Delhi Drugs Case : दिल्ली में 5600 करोड़ की कोकीन बरामदगी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बयान आया है। उन्होंने बताया कि 2004-14 के बीच कांग्रेस सरकार के दौरान 1,52,000 किलो ड्रग्स पकड़े गए, जबकि 2014-24 में नरेंद्र मोदी की सरकार ने 5,43,600 किलो ड्रग्स पकड़ा। कांग्रेस सरकार में 768 करोड़ के ड्रग्स जब्त हुए, जबकि मोदी सरकार में यह आंकड़ा 27,600 करोड़ तक पहुंच गया।
अमित शाह ने सवाल उठाया कि दोनों सरकारों के बीच इतना बड़ा अंतर क्यों है। हाल में पकड़े गए ड्रग्स मामले के मुख्य आरोपी तुषार गोयल को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस आरटीआई सेल का अध्यक्ष बताया गया। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के कार्यकर्ता अवैध ड्रग्स के कारोबार में शामिल हैं, वह देश को नशा मुक्त कैसे कर सकती है?
Delhi New CM: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा के बाद अब दिल्ली की कमान अतिशी ने संभाल ली है.शनिवार 30 सितंबर को आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
इसी के साथ आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गईं हैं. आतिशी से पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी है. महिला मुख्यमंत्रियों की इस सूची में अब आतिशी का नाम भी शामिल होगया है. बता दे इससे पहले केजरीवाल सरकार में सबसे ज्यादा विभाग आतिशी ने ही संभाल रखे थे और उन्हे केजरीवाल के करीबियों में से एक मना जाता है.
केजरीवाल ने जब इस्तीफे का ऐलान किया तो तभी से कयास लगाए जा रहे थे की दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री आतिशी होंगी और आखिरकार ऐसा ही हुआ. आज से दिल्ली की राजनीति की नई पारी की शुरुआत होने जा रही है. अब देखना यह होगा कि दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी दिल्ली की जनता की उम्मीदों पर कितना खड़ा उतरती हैं.
Delhi Firecrackers Ban :दिल्ली सरकार ने सर्दियों के मौसम में प्रदूषण के बढ़ने की आशंका को मद्देनजर रखते हुए दिल्ली में पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही पटाखों का उत्पादन, वितरण, भंडारण सभी पर पूर्ण रूप से बैन लगाने का सरकार ने फैसला किया है.
दिल्ली सरकार ने पिछले वर्ष की ठंडियों पर भी पटाखों पर बैन लगा दिया था इसका मतलब इस वर्ष भी दीपावली के अवसर पर दिल्ली के लोग पटाखे नहीं जला पाएंगे. धार्मिक रूप से देखें तो दिल्ली के लोगों के लिए यह खबर दुख भरी है लेकिन अगर पर्यावरण संरक्षण की दृष्टिकोण से देखा जाए तो यह खबर दिल्ली वासियों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आएगी और उन्हें प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने में मदद भी करेगी.
दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि पटाखों की ऑनलाइन बिक्री और डिलीवरी पर भी पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया गया है, यह प्रतिबंध 1 फरवरी 2025 तक लागू रहेगा. दिल्ली सरकार का यह फैसला कितना कारगर साबित होगा यह तो वक्त रहते पता लग ही जाएगा, साथ ही दिल्ली सरकार के इस फैसले पर विपक्ष का क्या कहना है यह भी देखना काफी दिलचस्प होगा.
Delhi :देश की राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडा फहराने को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल में है, ऐसे में उनकी गैरमौजूदगी में किसी और को झंडा फहराने की जिम्मेदारी निभानी होगी.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने झंडा फहराने के लिए दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी को चुन तो लिया लेकिन राज्यपाल ने इस पर रोक लगा दी.इस सब के बाद LG ने दिल्ली के ग्रहमंत्री कैलाश गहलोत को झंडा फहराने के लिए नामित किया.
