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  • Satna: थाना के अंदर नकाबपोश बदमाश ने हेड कॉन्स्टेबल को मारी गोली,आरोपी फरार,एमपी कांग्रेस ने मोहन सरकार पर साधा निशाना,देखे वीडियो

    Satna News :मध्य प्रदेश के मऊगंज में पुलिस पर हमले के बाद एमपी के सतना जिले से पुलिस पर गोली चलाने की वारदात सामने आई है। जहाँ देर रात थाना परिसर के अंदर एक नकाबपोश बदमाश ने बैरक में घुसकर हेड कॉन्स्टेबल प्रिंस गर्ग को गोली मार दी है।आनन फानन में हेड कॉन्स्टेबल को जिला अस्पताल सतना लाया गया जहाँ से उन्हें रीवा के मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है। जहाँ उनका उपचार जारी है।

    थाना के अंदर नकाबपोश बदमाश ने हेड कॉन्स्टेबल को मारी गोली,आरोपी फरार,एमपी कांग्रेस ने मोहन सरकार पर साधा निशाना
    थाना के अंदर नकाबपोश बदमाश ने हेड कॉन्स्टेबल को मारी गोली,आरोपी फरार,एमपी कांग्रेस ने मोहन सरकार पर साधा निशाना

    दरअलस सतना जिले के जैतवारा थाने में स्थित बैरक में ही हेड हेड कॉन्स्टेबल प्रिंस गर्ग रहते है। ड्यूटी के बाद वह फुरसत होकर भोजन करने की तैयारी कर रहे थे। तभी अचानक एक नकाबपोश युवक बैरक में दाखिल हुआ और बिना कुछ कहे कट्टे से फायर कर दिया है। गोली सीधे पुलिसकर्मी के कंधे में लगी है। वारदात के बाद नकाबपोश हमलावर मौके से फरार हो गया है। घटना के तुरंत बाद घायल पुलिसकर्मी को उनके साथियों ने सतना जिला अस्पताल पहुंचाया है।जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें गंभीर हालत में रीवा रेफर कर दिया गया है।जहाँ उनका इलाज जारी है।घटना की सूचना मिलते ही रीवा एसपी विवेक सिंह समेत तमाम पुलिस अधिकारी घायल हेड कॉन्स्टेबल को देखने अस्पताल पहुंचे है।

    मुह ढंक कर पहुचा था बदमाश

    प्रधान आरक्षक प्रिंस गर्ग ने पुलिस अधिकारियों को दिए बयान में बताया कि गोली चलाने वाला युवक मुंह ढंके हुए था। लेकिन उन्हें शक है कि वह मेहुती निवासी अच्छू गौतम हो सकता है। गर्ग के मुताबिक, कुछ दिन पहले अच्छू की गाड़ी खड़ी करवाई गई थी, जिससे वह नाराज था और इसी रंजिश में उसने हमला किया हो सकता है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस ने आरोपी की तलाश तेज कर दी है और जगह-जगह दबिश दी जा रही है।

    मऊगंज के बाद सतना में पुलिस पर हमला

    यह घटना न केवल पुलिस महकमे बल्कि आम जनता के बीच भी भय का माहौल पैदा कर रही है। जब थाने जैसे सुरक्षित परिसर में भी पुलिसकर्मी पर हमला हो सकता है, तो आम नागरिक अपनी सुरक्षा को लेकर कैसे निश्चिंत रह सकते हैं? हाल ही में मऊगंज में भी पुलिस पार्टी पर हमला हुआ था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।फिलहाल, पुलिस विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है और आरोपी को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।

    एमपी कांग्रेस ने मोहन सरकार पर साधा निशाना

    वही घटना को लेकर एमपी कांग्रेस ने सोशल मिडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट कर मोहन सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि बेशर्म और नाकारा मोहन सरकार में थाने में भी पुलिस सुरक्षित नहीं है!सतना जिले के जैतवारा थाने में बदमाशों ने थाने में घुसकर आरक्षक प्रिंस गर्ग को सीने में गोली मार दी!मध्यप्रदेश में बढ़ते अपराधों का तमाशा देखती भाजपा सरकार में जंगलराज हावी है! अपराधों पर अपराध होते जा रहे हैं मगर सरकार तमाशबीन बनी हुई है!

