Aks University Satna news

  • सतना न्यूज :सोनल गुप्ता को बायोटेक्नोलॉजी में पीएचडी अवॉर्ड

    सतना,मध्यप्रदेश।।एकेएस विश्वविद्यालय, सतना के बायोटेक्नोलॉजी विभाग से सोनल गुप्ता को पीएचडी की उपाधि से सम्मानित किया गया। इन्होंने अपना शोध कार्य प्रो.अश्विनी ए. वाऊ के मार्गदर्शन में पूर्ण किया। इनका विषय “इवेल्यूएशन ऑफ फिलोस्फेरिक बैक्टेरियल पॉपुलेशन ऑफ सेंटेला एशियाटिका एंड देअर रोल इन एलिविएशन ऑफ सॉइल सेलिनाइजेशन स्ट्रेस” रहा जिसमे उन्होंने अपना शोध कार्य सम्पन्न किया।

    इस शोध का महत्व इस बात में है कि सेंटेला एशियाटिक के साथ मौजूद फिलोस्फेरिक बैक्टीरिया मृदा लवणता के तनाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यह अध्ययन किसानों के लिए मददगार साबित हो सकता है, जिससे कृषि उत्पादकता में वृद्धि हो सकती है। सोनल गुप्ता ने अपनी इस उपलब्धि के लिए प्रोफेसर अश्विनी ए वाऊ को उनके कुशल मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद दिया है। उनकी इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने उन्हें शुभकामनाएं दी।

  • एकेएस विश्वविद्यालय मैं 10 अगस्त को जिला योगासन स्पोर्ट्स चैंपियनशिप संपन्न

    सतना,मध्यप्रदेश।।सतना योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के तत्वाधान में एकेएस विश्वविद्यालय सतना में योगासन चैंपियनशिप का आयोजन हुआ जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया बच्चों ने एक से बढ़कर एक आसान किया लोगों ने खूब तालियां बजाई और बच्चों का उत्साहवर्धन किया।जज डॉ मुकेश तिवारी, पुनीत कुमार परोहा(, MPYS) से नियुक्त ऑब्जर्वर गीता प्रसाद पांडे, द्वारा निष्पक्ष निर्णय दिया गया।

    सब जूनियर्स गर्ल्स अनन्या कुशवाहा प्रथम, जूनियर गर्ल्स कृपा मिश्रा ट्रेडिशनल/ आर्टिस्टिक प्रथम,सीनियर गर्ल्स लक्ष्मी कुशवाहा प्रथम, शिल्पा चौरसिया द्वितीय,
    सब जूनियर्स बॉय शिवांश पटेल प्रथम, शाश्वत सिंह द्वितीय, जूनियर ब्वॉय, अजय कुशवाहा प्रथम, सीनियर बाय अनिकेत पाल प्रथम, मास्टर-A कृष्ण कुमार कुशवाहा प्रथमरहे।मुख्य अतिथि अमित सोनी जी प्रतिकूलपति बी.ए. चोपड़े सर, प्रति कुलपति डॉ हर्षवर्धन, प्रतिकूलपति डॉ. आरएस त्रिपाठी योग विभाग के विभागध्यक्ष डॉ दिलीप तिवारी जी के गरिमामय उपस्थिति में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ दर्शक और परिजनों की उपस्थिति सन्तोष जनक रही।
    इस कार्यक्रम में सतना योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एड. प्रदीप तिवारी, उपाध्यक्ष डॉ हेतराज सिंह, सचिव सुशील कुशवाहा, सहसचिव प्रशांत गौतम, कोषाध्यक्ष रंजन सिंह, कन्हैया सिंह, महेश मिश्रा जी, शिव पटेल, अर्चना पटेल, टीपी वर्मा जी योग आयोग की अध्यक्षा सुमन सिंह, डाँ. शारदा सोनी जी,

  • Satna News :एकेएस विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में बीएड एवं डीएलएड के छात्रों का इंडक्शन