नई दिल्ली।। केसरिया जागृति वाहिनी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्या संस्थापिका श्रीमती सुरेखा सक्सेना जी ने उत्तर प्रदेश के गाजिआबाद जिला में रहने वाली समाज सुधारक व् हाई कोर्ट ऑफ़ दिल्ली तथा सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया दिल्ली में प्रैक्टिस करने वाली एडवोकेट संगीता जी को अपनी संस्था “”केसरिया जाग्रति वाहिनी “” का प्रदेश संयोजक लीगल सेल दिल्ली नियुक्त किया है .
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यह मनोनयन पत्र केसरिया जाग्रति वाहिनी के मुख्या राष्ट्रीय कार्यालय भोपाल, मध्य प्रदेश से इस पद पर 2 साल कार्यकाल के लिए जारी किया गया गौरतलब है की केसरिया जाग्रति वाहिनी संगठन के मार्गदर्शक पूर्व संसद सदस्य श्री रघुनंदन शर्मा जी है तथा इस संगठन के मुख्य सरक्षक श्री नरोत्तम मिश्रा जी ग्रह मंत्री मध्य प्रदेश है . भारत की सबसे बड़ी अदालत सर्वोच्च न्यालय सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया दिल्ली में लीगल प्रैक्टिस करने वाली एडवोकेट संगीता जी को को ये नियुक्ति पत्र उनकी और सामाजिक ,धार्मिक तथा राजनितिक संस्थाओ के लिए दी जा रही क़ानूनी सेवाओ को देखते हुए इंटरनेशनल एस्ट्रोलॉजर इंदरप्रीत सिंह खुराना राष्ट्रीय सलाहकार केसरिया जाग्रति वाहिनी के कहने पर श्री सचिन पाण्डेय मुख्या सचिव जी के सहयोग से श्री मति सुरेखा सक्ससेना जी राष्ट्रीय अध्यक्ष केसरिया जाग्रति वाहिनी जी के द्वारा की गई .
एडवोकेट संगीता जी ने केसरिया जाग्रति वाहिनी की अध्यक्षा श्री मति सुरेखा सक्ससेना जी का धन्यवाद् करते हुए केसरिया जाग्रति वाहिनी संस्था के परिवार को भरोसा दिलाया की वो पूरी लगन व् निष्ठा के साथ कार्य करते हुए संगठन का विस्तार करेंगी और केसरिया जाग्रति वाहिनी संगठन को ईमानदारी से कार्य करते हुए और मजबूत करेंगी तथा अन्याय के खिलाफ ग़रीब लोगों को मुफ़्त क़ानूनी राय देने की फ़्री सहायता प्रदान करेंगी।
दिल्ली में आकर एक नौजवान इतना बेखौफ है कि इसी दिल्ली में पहले क़त्ल करता है फिर 18 दिनों तक लाश के टुकड़े लेकर पूरी दिल्ली में घूमता रहता है और फिर काम खत्म हो जाने के बावजूद वो दिल्ली से भागता नहीं बल्कि इसी दिल्ली में बेखौफ रहता है. ये कहानी है उस आफताब की, जिसने श्रद्धा का बेरहमी से कत्ल किया था!
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देश की राजधानी दिल्ली है. यहां करीब दो करोड़ लोग रहते हैं. देश के सबसे ताक़तवर लोगों का बसेरा भी यहीं है. इन दो करोड़ लोगों की हिफाजत के लिए लगभग 90 हज़ार पुलिसवाले हैं. दिल्ली का ऐसा कोई कोना नहीं जो पुलिसवालों से खाली हो, मगर इन्हीं दो करोड़ लोगों और 90 हज़ार पुलिसवालों को अनदेखा कर एक शख्स बेखौफ दिल्ली भर में घूम-घूमकर पूरे 18 दिनों तक एक लाश के टुकड़ों को फेंकता रहा और किसी को भनक और बू तक नहीं लगी,
दिल्ली का न होकर भी मुंबई से हज़ार किलोमीटर दूर अनजान दिल्ली में आकर एक नौजवान इतना बेखौफ है कि इसी दिल्ली में पहले क़त्ल करता है फिर 18 दिनों तक लाश के टुकड़े लेकर पूरी दिल्ली में घूमता रहता है और फिर काम खत्म हो जाने के बावजूद वो दिल्ली से भागता नहीं बल्कि इसी दिल्ली में बेखौफ रहता है. ये कहानी है उस आफताब की, जिसने श्रद्धा का बेरहमी से कत्ल किया और उसकी लाश के 20 से अधिक टुकड़े किए.
