MP:मध्यप्रदेश की सबसे लंबी सिंगल लेन रेलवे सुरंग बनकर तैयार, सुरक्षा होगी हाईटेक,आखिर कहा बनी है इतनी लंबी रेलवे सुरंग,जाने

रीवा,मध्यप्रदेश।। मध्यप्रदेश की सबसे लंबी रेलवे टनल बनकर तैयार हो चुकी है। बहुत जल्द यहां की लोगों को इसकी बेहतर सुविधा मिलने लगेगी। बता दें कि यह 3.33 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण किया गया है। जिसमें सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं जो कि काफी हाईटेक होगी। दरअसल, इस सुरंग को रीवा के गोविंदगढ़ में छुहिया घाटी को काटकर बनाई गई है ताकि ललितपुर-सिंगरौली लाइन को आसानी से जोड़ा जा सके। जल्द ही इस सुरंग का टेस्टिंग किया जाएगा और इस साल के आखिरी में लोगों को इसकी सौगात दे दी जाएगी। फिलहाल, इसके लिए कोई अधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है। इस सुरंग को राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्तवपूर्ण माना जा रहा है।

रीवा और सीधी के बीच यह टनल 10 किलोमीटर घुमावदार रास्ते में बनाया गया है। जिसके कारण यह दूरी महज कुछ किलोमीटर की रह गई है। बता दें कि इस टनल के एक तरफ रीवा जिले का गोविंदगढ़ है, तो वहीं दूसरी तरफ सीधी जिले का बघवार है जो कि अपने आप में अद्भुत है। केवल इतना ही सरकार ने सुरक्षा को मध्यनजर रखते हुए इसके अंदर हाईटेक CCTV कैमरे लगवाने का निर्णय लिया है। जिससे कभी भी कोई अप्रिय घटना को होने से रोका जा सके। इसके साथ ही इसके भीतर 50 से 100 हाई मास्ट लाइट भी लगाई जाएंगी।
सुरंग के अंदर किसी कारणवश अगर ट्रेन रुक जाती है तो इसके लिए तुरंत कंट्रोल रूम को अलर्ट का मैसेज जाएगा। साथ ही जगह-जगह अनाउंसमेंट की भी व्यवस्था की गई है।
यह भी पढ़े – विंध्य की पहली बघेली फिल्म बुधिया का ट्रेलर रिलीज,12 नवम्बर को MP- CG के सिनेमा घरों में होगी रिलीज
वहीं, पश्चिम मध्य रेलवे के CPRO राहुल श्रीवास्तव कहा कि, रीवा जिले को सिंगरौली से रेल लाइन द्वारा जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना में गोविंदगढ़ स्थित छुहिया घाटी पर बनी रेलवे सुरंग एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। इसके बनने से सड़क मार्ग का दबाव कम होगा। समय की बचत होगी साथ ही रेलवे के माल भाड़े का आवागमन भी सुगम होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि, रेल विभाग द्वारा 107 करोड़ रुपये की लागत तय की गई थी।