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  • बहरा सिस्टम : “कानों तक नही पहुच रही सड़क किनारे पड़े बेजुबान जानवर की दर्द भरी किलकारी..”

    इंसान भी जानवर बन जाते हैं,
    जब वो लालच और घृणा से भर जाते हैं.

    दरअसल इस लेख को पढ़ने के बाद आपको यह शायरी बिल्कुल सटीक समझ मे आएगी क्योंकि इसमें में कुछ ऐसा ही हैं इसमे इंसान की इंसानियत मरती हुई दिखाई पड़ती हैं।घने आबादी के बीच रहने वाले हम इन इंसान को जब दर्द होता है यू मानो देखने वालों की भीड़ सी लग जाती है साथ ही दुनिया भर के शा. सुविधा भी मुहैया होती है मगर जब बात जानवरों की आती हैं तो हम इंसान भी उस जानवर से बदत्तर हो जाते हैं जानवर पालने में हम इंसान बड़ी दिलचस्पी दिखाते हैं मगर सड़क किनारे घायल पड़े बेजुबान को अनदेखा कर के निकल लेते है कितनी शर्मसार बात हैं न।

    आज के युग में दिन प्रतिदिन इंसानियत दम घोटती दिखाई दे रही है।संलग्न वीडीओ के बात की जाए तो तस्वीर मध्यप्रदेश (madhyapradesh) सतना (satna) जिले अमरपाटन के पुरानी बस्ती की है देर रात तकरीबन दस बजे का नजारा हैं मध्यम ठंड का सितम हैं तभी जैसे ही बिस्तर में गया तो एक रोने की आवाज बड़े जोरो से कानो में आ रही थी काफी देर तक ये सोच में रहा की आसपास किसी नन्हे नौनिहाल के रोने की आवाज मेरे कानों में विलग रही हैं मगर ढलती रात के साथ आवाज और तेज होती गयी जब बाहर निकल कर देखा तो पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसरा हुआ था।

    आसपास कोई नही था फिर गौर से आ रही आवाज को सुना तो वो आवाज एक बेजुबान जानवर की थी जो दर्द से कलह रहा था उसकी दर्द भरी चीखे ये बता रही थी वो कितनी बड़ी तकलीफ से गुज़र रहा है मगर बाहरे आज के दौर का प्रशासनिक सिस्टम और आज के युग की इंसानियत घनी आबादी वाले बस्ती में किसी के कानों में ये आवाज नही जा रही थी मैं प्रयास तो किया कि इस का उपचार करवा सकू पर मध्यप्रदेश के हर विभाग की हालत सुधर सकती है पर विटनरी विभाग हमेशा से अंधेरे में ही था जाने कितने जानवर आयेदिन मौत के आगोश में समा जाते हैं मध्यप्रदेश के छोटे से शहर अमरपाटन में आयेदिन कितने माशूम बेजुबान जानवर उपचार न मिलने के चलते मौत के आगोश में समा जाते हैं।
    दर्द भरी ये किलकारी मुझे परेशान कर रही थी मैं ठंड को देखते हुए 1 बोरे उस घायल कुत्ते को ढंक दिया जिससे उसको सायद थोड़ा आराम मिल जाये आखिरकार कुछ घण्टे बाद उस माशूम जानवर को थोड़ा राहत मिली औऱ वो भी सो गया, जब मैने आसपास पता किया तो पता चला कि उस कुत्ते को पिछले 4 दिन लखवा की तरह आधे शरीर मे कोई बीमारी हो गयी है जिस वजह से घसीटता हुआ चल रहा है ओर 4 दिन से रोजाना रात को इस तरह से दर्द से कलहते हुए सिसिक रहा है मगर इस दौर में इंसानियत न होने के चलते वो बेचारा मरने के कगार पर आ गया है। हम भूल चुके है कि जानवर भी हमारे प्रकति का एक अंश हैं अगर इस प्रकति को सुरक्षित रखना है तो इनकी हिफाजत करना हमारा कर्तव्य होना चईये हमारे सिस्टम को चईये की इसकी देखरेख करने वाले जिम्मेदार घर मोहल्ले जा जाकर इनकी देखरेख करे एक टोलफ्री नम्बर निर्धारित किया जाना चाहिए कही कोई बेजुबान घायल अवस्था मे हो तो उसको उपचार मिल सके तभी हमारे देश का कल्याण होगा इस शायरी के साथ मैं इस लेख को खत्म करना चाहूंगा क्योंकि आज दशा कुछ इसी प्रकार है
    जब इंसान से इंसानियत खो जाती है
    उसकी शख्सियत जानवर सी हो जाती है.

