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  • Paytm पर रिज़र्व बैंक के प्रतिबंधों को देखते हुए Cait ने व्यापारियों को पेटीएम के स्थान पर अन्य पेमेंट एप पर शिफ्ट होने की दी सलाह

    जबलपुर, मध्यप्रदेश।। रिजर्व बैंक (rbi) द्वारा हाल में पेटीएम पर लगाये प्रतिबंधों को लेकर देश भर में व्यापारी जो पेटीएम (paytm) का उपयोग कर रहे हैं, मैं अपने धन को लेकर बेहद चिंताएँ और आशंकाएँ है, जिसके तहत कैट (cait) ने देश भर में पेटीएम का उपयोग करने वाले व्यापारियों को सावधान करने के लिए सलाह जारी की है। जिसमें कहा गया है कि पेटीएम उपयोगकर्ता अपने धन की सुरक्षा के लिए तुरंत उपाय करें और बिना किसी नुक़सान के अपने वित्तीय लेन-देन को सुनिश्चित करें।

    कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि बड़ी संख्या में लोग छोटे व्यापारी, विक्रेता, हॉकर्स और महिलाएं पेटीएम के माध्यम से लेन-देन कर रहे हैं और आरबीआई के प्रतिबंध से इन लोगों को वित्तीय अशांति हो सकती है।

    बिना सही पहचान के खोले गए करोड़ों अकाउंट आरबीआई के नियमों का किया उल्लंघन (जैन)

    कैट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने कहा कि पेटीएम पेमेंट बैंक पर प्रतिबंध का प्रमुख कारण में से एक बिना सही पहचान के बनाये गये करोड़ों अकाउंट थे। इन एकाउंट्स के तहत केवाईसी (अपने ग्राहक की पहचान) की प्रक्रिया पूरी नहीं की थी। इतना ही नहीं इसमें बिना पहचान के करोड़ों रुपये का लेन देन भी किया था जिसे मनी लाउंड्रिंग की आशंका पैदा हुई है।

    सतना टाइम्स डॉट इन

    ग्रेट प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष संदेश जैन ने बताया कि मीडिया समाचारों के अनुसार आरबीआई के प्रतिबंध लगाने का एक सबसे बड़ा कारण यह रहा कि पेटीएम पेमेंट बैंक के तहत एक पैन पर एक हज़ार से अधिक यूज़र्स के अकाउंट जुड़े हुए थे। इसके अलावा आरबीआई और ऑडिटर्स दोनों द्वारा जाँच में पाया गया कि पेटीएम बैंक नियमों का पालन नहीं कर रहा है।

    कैट प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र पचौरी ने कहा कि कैट का मानना है कि अगर फण्ड की हेराफेरी का कोई भी सबूत पाया जाता है तो ईडी को पेटीएम पेमेंट बैंक की जाँच करनी चाहिए।

    श्री भरतिया एवं खंडेलवाल ने बताया कि आरबीआई द्वारा पेटीएम पर लगाए गए हाल के प्रतिबंधों ने प्लेटफ़ॉर्म द्वारा प्रदान की जाने वाली वित्तीय सेवाओं की सुरक्षा और साथ में जारी करने के संबंध में समस्याएं उत्पन्न की हैं।

    Photo cait india
    व्यापारी पेटीएम एप से जल्द से जल्द अपना पैसा शिफ्ट करें बैंकिंग एवं अन्य एप्स का उपयोग करें (सेठी)

    कैट प्रदेश सचिव दीपक सेठी ने व्यापारियों के लिए अपने धन जोखिम को कम करने के लिए सलाह दी है कि वो पेटीएम से अपना पैसा तुरंत निकालें और अन्य पेटीएम एप पर स्विच कर जायें।व्यापारी के लेन-देन की सुरक्षा और वित्तीय संपत्ति की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए, दोनों व्यापारी नेताओं ने पेटीएम उपयोगकर्ताओं को सीधे यूपीआई के ज़रिए लेन-देन की सलाह दी है वहीं दूसरी ओर अनेक बैंकों के पेमेंट एप को भी उपयोग किया जा सकता है ।

    कैट प्रदेश कोऑर्डिनेटर (महिला विंग) सीमा सिंग चौहान ने कहा कि कैट की सलाह हाल में रिज़र्व बैंक की कार्यवाही के मद्देनज़र व्यापारियों के वित्तीय हितों की सुरक्षा के लिए ज़रूरी है। सिंह ने कहा कि कैट आरबीआई आरबीआई द्वारा इस तरह के कदम उठाए जाने की सराहना करती है।

    कैट जबलपुर जिला अध्यक्ष रोहित खटवानी ने कहा कि आरबीआई को इस तरह की और भी अन्य मोबाइल एप्स द्वारा यूपीआई पेमेंट किए जाने पर नजर रखनी चाहिए ताकि भविष्य में और कोई भी कंपनी इस तरह का काम ना कर सके।

    कैट जबलपुर जिला सचिन मनु शरत तिवारी ने कहा कि कैट ऐसी सभी कंपनियों का पुरज़ोर विरोध करता रहेगा जो देश के निगम एवं क़ानूनों की कोई चिंता न करते हुए लगातार उल्लंघन करती हैं ।

