोन) को बैटरी की मदद से रिमोट कंट्रोल द्वारा चलाया जाता है। ड्रोन को जिस भी दिशा में चाहे रिमोट की मदद से घुमाया और स्थिर भी रखा जा सकता है ड्रोन में चार पंखे लगे होते हैं जिसकी मदद से यह आसानी से उड़ सकता है। ड्रोन एक फ्लाइंग डिवाइस है जो एक ऑटो पायलट और जीपीएस निर्देशक की मदद से पूर्व निर्धारित निर्देशों के साथ उड़ान भर सकता है। ड्रोन के मुख्य भाग जैसे ड्रोन प्रोपेलर या पंखे, मोटर, बैटरी, जीपीएस सेंसर, सिगनल रिसीवर, फ्लाइंग कंट्रोलर आदि हैं। ड्रोन के चलाने के लिए कुछ ग्राउंड सेट अप जैसे कम्युनिकेशन बॉक्स, रिमोट कंट्रोलर, लैपटॉप इत्यादि की आवश्यकता होती है। ड्रोन के प्रमुख अनुप्रयोग क्षेत्र जैसे की रक्षा क्षेत्र में,कृषि क्षेत्र में, खोज एवं बचाव, मनोरंजन एवं चल चित्र, वन्य जीव आकलन, स्वास्थ्य सुरक्षा,आपदा प्रबंधन, सुरक्षा एवं कानून अनुपालन में बहुतायत से प्रयोग किया जा रहा है।



    वैज्ञानिक तरीके से ड्रोन को वर्गीकृत किया जा सकता है जैसे उड़ने की ऊंचाई के आधार पर ,आकार के आधार पर,वजन उठाने की दक्षता के आधार पर क्षमता एवं पहुंच के आधार पर परंतु ड्रोन को मुख्य रूप से इस की वायु गति के आधार पर दो प्रकार में वर्गीकृत किया गया है-घूमने वाले पंख, स्थिर पंख, ड्रोन में दो प्रकार का कंट्रोल सिस्टम होता है। इसमें पहला ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन तथा दूसरा रिमोट कंट्रोल स्टेशन होता है जो कि लैपटॉप के द्वारा या पर्सनल फोन के द्वारा ऑपरेट किया जाता है लैपटॉप या पर्सनल फोन के साथ ड्रोन को कनेक्ट किया जाता है जिसकी सहायता से हम ड्रोन को कब, कहां, कितनी स्पीड और कितनी ऊंचाई पर उड़ा सकते हैं। ड्रोन में एक टेलीमीटरी सिस्टम का एंटीना लगा होता है जिसके द्वारा महत्वपूर्ण जानकारी ड्रोन के कंटोल सिस्टम में चली जाती है। इसके तीन भाग होते हैं प्रपोसन सिस्टम,फ्लैट कंट्रोल यूनिट,पॉवर सिस्टम प्रपोसन सिस्टम का उपयोग प्रोपेलर ड्रोन को उड़ने में मदद करता है।

    फ्लैट कंट्रोल यूनिटः इसका उपयोग ड्रोन को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है इसके अंदर बैरोमीटर, एक्सलोमीटर एवं पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड लगा होता है जो कि मोटर को पॉवर की आपूर्ति करता है ड्रोन की चक्कर लगाने की क्षमता और उड़ने की ऊँचाई अंदर लगी मदर बोर्ड और माइक्रोचिप के द्वारा कंट्रोल की जाती है। जी पी एस सिस्टम की मदद से ड्रोन की स्थिति का आकलन किया जाता है साथ ही साथ ड्रोन को लैंड कराने में भी मददगार होता है। ड्रोन को पॉवर की आपूर्ति के लिए लिथियम की बैटरी लगी होती है जिसकी क्षमता सोलह हजार यम ए यच या 22.5 वोल्ट की होती है जो कि 15 से 20 मिनट तक का फ्लाइंग टाइम आसानी से पूरा कर लेता हैं। पॉवर कनेक्ट करने के बाद जी पी यस और पॉवर लॉक सिस्टम को चेक किया जाता है कि इसमे कोई त्रुटि तो नहीं है इसके बाद टेली मीटरी सिस्टम को कनेक्ट करते है। यह सिस्टम की क्षमता लगभग 5 गीगाहर्टज से कनेक्ट कर देते है, तत्पश्चात प्रोग्रामिंग के द्वारा लोकेशन सेट करते है ड्रोन को हम दो प्रकार से उड़ा सकते है-ऑटो पायलट मोड,मैन्युअल मोड प्रमुख हैं।आधुनिक कृषि में ड्रोन का उपयोग कृषि प्रबंधन में ड्रोन के उपयोग की असीम संभावनाएं हैं जैसे अत्यधिक बारिश के कारण बाढ़से ख़राब हुई फसलों, सूखा, ओलावृष्टि के कारण फसलों में हुए नुकसान का पता लगाने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।