  • MP Shahdol News : शहडोल में 144 धारा लागू, पढ़ें क्‍या है पूरा मामला

    Shahdol News :शहडोल।। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी वंदना वैद्य ने बच्चों को दागने, झाड़ फूंक करने, टोना टोटका जैसी सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के प्रति जागरूकता लाने तथा प्रतिबंधित करने की दृष्टि से कार्रवाई के आदेश अधिकारियों को दिए हैं। आदेश में कहा है कि ग्रामसभा में दागना प्रथा रोकने के लिए विशेष बैठक करके प्रस्ताव पारित किया जायेगा एवं रोकथाम पर चर्चा करते हुए शपथ दिलाया जाएगी।साथ ही प्रतिबंधात्मक आदेश भी जारी किया गया है। आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकर्ता नोडल अधिकारी होंगे।

    आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकर्ता अपने विभागीय गतिविधियों के तहत डोर-टू-डोर जाकर दागने की प्रथा जैसी कुरीतियों पर चेतना जगाएंगी।गांव में ऐसी दाईयों को चिन्हित कर जो कि दागने का कार्य करते है, उन्हे इसे कानूनी अपराध बताते हुये इस प्रथा को बंद करने की समझाईस देगी। आदेश में कहा गया है, बाजार हाट एवं सार्वजनिक कार्यक्रमों में इसका प्रचार-प्रसार करते हुए पूरी तहर प्रतिबंधित हो ऐसा प्रयास करेगें।गांव में कोटवार से डुग्गी पिटवाकर मुनादी कराई जाए।कलेक्टर ने आदेश में यह भी कहा है कि सभी विभाग प्रमुख जिले में दगना जैसी कुप्रथा को रोकने के लिए अपने ग्रामीण क्षेत्र में काम करने वाले अमले को प्रोत्साहित करेंगे।अब टीएल की बैठक में विभागवार किए गए कार्यो की समीक्षा के साथ इसकी भी समीक्षा की जावेगी। सभी विभाग प्रमुख मैदानी स्तर के कर्मचारियों से जानकारी लेकर बैठक में आएंगे।

    प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाएगी

    कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ने प्रतिबंधात्मक निषेधाज्ञा आदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि जिलेकी भौगोलिक सीमा में कोई भी व्यक्ति किसी भी सार्वजनिक स्थल, आवासीय परिसर एवं अन्य किसी परिसर में बच्चों को गर्म सलाख से दागने की इस कुप्रथा अपनाएगा और किसी को प्रेरित भी नहीं करेगा। इस आदेश का उल्लंघन किए जाने की दशा में परिसर के स्वामी, प्रबंधक एवं संचालक के विरुद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जावेगी । इस कुप्रथा पर प्रतिबंध लगाना लोकहित में होने से दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया है।

  • MP NEWS : समिति प्रबंधक ने ऑपरेटर पर थोप दिया आरोप, FIR दर्ज कराने एवं टर्मिनेट करने की शुरू हुई कार्रवाई

    SINGRAULI NEWS सिंगरौली ।। धान की खरीदी एवं इन्ट्री ऑपरेटर कर रहा था। ऑपरेटर (operator) ने ही धान खरीदी में हेरा-फेरी किया है। मुझे धोखे में रखा गया। इस तरह की बातें धान खरीदी घोटाले में फसे सेवा सहकारी समिति कुशाही का प्रबंधक ने कलेक्टर के यहां से जारी नोटिस के जबाव में दिया है।गौरतलब हो कि चितरंगी ब्लाक के आदिम जाति सेवा सहकारी समिति कुशाही में धान उपार्जन सत्र 2022-23 के खरीदी में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी पायी गयी है। तकरीबन 6 सौ क्विंटल से अधिक धान खरीदी केन्द्र से गायब थी। जिसका खुलासा होने के बाद हरकत में आये खाद्य विभाग अमले ने बमुश्किल के साथ जांच पड़ताल उस समय शुरू किया जब समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित कर कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया था।

    कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम चितरंगी को जांच कराने के लिए निर्देशित किया। नायब तहसीलदार अर्जुन बेलवंशी खाद्य निरीक्षक के साथ खरीदी केन्द्र का जांच किया। जहां तकरीबन छ: सौ से अधिक क्विंटल धान कम पायी गयी थी। जांच प्रतिवेदन के आधार पर कलेक्टर ने समिति प्रबंधक को नोटिस जारी कर 8 फरवरी को जबाव के साथ कलेक्टोरेट कार्यालय में उपस्थित रहने के लिए निर्देश दिया था। सूत्र बता रहे हैं कि 8 फरवरी को समिति प्रबंधक कलेक्टर के यहां जबाव के साथ हाजिर हुआ। खाद्य विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक समिति प्रबंधक ने सभी आरोप अपने अधीनस्थ ऑपरेटर पर थोप दिया है। एक अधिकारी ने यहां तक कहा है कि समिति प्रबंधक ने ऑपरेटर पर आरोप लगाया है कि उसने धान खरीदी में अपने नात-रिश्तेदार व परिवारजनों का नाम फर्जी तौर पर इन्ट्री कर दिया है। हालांकि उसने अपने नोटिस के जबाव में अपने आपको कहीं से दोषी नहीं माना है। आईडी, पासवर्ड के बारे में भी ऑपरेटर पर जबावदेही थोपा है। जबाव में ऑपरेटर पर कई आरोप भी लगाया गया है। इधर सूत्रों ने यह भी बताया है कि घोटालेबाज समिति प्रबंधक को टर्मिनेट करने एवं एफआईआर करने की भी कार्रवाई प्रचलित में आ गयी है। अब यह मामला तूल पकड़ लिया है।

