Khad kalabajari

  • Satna News : डीएपी खलास, तीन दिन बाद आएगी कोरोमंडल की रैक मांग पूर्ति के स्थान पर भरपूर स्टाक होने का दावा कर फरमा रहे अधिकारी

    सतना,अनुपम दाहिया।। गेहूं समेत अन्य रवि सीजन की बोनी में जुटे किसानों को अभी भी डीएपी और यूरिया के लिए भटकना पड़ रहा है। जिले में सरकारी गोदामों में डीएपी नहीं है पर अधिकारी सरकार पर डीएपी देने के लिए दबाव बनाने के स्थान पर यह साबित करने में पसीना बहा रहे हैं कि जिले में खाद की कोई किल्लत नहीं है। इसके लिए लगातार फर्जी आंकड़े परोसे जा रहे हैं और कुछ किसानों से भरपूर खाद मिल रही है के वीडियो बनाकर सब तरफ रामराज होना साबित किया जा रहा है।

    जमकर हो रही कालाबाजारी – खाद वितरण से जुड़े सूत्रों का कहना है की अधिकारी मार्कफेड के गोदामों से खाद बिकवा रहे हैं तो उनके आधा दर्जन चहेते निजी विक्रेता खाद की काला बाजारी में लिप्त हैं। यहां उल्लेखनीय है की डीएपी की किल्लत को देखते हुए कृषि विभाग के पीएस ने मार्कफेड के डबललाक केंद्र में निजी विक्रेताओं से खाद बटवाने का आदेश दिया था। इसके बाद डीडीए कार्यालय में बनाए गए मार्कफेड के केंद्र पर 11 एवं 12 नवंबर को तीन निजी विक्रेताओं को भी बैठाकर डीएपी बटवाई गई। कलेक्टर से लेकर अन्य सभी अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचे और फोटो सेशन कर मंत्रालय को भेज दिया गया।

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    इस दिन सिविल लाइन में पांच पीओएस मशीनों से खाद बटी पर पांचों में मार्कफेड की एक ही आईडी का उपयोग होने से सारी खाद मार्कफेड के गोदाम से उठी। सवाल यह भी है कि निजी विक्रेता का स्टॉक क्या कालाबाजारी के लिए छोड़ दिया गया। यही कारण है की आज जिले में निजी विक्रेता 1350 रुपए बोरी वाली डीएपी 1700 रुपए में बेच रहे हैं। आज की तारीख में मार्कफेड की गोदाम डीएपी से खाली है। सिर्फ 200 एमटी है पर वह अमानक है। अब तीन दिन बाद कोरोमंडल की 25 सौ एमटी डीएपी आ रही है पर इससे कुछ मात्रा पन्ना जिले को भी दिया जाएगा।

    बिरसिंहपुर में क्यों बंद की जांच

    अधिकारी किसानों की समस्या को किस तरह झुठलाने में लगे हैं इसका उदाहरण मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के खाद की किल्लत को लेकर सरकार को भेजे गए पत्र के जवाब में जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी किया गया किसानों के बयानों का वीडियो है। इसमें बिरसिंहपुर के बीज विक्रेता श्रीकान्त त्रिपाठी और दो अन्य व्यक्तियों द्वारा कहा गया है की किसानों को पर्याप्त खाद मिल रही है और वे अधिकारीयों की मेहनत से काफी खुश हैं।

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    सूत्र बताते हैं की बीज विक्रेता के यहां एक दिन पहले ही कृषि विभाग के अधिकारियों ने जांच की थी लेकिन अगले ही दिन जांच वापस ले ली गई और उन्हें किसान बना दिया गया। बताते हैं कि इनकी पत्नी के नाम से सोहावल कृषक प्रोडूसर एफपीओ कृषि उपज मण्डी में व खुद के नाम से माधवगढ़ में खाद की दुकान शर्मा कृषि केंद्र संचालित है।

  • MP : सर्वर डाउन होने पर भी किसानों को मिलेगी खाद, दिशा-निर्देश जारी

    भोपाल ।।राज्य शासन के किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा निर्देश दिये गये है कि किसानों को सर्वर डाउन होने पर भी खाद का वितरण किया जाये। यह वितरण ऑफ लाइन करने की व्यवस्था सभी केन्द्रों पर की जाये। इस संबंध में कृषि विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये है।

    बताया गया कि उर्वरक का विक्रय पीओएस मशीन द्वारा किया जाता है। सर्वर डाउन होने पर भी विक्रताओं द्वारा किसानों को उर्वरक विक्रय करने हेतु एस.ओ.पी. जारी की गयी है। निर्देश दिये गये है कि इसमें सर्वर डाउन होने के कारण पीओएस मशीन काम नहीं करने पर किसानों को उर्वरक विक्रय ऑफलाईन किया जाये। इस हेतु पूरी जानकारी रजिस्टर में संधारित की जाकर किसानों से आधार एवं मूल भू-अधिकार पुस्तिका प्राप्त की जाये।

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    पीओएस मशीन प्रारंभ होने पर ऑफलाइन विक्रय मात्रा को संबंधित किसान को बुलाकर पीओएस से विक्रय किया जाकर आधार एवं मूल भू-अधिकार पुस्तिका वापस की जाये। भारत सरकार से प्रति किसान प्रति माह 50 बैग उर्वरक दिये जाने के निर्देश दिये गये है। इसका पालन भी सुनिश्चित किया जाये। सर्वर डाउन होने की स्थिति में किसानों को किये गये उर्वरक विक्रय का पूर्ण रिकार्ड संधारण किया जाए, जिससे विक्रय की गई मात्रा का सत्यापन किया जा सके।

