MP की सबसे लंबी सुरंग रीवा-सीधी मार्ग का हुआ लोकार्पण, मंत्री नितिन गडकरी बोले-ये बिल्कुल अनूठी; सबसे नीचे टनल, फिर नहर और सबसे ऊपर सड़क

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को मध्यप्रदेश की सबसे लंबी सुरंग का लोकार्पण किया। रीवा जिले में 1004 करोड़ रुपए की लागत से बनी मोहनिया टनल के लोकार्पण के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद रहे। ये टनल झांसी (उत्तरप्रदेश) को रांची (झारखंड) से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-39 पर बनी है।
लोकार्पण का मुख्य कार्यक्रम सीधी छोर पर हुआ। केंद्रीय मंत्री गडकरी फोरलेन चोरहटा बायपास से आते हुए मोहनिया टनल पहुंचे। यहां उन्होंने 100 फीट का तिरंगा फहराया। फिर बदवार सोलर प्लांट के करीब बने मंच से आमसभा करते हुए 2400 करोड़ के कामों का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। इसके बाद फिल्म के माध्यम से इन योजनाओं की उपयोगिता बताई गई। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मोहनिया टनल भारत की अनूठी सुरंग है। जिसमें सबसे नीचे टनल, फिर बाणसागर की नहर और सबसे ऊपर पुराना सड़क मार्ग है। ये ऑप्टिकल फाइबर युक्त टनल है। जिसमें प्रत्येक 300 मीटर के बाद एक टनल से दूसरे टनल में जाने के लिए रास्ता है।

2,280 मीटर लम्बी है टनल
मोहनिया टनल की कुल लम्बाई 2280 मीटर है, जो 6 लेन की है। तीन लेन आने के लिए और तीन लेन जाने के लिए है। सुरंग को आपस में जोड़ने के लिए अन्दर 7 स्थानों पर अंडर पास दिए गए हैं। अगर कोई वाहन चालक विपरीत परिस्थितयों में बीच से वापस लौटना चाहे, तो आसानी से लौट सकता है। अंदर 46 फैन लगाए गए हैं। सेफ्टी के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे, फायर सिस्टम, कंट्रोल रूम और अनाउसमेंट सिस्टम लगाया गया है।
रीवा-सीधी के बीच 7 KM की दूरी होगी कम
टनल बन जाने से रीवा-सीधी के बीच 7 KM की दूरी घट गई है। आना-जाना आसान होने से मोहनिया घाटी का 45 मिनट का सफर सिर्फ 5 मिनट में तय होगा। टनल जंगली जानवरों की सेफ्टी में भी मददगार है। दरअसल, अब घाट का रास्ता बंद होने से जंगली जानवर अपने एरिया में खुलकर घूम-फिर पा रहे हैं।
सीधी के छोर पर जहां सुरंग समाप्त होती है, वहां ऊपर से बाणसागर बांध की नहर गुजर रही है। इस नहर से उत्तरप्रदेश राज्य को पानी दिया जाता है। काफी मशक्कत के बाद नहर को बंद कर चार महीने में एक्वाडक्ट का निर्माण किया गया। सुरंग के ऊपर से भी एक अन्य नहर और सड़क गुजर रही है।
मैहर से चित्रकूट अब सवा घंटे में
श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए मैहर से चित्रकूट तक एक बायपास बनाया जा रहा है, जो 2023 तक बनकर तैयार होगा। इसकी मदद से श्रद्धालु 1 घंटे 20 मिनट में चित्रकूट पहुंच जाएंगे। इसके लिए सिरमौतर से डभौरा से 38 किमी की सड़क का काम भी जल्द पूरा हो जाएगा। उमरिया से शहडोल तक 512 करोड़ की लागत से बन रही टू-लेन सड़क का काम भी 2023 तक पूरा हो जाएगा। इसके अलावा दो अन्य बायपास भी बनाए जा रहे हैं। साथ ही शहडोल से सागरटोला और सागरटोला से अमरकंटक तक टू लेन का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है।
रीवा से सीधी मार्ग होगा फोरलेन
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में चंबल एक्सप्रेस हाईवे की लंबाई 306 किमी रहेगी। इंदौर से हैदराबाद तक 685 किमी का हाईवे औद्योगिक विकास के लिए उपयोगी होगा। रीवा से सीधी का मार्ग फोरलेन किया जाएगा। इस सड़क का डीपीआर बनाकर 2024 में काम शुरू हो जाएगा। रीवा बायपास को टू लेन से फोरलेन करने के लिए 2023 तक काम शुरू हो जाएगा। सीधी से सिंगरौली सड़क का काम जल्द शुरू हो जाएगा। नर्मदापथ का काम भी दिसंबर 2024 तक शुरू हो जाएगा। इससे नर्मदा परिक्रमा और सुगम हो जाएगी।