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    खाद्य अधिकारी ने जानकारी देने में किया आनाकानी

    खाद्य विभाग के अधिकारी,कर्मचारियों की सुस्त कार्यप्रणाली से इस सीजन में धान खरीदी में व्यापक गोलमाल हुआ है। कई धान खरीदी केन्द्रों में झारखण्ड एवं यूपी प्रांत की धान खपाई गयी। कुशाही सेवा सहकारी समिति सबसे बड़ा उदाहरण है। जहां यूपी की धान आने के चक्कर में फर्जी किसानों का नाम इन्ट्री कर दिया। खुलासा होने के पूर्व मामले को रफा-दफा कराने में कई सरकारी कर्मचारी सक्रिय हो गये थे। कुछ दिन तो ऐसा लग रहा था जैसे विभाग की कोई जबावदेही नहीं है। खाद्य विभाग के अधिकारी, कर्मचारी अंजान बने हुए थे। इधर नोटिस जारी होने के बाद समिति प्रबंधक के जबाव तलब के संबंध में जिला खाद्य अधिकारी पीसी चन्द्रवंशी ने गोलमाल जबाव देते हुए अपनी जबावदेही से पल्ला झाडऩे का प्रयास किया।

    धान खरीदी में खाद्य अमले की भूमिका संदिग्ध

    धान खरीदी में हुए व्यापक घपले में खाद्य अमले की भूमिका पर तरह-तरह के सवाल खड़े किये जा रहे हैं। आरोप है कि खाद्य अमले ने समय पर धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण नहीं किया था। चितरंगी के तत्कालीन एसडीएम सम्पदा सर्राफ के जांच प्रतिवेदन को कई दिनों तक ठण्डे बस्ते में डाल रखा था। टर्मिनेट करने एवं खरीदी केन्द्र से पृथक करने व पद से बर्खास्त करने का पत्र उस समय जिला खाद्य अधिकारी ने जारी किया जब खरीदी की तिथि समाप्त हो गयी। वहीं आज उन्होंने इस मामले में कहा कि फाइल एडीएम के यहां भेज दी गयी है मैने समिति प्रबंधक का जबाव नहीं पढ़ा हूॅ। जिला खाद्य अधिकारी का जबाव हास्यास्पद लग रहा है। बिना नोटिस को पढ़े नस्ती में अपना अभिमत के आगे कैसे बढ़ा दिया। यह बड़ा प्रश्न है। हालांकि वहीं एफआईआर दर्ज कराने के मामले में चुप्पी साध लिये। हालांकि एडीएम ने साफ तौर पर कहा कि दोषी के विरूद्ध एफआईआर के साथ-साथ अन्य कार्रवाई होगी। किन्तु उक्त मामले में जिला खाद्य अमले की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।

    इनका कहना है
    समिति प्रबंधक ने जबाव दिया है। सभी आरोप ऑपरेटर पर लगाया है। धान खरीदी में गड़बड़ी करने वाले समिति प्रबंधक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जावेगी।
    डीपी बर्मन
    एडीएम,सिंगरौली

  • MP Police Transfer : राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों के ताबड़तोड़ तबादले, आदेश जारी, मिली नई पोस्टिंग

    MP Transfer : मध्य प्रदेश शासन ने आज शुक्रवार 10 फरवरी को राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किये हैं, तबादला आदेश में MP Police के 4 अधिकारियों के नाम शामिल हैं जिन्हें इधर से उधर किया गया है।

    MP Police के इन अधिकारियों को मिली नई जिम्मेदारी मप्र गृह विभाग भोपाल से जारी तबादला आदेश में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को पुलिस ट्रेंनिंग स्कूल में एसपी बनाया गया है। आदेश में जबलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल खांडेल को एसपी पीटीएस सागर, सतना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र जैन को एसपी पीटीएस रीवा, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जोन 4 इंदौर को एसपी पीटीएस उज्जैन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रेल जबलपुर प्रतिमा पटेल को एसपी पीटीएस उमरिया पदस्थ किया गया है।