    सतना,मध्यप्रदेश।।एकेएस विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में नव प्रवेशी बीएड एवं डीएलएड के छात्रों का इंडक्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। सेंट्रल हॉल मे संपन्न हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रोचांसलरअनंत कुमार सोनी ने कहा की अब आपको शिक्षक के दायित्व का निर्वहन पूर्ण निष्ठा के साथ करना होगा। कुलपति प्रो.बी.ए.चोपड़े ने कहा की शिक्षा में बहुत बड़ा परिवर्तन आया है।

    उन्होंने सतत मूल्यांकन पर प्रकाश डाला। प्रो.जी.सी. मिश्रा ने कहा की जीवन में अनुशासन एवं कमिटमेंट लाना आवश्यक है। इंजी.आर.के.श्रीवास्तव ने कहा की आप अपने जीवन में वृक्षारोपण के साथ-साथ संस्कारों का भी रोपण करें। कार्यक्रम में डीन प्रो.आर.एस. निगम, डॉ. हर्षवर्धन,एल.एन.शर्मा, शिक्षक डॉ. शिखा त्रिपाठी, डॉ.भगवान दीन पटेल,डॉ.सानंद कुमार गौतम,नीता सिंह, डॉ. कल्पना मिश्रा,कु.पूर्णिमा सिंह,सीमा द्विवेदी एवं नीरू सिंह उपस्थित रहे।



    कार्यक्रम के अंत में छात्र-छात्राओं को डॉक्यूमेंट्री चलचित्र के माध्यम से विगत वर्ष के सभी प्रशिक्षक विषय गतिविधियों से अवगत कराया गया तथा पूर्व छात्राओं ने भी अनुभव नवप्रवेशी छात्र छात्राओं से साझा किया। पी टी प्रदर्शित कर स्टूडेंट्स का उत्साह वर्धन किया गया।अतिथियों का विभाग अध्यक्ष प्रो.आर. एस. मिश्रा द्वारा आभार व्यक्त किया गया।कार्यक्रम का संचालन शिक्षक आमिर हसीब सिद्दीकी ने किया।

  • Satna :एकेएस विश्वविद्यालय के बायोटेक विभाग में फेयरवेल पार्टी

    सतना,मध्यप्रदेश।।  एकेएस विश्वविद्यालय के बायोटेक विभाग में फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया। पार्टी के दौरान सर्वप्रथम शिक्षकों का सम्मान गुलदस्ता देकर हुआ। तत्पासचार स्टूडेंट का स्वागत सभागार में किया गया।

    सांस्कृतिक कार्यक्रमों की लंबी मनमोहक प्रस्तुति के बाद फेयरवेल पार्टी का समापन हुआ।इस मौके पर बायोटेक विभाग के समस्त फैकल्टी सीनियर और जूनियर स्टूडेंट्स के साथ छात्र-छात्राएं भारी संख्या में मौजूद रहे।

  • एकेएस फार्मेसी के छात्रों की उल्लेखनीय सफलता, जी पैट एनटीए मे 95.56 परसेंटाइल किया हासिल

    सतना। एकेएस यूनिवर्सिटी के फार्मेसी छात्रों ने अपनी बौद्धिक क्षमता और कड़ी मेहनत से विश्वविद्यालय का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। हाल ही में संपन्न हुई परीक्षा में विश्वविद्यालय के दो छात्र उपेंद्र तिवारी और प्रियांशु कुशवाहा ने क्रमशः विशेष उपलब्धिया हासिल करते हुए 95.56 और 93.92 परसेंटाइल प्राप्त कर अपनी श्रेणी में शीर्ष स्थान हासिल किया है।

    यह उपलब्धि स्टूडेंट के दृढ़ संकल्प और शिक्षकों के मार्गदर्शन का परिणाम है। विश्वविद्यालय के फार्मेसी के डायरेक्टर डॉ. एस. पी. गुप्ता ने दोनों छात्रों को इस शानदार सफलता पर बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

  • Satna News :एकेएस के योग स्टूडेंट्स का एक माह का आवासीय कर्माभ्यास प्रशिक्षण कुशलता पूर्वक सम्पन्न