  • MP : मुख्यमंत्री ने खाद वितरण समस्या वाले जिला कलेक्टर्स से वर्चुअल चर्चा की,CM ने कहा किसानों को खाद के लिए लाइन न लगानी पड़े

    भोपाल।।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को आसानी से खाद मिले। वितरण केंद्र के पास टेंट, बैठक व्यवस्था और पेयजल का प्रबंध रहे। उपलब्धता के बावजूद वितरण व्यवस्था की किसी कमी के कारण किसान को परेशानी नहीं आना चाहिए। किसान को लाइन न लगाना पड़े, उसका समय और ऊर्जा जाया न हो, इसके लिए कलेक्टर्स पूरी व्यवस्था पर निगरानी रखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में खाद की कमी नहीं है, न ही आने वाले समय में कमी रहेगी। वे नियमित रूप से केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री मनसुख मंडाविया से सम्पर्क में हैं।

    उन्होंने मध्यप्रदेश को सदैव आवश्यकता के अनुसार खाद उपलब्ध करवाने का कार्य किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान निवास से वीसी द्वारा खाद वितरण समस्या वाले कुछ जिलों के कलेक्टर्स से चर्चा कर रहे थे।बैठक में हरदा जिला में प्रशासन द्वारा खाद वितरण की बेहतर व्यवस्था पर चर्चा हुई। कलेक्टर हरदा ने बताया कि जिले में एक्स्ट्रा काउंटर व्यवस्था, विभिन्न एजेंसियों के मध्य समन्वय, वितरण केंद्रों में आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने के साथ ही डिफाल्टर किसान सहित सभी के लिए खाद के प्रबंध आवश्यतानुसार किए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अन्य जिलों में ऐसे ही व्यवस्थित उपाय कर किसानों की शिकायत शून्य करने के निर्देश दिए।

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    इन जिलों से हुई चर्चा – मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सतना, दमोह, सागर, छतरपुर, नीमच नर्मदापुरम, देवास और इंदौर जिलों के कलेक्टर्स से खाद की उपलब्धता, वितरण केंद्र संख्या, वितरण व्यवस्था और इस माह की संभावित मांग के अनुरूप आपूर्ति के प्रबंध के संबंध में बातचीत कर निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान 11 नवम्बर को पुनः समीक्षा करेंगे।

    मुख्यमंत्री के कलेक्टर्स को प्रमुख निर्देश – किसी भी जिले में किसानों को लाइन न लगानी पड़े। जिलों में खाद वितरण सुचारू रहे, जहाँ आवश्यक हो विकेंद्रीकरण किया जाए। किसानों को अधिक दूरी से खाद लेने न आना पड़े। आवश्यक हो तो अतिरिक्त अमला इस कार्य में लगाएँ। वितरण केंद्रों पर पीने के पानी का प्रबंध भी रहे। आवश्यक हो तो वितरण के लिए अतिरिक्त केंद्र शुरू करें।

  • Satna News : खाद संबंधी समस्याओं की सूचना कृषि विभाग के अधिकारियों को इन मोबाइल नंबरो पर दें

    सतना।।उप संचालक कृषि केसी अहिरवार ने बताया है कि किसान भाईयों के लिए शासकीय, प्राइवेट एवं डबल लॉक केन्द्र पर उर्वरक की दर निर्धारित की गयी है। प्रत्येक विक्रय केन्द्र में पर्याप्त मात्रा में रासायनिक उर्वरकों की उपलब्ध है। जिले के किसानों को यदि उर्वरक से सबंधित कोई समस्या हैं, तो किसान कृषि विभाग द्वारा जारी अधिकारियों के मोबाईल नंबर पर जानकारी दे सकते हैं।

    उप संचालक कृषि ने बताया कि सोहावल विकासखंड के कृषक उर्वरक संबंधी समस्यायों के लिये निरीक्षक एसके चौहान के मोबाइल नंबर 9993825588 और वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी एसके कुशवाहा के मोबाइल नंबर 9300933874 पर जानकारी दे सकते हैं। इसी प्रकार रामपुर बघेलान के कृषक कृषि अधिकारी एलआर सिंह के मो.नं. 8770181899 पर, मझगवां के कृषक कृषि अधिकारी एके निगम के मो.नं. 7389561288, नागौद के कृषक कृषि अधिकारी एसके सिंह चौहान के मो.नं. 9993825588 और अनुविभागीय अधिकारी कृषि अनिल मिश्रा के मो.नं. 9479511075, 6260685595, उचेहरा के कृषक कृषि अधिकारी विजय कुमार त्रिपाठी के मो.नं. 9425868918 पर दे सकते हैं। जबकि अमरपाटन के कृषक कृषि अधिकारी आरएस पटेल के मो.नं. 9131663275 और अनुविभागीय अधिकारी कृषि आरएस बागरी के मो.नं. 9424350209, मैहर के कृषक कृषि अधिकारी विनोद निगम के मो.नं. 9827575388, रामनगर के कृषक कृषि अधिकारी राजललन बागरी के मो.नं. 9754043499 तथा सतना के कृषक अनुविभागीय अधिकारी कृषि केसी अहिरवार के मोबाइल नंबर 9424745465 पर उर्वरक संबंधी समस्यायों की जानकारी दे सकते हैं और अपनी शिकायतों का निराकरण करा सकते हैं

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