  • MP 10th-12th Board Exam 2023 : इस बार बोर्ड परीक्षाओं में नहीं मिलेगी अतिरिक्त उत्तर पुस्तिका, लगेगा बार कोड

    भोपाल। MP 10th-12th Board Exam 2023: एमपी में बोर्ड परीक्षाओं को mp big breaking लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां इस बार उत्तर पुस्तिकाओं में होने वाली गड़बड़ियों को रोकने के लिए मंडल ने बड़ा कदम उठाया है। नए बदलाव के बाद इस बार न तो परीक्षार्थियों को अतिरिक्त उत्तर पुस्तिकाएं दी जाएंगी। साथ ही इस बार उत्तर पुस्तिका पर बार कोड लगाया जाएगा। आपको बता दें एमपी बोर्ड की कक्षा 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाएं 1 और 2 मार्च से शुरू होनी है। जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

    अतिरिक्त उत्तर पुस्तिका नहीं मिली तो क्या होगा MP 10th-12th Board Exam 2023: —


    आपको बता दें मंडल द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में हो रही गड़बड़ी को रोकने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है। जिसमें अब परीक्षा में विद्यार्थियों को अतिरिक्त उत्तर पुस्तिकाएं नहीं दी जाएगी। बल्कि अब तक जो 20 पेज की उत्तर पुस्तिका दी जाती थी। उसमें पेजों की संख्या को बढ़ा कर 32 कर दिया गया है। यानि परीक्षार्थियों को अब इतने पेज में ही अपने उत्तर लिखने होंगे। इतना ही नहीं उत्तर पुस्तिकाओं में किसी तरह का बदलाव और फेरबदल न हो पाए इसके लिए मुख्य उत्तर पुस्तिका पर बार कोड लगाया जाएगा।

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    ये होगा फायदा MP 10th-12th Board Exam 2023:


    उत्तर पुस्तिकाओं को लेकर किए गए इस बड़े बदलाव से सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि उत्तर पुस्तिकाओं में हेराफेरी और धांधली बचेगी। साथ ही उन विद्यार्थियों को फायदा होगा जो उत्तर पुस्तिकाओं में गड़बड़ी के चलते कम नंबर पाते थे।

    फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में होगी शुरू MP 10th-12th Board Exam 2023:

    आपको बता दें इस बदलाव को अभी मंडल इस बार पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू कर रहा है। जिसमें 10वीं के तीन विषयों और 12वीं में एक विषय की उत्तर पुस्तिका में बारकोड लागू होगा। तो वहीं इस बार 20 पेज के बदले उत्तरपुस्‍तिकाएं 32 पेजों की होगी। जिसके चलते अब विद्यार्थियों अतिरिक्त कापियां नहीं ले पाएंगे। वहीं प्रेक्टिकल एक्जाम यानि प्रायोगिक परीक्षा की बात करें तो कक्षा 10वीं के विद्यार्थियों को 8 तो वहीं 12वीं के छात्र-छात्राओं को 12 पेज की कापी मिलेगी।

    किन विषयों की कॉपियों में लगेगा बार कोड MP 10th-12th Board Exam 2023: —

    आपको बता दें माशिमं के अधिकारियों द्वारा मीडिया को जो जानकारी दी गई उसके अनुसार इस साल कक्षा 10 वीं के गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान में तथा कक्षा 12 वीं में अंग्रेजी विषय की उत्तरपुस्तिकाओं में बारकोड लागू किया गया है। आपको बता दें अभी तक होता यूं था कि कापियों पर स्टीकर लगाए जाते थे। जिसमें होता यूं था कि कोई भी इस स्टीकर निकाल देता था। इस गड़बड़ी को रोकने के लिए फिलहाल इस साल इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जा रहा है। तो वहीं कॉपियों में एक्सट्रा पेज की बात करें तो इसके लिए बीते तीन साल की कॉपियों को लेकर अध्ययन किया गया। जिसमें ये पाया गया कि किसी भी छात्र द्वारा तीन से ज्यादा कॉपियां नहीं ली गई। आपको बता दें 12 पेज एक्सट्रा होने पर ये 4 अतिरिक्त कॉपियों के बराबर माना जाएगी।

  • MP News : नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस की तुलना कोरोना से की, कहा ‘लगता नहीं कमलनाथ जी इससे बच पाएंगे

    Narottam Mishra compares Congress with Corona : प्रदेश कांग्रेस में भावी सीएम को लेकर चल रही अंतर्कलह के बीच इस तरह की खबरें सामने आ रही थी कि कमलनाथ चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसे लेकर गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर तंज़ कसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में भी कोरोना की तरह ही कई वेरियंट है, शायद इन्ही से परेशान होकर उन्होंने चुनाव नही लड़ने की बात कही होगी।

    नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ‘कमलनाथ जी कांग्रेस के कोरोना से लाख बचने की कोशिश करें, लेकिन वह बच नहीं पाएंगे। कांग्रेस में कोरोना जैसे वायरस की तर्ज़ पर बहुत सारे वेरिएंट्स है । कभी अल्फा कमलनाथ पर अटैक करता है कभी बीटा कर देता है. कभी लेम्डा आ जाता है तो कभी कुछ और आ जाता है। कोरोना वायरस के अलग-अलग वैरिएंट की तरह कांग्रेस में भी अलग-अलग लोग कमलनाथ जी पर जुबानी हमला कर रहे हैं। मुझे लगता है चुनाव न लड़ने की बात जो कमलनाथ जी ने कि है वह इन्ही वैरियंट से परेशान होकर की होगी। हालांकि बाद में लालच के वायरस के कारण वह अपनी बात से पलट गए लेकिन यह तय है कि कांग्रेस के कोरोना जैसे वैरियंट से कमलनाथ जी इन दिनों बहुत परेशान है।’

    बता दे कि पिछले दिनों कांग्रेस में सीएम के चेहरे को लेकर जिस तरह की बयानबाजी हुई उसके बाद सोशल मीडिया पर इस तरह की खबरें प्रचारित हो रही थी कि कमलनाथ चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि कांग्रेस ने बाद में इन खबरों को पूरी तरह भ्रामक बताते हुए कहा कि इनमें कोई सच्चाई नहीं है और कमलनाथ ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। अब इसी बात को लेकर गृह मंत्री ने कटाक्ष करते हुए कांग्रेस की तुलना कोरोना से की है।

  • अनोखी गौशाला : डिजिटल कार्ड से होती है गौ वंशों की पहचान,नाम उम्र सहित फोटो के साथ 1400 पशुओं का अपना नंबर एप में फीड

    SATNA NEWS , सतना।। चित्रकूट (chitrakoot news) में एक ऐसी गौशाला जहां गोवंश के बनते हैं डिजिटल कार्ड। इस बात को जानकर जरूर हैरानी होगी लेकिन यह सच चित्रकूट में देखने को मिल रहा है। जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर जानकीकुण्ड स्थित परमहंस संत श्री रणछोड़दास जी महाराज के कर कमलों से स्थापित मानव सेवा एवं नेत्र चिकित्सा के लिए विश्वविख्यात संस्थान श्री सदगुरु सेवा संघ ट्रस्ट का सदगुरु गौ सेवा केंद्र। यहां मौजूदा स्थिति में 1275 गाय हैं जिसमें सभी का डिजिटल कार्ड बना हुआ है।

    ट्रस्ट द्वारा बतलाया गया कि इंटरनेट आधारित एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार करवाया गया, जहाँ गौसेवा केंद्र की सभी गौ वंश का डाटाबेस तैयार किया गया है, जिसमें जैसे ही गाय मुंह के सामने कैमरा स्क्रीन करेंगे वैसे ही गाय की नस्ल, उम्र, वजन, टीकाकरण, पूर्व में किया गया मेडिकल ट्रीटमेंट एवं फोटो जैसी सारी जानकारी कुछ ही सेकेण्ड में सामने आ जाएंगी। इस सदगुरु गौ सेवा समिति की अध्यक्ष एवं संचालिका उषा जैन ने बताया कि, यह परंपरा परम पूज्य गुरुदेव रणछोड़दास जी महाराज की प्रेरणा से एवं अध्यक्ष श्री अरविन्दभाई मफतलाल, रामभाई गोकाणी एवं डॉ.बी.के.जैन के मार्गदर्शन में लगभग 30 वर्ष पहले से शुरू हुई थी। शुरुआती दौर में गौ सेवा के लिए कच्चे बाड़े बनाकर गर्मियों के चार माह चारे-पानी का अभाव होता था, तब आस-पास के गांव में जाकर निराश्रित (दूध न देने वाली) गोवंश को लाकर उनकी सेवा की जाती थी और बारिश आने पर गाँववाले उन्हें वापस ले जाते थे, धीरे-धीरे यह क्रम बढ़ता गया और यह सेवा वर्षभर के लिए स्थायीरूप से शुरू हो गयी।

