150 players from 20 urban schools participated

  • Satna :शालेय विकासखंड कराते प्रतियोगिता में 45 खिलाड़ी चयनित , 20 शहरी विद्यालयों के 150 खिलाड़ियों ने भाग लिया

    सतना,मध्यप्रदेश।।स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सोहावल विकासखंड की कराते प्रतियोगिता का आयोजन गवर्नमेंट एक्सीलेंस वेंकट नंबर 1 स्कूल के मल्टीपरपज हॉल में किया गया। जिसमें शहरी 20 से ज्यादा स्कूलों के लगभग 150 खिलाड़ियों में भाग लिया। 14 और 17 वर्ष बालक बालिका में बड़ी संख्या में पार्टिसिपेशन और जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।

    Photo credit by satna times

    ओवर आल क्राइस्ट ज्योति स्कूल के 6, वेंकट क्रमांक-1 के 5 जबकि नालंदा, डीपीएस और क्रिस्टकुला तीनों के 4-4 खिलाड़ियों ने टीम में जगह बनाकर अपने विद्यालय को पदक तालिका में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान दिलाया।जानकारी देते हुए जिला कराते एसोसिएशन के सचिव मुख्य निर्णायक सेंसाई अंबुज सिंह ने बताया कि तीन आयु वर्ग में विभिन्न वजन वर्गों में आयोजित प्रतियोगिता के अंतिम परिणाम क्रमश: 14 वर्ष बालिकाओं में दीपशिखा अहिरवार दीप्ति बत्रा, कुमारी रेशमी चौहान, मेधावी गुप्ता, संगिनी सिंह और आदर्शिता राज जबकि बालकों में वीर जैन, दिव्यराज सिंह, आयुष प्रताप सिंह, कुशाग्र चौधरी, विभोर प्रताप सिंह, अच्युत सिंह, दिव्यांश सिंह परिहार, वीर देव राय और रौनक सिंह चयनित हुए।



    17 वर्ष बालिका में सुप्रिया सिंह, प्रगति अग्रवाल, समृद्धि चतुर्वेदी, रितिका पांडे, प्राप्ति पांडे, अन्वीक्षा वर्मा, इशिता त्रिपाठी और प्रगति सिंह जबकि बालकों में यश यादव, आदित्य अहिरवार, रितिक दहिया, आर्यन प्रताप सिंह, श्री वंश पांडे, सौरभ त्रिपाठी, साहिल गुप्ता अर्नव शर्मा, रमेश चौहान, आदर्श सिंह तिवारी, मानस शुक्ला, नमन गर्ग और आर्यन तिवारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। 19 वर्ष बालिका वर्ग में लक्षिता श्रीवास, अवनी सिंह, नंदिनी सिंह, चांद कुशवाहा, अपर्णा सिंह परिहार और वैभवी मिश्रा जबकि बालक वर्ग में श्रेयांश राठौर, राहुल यादव, ध्रुव त्रिपाठी और राहुल कुशवाहा विजयी रहे।
    उक्त प्रतियोगिता विकासखंड क्रीड़ा अधिकारी धीरेंद्र सिंह और वेंकट 1 की क्रीड़ा अधिकारी श्रीमती किरण चतुर्वेदी के दिशा निर्देशन में संपन्न हुई। प्रतियोगिता को संपन्न कराने में अंबुज सिंह, गुड्डू कनौजिया, नमन उपाध्याय, यश गुप्ता, प्रतीक सिंह, चाहत केसरवानी, आदित्य प्रताप, ध्रुव प्रताप, रमाकांत सहाय आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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