  • एकेएस यूनिवर्सिटी के फैकल्टी शिवम पाण्डेय का रिसर्च पेपर प्रकाशित, सैटेलाइट चैनलों की मार्केटिंग रणनीतियों पर प्रभावी विश्लेषण

    सतना,मध्यप्रदेश।। एकेएस के कॉमर्स संकाय के फैकल्टी शिवम पाण्डेय का रिसर्च पेपर प्रकाशित हुआ है जिसमें उन्होंने सैटेलाइट टेलीविज़न चैनलों द्वारा नियोजित मार्केटिंग रणनीतियों की प्रभावशीलता पर विमर्श किया है। उनका पेपर खंड 5,अंक 5,अप्रैल 2025 विज्ञान,संचार और प्रौद्योगिकी में उन्नत अनुसंधान अंतर्राष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हुआ है। फैकल्टी शिवम ने बताया कि आज की आधुनिक दुनिया में टेलीविजन केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं है,

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    बल्कि यह एडुटेनमेंट बन गया है। सैटेलाइट चैनलों ने लोगों को ज्ञान और मनोरंजन दोनों ही उपलब्ध कराए हैं। एडुटेनमेंट के लिए लोगों की ज़रूरत को समझते हुए विभिन्न संगठन आगे आए हैं और इस ज़रूरत को पूरा करने की कोशिश की है। इसने दुनिया को हमारी मुट्ठी में ला दिया है। यह शोध पत्र भारत में सैटेलाइट टेलीविज़न चैनलों द्वारा नियोजित मार्केटिंग रणनीतियों की प्रभावशीलता की जाँच करता है।



    देश में 900 से ज़्यादा चैनल संचालित होने के कारण, ब्रॉडकास्टर सीमित दर्शकों का ध्यान और विज्ञापन राजस्व के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। यह शोध पत्र मार्केटिंग प्रयासों की सफलता का आकलन करने के लिए टारगेट रेटिंग पॉइंट्स, ग्रॉस रेटिंग पॉइंट्स और रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट जैसे प्रमुख मेट्रिक्स की खोज करता है। उद्योग रिपोर्ट, दर्शकों के डेटा और मार्केटिंग रणनीति का विश्लेषण करके, यह अध्ययन इस बारे में कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि प्रदान करता है कि ये रणनीतियाँ दर्शकों के व्यवहार और चैनल की लाभप्रदता को कैसे प्रभावित करती हैं। पेपर का आईएसएसएन: 2581-9429 है। कॉमर्स विभाग और विश्वविद्यालय प्रबंधन ने उन्हें शुभकामनाएं दी।

     

  • टॉर्च की रोशनी के सहारे एमपी की स्वास्थ्य व्यवस्था, अस्पताल के गेट में टॉर्च की रोशनी से हुई डिलीवरी,वीडियो वायरल

    Satna Hospital News :मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत एक बार फिर उजागर हुई है। सतना जिला अस्पताल से सामने आई एक तस्वीर ने न केवल सिस्टम पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दिखा दिया है कि कैसे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था अब भी बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रही है।जिला अस्पताल में एक गर्भवती महिला का प्रसव रात के समय मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में कराया गया। अस्पताल में लाइट न होने के कारण स्टाफ को मजबूरन मोबाइल की रोशनी का सहारा लेना पड़ा है।हालांकि इसका वीडियो भी सामने आया है।

    टॉर्च की रोशनी के सहारे एमपी की स्वास्थ्य व्यवस्था, अस्पताल के गेट में टॉर्च की रोशनी से हुई डिलीवरी,वीडियो वायरल

    दरअसल सतना जिला अस्पताल में बिजली व्यवस्था की खामियों ने एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। रविवार रात एक गर्भवती महिला को अस्पताल में प्रसव के लिए लाया गया, लेकिन बिजली न होने के कारण स्टाफ को अस्पताल के मुख्य गेट पर मोबाइल फोन की टॉर्च की रोशनी में डिलीवरी करानी पड़ी है।इस पूरी घटना का वीडियो सोमवार शाम सामने आया है जिसने न सिर्फ अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत को भी उजागर कर दिया है।