कहानी शुरू होती है मुंबई से,
27 साल की श्रद्धा विकास वॉलकर नौकरी की तलाश में पहली बार मुंबई आती है. महाराष्ट्र के पालघर में अपनी मां और भाई को छोड़कर. श्रद्धा के पिता विकास मदन वॉलकर पालघर में इलेक्ट्रॉनिक सामान की एक दुकान और सर्विस का काम करते थे. मदन वॉलकर 2016 से ही अपने परिवार से अलग रह रहे थे. उनके परिवार में बेटी श्रद्धा के अलावा पत्नी सुमन और 23 साल का एक बेटा है. श्रद्धा को मलाड में एक मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में नौकरी मिल जाती है.
इसी कॉल सेंटर में 30 साल का आफताब अमीन पूनावाला भी नौकरी कर रहा था. यहीं श्रद्धा और आफताब की पहली बार मुलाकात होती है. करीब 8-9 महीने की मुलाकात के बाद दोनों में प्यार हो जाता है. 2019 की शुरुआत में श्रद्धा और आफताब फैसला करते हैं कि अब वो अलग अलग रहने की बजाए एक साथ लिव इन में रहेंगे. इसके बाद दोनों मलाड में किराए का एक घर ले लेते हैं. श्रद्धा की मां और पिता अब भी पालघर में हैं.
आफताब के साथ लिव इन में रहने लगी थी श्रद्धा,
लिवइन में रहने के कुछ दिन बाद ही श्रद्धा एक रोज अपनी मां को आफताब के बारे में सारा सच बता देती है. मां से होते हुए ये बात बाप तक पहुंचती है. दोनों आफताब के साथ श्रद्धा के रिश्ते का विरोध करते हैं. बातचीत के लिए श्रद्धा को पालघर बुलाते हैं. श्रद्धा पालघर आती है. मगर मां बाप के समझाने के बावजूद वो आफताब के साथ लिव इन में रहने और उसी से शादी करने की जिद पर अड़ी रहती है. मां-बाप के गुस्सा करने पर आखिरकार श्रद्धा घर से अपना सारा सामान उठाती है और ये कहकर चली जाती है कि अब ये समझ लेना कि आज से आपकी कोई बेटी ही नहीं है. अब कुछ वक़्त तक श्रद्धा और उसके घरवाले एक दूसरे से दूरी बना लेते हैं. मगर श्रद्धा के दोस्तों श्रद्धा के फेसबुक और उसके वॉट्सएप स्टेटस से श्रद्धा के मां-बाप को लगातार उसके बारे में जानकारी मिल रही थी. इसी दौरान 23 जनवरी 2020 को श्रद्धा की मां सुमन की मौत हो जाती है.
श्रद्धा ने मां-बाप को बताई थी आफताब की सच्चाई,
मौत से पहले सुमन बीच बीच में अपनी बेटी से फोन पर बात किया करती है. मां की मौत की खबर सुनकर वो पालघर आती है, लेकिन फिर सारी रस्में निभाकर वापस मुंबई आफताब के पास पहुंच जाती है. मौत से पहले श्रद्धा की मां सुमन ने अपने पति को बताया था कि आफताब सुमन से मारपीट करता है, उससे झगड़ा करता है, मां ने समझाया भी था कि अब आफताब को छोड़ दे, लेकिन तब श्रद्धा ने कहा कि आफताब ने माफी मांग ली है और वो सुधर गया है.