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    श्रीमती उषा जैन ने बताया कि गौ सेवा के लिए साल भर जो भी खर्च आता है वह देश-विदेश में रहने वाले गुरुभाई-बहनों एवं गौभक्तों के द्वारा प्रदत्त पुण्यलक्ष्मी से किया जाता है । वर्ष में दो बार विविध व्यंजनों का गौ-अन्नकूट लगाया जाता है। जिसमें 156 प्रकार का भोग तैयार कर गाय को खिलाया जाता है। उन्होंने कहा कि डिजिटलकार्ड प्रक्रिया से सबसे बड़ा लाभ यह है कि गोवंश के ट्रीटमेंट करने से पहले उसका डॉक्टर रिकार्ड कार्ड देख कर यह पहचान कर सकता है कि कितनी बार ट्रीटमेंट किया गया है कौन सी दवा लगी है कितनी बार टीकाकरण होना है कितने दिन की हो गई है। इसके साथ साथ अगर गाय कहीं बिछड़ जाती है डिजिटल कार्ड के जरिए गाय के स्वामी और उसका नाम का पता लगाकर गाय को अपने गौशाला में ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि आगामी समय में सभी गोवंश के लिए जीपीएस सिस्टम के लिए भी हम प्रयासरत हैं जिससे गौवंश के आवगमन की जानकारी ट्रेस हो सकेगी।

    गौशाला में प्रतिदिन लगती है इतनी खुराक

    80 कुंटल प्रतिदिन हरा चारा 30 कुंटल गेहूं भूसा 10 कुंटल दाना-चोकर दलिया एवं पशु आहार प्रतिदिन गायों को दिया जाता है। गायों के रखरखाव के लिए 15 शेड अलग-अलग बनाए गए हैं जिसमें गर्भवती गोवंश को अलग, बछड़े अलग, दुर्घटनाग्रस्त विकलांग गोवंश अलग, बीमार गो वंश अलग एवं स्वास्थ्य गौ वंश अलग शेड में रखे जाते हैं।

    गायों के नहाने के लिए है शावर की व्यवस्था

    इन सभी शेड में मौसम के अनुसार गायों को सुविधा का ध्यान रखा जाता है जिसमें, दवा, चारा,पानी के साथ गर्मियों में गायों के लिए पंखे एवं सर्दियों में शीतलहर से बचाव के लिए अलाव की व्यवस्था अलग से की जाती है | साथ ही सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त हुई गायों को उपचार हेतु लाने के लिए गौ-वाहिनी (एम्बुलेंस) एवं स्ट्रेचर की भी व्यवस्था है | इसी के साथ विशेष आकर्षण का केन्द्र है गायों के लिए वाटर शावर की व्यवस्था जहाँ फोगर के माध्यम से गायों को नहलाने की भी व्यवस्था है |

    गौ सेवा करने के लिए लगे 30 लोग

    गौ सेवा करने के लिए संस्था द्वारा 30 गौ सेवक नियुक्त गई है जिसमे 20 गौ सेवक 06 पशुचिकित्सक एवं पैरावेट की टीम एवं पर्यवेक्षक तथा प्रबंधक अदि उपस्थित रहते हैं जो 24 घंटे वहां सेवार्थ मौजूद रहते हैं | समय समय पर गायों को विभिन्न रोगों से बचाव के लिए उनका टीकाकरण भी किया जाता है साथ ही वर्तमान में गायों में फैली लम्पी वाइरस की बीमारी से बचाव हेतु सभी 1275 गायों को वैक्सीन भी लगायी जा चुकी है | साथ ही यहाँ प्रतिदिन गौपूजन एवं गौ माता की आरती भी की जाती है |

    गोवंश के गोबर एवं गौमूत्र से तैयार होती हैं यह चीजें

    गौ सेवा केंद्र में गोवंश के गोबर और गोमूत्र से गमले, धूपबत्ती, गोमूत्र अर्क, गौकाष्ठ, फिनायल, खाद, मच्छर धूप, पूजा धूप आदि का निर्माण गौ सेवा केंद्र में ही किया जाता है। जो पर्यावरण संरक्षण की दृष्टी से भी बहुत महत्वपूर्ण है |

    संतों का पदार्पण

    इस गौशाला में भारत भर के विख्यात सन्त-महन्त पधारकर कर चुके हैं गौ पूजन जिनमें प्रमुख रूप से प्रसिद्द रामकथा वक्ता श्री मोरारीबापू, श्री रमेशभाई ओझा, श्री राजेन्द्रदास जी महाराज, श्री हरिचरणदास जी महाराज, श्री चिदानन्द सरस्वती जी, श्री कृष्णानन्द जी, श्री उमाशंकर जी,श्री मैथिलिशरण जी आदि प्रमुख हैं |यह गौ सेवा केन्द्र मध्य प्रदेश गौ संवर्धन एवं गौपालन बोर्ड भोपाल तथा एनीमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ़ इण्डिया भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त पंजीकृत गौशाला है |