    Satna News : धन्वन्तरि पीठ आयुष ग्राम,(ट्रस्ट सूरजकुण्ड रोड ,आयुष ग्राम मार्ग, चित्रकूट में ट्रस्ट के आयुष ग्राम चिकित्सालय में एकेएस यूनिवर्सिटी, सतना एम.ए. योग के छात्र/छात्राओं ने योग का एक माह का आवासीय कर्माभ्यास प्रशिक्षण कुशलता पूर्वक पूर्ण किया। प्रशिक्षण सम्पन्न होने पर स्टूडेंट्स के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया।

    कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री सतीशचन्द्र द्विवेदी, पूर्व विक्रय कर आयुक्त बाँदा ने कहा कि एकेएस विश्वविद्यालय के योग के स्नातकोत्तर छात्राओं के प्रशिक्षण के लिए आयुष ग्राम ट्रस्ट वरदान है। आयुष ग्राम चिकित्सालय प्रमुख परिचारिका एवं योग प्रशिक्षिका कु.साधना लौहरिया ने बताया कि योग का अर्थ है जोड़ना। हमारा शरीर पंचतत्व से मिलकर बना है इसलिए योग से तात्पर्य स्वयं को पंचतत्वों से जोड़ना ही है। आयुष ग्राम गुरुकुलम् के साहित्याचार्य श्री रंजन प्रसाद शुक्ल ने भी उद्बोधन दिया।



    कार्यक्रम की अध्यक्षता आयुष ग्राम के संस्थापक आचार्य डॉ. मदनगोपाल वाजपेयी ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा में शरीर, इंद्रिय, मन आत्मा को लेकर चलता है इसके अनुबन्ध को ही आयु कहा गया है। यदि पूर्ण स्वास्थ्य चाहिए तो युक्त आहार, युक्त विहार, युक्त चेष्टायें, युक्त कर्म और युक्त सोना, जागना आवश्यक है। अपनों को भी इससे लाभान्वित करें। एकेएस. यूनिवर्सिटी, सतना के एम.ए. योग के छात्र/छात्राओं सुखदेव प्रजापति,अंकित चौबे,अनुराग पाण्डेय,अजय कुमार,कु.प्रांशु, कु.कल्पना सिंह, कु.सोनिया चौधरी, कु. प्राची साकेत, कु. रौनक मालिक, कु. पूनम साकेत आदि को एक माह का एम.ए. योग के प्रशिक्षण पूरा करने के बाद प्रमाण पत्र, रुद्राक्ष एवं रामचरितमानस की प्रति देकर सम्मानित किया गया और इसके बाद आयुष ग्राम गुरुकुलम् के प्रधानाचार्य ने उनका आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया। कार्यक्रम का संचालन आयुष ग्राम गुरुकुलम् के आचार्य श्री भानुप्रताप वाजपेयी ने किया।कार्यक्रम में डॉ. वेदप्रताप वाजपेयी,आलोक कुमार, गुरुकुल के प्रभारी प्रधानाचार्य शिवसागर सिंह उप प्रधानाचार्या सीमा, व आयुष ग्राम (ट्रस्ट) परिसर के समस्त आयुर्वेद नर्सिंग व फार्मेसी स्टॉफ शीलू पाण्डेय, साधना, शालू, चन्दा एवं गुरुकुलम् के छात्र मौजूद रहे।

  • Satna News :एकेएस के प्रबंधन अध्ययन संकाय के अनुराग सिंह परिहार को सामाजिक सुधार और उच्च शिक्षा संस्थान से मिला पुरस्कार

    Satna News : एकेएस के प्रबंधन अध्ययन संकाय के अनुराग सिंह परिहार को सामाजिक सुधार और उच्च शिक्षा संस्थान से पुरस्कार मिला है।भारत सरकार, नीति आयोग एनजीओ दर्पण और एमएचआरडी से संबद्ध यह सम्मान उनके वर्ल्ड अचीवर्स समिटऔर अवार्ड 2024 के दौरान प्रदान किया गया।