मां की मौत के बाद श्रद्धा ने अगले 15-20 दिनों में अपने पिता से कुल दो बार फोन पर बात की थी. पिता ने बताया कि तब भी उसने ये कहा था कि आफताब उसे मारता पीटता है, तब पिता ने भी उससे रिश्ता तोड़ लेने की बात कही थी, लेकिन वो नहीं मानी. इसके बाद अगले करीब दो साल तक बाप बेटी में कोई बात नहीं हुई. अलबत्ता श्रद्धा के पिता उसके दोस्तों से बीच बीच में उसकी खैरियत लेते रहते थे.
मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हो गए थे आफताब और श्रद्धा,
8 मई 2022 को श्रद्धा और आफताब अब मुंबई छोड़कर दिल्ली आ जाते हैं. दो वजहों से… एक श्रद्धा के साथ साथ आफताब का परिवार भी इस रिश्ते के खिलाफ था. दूसरा दिल्ली में बेहतर नौकरी की उम्मीद थी. दिल्ली आने के बाद दोनों पहली रात पहाड़गंज के एक होटल में गुजारते हैं. फिर अगले दिन सैजदुल्लाजाब के एक होटल में ठहरते हैं. फिर तीसरे रोज दोनों अपने कॉमन फ्रेंड के साथ उसके घर पर छतरपुर में रुकते हैं.
फिर कुछ दिन बाद ही छतरपुर मे ही एक घर किराए पर ले लेते हैं. इसका पता है D-93/1 छतरपुर. दिल्ली आने के बाद श्रद्धा नौकरी की तलाश शुरू करती है जबकि आफताब को एक कॉल सेंटर में काम मिल चुका था. श्रद्धा से उसके पिता या भाई की अरसे से बात नहीं हो रही थी, पर श्रद्धा के दोस्तों के जरिए उन्हें ये पता चल चुका था कि दोनों अब दिल्ली में हैं और छतरपुर में कहीं रह रहे हैं.
श्रद्धा का फोन बंद होने पर पिता को हुआ शक,
इसी दौरान 14 सितंबर को श्रद्धा के भाई श्रीजय को श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण नाडर ने फोन कर बताया कि पिछले दो महीने से श्रद्धा का मोबाइल बंद है. क्या तुम्हारे पास उसका कोई फोन आया? ये सुनकर श्रद्धा के पिता ने लक्ष्मण को फोन मिलाया और उससे अपनी बेटी के बारे में पूछा. लक्ष्मण ने बताया कि अमूमन हर दो तीन दिन में श्रद्धा से उसकी बात होती रहती थी, लेकिन इधर पिछले दो ढाई महीने से कोई बात नहीं हुई है, उसका मोबाइल ही बंद है.
श्रद्धा के पिता ने ये सुनकर श्रद्धा के बाकी दोस्तों को फोन घुमाया. सभी ने यही कहा कि पिछले दो ढाई महीने से श्रद्धा से उनकी कोई बात नहीं हुई है. ये सुनकर श्रद्धा के पिता घबरा गए. सबसे पहले उन्होंने पालघर के मणिकपुर थाने में श्रद्धा की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई, पर चूंकि श्रद्धा दिल्ली के छतरपुर से गायब हुई थी. लिहाजा महाराष्ट्र पुलिस ने रिपोर्ट दिल्ली की महरौली थाने को आगे बढ़ा दी.
9 नवंबर को महरौली पुलिस ने श्रद्धा के पिता विकास वॉलकर की शिकायत पर श्रद्धा की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखी. उन्होंने दिल्ली पुलिस को श्रद्धा और आफताब के रिश्ते और दोनों के दिल्ली के छतरपुर में लिव इन में रहने की बात भी बता दी. इसी के बाद अब महरौली पुलिस ने तफ्तीश शुरू की. सबसे पहले उसने आफताब के फोन में झांकना शुरू किया.
19 मई को आफताब और श्रद्धा के बीच हुआ था झगड़ा,
पता चला कि आफताब की लोकेशन मई से ही दिल्ली में है, पर इस फोन से ये भी पता चला कि 19 मई के बाद से श्रद्धा का मोबाइल बंद है. ये बात हैरान करने वाली थी. इसके बाद महरौली पुलिस की टीम आफताब से पूछताछ शुरू करती है. शुरुआत में आफताब पुलिस को एक कहानी सुनाता है. वो कहता है कि श्रद्धा और उसका 19 मई को झगड़ा हुआ था. झगड़े के बाद उसी रोज श्रद्धा घर और उसे छोड़कर चली गई.