    अस्पताल में गुल थी बिजली

    मिली जानकारी अनुसार रामस्थान भठिया गांव की रहने वाली सोनम कोल को रविवार रात जननी एक्सप्रेस से जिला अस्पताल लाया जा रहा था। करीब साढ़े सात बजे जब एंबुलेंस अस्पताल के मुख्य गेट पर पहुंची, तभी सोनम को तेज प्रसव पीड़ा हुई और उसने वहीं बच्चे को जन्म दे दिया। परिजनों ने तत्काल अस्पताल स्टाफ को सूचना दी, लेकिन तब तक बारिश के कारण बिजली जा चुकी थी।

    टार्च की रोशनी में प्रसव

    हालांकि अस्पताल प्रशासन का दावा है कि आपातकालीन स्थिति के लिए जनरेटर और सोलर पैनल की व्यवस्था है। लेकिन घटना के समय ये दोनों व्यवस्थाएं नाकाम थी। न जनरेटर चालू हुआ और न ही सोलर पैनल से बिजली मिली। ऐसे में मोबाइल फोन की टॉर्च की रोशनी में ही प्रसव कराना पड़ा है।

    मा और नवजात दोनों स्वास्थ्य

    गौरतलब है कि यह सोनम कोल की चौथी डिलीवरी थी। फिलहाल मां और नवजात दोनों स्वास्थ्य हैं, लेकिन यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाएं अब भी बेहद कमजोर हैं।

    क्या बोले सिविल सर्जन

    वही,सिविल सर्जन डॉ. मनोज शुक्ला ने बताया कि मौसम खराब होने के कारण बिजली नही थी। और तेज हवा के कारण हमारे यहा की इंटरनल वायर भी टूटी हुई थी।इसके बावजूद भी जो जनरेटर लगे हुए है।उसमे व्यवस्था ये है जैसे ही बिजली गुल होती है तो स्टाफ जाकर उसको चालू करता है।लेकिन उस समय संयोग ऐसा बना की मौसम खराब होना एवं मरीज का आना साथ ही प्रसव पीड़ा बढ़ जाना ये एक संयोग है।हालांकि इसकी सुधार के किये इस बारे में विद्दुत विभाग से बात हुई है।इसका जल्दी सुधार करवाया जाएगा।

  • MP :दबंगों के कब्जे से अटकी स्कूल भवन की राह, बच्चे पेड़ के नीचे या फिर प्राइवेट मकान में बैठकर पढ़ाई को मजबूर

    Satna News :जिले की शिक्षा व्यवस्था की बदहाल तस्वीर एक बार फिर सामने आई है। सतना से करीब 25 किलोमीटर दूर अकौना टिकरी ग्राम पंचायत के मलहटी टोला में स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय भवन के अभाव में या तो प्राइवेट मकानों में संचालित हो रहा है या फिर बच्चे खुले आसमान के नीचे, पेड़ों के नीचे बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। यही नहीं, विद्यालय और आंगनवाड़ी केंद्र में न तो पीने के पानी की सुविधा है, न शौचालय की।

    दबंगों के कब्जे से अटकी स्कूल भवन की राह, बच्चे पेड़ के नीचे पढ़ाई को मजबूर
    दबंगों के कब्जे से अटकी स्कूल भवन की राह, बच्चे पेड़ के नीचे पढ़ाई को मजबूर

    जमीन है, पर दबंगों का कब्जा बना बाधा

    सरकार ने स्कूल भवन और आंगनवाड़ी केंद्र के निर्माण के लिए बजट जारी कर दिया है और इसके लिए ज़मीन भी आबंटित कर दी गई है — खसरा नंबर 711, रकबा 3.29 हेक्टेयर। लेकिन वर्षों से इस ज़मीन पर स्थानीय दबंगों का कब्जा बना हुआ है, जिससे भवन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। जब भी निर्माण की कोशिश होती है, दबंग काम रुकवा देते हैं। प्रशासन की ओर से अब तक इस अतिक्रमण को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

    बुनियादी सुविधाओं से वंचित मासूम

    विद्यालय की शिक्षिका रीता त्रिपाठी के अनुसार, साल 2013 से यह स्कूल एक निजी घर में संचालित हो रहा है। वर्तमान में यहां 22 छात्र और 2 शिक्षक हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं का अभाव गंभीर समस्या बना हुआ है। न पीने का पानी है और न ही शौचालय की सुविधा।

    आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सरिता शुक्ला बताती हैं कि आंगनवाड़ी केंद्र के लिए भी भवन नहीं है। पहले एक घर में यह केंद्र संचालित होता था, लेकिन अब मकान मालिक ने वह जगह खाली करवा ली है। मजबूरी में आंगनवाड़ी का सामान सड़क किनारे लगाकर काम चलाया जा रहा है।

    प्रशासन की सुस्ती सवालों के घेरे में

    गांव की सरपंच श्रद्धा सिंह ने कई बार तहसीलदार और अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर निर्माण कार्य में अड़चन बन रहे अतिक्रमण को हटाने की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। विभागीय पत्राचार के बावजूद प्रशासन दबंगों के खिलाफ कार्रवाई करने में असफल रहा है।

    जिला शिक्षा अधिकारी ने दिया आश्वासन

    जिला शिक्षा अधिकारी टीपी सिंह ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है। ज़मीन आबंटित है और पहले एक बार अतिक्रमण हटाया भी गया था, लेकिन निर्माण कार्य शुरू होते ही कुछ ग्रामीणों ने दोबारा रोक लगा दी। उन्होंने कहा कि पुनः तहसीलदार को पत्राचार कर कार्रवाई की जाएगी, ताकि बच्चों को जल्द एक सुरक्षित और स्थायी स्कूल भवन मिल सके।

    निष्कर्ष:
    सरकारी दावों के बावजूद ज़मीनी हकीकत यह है कि बच्चे आज भी बुनियादी शिक्षा सुविधाओं से वंचित हैं। जब तक प्रशासन दबंगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं करता, तब तक इन मासूमों का भविष्य असुरक्षित बना रहेगा।

  • Satna :एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज की शतरंज प्रतियोगिता में लक्ष्मी साकेत हुई शामिल

    Satna News : एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज की शतरंज प्रतियोगिता में लक्ष्मी साकेत शामिल हुई। एकेएस विश्वविद्यालय के पैरामेडिकल विभाग की छात्रा एथलेटिक्स की अव्वल खिलाड़ी हैं उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में सहभागिता दर्ज कराते हुए विजय भी हासिल की है।

    एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज की शतरंज प्रतियोगिता में लक्ष्मी साकेत हुई शामिल।

    सैम ग्लोबल यूनिवर्सिटी भोपाल के द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में लक्ष्मी साकेत ने सहभागिता दर्ज करते हुए सर्टिफिकेट प्राप्त किया।वह शतरंज की अटैकिंग खिलाड़ी है और लोंग रनिंग का शौक रखती हैं। भविष्य में वह प्रशासनिक सेवा में जाकर देश सेवा करना चाहती हैं। उनके पिता रामलाल साकेत ड्राइवर हैं ।उनकी मां का 29 अगस्त 2024 को देहांत हो गया है।उनकी मां का सपना था लक्ष्मी चेस में देश का प्रतिनिधित्व करें। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने उन्हें भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं।

  • Maihar :नवरात्रि से पहले मैहर आने श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, 10 दिन बाद रोप-वे सेवा हुई शुरू, श्रद्धालुओं को दर्शन में मिलेगी राहत

    MP Maihar Temple : मध्यप्रदेश का मैहर देश भर में मा शारदा की मंदिर के लिए विख्यात है। शारदा माता का मन्दिर शहर के पास त्रिकुट पर्वत पर 600 फिट की ऊँचाई पर विराजमान है।आस्था के केंद्र मैहर मा शारदा मंदिर के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। करीब दस दिनों से बंद पड़ा रोप वे फिर से शुरू हो गया है। क्योंकि यहां संचालित रोपवे सेवा मेंटिनेंस के चलते 17 मार्च से 26 मार्च तक रोपवे बन्द था। जो आज यानी 27 मार्च से शुरू हो गया है। रोप वे शुरू होने से मन्दिर में आने वाले श्रद्धालुओं को अब सीढ़ियां नहीं चढ़नी पड़ेगी।

