सिंगरौली समाचार

  • सिंगरौली न्यूज :शराब दुकान में मिले दो बाल श्रमिक, प्रभारी श्रम पदाधिकारी ने की कार्रवाई, मचा हड़कंप

    सिंगरौली, मध्यप्रदेश।। श्रम विभाग एवं बाल कल्याण अधिकारी तथा पुलिस ने संयुक्त रूप से शराब दुकान माजन मोड़, नवानगर एवं जयंत में दबिश दिया। जहां संयुक्त दल के हाथ दो बाल श्रमिक काम करते पाये गये। जिनके विरूद्ध श्रम विभाग प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दिया है।

    जानकारी के अनुसार प्रभारी श्रम पदाधिकारी सिंगरौली एनके पाण्डेय, श्रम निरीक्षक राहुल प्रधान एवं बाल कल्याण अधिकारी नीरज शर्मा सीडब्ल्यूसी सदस्य एवं पुलिस के साथ संयुक्त रूप से माजन मोड़, नवानगर एवं जयंत के शराब दुकान में दबिश दिया।


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    इस दौरान जयंत के शराब दुकान में दो बाल किशोर कार्य करते पाये गये। श्रम विभाग ने संबंधित शराब दुकानदार के संचालक के विरूद्ध बाल श्रम अधिनियम का उलंघन करने का मामला तैयार किया है। श्रम विभाग के संयुक्त दल के द्वारा की गई कार्रवाई से हड़कंप मच गया है।

  • Singrauli News :पीएम मोदी करेंगे एनसीएल की फस्र्ट माइल कनेक्टिविटी का उद्घाटन

    Singrauli News :प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर्यावरण अनुकूल तरीके से कोयले की आपूर्ति और गुणवत्ता बढ़ाने के दृढ़ संकल्प के साथ कोयला मंत्रालय के अंतर्गत कोल इंडिया लिमिटेड सीआईएल की सहायक कंपनी एनसीएल की दो महत्वपूर्ण फ स्र्ट माइल कनेक्टिविटी परियोजनाओं एफ एमसी का वर्चुअल रूप से कल 29 फ रवरी को उद्घाटन करेंगे।

    पीएम आज करेंगे एनसीएल की फस्र्ट माइल कनेक्टिविटी का उद्घाटन
    सतना टाइम्स डॉट इन

    एनसीएल द्वारा संचालित 1393.69 करोड़ रुपये लागत की ये परियोजनाएं कार्बन उत्सर्जन की कमी में योगदान देने वाले तेज, मशीनीकृत कोयला निकासी की दिशा में उल्लेखनीय कदम हैं। उद्धाटन की जाने वाली उल्लेखनीय परियोजनाओं में जयंत ओसीपी, सीएचपी-साइलो और दुधिचुआ ओसीपी, सीएचपी-साइलो शामिल हैं। जयंत ओसीपी, सीएचपी-साइलो की क्षमता 15 मिलियन टन प्रति वर्ष एमटीपीए है और इसे 723.50 करोड़ रुपये के निवेश के साथ विकसित किया गया है।

    इसी प्रकार दुधिचुआ ओसीपी सीएचपी-साइलो की वार्षिक क्षमता 10 मिलियन टन है और इसे 670.19 करोड़ रुपये के निवेश से बनाया गया है। उद्घाटन के बाद ये परियोजनाएं कोयला निकासी प्रक्रियाओं में दक्षता और स्थिरता का नया युग प्रारंभ करेंगी। परिवहन समय और लागत दोनों को कम करेंगी। जिससे समग्र उत्पादकता और लाभप्रदता में वृद्धि होगी। इसके अतिरिक्त ये परियोजनाएं लॉजिस्टिक्स को अधिकतम और कार्बन उत्सर्जन को कम करके गुणवत्ता वाले कोयले के प्रेषण और इसके वितरण के लिए एक हरित और पर्यावरण के प्रति जागरूक दृष्टिकोण में योगदान देंगी।

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