इस दौरान पुलिस ने छतरपुर में आफताब के इस घर की तलाशी भी ली थी, लेकिन तब ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे आफताब पर शक होता. पूछताछ और सवाल जवाब के दौरान कई बार आफताब अपने ही बयानों को काटता रहा. पुलिस को लग गया कि वो कुछ छुपा रहा है. इसके बाद जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ शुरू की तो फिर आफताब ने एक ऐसी कहानी सुनाई जो करोड़ की आबादी और 90 हज़ार पुलिस वाली इस दिल्ली में शायद ही इससे पहले सुनी या सुनाई गई हो.
आफताब ने गला दबाकर श्रद्धा को मार डाला,
वो 18 मई की रात थी…जब आफताब और श्रद्धा का झगड़ा हुआ. झगड़े की वजह वही पुरानी थी. श्रद्धा शादी करना चाहती थी और आफताब हमेशा की तरह टाल रहा था. मगर इस रात झगड़ा इतना बढ़ गया कि गुस्से में आफताब ने श्रद्धा का गला जोर से पकड़ लिया और तब तक पकड़े रहा जब तक कि वो मर नहीं गई.क़त्ल के बाद अब उसने ठंडे दिमाग से लाश को ठिकाने लगाने की साज़िश रचनी शुरू की. पहली रात उसने लाश के साथ उसी घर में गुजारी. अगले रोज यानी 19 मई को दिन में वो लोकल मार्केट की तिलक इलेक्ट्रॉनिक शॉप से एक बड़ा वाला फ्रिज खरीदकर लाता है. साथ ही एक बड़ी आरी. घर आने के बाद अब वो बाथरूम में बैठकर लाश के छोटे छोटे टुकड़े करना शुरू करता है. छोटे छोटे पॉलिथिन वो पहले ही ला चुका था. पर चूंकि मई का महीना था. गर्मी तेज़. लाश लगभग 24 घंटे पुरानी होने वाली थी लिहाजा बदबू आनी शुरू हो गई थी. अब वो लाश के टुकड़े करता. बाथरूम साफ करता और बीच बीच बीच में पूरे घर में परफ्यूम डालता जाता.
अमेरिकन क्राइम सीरिज से हत्या का आईडिया,
27 साल की श्रद्धा वालकर ने जिस लड़के के प्यार में अपनी फैमिली, अपना शहर छोड़ा, अपने दोस्तों को छोड़ा. उसी प्रेमी का उसकी सांसों से भी नाता खत्म कर दिया. मुंबई से सटे वसई की रहने वाली श्र्द्धा के प्रेमी और आरोपी आफताब ने दिल्ली में उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी. फिर 18 दिनों तक शव के छोटे-छोटे टुकड़े कर महरौली के जंगल में फेंकता रहा ताकि वो किसी की पकड़ में ना आए. शव के टुकड़े करने का आइडिया आरोपी को अमेरिकन क्राइम सीरिज Dexter से आया. उसने श्रद्धा के करीब 20 टुकड़े किए थे. श्रद्धा के दोस्तों ने ये भी बताया है कि एक बार श्रद्धा ने उन्हें मेसेज करके बोला था कि मुझे यहां से ले जाओ वर्ना आफताब मुझे मार डालेगा, तब दोस्तों ने श्रद्धा को रेस्क्यू किया और उससे कहा कि वो कभी आफताब के पास दोबारा ना जाए, लेकिन श्रद्ध ने उनकी बात नहीं सुनी और फिर आफताब के साथ रहने पहुंच गई!!