    पौधों एवं फसल में लगी हुई बीमारियों आदि का पता लगाने में ड्रोन का प्रयोग बहुतायत हो रहा है। कृषि उपयोग में लाए जाने वाले उर्वरक, कीटनाशक आदि की मात्रा में कमी लाने में।ड्रोन में लगे हुए विभिन्न प्रकार के स्मार्ट सेंसर के माध्यम से पौधों में पोषक तत्वों की स्थिति, मृदा में नमी की मात्रा आदि का पता आसानी से लगाया जा सकता है।ड्रोन का प्रयोग करके किसान भाई अपनी आय को दोगुनी तक कर सकते हैं।ऊँचाई वाली फसलों जैसे गन्ना,ज्वार,बाजरा, आदि पर कीटनाशकों का छिड़काव आसानी से ड्रोन की मदद से किया जा सकता है।ड्रोन में लगे उच्च क्षमता वाले मल्टी स्पेक्ट्रम कैमरों की मदद से फसलों की इमेज आसानी से ली जा सकती है।ड्रोन का उपयोग करके फसलों का हवाई सर्वेक्षण आसानी से किया जा सकता है। ड्रोन के इस्तेमाल से देश के ग्रामीण इलाकों में बेरोजगार युवाओं के लिए नौकरियां पैदा की जा सकती हैं।ड्रोन की मदद से माइक्रो और मैक्रो (न्यूट्रिएंट) उर्वरक का फसलों पर छिडकाव आसानी से किया जा सकता है ।

    ड्रोन की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए डॉ.ओमर ने बताया कि ड्रोन की मदद से कठिन से कठिन कार्य आसानी से मजदूरों की कमी और निश्चित समय सीमा पर सुरक्षित तरीके से किया जा सकता है यह तकनीक किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। ड्रोन विमान संचालन के कुछ नियम हैं जैसे भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने ड्रोन के अनुप्रयोग हेतु मानक संचालन प्रक्रिया के नियम एवं दिशा निर्देश जारी किया है जो कि ड्रोन संचालन के लिए अति आवश्यक है। ड्रोन को उड़ाने हेतु एस.ओ. पी. में शामिल ड्रोन का पंजीकरण, उड़ान की अनुमति, वजन, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में उड़ाने का प्रतिबंध, सुरक्षा बीमा, मौसम की स्थिति, हवाई उड़ान का क्षेत्र आदि शामिल है हालांकि ड्रोन को 120 मीटर से कम ऊंचाई पर उड़ान भरने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है।ड्रोन उपयोग में कुछ बाधाएं भी हैं। अत्यधिक मूल्य होने के कारण छोटे एवं मध्यम वर्ग के किसानो को ड्रोन को खरीदने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है जिससे यह वर्ग इसके उपयोग से वंचित हो जाते हैं।

    किसानों को वैज्ञानिक प्रशिक्षण या ड्रोन के बारे में तकनीकी जानकारी ना होने से भी ड्रोन के संचालन में कठिनाई का सामना करना पड़ता है।स्थानीय बाजारों में ड्रोन के सर्विस सेंटर ना होने के कारण तकनीकी खराबी आ जाने के कारण इसे दूर दराज के शहरों में ले जाकर ठीक करने भी कठिनाई एवं समय की भी बर्बादी होती है। ड्रोन संचालन के लिए परमिशन की आवश्यकता का होना। कुल मिलाकर ड्रोन तकनीकी आज के लिए वरदान है।

  • एकेएस विश्वविद्यालय के प्राध्यापक अनूप शुक्ला ने कृषि क्षेत्र पर लिखा महत्वपूर्ण अध्याय

     

    Satna News :एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय के प्राध्यापक अनूप शुक्ला ने कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने “एलाइड एग्रीकल्चर: इमर्जिंग ट्रेंड्स एंड टेक्नोलॉजी” शीर्षक पुस्तक में “एग्रीकल्चर कैपेसिटी बिल्डिंग: एंपावरिंग फार्मर्स” विषय पर एक महत्वपूर्ण अध्याय का लेखन किया है।

    उनका यह अध्याय कृषि क्षेत्र में क्षमता विकास और किसानों के सशक्तिकरण की दिशा में प्रभावी भूमिका निभाएगा। विश्वविद्यालय प्रबंधन एवं कृषि संकाय ने अनूप शुक्ला को इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं।

     

  • नेशनल वीमेन स्टूडेंट पार्लियामेंट 2024-25 में एकेएस यूनिवर्सिटी की छात्राओं की शानदार सहभागिता

    सतना।। तृतीय एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी द्वारा नेशनल वीमेन स्टूडेंट पार्लियामेंट 2024 25 का आयोजन 2 से 4 अप्रैल के बीच किया गया। आयोजित महिला छात्र संसद के ऐतिहासिक छात्र सम्मेलन में एकेएस विश्वविद्यालय सतना से अनुपमा पटनहा,सुधीक्षा सिंह बघेल एवं अनु कुमारी ने विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करते हुए पूरे देश के सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं में स्थान प्राप्त कर सम्मानित होने का गौरव प्राप्त किया।

    सतना

    उन्होंने एंपावरिंग वॉयस शेपिंग फ्यूचर्स विकसित भारत विषय पर व्याख्यान देकर सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया। यह उपलब्धि एसएसडी विभाग में पदस्थ एसि. प्रो.प्रतीक निगम के मार्गदर्शन मे अर्जित की है। एसएसडी फैकल्टी निगम ने यह भी बताया कि इसका उद्देश्य भविष्य में भारत के आगामी महिला छात्र नेताओं को देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार करना है । आयोजन सेंचुरियन यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, उड़ीसा में आयोजित हुआ। स्टूडेंट्स की सहभागिता एवं उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर अनंत कुमार सोनी, प्रति कुलपति डॉ. हर्षवर्धन,प्रो.आर.एस.त्रिपाठी ने हर्ष व्यक्त करते हुए अनुपमा पटनहा, सुधीक्षा सिंह बघेल एवं अनु कुमारी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

     

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