5 Gaurav Yatras starting from June 22 will end in Shahdol

  • वीरांगना रानी दुर्गावती के बालिदान दिवस पर श्रद्धाजलि अर्पित करेंगे पीएम,22 जून से प्रारंभ 5 गौरव यात्राओं का शहडोल में होगा समापन

    भोपाल।। मध्यप्रदेश के गोड़ वंश की वीरागंना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस 24 जून को पूरे प्रदेश में मनाया जायेगा। देश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर अपनी श्रद्धाजलि अर्पित करेंगे। रानी दुर्गावती(rani durgavati) की बलिदान गाथा को जन-जन तक पहुंचाने प्रदेश के 5 स्थानों बालाघाट, छिन्दवाड़ा, सिगरामपुर (जबेरा-दमोह) कालिंजर फोर्ट उ.प्र. जन्म स्थल और धौहनी सीधी से 5 गौरव यात्रायें 22 जून को प्रारंभ होगी।

    वीरांगना रानी दुर्गावती के बालिदान दिवस पर श्रद्धाजलि अर्पित करेंगे पीएम,22 जून से प्रारंभ 5 गौरव यात्राओं का शहडोल में होगा समापन
    Image credit satna times

    यह यात्रायें रानी दुर्गावती के जीवन से जुड़े सभी प्रमुख स्थानों से होकर गुजरेगी और इनका समापन 27 जून 2023 को शहडोल में होगा। बलिदान दिवस के निमित कार्यक्रम के समापन में मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी होंगे। यह मध्यप्रदेश के लिए गौरव का अवसर है जिसमें मध्यप्रदेश की गौरव रानी दुर्गावती जी के बलिदान का स्मरण कराने प्रधानमंत्री जी स्वयं 27 जून को शहडोल आ रहे हैं।

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    मध्यप्रदेश की प्रमुख जनजाति गोड़ राजवंश ने 52 गढ़ों के विस्तृत साम्राज्य पर 63 गोड़ राजाओं ने 1400 वर्षों तक अपना शासन किया। महाराजा संग्राम शाह (1540-1543 ई), राजा दलपत शाह, राजा वीरनारायण, रानी दुर्गावती, राजा चन्द्र शाह, राजा हिर्देशाही, राजा निजाम शाही एवं 1857 में अंग्रेजों के विरूद्ध लडकर शहीद हुए राजा शंकरशाह एवं कुंवर रघुनाथ शाह प्रमुख है।राजा संग्राम शाह के पुत्र राजा दलपत शाह (1543-1550 ई0) से रानी दुर्गावती (जन्म 5 अक्टूबर 1524) का विवाह हुआ। इनके पति दलपत शाह की मृत्यु उपरांत रानी दुर्गावती ने 1550 से 1564 तक शासन किया।

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    अकबर के सरदार आशफ खान से युद्ध में 24 जून 1564 को रानी दुर्गावती जबलपुर के नर्राई नाला क्षेत्र में युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त हुई। रानी दुर्गावती को आज भी सर्वसामान्य तथा गोड़ जनजातीय समाज अपनी रानी, रणचंडी, सरक्षिका एवं देवी के रूप में अनन्य श्रृद्धा का भाव रखते है। प्रतिवर्ष 24 जून को रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस प्रदेश के कई जिलों में श्रृद्धापूर्वक मनाया जाता है। गोड़ बहुल सभी क्षेत्रों में बलिदान दिवस के कार्यक्रम बड़ी संख्या में आयोजित किये जाते हैं। बलिदान दिवस पर समाज के कार्यक्रम एक सप्ताह तक मनाये जाते हैं।वीरागंना रानी दुर्गावती और गौरव यात्रा 22 जून को 5 स्थानों से प्रारंभ होगी। इनमें बालाघाट से देश के गृहमंत्री अमित शाह शुरूआत करेंगे।

    यात्रा के संयोजक अध्यक्ष युवा आयोग निशांत खरें होगे और प्रशासनिक समन्वय अपर सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय के लक्ष्मण सिंह मरकाम करेंगे। संपूर्ण यात्रा का कन्ट्रोल रूम भोपाल में बनाया गया है।
    गौरव यात्रा 1- बालाघाट से शहडोल-शुभारंभ केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री अमित शाह करेंगे और केन्द्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते यात्रा प्रभारी होंगे। यह गौरव यात्रा 22 जून को प्रारंभ होकर बैहर, बिछिया, डिंडोरी, पुष्पराज गढ़, अनूपपुर, जैतपुर होते हुए 26 जून को शहडोल पहुंचेगी। गौरव यात्रा 2- छिन्दवाड़ा से शहडोल-(यात्रा प्रभारी सांसद श्री दुर्गादास उइके) यह गौरव यात्रा 22 जून को छिन्दवाड़ा से प्रारंभ होकर चौरई, सिवनी, क्योलारी, लखनादौन, मंडला, निवास, शहपुरा, उमरिया, पाली मानपुर होते हुए 26 जून को शहडोल पहुंचेगी। गौरव यात्रा 3- सिंगरामपुर (जबेरा/दमोह) से शहडोल- (यात्रा प्रभारी वन मंत्री कुंवर विजय शाह) यह गौरव यात्रा 22 जून को जबेरा से प्रारंभ होकर मझौली (पाटन) सिहोरा शहर जबलपुर बरगी समाधि, कुडंम, शहपुरा, बिरसिंहपुर पाली होकर 26 जून को शहडोल में अंतिम पडाव करेगी।

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    गौरव यात्रा 4-कलिंजर फोर्ट (उ.प्र.) जन्म स्थान से शहडोल-(यात्रा प्रभारी श्रीमती सम्पतिया उइके और सुमेर सिंह सोलंकी सांसद) यह गौरव यात्रा 22 जून को कलिंजर से प्रारंभ होकर अजयगढ़, पवई, बडवारा, विजय राघवगढ़ अमरपुर, मानपुर होते हुए 26 जून को शहडोल पहुंचेगी। गौरव यात्रा 5-धौहनी सीधी से शहडोल-(यात्रा प्रभारी सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह) यह गौरव यात्रा 22 जून को कुशमी से प्रारंभ
    होकर व्योहारी जयसिंह नगर होते हुए 26 जून को शहडोल में अन्तिम पड़ाव करेगी।

    आलेख-राजेश कुमार सिंह
    सहायक सूचना अधिकारी-सतना

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