Satna Times : सतना जिले से योग शिक्षक प्रशांत गौतम को उनके योग के क्षेत्र में करोना काल में अभूतपूर्व योगदान देने , प्रधान मंत्री जी के जन्मदिवस पर 71, व 72 लाख ,योगाभ्यास में जिले से सफल बनाने व सामाजिक कार्यों में जैसे वृक्षारोपण,नशा मुक्ति कौशल अभियान , योग शिक्षकों के हित में किए गए कार्यों के लिए राष्ट्रीय योग वीर सम्मान से दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों द्वारा सम्मानित किया गया।
दिल्ली के लाजपत भवन ऑडिटोरियम में अखिल भारतीय योग शिक्षक महासंघ के तत्वाधान में राष्ट्रीय योग वीर सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें केंद्रीय मंत्री आयुष मंत्रालय एवं रीवा सांसद माननीय जनार्दन मिश्रा जी महासंघ के अध्यक्ष योग गुरु मंगेश त्रिवेदी जी एवं कार्यक्रम में शामिल मुख्य अतिथियों के द्वारा योग शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
प्रशांत गौतम के इस महत्व पूर्ण उपलब्धि पर उनके गृह ग्राम चिल्ला ,जैतवारा से भाई विवेक गौतम, प्रमिता त्रिपाठी, शिवा, महेंद्र गौतम, सुशील गौतम ,जयप्रकाश समदारिया, अनिरुद्ध त्रिपाठी, शुभम, जैनेन्द्र , प्रवीण ,राजेश एवं उनके पिताजी श्री सुरेन्द्र गौतम जी ने शुभकामनाएं दी हैं एवं उज्जवल भविष्य की कामना की साथ ही सतना से पतंजलि परिवार के साथियों ने भी हर्ष व्यक्त किया है।
दिल्ली के मालवीय नगर इलाके में गुरुवार (11 अगस्त, 2022) को हुए विवाद के बाद पांच लोगों ने 25 वर्षीय एक शख्स की चाकू से गोदकर कर हत्या कर दी। मृतक होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर चुका था। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है।
11 अगस्त को मालवीय नगर पुलिस को गेट नंबर- 3 डीडीए मार्केट, बेगमपुर के पास एक व्यक्ति पर हमले की सूचना मिली थी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घायल मयंक को एम्स में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शाहपुर जाट क्षेत्र का रहने वाला था।
पुलिस जांच के दौरान मृतक मयंक के दोस्त विकास पंवार ने बताया कि 11 अगस्त की शाम करीब सात बजे वे दोनों मालवीय नगर के किला, बेगमपुर में बैठे थे। अचानक 4 से 5 अज्ञात लोग उनके पास पहुंचे और मयंक से बहस करने लगे।
पंवार ने बताया कि आरोपियों ने उन दोनों पर पथराव भी किया और उनका पीछा किया, जबकि वे मौके से भागने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि, आरोपी ने बेगमपुर के पास मयंक को पकड़ लिया और मयंक के ऊपर चाकू से कई बार हमला किया।मयंक के एक चचेरे भाई ने बताया कि देर शाम यह घटना हुई है, जब मयंक के दोस्त ने फोन करके बताया कि उसके साथ छीना झपटी हुई है, विरोध करने पर चाकू से ब्लेड से हमला किया गया है. मयंक होटल मैनेजमेंट का भी पढ़ाई कर रखा था।
इस मामले में डीसीपी बेनिता मेरी जैकर ने कहा कि जिन लोगों ने वारदात को अंजाम दिया है, उसकी पहचान की जा रही है, जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।फिलहाल पुलिस ने मृतक के दोस्त की शिकायत के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
वहीं पुलिस को जो 48 सेकंड का वीडियो मिला है। उस वीडियो में आरोपी को भीड़भाड़ वाले बाजार में मयंक का पीछा करते और चाकू से हमला करते हुए देखा जा सकता है। जबकि मौजदू भीड़ इस पूरी घटना मूकदर्शक बनी देख रही है।
नई दिल्ली।। राजधानी में मच्छरजनित बीमारियों के रोकथाम के लिए नगर निगम सक्रिय हो गए हैं। इसके तहत दक्षिणी निगम ने जहां नालों और तलाबों में मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। जिसके तहत इन स्थानों की पहचान कर वहां पर मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। जहां-जहां मच्छरों का प्रजनन पाया जा रहा है उससे संबंधित एजेंसी को नोटिस देकर कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। इसमें अब तक 384 कानूनी नोटिस जारी किए गए हैं जबकि 104 अभियोजन भी दायर कर दिए गए हैं।