    श्री परिहार को माननीय श्री राजीव शुक्ला, सांसद-राज्यसभा, उपाध्यक्ष द्वारा अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया। अध्यक्ष, बीसीसीआई, पूर्व मंत्री भारत सरकार,पूर्व अध्यक्ष-आईपीएल के हाथों उन्हें सम्मानित किया गया। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर उन्हें विश्वविद्यालय प्रबंधन ने हार्दिक बधाई दी है। यह सम्मान क्षेत्र में उनके समर्पण और योगदान को रेखांकित करता है।

  • Satna News :एकेएस के केंद्रीय सभागार में भारतीय ज्ञान परंपरा पर विषद चर्चा

    सतना,मध्यप्रदेश।। भारतीय ज्ञान परंपरा पर चर्चा से पूर्व परंपरा अनुसार मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन देवार्चन एवं माल्यार्पण के साथ अक्षत,दीप,सुगंधित धूप के साथ किया गया । इसके पश्चात विश्वविद्यालय के कुल गीत का गायन उनके समक्ष किया गया। अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत मंच पर किया गया। मंच पर कुलपति प्रो.बी.ए.चोपडे, विश्वविद्यालय के डायरेक्टर अवनीश कुमार सोनी, प्रो. जी.सी. मिश्रा, डॉक्टर एस. एस.तोमर, प्रो.आर.एस. त्रिपाठी, इंजीनियर आर.के.श्रीवास्तव, प्रो. विपिन व्यवहार,सूर्यनाथ सिंह गहरवार उपस्थित हैं।

    अतिथि परिचय देते हुए सूर्यनाथ सिंह गहरवार ने सामाजिक चेतना और ज्ञान परंपरा पर उद्बोधन देने के लिए सभा गार में पधारे माननीय प्रोफेसर भरत शरण सिंह जी के जीवन परिचय से सभागार को परिचित कराया। उन्होंने बताया कि वह जूलॉजी के प्रोफेसर रहे हैं इसके साथ ही उनका आध्यात्मिक लगाव जग जाहिर है इसके पश्चात कार्यक्रम की अगली कड़ी में इंजीनियर आर. के. श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर एकेडमिक विकास के विभिन्न पड़ावों एवम गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने नैक और स्टूडेंट के लिए हो रही अलग-अलग गतिविधियों के साथ विश्वविद्यालय के नूतन कदमों की भी चर्चा की।प्रो. विपिन व्योहार ने मंच से प्राचीन परम्पराओं का जिक्र करते हुए अतीत की सुनहरी यादों का खाका खींचा। वक्त की नाव पर सवार होकर आए परिवर्तनों की और इंगित करते हुए उन्होंने कहा की भारतीयों का भाईचारा,सम्मान,स्नेह, प्रेम और वसुदेव कुटुंबकम की भावना कही तिरोहित हो रही है। उन्होंने मानवीय संवेदनाओं पर जागरूक रहने, समाज परिवार और देश को जागृत रहने का आह्वान किया। सामाजिक चेतना और ज्ञान परंपरा को मानवीय मूल्यों के साथ जोड़कर समाज की परिधि में पनप रहे असंवेदनशील विचारों पर दृष्टि डाली। तुलसी,पीपल, बेल,नीम,आम के महत्व के साथ माता पिता की वंदना,प्रकृति के सानिध्य के साथ दादी नानी की परंपराओं,गुरु महत्व पर सारगर्भित चर्चा की। समाज के संस्कार, त्योहार,सहजीवन का महत्व उन्होंने रेखांकित किया।कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे श्री भरत शरण सिंह, अध्यक्ष, निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग ने कहा कि श्रेष्ठ बनो और सभी को श्रेष्ठ बनाओ। उन्होंने कहा कि समय के प्रवाह पर सवार होकर हमें उज्जवल परिवर्तनों को आत्मसात करते रहना है और सकारात्मक कदमों को अपनी आदत में शामिल करते जाना है। क्योंकि समय और धाराएं किसी की प्रतीक्षा नहीं करती। उन्होंने भारत में विज्ञान की उज्जवल परंपरा पर सारगर्भित उदबोधन दिया। उन्होंने कहा की हमारी भूमिका रामकृष्ण परमहंस जैसी है जैसे उन्होंने स्वामी विवेकानंद को सामान्य बालक से विश्व पटल पर अंकित विश्व पुरुष के रूप में परिवर्तित किया। विकसित भारत में स्व का भाव आना चाहिए।हमारी विरासत को हमारी पाठ्य पुस्तकों में स्थान मिलना चाहिए जिससे आने वाली पीढ़ी हमारी प्राचीन विरासत और उसकी समृद्ध धरोहर आने वाली पीढियों तक पहुंच सके। उन्होंने जीवन पद्धति,संस्कार,पुरानी परंपराओं की अनूठी बातों और नवीनता के बीच सामंजस्य की बात कही।भारतीय जन में अपठित ज्ञान की भरमार है जो संवेदनाओं से भरी है बड़े बुजुर्गों का सम्मान,बराबर वालों के साथ मित्रता का भाव और बच्चों के साथ स्नेहिल स्वभाव सिखाया नही जाता यह भारतीय भाव में है। उन्होंने विभिन्न शास्त्रों का जिक्र करते हुए भारतीय ज्ञान परंपरा की समृद्धि का उदाहरण दिया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के समस्त संकायों के डीन, डायरेक्टर्स और फैकल्टी मेंबर्स उपस्थित रहे।कार्यक्रम के बाद एक पेड़ मां के नाम के तहत विश्वविद्यालय परिसर में एक पेड़ रोपित किया गया।कार्यक्रम का संचालन डीन लॉ विभाग डॉ. सुधीर जैन ने किया

