सतना,मध्यप्रदेश।।सतना मैहर रेलखंड के बीच में पड़ने वाला नौपुल हाल ही में हुई बारिश के चलते आधे से अधिक दूब गया है जिसके चलते गांव के लोगों का आवागमन पूरी तरह से बंद है। मजबूरी में ग्रामीण रेलवे लाइन पार करके ही आ जा रहे हैं।
दरअसल यह स्थिति जनपद पंचायत ऊँचेहरा अंतर्गत आने वाले पिपरी और अकड़ी आदिवासी बस्ती के लोगों के साथ बनी हुई है। इस संबंध में मिली जानकारी के चलते मुंबई-हावड़ा रेलखंड के चलते पिपरी पंचायत और अकहा पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव दो भागों में बटे हैं। इन्ही दोनों पंचायत दो गांव रेल लाइन के पश्चिमी दिशा की तरफ है. जिस वजह से आवाजाही के लिए सिर्फ और सिर्फ नौपुल के नीचे से ही रास्ता है जो बारिश के चलते पुल के नीचे काफी ज्यादा पानी भर जाने के चलते बन्द है, हालत यह है कि छह दशक बीतने के बाद भी गाँव के लोगो को आवागमन के लिए सुविधा नही मिल सकी।जिसके चलते लोग रेलवे लाइन पार करने को मजबूर है। परेशानी तब बढ़ती है जब गांव में कोई बीमार हो जाये और उसे अस्पताल ले जाना होता है।
कानूनी कार्यवाही का बना रहता है डर
एक तरफ ग्रामीण रास्ते की समस्या से जूझ रहे है, वही दूसरी तरफ ग्रामीणों को रेलवे अधिकारियों से कार्यवाही का डर बना रहता है, क्योंकि रेलवे लाइन पार करना रेलवे एक्ट की श्रेणी अंतर्गत आता है, जिसमे सजा और जुर्माना दोनों का प्रावधान है।ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार को नौपुल में पानी ज्यादा होने के चलते हम लोग रेलवे लाइन पार करके आवागमन कर रहे है।
सोशल मीडिया एक्स पर सीएम और रेलवे को दी जानकारी
वही स्थानीय निवासी व शासकीय सेवक तरुण मिश्रा ने यहाँ के ताजा हालातो की जानकारी सोशल मिडिया एक्स पर प्रदेश के मुख्यमंत्री और रेलमंत्री को ट्वीट कर उक्त मामले की जानकारी दिया है और रेल की पटरियों को पार कर जान जोखिम में डालने वाले ग्रामीण जनो को घंटो वही खड़े रहकर समझाइस दी है।
कौन होगा जिम्मेदार
स्थानीय निवासी बल्लभ कुशवाहा ने बताया कि नौपुल में पानी भरा हुआ है, और हम लोगो के आवागमन का मात्र एक ही जगह है।अगर कोई घटना घटती है इसका जिम्मेदार कौन होगा, शासन प्रशासन कोई ध्यान नही दे रहा है।
जनपद सीईओ ने लिया जायजा
नौपुला के पास जलभराव की जानकारी लगने पर जनपद सीईओ प्रभा टेकाम मौके पर पहुंची और उन्होंने लोगों को हिदायत दी कि पानी पार करने की कोशिश न करें। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा के बाद समस्या का स्थायी समाधान करेंगे।