    एक घर-एक गाय

    सदगुरु गौ सेवा केंद्र की संचालिका उषा जैन ने सभी क्षेत्र वासियों से अपील करते हुए कहा कि एक घर एक गाय लोग रखना शुरु कर दें जिससे जो आज की दशा में गोवंश सड़कों पर आवारा घूम रहे हैं तो उससे निजात मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि गोवंश में 33 करोड देवताओं का वास रहता है इसलिए सब ही घर में 1 गोवंश होना जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि गाय को जब हम माता का दर्जा देते हैं तो उनके सेवा का दायित्व भी हम सभी का है | यदि आप अपने घरों में गौ सेवा करने में असमर्थ हैं तो अपनी नजदीकी गौशाला एवं गौ सेवा केन्द्र में जाकर तन-मन-धन से गौ सेवा में सहयोगी बनें एवं अपनी नयी पीढ़ी को भी इस पुनीत कार्य से जोड़ें |

  • क्रूड ऑयल के भाव गिरे, कई राज्यों में सस्ता हुआ पेट्रोल-डीजल, MP में भी घट गए ईंधन के दाम, जानें नए रेट

    Petrol And Diesel Prices: इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के भाव में आज गिरावट हुई है। हालांकि क्रूड ऑयल करीब 85 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। ब्रेंट क्रूड में 0.12 फीसदी की गिरावट हुई है। वहीं डब्ल्यूटीआई 0.11 फीसदी की गिरावट के साथ 78.38 डॉलर प्रति बैरल में बिक रहा है। देश के कई राज्यों में आज पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट देखी गई है। मध्यप्रदेश के अलावा इस लिस्ट में महाराष्ट्र, राजस्थान तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल शामिल है। एमपी के विभिन्न शहरों में ईंधन के दाम अलग है। कहीं गिरावट तो कहीं वृद्धि हुई है।

    इन शहरों में बदले पेट्रोल और डीजल के भाव

    आज ज्यादातर शहरों में फ्यूल के रेट में कोई बदलाव नहीं हुए हैं। विदिशा में 0.37 रुपये, सागर में 0.35 रुपये, रायसेन में 0.21 रुपये, पन्ना में 0.26 रुपये और इंदौर में 0.08 रुपये की गिरावट पेट्रोल में हुई है। वहीं आगर मालवा में 0.28 रुपये, देवास में 0.39 रुपये, पन्ना में 0.24 रुपये, रायसेन में 0.20 रुपये, सागर में 0.32 रुपये और विदिशा में 0.33 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है।

    एमपी में इतनी है एक लीटर पेट्रोल और डीजल की कीमत

    भोपाल में पेट्रोल के दाम 108.65 रुपये और डीजल के 93.90 रुपये हैं।

    ग्वालियर में पेट्रोल के दाम 108.58 रुपये और डीजल के 93.84 रुपये हैं।

    जबलपुर में पेट्रोल के दाम 108.68 रुपये और डीजल के 93.96 रुपये हैं।

    इंदौर में पेट्रोल के दाम 108.58 रुपये और डीजल के 93.86 रुपये हैं।

    रीवा में पेट्रोल के दाम 111.05 रुपये और डीजल के 96.12 रुपये हैं।

    उज्जैन में पेट्रोल के दाम 109 रुपये और डीजल के 94.25 रुपये हैं।

  • MPPSC : उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण सूचना, आवेदन के लिए बढ़ाई गई अंतिम तारीख, जानें पात्रता और नियम, 442 पदों पर होनी है भर्ती

    MPPSC SSE 2023 : एमपीपीएससी के उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण सूचना है। दरअसल राज्य सेवा परीक्षा -राज्य वन सेवा परीक्षा के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में एमपीपीएससी द्वारा एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किए गए हैं, जो उम्मीदवारों के लिए जानना बेहद आवश्यक है।

    महत्वपूर्ण तारीख

    मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर द्वारा सूचना जारी की गई। जिसमें बताया गया कि राज्य सेवा परीक्षा 2022 के लिए विज्ञापन 30 दिसंबर 2022 को जारी किया गया था। इसके लिए प्रारंभिक परीक्षा की तारीख 21 मई निर्धारित की गई है। वहीं ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 9 फरवरी दोपहर 12:00 बजे तक घोषित की गई थी, जिसे बढ़ा दिया गया है। यह तारीख बढ़ाकर 16 फरवरी 2023 की गई है या नहीं।अब उम्मीदवार 16 फरवरी 2023 से दोपहर 12:00 बजे तक राज्य सेवा परीक्षा के लिए आवेदन कर सकेंगे।

    वही ऑनलाइन आवेदन में त्रुटि सुधार की तिथि को बढ़ाया गया है। उम्मीदवार 18 फरवरी तक आवेदन में त्रुटि सुधार कर सकेंगे जबकि परीक्षा के प्रश्न पत्र 14 मई को जारी किया जाएगा। वहीं प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 21 मई को किया जाना है।