    नवरात्रि से पहले मैहर आने श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, 10 दिन बाद रोप-वे सेवा हुई शुरू, श्रद्धालुओं को दर्शन में मिलेगी राहत
    नवरात्रि से पहले मैहर आने श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, 10 दिन बाद रोप-वे सेवा हुई शुरू, श्रद्धालुओं को दर्शन में मिलेगी राहत

    दरअसल मैहर में स्थित मा शारदा के दर्शन के लिए दामोदर कम्पनी द्वारा रोपवे संचालित है। लेकिन रोपवे मेंटिनेंस को लेकर रोपवे का संचालन 17 मार्च से 26 मार्च तक बन्द था। ताकि नवरात्रि मेला आयोजन के दौरान कोई तकनीकी खामी न आए। मेंटेनेंस के तहत मशीनों की जांच के साथ-साथ सुरक्षा उपायों का भी निरीक्षण किया गया है। जिसको देखते हुए 17 मार्च से 26 मार्च तक रोपवे का संचालन बन्द कर दिया गया था। लेकिन रोपवे मेंटीनेंस होने के 10 दिनों आज 27 मार्च से पुनः रोपवे सेवा शूरु कर दी गयी है।रोपवे शुरू होने से मंदिर में आने वाले दिव्यांग, बुजुर्ग और बच्चों को खासी राहत मिलेगी।

    रोपवे के अलावा तीसरा है वैन सेवा

    वही, 17 मार्च से 26 मार्च तक रोपवे सेवा बंद होने की वजह से श्रद्धालुओं को त्रिकूट पर्वत में विराजी माई के दर्शन के लिए 1063 सीढ़ियां चढ़कर जाना पड़ता था। इसके अलावा एक और विकल्प है, जिसके द्वारा माता शारदा के दर्शन किए जा सकते हैं।मा शारदा के दर्शन के लिए पहाड़ी के ऊपर जाने का तीसरा माध्यम वैन सेवा है।जिसके लिए श्रद्धालुओं को टिकट लेनी पड़ती है, जिसमें आने-जाने दोनों का चार्ज जुड़ा होता है। इसकी बुकिंग वहीं पर काउंटर से होती है। वैन की बुकिंग के लिए रोप-वे के पीछे जहां से मंदिर जाने वाली सीढ़ियों की शुरुआत होती है।वहां वैन बुकिंग काउंटर में जाना होगा।

    रोपवे से कुछ ही समय में भक्त कर सकेंगे माता के दर्शन

    वहीं तुरंत ही टिकट लेकर आप वैन से दर्शन के लिए ऊपर जा सकते हैं। लेकिन रोपवे सेवा मेंटीनेंस के बाद पुनः शुरू होने से ऐसे में दिव्यांग, बुजुर्ग, बच्चों के लिए रोप-वे काफी मददगार साबित होगा।जिसके कारण कुछ ही समय भक्त रोपवे में बैठकर 600 फिट ऊँचाई पर विराजमान मा शारदा के दर्शन के लिए पहुँच जाएंगे।लेकिन इसके बाद भी ज्यादातर भक्त सीढ़ियों से चढ़कर मा शारदा के दर्शन करने जाते है।

    वैन से मंदिर तक जाने में अपनी एक अलग मान्यता

    वही, वैन से मंदिर तक जाने को लेकर एक मान्यता जुड़ी हुई है कि यह पहाड़ी के चारों ओर परिक्रमा कर मां शारदा के मंदिर तक पहुंचती है, जिसे मंदिर परिक्रमा के समान माना जाता है। वैन से यात्रा करना न केवल सुविधाजनक बल्कि बेहद मनमोहक भी लगता है। जब वैन घुमावदार रास्तों से होते हुए पहाड़ी के शिखर की ओर बढ़ती है, तो श्रद्धालुओं को सुंदर प्राकृतिक नजारे देखने के साथ-साथ मानसिक शांति और सुकून का अनुभव होता है।

    देवी शारदा की पूजा शास्त्रों में मानी जाती है शुभ

    वही, मैहर की माँ शारदा देवी त्रिकुट पर्वत पर विराजमान है और 52 शक्तिपीठों में एक मानी जाती है। देवी शारदा की पूजा शास्त्रों में बहुत ही शुभ मानी जाती है। ऐसी मान्यता है कि जो लोग मां की पूजा भाव के साथ करते हैं वे उनके ऊपर अपना आशीर्वाद सदैव बनाए रखती हैं। साथ ही बुद्धि, ज्ञान और सभी प्रयासों में सफलता प्रदान करती हैं। अगर आप भी देवी की कृपा पाना चाहते हैं, तो आपको इस चमत्कारिक मंदिर में अवश्य जाना चाहिए।