विंध्य का विकास हमारी प्राथमिकता : मुख्यमंत्री
गडकरी ने कहा- मुख्यमंत्री की मांग अनुसार इंदौर-भोपाल को एक रुपए तो विंध्य को सवा रुपए मिलेगा। मैहर-चित्रकूट के बीच ग्रीनफील्ड मार्ग बनेगा। सतना से मैहर 40 किलोमीटर का मार्ग जल्द पूरा हो जाएगा। साथ ही 80 किलोमीटर की रोड अलग बनेगी। इसमे 5 किलोमीटर का बायपास बनेगा। मतलब 120 किलोमीटर की दूरी, 120 मिनट में पूरी होगी।
सीएम बोले- धर्मिक परिक्रमा पथ तैयार होगा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने गुढ़ और गोविंदगढ़ के लिए 10 करोड़ रुपए मंजूर किए। उन्होंने कहा- मैं चाहता हूं कि अमरकंटक से लेकर गुजरात की सीमा तक नर्मदा परिक्रमा पथ पर धार्मिक परिक्रमा पथ तैयार किया जाए। प्रदेश सरकार परिक्रमा करने वालों के रहने की व्यवस्था कर देगी। धार्मिक आस्थाओं से भरा नर्मदा परिक्रमा पथ बन जाएगा।
इन 7 सड़कों का भूमिपूजन किया
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने 2443.89 करोड़ के लागत से बनी 7 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इसमें 2323.89 करोड़ की लागत वाली 5 सड़कें हाईवे की हैं। NHAI द्वारा निर्मित चुरहट बायपास से टनल तक 4 लेन सड़क का निर्माण शामिल हैं। इसकी लागत 1600 करोड़ रुपए और लंबाई 15.35 KM है। समारोह में लोक निर्माण विभाग द्वारा 144.89 करोड़ रुपए की लागत से रीवा में निर्मित 11.46 किलोमीटर की सीसी रोड का लोकार्पण भी किया गया। केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम में सतना-बेला फोरलेन सड़क का भी लोकार्पण किया। इसकी लागत 471 करोड़ रुपए है। लंबाई 47 किलोमीटर है। सज्जनपुर से छिबौरा, गाजन, 2 लेन सड़क का लोकार्पण भी
सतना जिले में सज्जनपुर-छिबौरा-गाजन 2 लेन सड़क का भी लोकार्पण किया। इसकी लंबाई 22 KM और लागत 34 करोड़ रुपए है। 74 करोड़ की लागत से निर्मित गाजन, मगरवार, इटौर, खम्हरिया, गोरैया तक 2 लेन 47 किलोमीटर का भी लोकार्पण किया। लोक निर्माण विभाग द्वारा 33 करोड़ की लागत से 17 किलोमीटर लंबाई की देवतालाब-नईगढ़ी सड़क के उन्नयन कार्य का भूमिपूजन किया गया। समारोह में लोक निर्माण विभाग द्वारा 87 करोड़ रुपए की लागत से स्वीकृत शहडोल जिले के ब्यौहारी से न्यू सपटा ग्राम तक 45 किलोमीटर लंबाई की सड़क का भी उन्नयन कार्य का भी भूमिपूजन किया गया।
लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए ये अतिथि
समारोह में केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री जनरल बीके सिंह, विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव, खाद्य मंत्री एवं रीवा जिले के प्रभारी मंत्री बिसाहूलाल सिंह, वन मंत्री कुंवर विजय शाह, ग्रामीण विकास एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रामखेलावन पटेल, लोक निर्माण विभाग के राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ अतिथि के रूप में शामिल हुए।वहीं कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह, राज्यसभा सांसद राजमणि पटेल, लोकसभा सांसद रीवा जनार्दन मिश्र, सांसद सीधी रीति पाठक, सांसद सतना गणेश सिंह, रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल, ब्यौहारी विधायक शरद कोल, गुढ विधायक नागेन्द्र सिंह, चुरहट विधायक शारदेंदु तिवारी, विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा, विधायक कल्पना वर्मा, विधायक विक्रम सिंह और सतना महापौर योगेश ताम्रकार मौजूद रहे।