    परीक्षा संबंधित जानकारी

    परीक्षा के एडमिट कार्ड 14 मई 2023 से उपलब्ध होंगे। वही प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 21 मई रविवार को किया जाएगा जबकि प्रारंभिक परीक्षा में 2 प्रश्न पत्र दिए जाएंगे। पहला प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन का प्रातः 10:00 से 12:00 बजे तक जबकि द्वितीय प्रश्न पत्र सामान्य अभिरुचि परीक्षण का दोपहर 2:15 से 4:15 तक दिया जाएगा।

    रिक्त पदों की संख्या

    एमपीपीएससी द्वारा राज्य सेवा परीक्षा 2022 के लिए कुल 427 पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जाएगी जबकि राज्य वन सेवा परीक्षा 2022 के लिए कुल रिक्त पदों की संख्या 15 है यानी कुल 442 पदों पर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।

    आयु सीमा

    उम्मीदवारों के लिए आयु की गणना 1 जनवरी 2023 के संदर्भ में की जाएगी। न्यूनतम आयु 21 वर्ष की अधिकतम आयु 40 वर्ष निर्धारित की गई है जबकि वर्दीधारी पदों के लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 33 वर्ष निर्धारित की गई है। वहीं आयु सीमा में छूट भी दी जाएगी। हालांकि इसके लिए मध्यप्रदेश शासन के नियमानुसार उम्मीदवारों को छूट दिया जाएगा।

  • कर्मचारी शिक्षकों के लिए अच्छी खबर, होगा 3 महीने के वेतन का भुगतान, वित्त विभाग से अनुमति लेना होगा अनिवार्य, खाते में आएंगे 50 हजार तक रुपए

    Teachers Salary : राज्य के शिक्षा कर्मचारियों के लिए महत्वपूर्ण खबर है।। दरअसल 3 महीने से वेतन नहीं मिलने के साथ ही इस बार भी वेतन मिलने में उन्हें देरी का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल कोष एवं लेखा द्वारा लोक शिक्षण संचालनालय के निर्णय को मानने से इंकार कर दिया गया है। ऐसे में प्रदेश के शिक्षकों को वेतन के लिए थोड़ा इंतजार और करना पड़ सकता है।

    नवंबर से वेतन का भुगतान नहीं

    दरअसल मध्यप्रदेश में अक्टूबर 2022 में तबादला होने के बाद सीएम राइज स्कूल में पदस्थ किए गए 15 हजार शिक्षकों को नवंबर से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है। तबादला करते हुए उन्हें शहरी क्षेत्रों के स्कूल और सीएम राइज स्कूल में पदस्थापना सौंप दी गई। हालांकि उस वक्त यह नहीं देखा गया कि संबंधित स्कूल में पद खाली है या नहीं। ऐसे में शिक्षक अतिशेष हो गए हैं। यही कारण है कि शिक्षकों को वेतन मिलने में देरी का सामना करना पड़ रहा है।

    वित्त विभाग से अनुमति लेनी होगी आवश्यक

    मामले में कोष और लेखा विभाग द्वारा लोक शिक्षण संचालनालय के निर्णय को मानने से इंकार कर दिया गया है। लोक शिक्षण संचालनालय ने अपने निर्णय में कहा था कि उच्चतर माध्यमिक, माध्यमिक शिक्षक और प्राथमिक शिक्षक के वेतन नियमित शिक्षकों के खाली पदों के विरुद्ध निकाले जाएंगे। अब इस मामले में कोष और लेखा विभाग का कहना है कि उनके सॉफ्टवेयर में कोई पद खाली नहीं है। ऐसे में पद के विरुद्ध वेतन को आहरित नहीं किया जा सकता है। इसके लिए वित्त विभाग से अनुमति लेनी आवश्यक होगी। इतना ही नहीं कोष और लेखा विभाग के आयुक्त द्वारा सेटअप के साथ स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया है।

    शिक्षकों के खाते में आएंगे 50 से 60 हजार रुपए

    मामले में कोष एवं लेखा आयुक्त ज्ञानेश्वर पाटिल का कहना है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बार-बार सेट में बदलाव किया जा रहा है। ऐसे में वेतन आहरित करने में समस्या उत्पन्न हो रही है। विभाग से सेटअप लाने को कहा गया है। इसे देखने के बाद वित्त विभाग से इसके लिए अनुमति दी जाएगी। तभी शिक्षकों के वेतन निकाले जा सकेंगे। बता दें कि 3 महीने से शिक्षकों के वेतन भुगतान नहीं होने के कारण शिक्षक उग्र हो रहे हैं और लगातार वेतन भुगतान की मांग कर रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जन शिक्षकों के वेतन भुगतान की तैयारी पूरी की जा रही है। शिक्षकों के खाते में 50 से 60 हजार रुपए देखने को मिलेंगे।

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