दक्षिणी निगम के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भूमंडलीय तापमान के बढ़ने से मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त वातावरण उपलब्ध होने के कारण जलाशयों, नालों एवं दलदलों के किनारों पर इकठ्ठा हुए गंदे पानी में व्यस्क मच्छरों जिसमे की खासतौर पर क्यूलेक्स मच्छरों के प्रजनन में वृद्धि पाई गई है। जिसे देखते हुए कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि बीते एक सप्ताह में 800 कर्मचारियों ने इस अभियान के तहत मच्छरोधी दवा का छिड़काव किया है। इसके साथ ही नालों की सफाई के जिम्मेदार एजेंसियों को इसकी लंबित सफाई को जल्द से जल्द कराने का अनुरोध किया है।उन्होंने बताया कि विद्या नगर नाला, रघुवीर नगर, इंदिरा पार्क, एनजी कट, सीतापुरी नाला नजफगढ़ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले छावला नाला, कांगनहेड़ी नाला, रावता झाड़ोदा नाला समेत 30 से अधिक बड़े नालों के करीब कीटनाशक दवा का छिड़काव किया है। उल्लेखनीय है कि डेंगू के अब तक 69 मरीज इस वर्ष सामने आ चुके हैं। जो कि 2017 के बाद सर्वाधिक हैं। इसी तरह मलेरिया के सात तो चिकनगुनिया के आठ मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।
दिल्ली में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, गुरुवार को 3 मार्च के बाद सबसे ज्यादा मामले सामने आए। हालांकि संक्रमण दर में कुछ कमी दर्ज हुई है। वहीं राहत की बात है कि कोरोना के कारण किसी मरीज की मौत भी नहीं हुई।दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गुरुवार को कोरोना के 325 नए मामले सामने आए। इससे पहले 3 मार्च को 326 मामले सामने आए थे। वहीं, गुरुवार को 224 मरीजों को छुट्टी दी गई। दिल्ली में कोरोना की जांच के लिए बुधवार को 13576 टेस्ट हुए जिसमें 2.39 फीसदी लोग संक्रमित पाए गए। दिल्ली में अभी तक
18,67,206 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 18,40,133 मरीज ठीक हो गए हैं, जबकि 26,158 मरीजों ने कोरोना के कारण दम तोड़ दिया। दिल्ली में कोरोना से मृत्युदर 1.4 फीसदी है।
Delhi reports 325 fresh #COVID19 cases, 224 recoveries and zero deaths in the last 24 hours.
सक्रिय मरीज बढ़कर 915 हुए स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दिल्ली में कोरोना के बढ़कर 915 हो गए हैं। इनमें से होम आइसोलेशन में 574 और अस्पतालों में 16 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं। अस्पतालों में भर्ती मरीजों में से 4 आईसीयू में और 8 ऑक्सीजन सपोर्ट्स पर भर्ती हैं। विभाग के अनुसार दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच कंटेन्मेंट जोन की संख्या घट रही है। इनकी संख्या अब 700 रह गई है।
20 अप्रैल को डीडीएमए की बैठक दिल्ली में कोविड-19 के मामलों में तेजी को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के उपायों पर विचार करने के लिए 20 अप्रैल को एक बैठक करेगा। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक अगले हफ्ते बुधवार को उपराज्यपाल की अध्यक्षता में होगी। बैठक में मौजूदा कोविड स्थिति पर चर्चा होगी, जिनमें मामलों की संख्या में हालिया वृद्धि भी शामिल है। इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार कोविड की स्थिति पर नजर रख रही है और अस्पताल में मरीजों के भर्ती होने की संख्या कम होने के कारण घबराने की जरूरत नहीं है।