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  • Amazon द्वारा श्रीराम अयोध्या प्रसाद के नाम पर लोगों से धोखा, कैट ने वाणिज्य मंत्री से इस धोखाधड़ी पर तुरंत कार्यवाही करने का किया आग्रह

    भोपाल, मध्यप्रदेश।। कनफ़ेडरेशन ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट₹ ने आज एक चौंकाने वाले वक्तव्य में कहा है कि ऑमेज़न इंडिया द्वारा अपने ई कॉमर्स प्लेटफार्म पर ‘श्रीराम मंदिर अयोध्या प्रसाद’ के नाम में मिठाई प्रसाद बेचा जा रहा है जो विशुद्ध रूप से देश के लोगों के साथ एक बड़ी धोखाधड़ी है और लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।

    सतना टाइम्स डॉट इन

    कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने आज केंद्रीय वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल को एक पत्र भेजकर इस धोखाधड़ी की तरफ़ उनका ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि यह सर्वविदित है कि अयोध्या धाम के श्री राम मंदिर से अभी कोई प्रसाद वितरित नहीं हो रहा है लेकिन आमेजन के ई कॉमर्स प्लेटफार्म पर एक विक्रेता के नाम से “श्री राम मंदिर अयोध्या प्रसाद” खुले आम बेचा जा रहा है। जिस प्रकार से विवरण लिखा गया है एक यह संदेश दे रहा है कि यह प्रसाद श्री राम मंदिर का ही है। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब सारा देश राम मय हो रहा है और लोग बेहद श्रद्धा भाव से श्री राम के काज में जुटे हैं, ऐसे में आमेजन द्वारा इस प्रकार का कृत्य बेहद ही नापाक है और एक बहुत बड़ी धोखाधड़ी है ।

    सतना टाइम्स डॉट इन

    कैट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने कहा कि उपभोक्ता मंत्रालय की उपभोक्ता शिकायत और सुरक्षा अथॉरिटी (सीसीपीए) तुरंत इस ओर कार्यवाही करे और जब तक जाँच पूरी न हो जाये तब तक आमेजन के ई मार्केटप्लेस को प्रतिबंधित किया जाये।कैट प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष संदेश जैन ने कहा कि इस तरीके की कंपनी की घिनौनी हरकत से हमारे धर्म को ठेस पहुंचती है इसके पीछे कंपनी की क्या मंशा है यह एक जांच का विषय है।

    कैट प्रदेश कैट प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र पचौरी ने कहा कि विगत कई वर्षों से यह कंपनी हमारे देश के हमारे व्यापार के एवं हमारे धर्म के खिलाफ षड्यंत्र रचती आ रही है इस पर जल्द से जल्द कार्यवाही होना चाहिए।
    कैट कैट प्रदेश कार्यकारिणी कोऑर्डिनेटर सीमा सिंह चौहान ने कहा कि इस ऑनलाइन कंपनी को सिर्फ हमारा हिंदुस्तान एवं हमारा धर्म ही मिला है इस तरीके की हरकत करने का इस पर जल्द से जल्द सख्त दे सख्त कार्रवाई होना चाहिए।

    आमेजन ऑनलाइन कंपनी को किसने अनुमति दी है हम हिंदुओं के खिलाफ षडयंत्र रचने की इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करनी की जानी चाइए (सेठी)

    कैट प्रदेश सचिव दीपक सेठी ने कहा कि आमेजन का इतिहास काला है और इस घटना से उसका असली चेहरा उजागर हो गया है । एक बेहद पूजनीय स्थान से जोड़ कर जस तरह प्रसाद की बिक्री की जा रही है, उससे पता चलता है कि आमेजन की मानसिकता कितनी विकृत है और उन्हें जेसी देश के नियम एवं क़ानूनों से कोई सरोकार नहीं है । आमेजन नियम एवं क़ानूनों का उल्लंघन करने का आदी है तभी दुनिया के अनेक देशों में आमेजन के ख़िलाफ़ अनेक मुक़दमे चल रहे हैं ।

    कैट जबलपुर जिला अध्यक्ष रोहित खटवानी ने बताया कि पूर्व से ही पुरज़ोर आग्रह किया जा रहा है कि ई कॉमर्स पालिसी एवं उपभोक्ता क़ानून के अंतर्गत नियमों को शीघ्र ही लागू किया जाये। जब तक यह लागू नहीं होंगे तब तक आमेजन जैसी विदेशी कंपनियाँ अपनी मनमानी करते हुए लोगों को ठगती रहेंगी और देश के छोटे व्यापारियों को बड़ा नुक़सान झेलना पड़ेगा।

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    कैट जबलपुर कैट जबलपुर जिला सचिव मनु शरत तिवारी ने कहा कि कंपनी की इस तरीके की हरकत से हम हमारे धर्म को कमजोर करने का षड्यंत्र है।

