Singrauli News : जिले के चितरंगी विकास खण्ड अंतर्गत खम्हरिया कला गांव में उल्टीदस्त के प्रकोप से आज दिन रविवार की सुबह एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। जिसमें महिला व दो उसके बच्चे शामिल हैं। इस महामारी में चपेट में आने से कई लोग बीमार भी हैं। सूचना मिलने पर 108 नम्बर एम्बुलेंस वाहन के माध्यम से सभी घायलों को उपचार के लिए नजदीकी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार चितरंगी ब्लॉक के खम्हरिया कला गांव के सागो टोला में डायरिया का प्रकोप से कई लोग बीमार हो गए हैं और इसके चपेट में आने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत भी हो गई है। हालांकि अभी एक ही परिवार रमेश साकेत के घर में यह प्रकोप आया है।नामक व्यक्ति का परिवार आया है। सूत्रों की मानें तो डायरिया की चपेट में आए रमेश साकेत का बच्चा शिवनंदन साकेत उम्र 3 वर्ष, बच्ची विधी साकेत उम्र 5 वर्ष पूरी तरह से प्रभावित हुए है। वहीं बहरी थाना क्षेत्र के नकझर गांव निवासी रमेश की एक महिला रिश्तेदार भी चपेट में आई है।
जहां घूमने के उद्देश्य से आई हुई थी। वह भी उक्त बीमारी की चपेट में आ गई है। इधर उक्त घटना की जानकारी आज दिन रविवार 4 अगस्त की सुबह 8:39 पर घटना की जानकारी 108 कंट्रोल रूम भोपाल को प्राप्त हुई है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और आनन-फानन में जानकारी लगते ही देवसर से 108 बीएलएस एंबुलेंस के साथ-साथ एक और एंबुलेंस में ड्यूटी पर तैनात ईएमटी शिव द्विवेदी, डीडी मिश्रा, पायलट कौशल प्रसाद व सेवालाल पनिका रवाना हुए। जिन्हे शासकीय अस्पताल देवसर मे भर्ती कराया गया है। जहां इलाज जारी है।
मॉ सहित दो बेटो की मौत
जानकारी के अनुसार खम्हरिया कला गांव के सागो टोला में डायरिया प्रकोप के चलते एक ही परिवार के तीन सदस्य क ाल के गाल में समा गए हैं। बताया जाता है कि इसके चपेट में आने से सोनाली साकेत पत्नी रमेश साकेत उम्र 30 वर्ष, शिवम साकेत पुत्र रमेश साकेत उम्र 5 वर्ष, शिवचरन साकेत पुत्र रमेश साकेत उम्र 7 माह की मौत हो गई है। जानकारी में यह भी बताया जा रहा है कि बासी भोजन की वजह से यह बीमारी एक ही घर में फैली थी।
दूषित एवं बासी भोजन के सेवन से मौत होने की संभावना
वही इस पूरे मामले पर डॉ. एनके जैन,सीएमएचओ, सिंगरौली ने बताया कि जानकारी मिलते ही चितरंगी से स्वास्थ्य टीम भेजी गई थी। एक ही परिवार में उल्टीदस्त का प्रकोप था। पानी सभी लोग हैंडपंप का पीते हैं। संभावना है कि बासी एवं दूषित भोजन के सेवन से उक्त परिवार प्रभावित हुआ है।