  • सतना न्यूज :भारतीय इतिहास संकलन समिति ,महाकौशल प्रांत की कार्यकारिणी बैठक एकेएस विश्वविद्यालय में संपन्न

    सतना,मध्यप्रदेश।। भारत के स्वर्णिम अतीत की टूटी कड़ियों को जोड़ने एवं राष्ट्रीय अस्मिता के बोध को पुनर्स्थापित करने की दिशा में प्रयासरत इतिहास संकलन समिति महाकौशल प्रांत की कार्यकारिणी की बैठक एसकेएस विश्वविद्यालय सतना में हुई जिसमें सतना की जिला इकाई तथा महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय का गठन किया गया ।

    इस बैठक में इतिहास संकलन समिति महाकौशल प्रांत के अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति प्रो कपिल देव मिश्र जी ने की एवं कार्यक्रम में संस्था के चेयरमैन इंजी अनंत कुमार सोनी ,कुलपति प्रो बीए चोपड़े ,प्रति कुलपति डॉ हर्षवर्धन ,समिति के प्रांत के कार्यकारी अध्यक्ष नीरज कालिया , महासचिव डॉ शिवाकांत त्रिपाठी , उपाध्यक्ष प्रो महेंद्रमणि द्विवेदी उपस्थित रहे ।कार्यक्रम के प्रथम सत्र की शुरूआत मां सरस्वती को माल्यार्पण और द्वीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई ।