  • Gold-Silver Price: सोने की कीमत में बढ़ोतरी, चांदी हुई सस्ती, जानें अपने शहर के ताजा रेट

    Gold-Silver Price: आज के ताजा भाव जारी, जानें सोने-चांदी में कितना हुआ उतार-चढ़ाव हुआ है। सोने-चांदी के नए दाम जारी हो गए हैं। आइए जानते हैं आज के रेट में क्या बदलाव आया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (ibjarates.com) के अनुसार, सोमवार को 24 कैरेट सोने की कीमत पिछले बंद 86,092 रुपये से बढ़कर 86,400 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। वहीं, चांदी का भाव पिछले बंद 97,147 रुपये प्रति किलो से घटकर 96,115 रुपये प्रति किलो पर आ गया।

    सोना चांदी भाव

    आज का सोने-चांदी का भाव इस प्रकार है

    शुद्धता       सुबह               दोपहर         शाम का रेट: प्रति 10 ग्राम सोने का भाव
    सोना 999    86092 रुपये    86356 रुपये    86400 रुपये
    सोना 995    85747 रुपये    86010 रुपये    86054 रुपये
    सोना 916    78860 रुपये    79102 रुपये    79142 रुपये

    सोना 750    64569 रुपये    64767 रुपये    64800 रुपये
    सोना 585    50364 रुपये    50518 रुपये    50544 रुपये
    चांदी 999    97147 रुपये      96244 रुपये     96115 रुपये/किलो



    22 कैरेट, 24 कैरेट, 18 कैरेट सोना का भाव इस प्रकार है? 

    शहर                        22 कैरेट    24 कैरेट   18 कैरेट (सोने की कीमत रुपए में)
    चेन्नई में सोना का भाव    ₹80710    ₹88050    ₹66410
    मुंबई में सोना का भाव    ₹80710    ₹89050    ₹66040
    दिल्ली में सोना का भाव    ₹80860    ₹88200    ₹66160
    कोलकाता में सोना का भाव    ₹80710    ₹88050    ₹66040
    अहमदाबाद में सोना का भाव    ₹80760    ₹88100    ₹66080
    जयपुर में सोना का भाव    ₹80860    ₹88200    ₹66160
    पटना में सोना का भाव    ₹80760    ₹88100    ₹66080
    लखनऊ में सोना का भाव    ₹80860    ₹88200    ₹66160
    गाजियाबाद में सोना का भाव    ₹80860    ₹88200    ₹66160
    नोएडा में सोना का भाव    ₹80860    ₹88200    ₹66160

    गाजियाबाद में सोना का भाव    ₹80860    ₹88200    ₹66160
    नोएडा में सोना का भाव    ₹80860    ₹88200    ₹66160
    अयोध्या में सोना का भाव    ₹80860    ₹88200    ₹66160
    गुरुग्राम में सोना का भाव    ₹80860    ₹88200    ₹66160
    चंडीगढ़ में सोना का भाव    ₹80860    ₹88200    ₹66160

  • Satna News :सतना सीवर लाइन कार्य के दौरान दबने से मजदूर की मौत, रेस्क्यू कार्य जारी

    Satna News : शहर के राजेंद्र नगर के बसंत बिहार कालोनी गली नंबर 9 में सीवर लाइन का कार्य कर रहे चैन माउंटेन मशीन के चालक की दर्दनाक मौत, घटना उस वक्त हुई जब चालक चैन माउंटेन मशीन से गड्ढे को खोदने का कार्य कर रहा था।

    सीवर लाइन काम के दौरान दबने से मजदूर की हुई मौत, रेस्क्यू जारी
    सीवर लाइन काम के दौरान दबने से मजदूर की हुई मौत, रेस्क्यू जारी

