Lawrence Bishnoi Gang: छत्तीसगढ़ में 4 साल से लॉरेंस बिश्नोई का गैंग सक्रिय, कई बार की फायरिंग, टारगेट में है ये बड़े कारोबारी

Gangster Lawrence Bishnoi: पीआरए ग्रुप के ऑफिस में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू (साव) के शूटरों द्वारा दहशत और वसूली के लिए फायरिंग करने की पहली घटना नहीं है। यह गैंग प्रदेश में पिछले करीब चार साल से अपनी पैठ जमा चुका है। पीआरए ग्रुप बार्बरिक प्राइवेट लिमिटेड के ऑफिस में फायरिंग करने से पहले आरकेटीसी के शंकर नगर ऑफिस में गैंग के शूटरों ने पिछले साल फायरिंग की थी। उस समय इस गैंग की चर्चा नहीं हुई थी।

पुलिस ने इस गैंग का खुलासा नहीं किया था। इससे पहले आरकेटीसी के ही कोरबा ऑफिस में भी शूटरों ने फायरिंग की थी। रायपुर के करिश्मा अपार्टमेंट की फायरिंग में भी इसी गैंग की संलिप्तता है। गैंगस्टरों का गिरोह पिछले चार-पांच साल से प्रदेश के कोयला, कंस्ट्रक्शन, सरकारी ठेकेदारों को टारगेट कर रहे हैं। उन्हें डरा-धमकाकर वसूली कर रहे हैं। प्रोटेक्शन मनी नहीं देने पर फायरिंग कराते हैं।

फायरिंग का ट्रेक रिकार्ड

-30 सितंबर 2022 को शाम 6.22 बजे आरकेटीसी के टीपी नगर कोरबा ऑफिस के बाहर हेलमेट लगाए बाइक सवार पहुंचा। उसने बंदूक से फायरिंग की और ऑफिस में परचा फेंका। इसके बाद भाग निकला। परचे में झारखंड में ट्रांसपोर्ट कारोबार करने के लिए अमन साहू गैंग से लेन-देन करके चलने की चेतावनी दी थी। मामला कोरबा टीपी नगर थाने में दर्ज हुआ।

-11 फरवरी 2023 को शाम 6.52 बजे आरकेटीसी के शंकर नगर सेक्टर-2 रायपुर ऑफिस के सामने बाइक सवार दो युवक पहुंचे। कंपनी के गेट से एक चक्कर लगाने के बाद सामने आकर एक बार फायरिंग की। गोली दीवार में लगी। इसके बाद दोनों भाग निकले। सिविल लाइन पुलिस ने अपराध दर्ज किया। फायरिंग करने वाले दोनों पकड़े गए थे।
-11 जून 2023 को सुबह करीब 11 बजे अनुपम नगर के पास करिश्मा अपार्टमेंट में इंद्रमणि कोल कंपनी के कैशियर विजयशेखर पांडेय अपने फ्लैट में थे। इसी दौरान मेनरोड से किसी ने उनके फ्लैट में फायरिंग की और भाग निकले। गोली बालकनी में लगे शीशे को छेदते हुए हॉल में गिरी। पुलिस ने अपराध दर्ज किया, लेकिन शूटरों का कुछ पता नहीं चल पाया है।
-13 जुलाई 2024 सुबह करीब 10.45 बजे पीआरए बार्बरिक प्राइवेट लिमिटे के रिंग रोड-1 िस्थत कार्पाेरेट ऑफिस में बाइक सवार दो शूटरों ने फायरिंग की। इसके बाद भाग निकले। इस घटना से पहले 28 मई को पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू गैंग को गोली मारने की एक और घटना को होने से पहले एक्सपोज किया था।

गैंग ने बनाया लोकल नेटवर्क

गैंगस्टर अमन साहू ने कई शहरों में अपना लोकल नेटवर्क बना लिया है। इनमें भाड़े के शूटर हैं। अधिकांश झारखंड, बिहार और यूपी के रहने वाले हैं, जो अलग-अलग शहरों में रह रहे हैं। यहां के बड़े कोयला कारोबारी, कंस्ट्रक्शन और सरकारी टेंडर लेने वालों की जानकारी जुटाने और उन्हें समय-समय पर दहशत में लाने के लिए फायरिंग की घटना को अंजाम दे रहे हैं।

शूटरों का नहीं मिला सुराग

पीआरए ग्रुप के ऑफिस में फायरिंग करने वाले शूटरों का तीन दिन बाद भी सुराग नहीं मिला है। क्राइम ब्रांच की 5 से अधिक टीमें अलग-अलग राज्यों में शूटरों की तलाश में लगी है। इसके अलावा तकनीकी जांच के लिए अलग से टीम लगी है। बताया जाता है कि फायरिंग के बाद शूटर शहर छोड़कर निकल गए हैं। उनकी पहचान भी अब तक नहीं हो पाई है।

पुराने शूटरों की तलाश, पूछताछ

कोरबा के टीपी नगर, शंकर नगर फायरिंग में शामिल शूटरों के बारे में भी पतासाजी की जा रही है। उनके स्थानीय संबंधों को खंगाला जा रहा है। रायगढ़ में भी अमन गैंग से जुड़े शूटरों का पता लगाया जा रहा है। पुलिस को कुछ संदिग्धों के बारे में जानकारी मिली है।

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