    प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता प्रो कपिलदेव मिश्र जी ने भारतीय ज्ञान परंपरा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति विषय पर ज्ञान परंपरा एवं शिक्षा नीति की प्रासंगिकता , उपादेयता पर प्रकाश डाला एवं स्व के इतिहास जागरण पर बल दिया ।चेयरमैन इंजी अनंत कुमार सोनी जी ने इतिहास की महत्ता और इसकी प्रासंगिकता को रेखांकित किया, वहीं कुलपति प्रो बी ए चोपड़े ने इतिहास के क्षेत्र में शोध की महत्ता को बढ़ाने की बात कही । प्रति कुलपति डॉ हर्षवर्धन श्रीवास्तव ने इतिहास के पुनर्निर्माण और जागरण की बात कही। कार्यक्रम में प्रान्त महासचिव डॉ शिवाकांत त्रिपाठी ने अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के स्थापना काल से अद्यावधि विकास की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अब यह आवश्यक हो गया है कि स्थानीय इतिहास लेखन के माध्यम से भारतीयता को केंद्र में रखकर भारत के गौरवशाली इतिहास को समाज के समक्ष प्रस्तुत किया जाय और इसके लिए जरूरी है कि हम इतिहास संकलन से जुड़कर उसे मजबूती प्रदान करें ,जो आज इस दिशा में बहुत ही महत्त्वपूर्ण कार्य कर रहा है । द्वितीय सत्र में इतिहास संकलन समिति महाकौशल प्रांत की सतना जिला इकाई और चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय इकाई की घोषणा की गई ।सतना जिला इकाई में विश्वविद्यालय के चेयरमैन इंजी अनंत कुमार सोनी संरक्षक ,कुलपति प्रो बी ए चोपड़े और प्रति कुलपति डॉ हर्षवर्धन विशेष आमंत्रित सदस्य ,डॉ सुनील कुमार मिश्र कार्यकारी अध्यक्ष , अनुराग श्रीवास्तव ,डॉ सुनीता गुप्ता उपाध्यक्ष ,गौरव सिंह सचिव, सतीश पाठक सह सचिव पूर्णिमा सिंह महिला प्रमुख, डॉ शालिनी शुक्ला महिला सह प्रमुख , डॉ मनोज रावत प्रचार प्रमुख , सत्यभूषण सिंह सह प्रचार प्रमुख , डॉ पुष्पा सोनी शोध प्रमुख ,शशिकांत दुबे लेखन प्रमुख , युवा प्रमुख डॉ पवन ताम्रकार ,डॉ दिलीप तिवारी सह युवा प्रमुख ,प्रशांत तिवारी ,अश्वनी कुमार ओमरे ,प्राची सिंह ,राजीव बैरागी सदस्य और जनजातीय लेखन प्रमुख का दायित्त्व हरिशंकर कोरी को सौंपा गया । चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय इकाई का अध्यक्ष डॉ त्रिभुवन सिंह और सचिव का दायित्त्व डॉ जय शंकर मिश्र को दिया गया । प्रान्त उपाध्यक्ष प्रो महेंद्रमणि द्विवेदी ने गठित कार्यकारिणी द्वय के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए उनका संगठनात्मक मार्गदर्शन किया । कार्यक्रम में प्रांत कार्यकारणी से महिला प्रमुख डॉ सुमन यादव, प्रचार प्रमुख गोविंद पांडेय , शोध प्रमुख डॉ सचिनदेव द्विवेदी , रीवा जिला इकाई की अध्यक्ष प्रो विभा श्रीवास्तव, मनीष मिश्रा एवं गठित कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रान्त महासचिव डॉ. शिवाकांत त्रिपाठी ने किया और आभार गौरव सिंह ने व्यक्त किया । कार्यक्रम का मार्गदर्शन कला विभाग के विभागाध्यक्ष राजीव बैरागी ने किया ।

  • सतना न्यूज :एकेएस के बीएससी एग्रीकल्चर सातवे सेमस्टर के छात्र रावे के तहत कर रहे मृदा परीक्षण

    सतना,मध्यप्रदेश।।एकेएस विश्वविद्यालय के कृषि संकाय में बीएससी एग्रीकल्चर सातवे सेमस्टर के छात्र छात्रों का रावे कार्यक्रम प्रारम्भ हो गया है। कृषि के छात्रों को ६ माह के लिए गांव से जोड़ा दिया गया है जिसमे किसान भाइयो से प्रायोगिक ज्ञान अर्जित कर रहे है। एकेएस का रावे सतना जिले के सतरा गांव में चल रहा है।

    एकेएस के बीएससी एग्रीकल्चर सातवे सेमस्टर के छात्र रावे के तहत कर रहे मृदा परीक्षण

    कार्यक्रम में छात्र गांव के परिवेश में रह कर ग्रामीणों को होने वाली समस्या का पता लगाते है व सामाजिक कार्यो में भी भागीदारी देते है ।इसके साथ किसान भाइयो के खेत का मृदा परिक्षण भी कर रहे है। विश्वविद्यालय के छात्रों का मार्गदर्शन विशेषज्ञ निरंतर कर रहे हैं।

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