    इसी बीच खोदे गए गड्ढे के पास की सड़क धसक गई, चैन माउंटेन मशीन उसी गड्ढे में समा गई, मृतक चालक का आधा शरीर अभी भी मशीन में फंसा, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, मौके पर निगम कमिश्नर शेर सिंह मीणा, सीएसपी महेंद्र सिंह, टी आई रावेंद्र द्विवेदी सहित पुलिस बल मौजूद।

  • महाकुंभ को ‘मृत्युकुंभ’ वाले विवादित बयान पर बोले कैबिनेट मंत्री Kailash Vijayvargiya, कहा उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब…

    Satna Kailash Vijayvargiya :मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय अपने एक दिवसीय दौरे पर सतना पहुँचे है। उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मृत्यु कुम्भ वाले बयान पर उन्होंने विपक्ष पर हमला बोला है। कहा उनका ये सनातन धर्म के खिलाफ बयान है और हमेशा से ही सनातन धर्म के खिलाफ बक बक करती रहती है।

    महाकुंभ को 'मृत्युकुंभ' कहने के विवादित बयान पर बोले कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, कहा उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए...
    फ़ोटो – सतना टाइम्स डॉट इन

    दरअसल कैबिनेट मंत्री एवं सतना जिले के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अपने एक दिवसीय दौरे पर गुरुवार को सतना पहुँचे है। जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर जिले के निजी यूनिवर्सिटी में वन नेशन वन इलेक्शन पर प्रबुद्धजनों एवं छात्रों से चर्चा की है। इसके उपरांत जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला समिति की बैठक ली है।शाम को भाजपा कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करते हुए पार्टी विषयों पर चर्चा की है।

    कैंसर यूनिट को लेकर किया वादा

    बैठक उपरांत कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से चर्चा के दौरान मेडिकल कॉलेज से कैंसर यूनिट हटाये जाने के सवाल पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राजेन्द्र शुक्ल जी से इस बारे में फोन में बात हुई है।उस पर चर्चा करेंगे।मुझे नहीं लगता कि कैंसर यूनिट को हटाने का निर्णय था, या बनाने का निर्णय था, अस्पताल बनाने का निर्णय था। लेकिन कैंसर यूनिट की चर्चा क्यों चल पड़ी है यह पता नहीं। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो मैं आपके माध्यम से यह वादा करता हूं। कि अगर सरकार ने हटाया होगा तो सरकार यह निर्णय वापस लेगी और कैंसर यूनिट मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में लगेगी।

    विपक्ष के कुम्भ वाले बयान पर किया पलटवार

    प्रयागराज कुम्भ को लेकर विपक्ष के बयान पर कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि विपक्ष की श्रद्धा भगवान के प्रति नही है।जिस प्रकार का बयान ममता बनर्जी ने दिया है कि मृत्यु कुंभ है।मृत्यु राजनीति इस देश के अंदर लाने का काम ममता बनर्जी ने किया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मैं 6 साल बंगाल का प्रभारी था यहां 6 साल के अंदर 400 से ज्यादा कार्यकर्ताओ की हत्या ममता बनर्जी ने करवाई है।हत्या करना या हत्या कराना इनका एक तरीके से धंधा है।और वो कुम्भ जैसे पवित्र स्थान पर मृत्यु कुम्भ बता रही है मुझे लगता है की उनको शर्म आना चाहिए और चुल्लू भर पानी मे डूब मरना चाहिए।

    सनातन धर्म के खिलाफ हमेशा करती है बक बक

    उन्होंने आंगे कहा कि ममता बर्नजी जी आपके प्रदेश में क्या हो रहा है उसको देखिए, डॉक्टर वहां सुरक्षित नही है।हॉस्पिटल के अंदर एक नही सामूहिक बलात्कार होता है और हत्या हो जाती है।इतनी बड़ी घटना होने के बाद मुख्यमंत्री जी बेशर्म की तरह इस प्रकार मृत्यु कुम्भ में बयान देती है मुझे लगता है कि उन्हें अपने शब्द को वापस लेना चाहिए। और माफी मांगनी चाहिए।उनका ये सनातन धर्म के खिलाफ बयान है और वह हमेशा से ही सनातन धर्म के खिलाफ बक बक करती रहती है।

