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Karishma Kapoor का खुलासा :कभी झाड़ियों के पीछे बदलने पड़ते थे कपड़े, वॉशरूम जाना भी बन जाता था मज़ाक

Karishma Kapoor Shocking News :बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस करिश्मा कपूर ने अपने करियर के शुरुआती दिनों से जुड़े कई चौंकाने वाले किस्से ...

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| सतना टाइम्स

करिश्मा कपूर का खुलासा: कभी झाड़ियों के पीछे बदलने पड़ते थे कपड़े, वॉशरूम जाना भी बन जाता था मज़ाक

Karishma Kapoor Shocking News :बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस करिश्मा कपूर ने अपने करियर के शुरुआती दिनों से जुड़े कई चौंकाने वाले किस्से साझा किए। एक दौर था जब पूरी फिल्म इंडस्ट्री पर उनका दबदबा था, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने का सफर बिल्कुल आसान नहीं रहा है।

करिश्मा कपूर का खुलासा: कभी झाड़ियों के पीछे बदलने पड़ते थे कपड़े, वॉशरूम जाना भी बन जाता था मज़ाक

हाल ही में एक लेडीज़ स्टडी ग्रुप इवेंट में करिश्मा ने बताया कि फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद उन्हें अपनी पहचान बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। उन्होंने कहा “आज के एक्टर्स कई शेफ और ढेरों वैनिटी वैन लेकर चलते हैं, लेकिन हमारे लिए साफ वॉशरूम मिल जाना ही लक्ज़री हुआ करता था। हम झाड़ियों के पीछे कपड़े बदलते थे। अगर वॉशरूम जाना होता तो यूनिट वाले मज़ाक उड़ाते—‘मैडम लू जा रही हैं।’ हमने वो दिन भी देखे हैं।”

सड़क किनारे और दूसरों के घर में बदलने पड़ते थे कपड़े

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करिश्मा ने आगे बताया कि शुरुआती दौर में सेट पर वैनिटी वैन जैसी सुविधाएं नहीं थीं। कई बार उन्हें किसी दुकान या फिर लोगों के घर जाकर कपड़े बदलने पड़ते थे।“आज जहां सेट पर 30–35 ट्रेलर खड़े रहते हैं, तब हम किसी का दरवाज़ा खटखटाकर कहते थे कि हमें कपड़े बदलने हैं। उस दौर से आज तक का सफर यकीन करना मुश्किल है।”

टेक्नॉलजी में बड़ा बदलाव

करिश्मा ने तकनीकी बदलावों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा “हमने ऐसी फिल्में कीं, जिनमें सिर्फ डबिंग होती थी। पहली बार मैंने खुद को मॉनिटर पर ‘दिल तो पागल है’ के ‘डांस ऑफ एन्वी’ गाने में देखा था। उससे पहले फिल्म का नतीजा हमें 70mm स्क्रीन पर रिलीज़ के बाद ही पता चलता था।

पिछले पाँच वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय जयदेव विश्वकर्मा, जनसरोकार और जमीनी हकीकत की आवाज़ हैं। सामाजिक सरोकार, सकारात्मक पहल, राजनीति, स्वास्थ्य और आमजन से जुड़े मुद्दों पर इनकी पकड़ गहरी है। निष्पक्षता और सटीक ग्राउंड रिपोर्टिंग के लिए जाने जाने वाले जयदेव, जनता के असली सवालों को सामने लाने में यक़ीन रखते हैं।... और पढ़ें