    कैट जबलपुर जिला कोषाध्यक्ष राहुल जी ने बताया कि 22 जनवरी को इतने बड़े भव्य आयोजन की तैयारी में लगा है सारा हिंदुस्तान और ऐसे समय पर इस तरीके की कंपनियों की हरकत करने कई जितनी निंदा की जाए उतनी कम होगी।

  • ई कॉमर्स नीति एवं नियमों का न होना व्यापारियों के लिए धीमे ज़हर की तरह – कैट

    भोपाल, मध्यप्रदेश।। कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट)ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल को आज भेजे एक पत्र में ई कॉमर्स पालिसी तथा उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत नियमों को लागू करने में अत्यधिक देरी के लिए बेहद अफ़सोस व्यक्त करते हुए कहा की नीति एवं नियमों का अभाव देश के रिटेल व्यापार के लिए एक धीमी गति के ज़हर की तरह काम कर रहा हैं क्योंकि इस स्थिति का लाभ उठाकर विदेशी ई कॉमर्स  कंपनियों एमेजॉन और फ़्लिपकार्ट को अपनी मनमानी करने का खुला मौक़ा मिला हुआ है जिसके चलते देश के छोटे व्यापारियों का व्यापार को सीधी खुली चोट पहुँच रही है ।

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    कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की देश की अर्थव्यवस्था के प्रत्येक क्षेत्र के लिए नीति एवं नियम बने हुए हैं किंतु ई कॉमर्स एवं रिटेल व्यापार के लिए कोई नीति एवं नियम न होने के कारण से ई कॉमर्स व्यापार में अस्वस्थ प्रतिस्पर्धा है और इसी कारण से देश भर में व्यापारी चाहते हुए भी ई कॉमर्स व्यापार से नहीं जुड़ रहे हैं क्योंकि जिस प्रकार का व्यापारिक वातावरण ई कॉमर्स में बना हुआ है उसके चलते व्यापारी विदेशी ई कॉमर्स कंपनियों की मनमानी का मुक़ाबला कर ही नहीं पायेंगे।

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    श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा की

    हालाकीं श्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में डीपीआईआईटी तथा उपभोक्ता मंत्रालय दोनों ने ई कॉमर्स पालिसी एवं नियमों पर सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ अत्यंत व्यापक चर्चा की है जिसके फलस्वरूप गत 2 अगस्त को स्टेकहोल्डर्स के साथ हुई अंतिम मीटिंग में नीति एवं नियमों को जल्द घोषित करने का आश्वासन दिया था किंतु 2 महीने बीत जाने के बाद भी स्तिथि जस की तस है और देश भर के व्यापारी नीति एवं नियमों की आस लगाए बैठे हैं । इस अजीब स्तिथि का फ़ायदा उठाकर एमेजॉन एवं फ़्लिपकर्ट जैसी कंपनियाँ खुल कर एफ़डीआई पालिसी का उल्लंघन कर रही हैं और उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है और इस कड़ी में सबसे पहले सीधे तौर पर मुख्य रूप से मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़ा, जूते, एफ़एमसीजी, किराना आदि अनेक व्यापार में लगे व्यापारी अपनी बर्बादी का तमाशा देख रहे हैं ।

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    श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा की  एमेजॉन एवं फ़्लिप कर्ट जैसी बड़ी कम्पनी अपने ई कॉमर्स पोर्टल कर अपने ही चहेते विक्रेताओं के नापाक गठजोड़ के ज़रिए ई कॉमर्स व्यापार को अपने क़ब्ज़े में लेने के षड्यंत्र में लगी हुई हैं। जिससे देश के व्यापारियों का व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और धीरे धीरे उनके व्यापार में गिरावट आती जा रही हैं।

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    इस व्यापारिक वातावरण में यदि तुरंत ई कॉमर्स पालिसी तथा नियम यदि तुरंत लागू नहीं किए गए तो देश का ई कॉमर्स व्यापार विदेशी कंपनियों के हाथों में चला जाएगा – कैट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने कहां की इस पर सरकार जितना लेट कदम उठाएगी हम व्यापारियों को प्रतिदिन नुकसान होता जाएगा आने वाले त्यौहार में बंजारों की रौनक फीकी होती जाएगी

    उपभोक्ता मंत्रालय से किया आग्रह जल्द से जल्द ई-कॉमर्स पॉलिसी लाने की मांग की

    कैट प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष संदेश जैन, प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र पचौरी, प्रदेश सचिव दीपक सेठी, कैट प्रदेश कार्यकारिणी महिला विंग सदस्य सीमा सिंग चौहान, जबलपुर जिलाध्यक्ष रोहित खटवानी एवं जबलपुर सचिव मनु शरत तिवारी सभी ने एक स्वर में कहा गया है कि सरकार द्वारा ई-कॉमर्स पॉलिसी नीति बहुत ही जल्दी बननी चाहिए दिन प्रतिदिन मैन मार्केट (खुदरा व्यापारी) से रौनक जानी जा रही है अगर सरकार ने जल्द कदम नहीं उठाई तो हम खुदरा व्यवसाय को इसका बुरा परिणाम भुगतना पड़ेगा।

     

     

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