    महिला सशक्तिकरण का सबसे अच्छा उदाहरण

    दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री बनाये जाने पर उन्होंने कहा कि दिल्ली जैसे राज्य के अंदर शिला दीक्षित जी के बाद एक मजबूत मुख्यमंत्री बने है।हालांकि केजरीवाल जी ने भी एक महिला को बनाया था लेकिन वह खुद ही कहती थी कि मैं एक केयरटेकर हु ये कुर्सी केजरीवाल जी के लिए है ।और एक सशक्त महिला को सशक्त काम देने का काम मोदी जी ने किया है।मुझे लगता है कि महिला सशक्तिकरण का सबसे अच्छा उदाहरण है।

  • राजीव गांधी फार्मेसी संस्थान, फार्मास्युटिकल विज्ञान और प्रौद्योगिकी संकाय के स्टूडेंट का रिसर्च पेपर पब्लिश

    सतना(सतना टाइम्स)।।एकेएस विश्वविद्यालय, सतना, मध्य प्रदेश, इंडिया के एम फार्मा स्टूडेंट दीपांशु विश्वकर्मा का रिसर्च पेपर डॉ. सूर्य प्रकाश गुप्ता के मार्गदर्शन में प्रकाशित हुआ है।उनका कार्य एसोसिएशन ऑफ़ फार्मास्यूटिकल टीचर्स ऑफ़ इंडिया ऑफ़ इंडिया के प्रतिष्ठित जनरल इंडियन जनरल ऑफ़ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च के वॉल्यूम 58 इशू 4 और ईयर 2024 में 58 वर्ष पुराने इस जनरल में प्रकाशित हुआ है।

    डॉ. गुप्ता ने बताया कि एंटी इन्फ्लेमेटरी और सिलिको स्ट्डीज ऑफ फ्यू नोवेल 1, 2, 4 ट्रायजोल व्युत्पन्न शिफ़ बेस कंपाउंड पर स्टूडेंट ने मौलिक कार्य किया। फार्मेसी विभाग के डायरेक्टर डॉ.सूर्य प्रकाश गुप्ता ने पृष्ठभूमि पर बात करते हुए बताया कि वर्तमान जांच का उद्देश्य हाल ही के 1,2,4-ट्राईज़ोल व्युत्पन्नों की सूजन-रोधी क्षमता को संश्लेषित करना और उसका आकलन करना था। सामग्री और विधि पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि 1,2,4-ट्राईज़ोल यौगिकों का संश्लेषण तीन अलग-अलग चरणों में पूरा किया गया जिसमें इबुप्रोफेन के हाइड्रैज़ाइड का निर्माण और उसके बाद 1,2,4-ट्राईज़ोल नाभिक में चक्रण और अंतिम चरण में शिफ़ बेस का निर्माण शामिल था।



    इसका परिणाम है कि प्रत्येक यौगिक गहरे भूरे रंग का था और 65-71% उपज में प्राप्त किया गया था और पानी और हेक्सेन में अघुलनशील था जबकि एसपीजी और मेथनॉल में घुलनशील थे और सभी यौगिक क्लोरोफॉर्म में घुलनशील थे। यौगिकों का मूल्यांकन इन विट्रो एंटी-इन्फ्लेमेटरी क्षमता के लिए एल्ब्यूमिन विकृतीकरण और प्रोटीज क्रिया विधियों के निषेध का उपयोग करके किया गया था। 500 ग्राम/एमएल की सांद्रता पर अवरोध (62.44±2.88%) उत्पन्न करने की सबसे अच्छी क्षमता एसपीजी ४ के साथ, सभी पदार्थों ने एल्ब्यूमिन विकृतीकरण के खुराक-निर्भर अवरोध को दर्शाया। एसपीजी चार 500 ग्राम/एमएल पर प्रोटीज गतिविधि (46.63±3.211%) को बाधित करने में सक्षम था और एंटीप्रोटीज प्रभावकारिता भी खुराक-निर्भर थी। निष्कर्ष यह निकला कि ट्रायज़ोल व्युत्पन्न मध्यम एंटी-इन्फ्लेमेटरी क्रिया को दोहराने में सक्षम थे और उन्हें लीड अणु विकसित करने के लिए अनुकूलित किया जा सकता था। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने फार्मेसी संकाय के स्टूडेंट दीपांशु विश्वकर्मा को शुभकामना दी है।

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