Satna News : 66वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का रंगारंग समापन

सतना।।राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा (खो-खो) प्रतियोगिता का आयोजन सतना में 9 से 13 नवंबर तक अशासकीय विट्स प्रांगण में किया गया। प्रदेश के पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री श्री रामखेलावन पटेल के मुखातिथ्य एवं महापौर योगेश ताम्रकार की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का रंगारंग समापन किया गया। इस मौके पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुष्मिता सिंह परिहार, अपर कलेक्टर संस्कृति जैन, जिलाध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी, पंकज सिंह परिहार, जिला शिक्षा अधिकारी नीरव दीक्षित, जिला क्रीड़ा अधिकारी मीना त्रिपाठी उपस्थित रहे।

समापन कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यमंत्री श्री पटेल मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा कि स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ्य मस्तिष्क होता है। खेलो से शारीरिक विकास के साथ ही स्वस्थ्य मानसिकता का भी विकास होता है। राज्यमंत्री ने कहा कि खेलो में हार-जीत कोई मायने नहीं रखती, बल्कि खेल की भावना महत्वपूर्ण होती है। उन्होने सतना जिले को राज्य स्तरीय शालेय खेलो की मेजबानी देने के लिये राज्य शासन की आभार व्यक्त किया। राज्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये सभी सुविधाये एवं प्रशिक्षण देने का प्रयास कर रही है। उन्होने कहा कि सतना जिले आगामी समय में राष्ट्रीय स्तर के खेल भी आयोजित कराने के प्रयास होंगे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये महापौर योगेश ताम्रकार ने कहा कि खेलो में खो-खो हमारी संस्कृति और परंपरा का प्राचीनतम खेल हैं। प्राचीन समय में इसे रथौड़ा के नाम से जाना जाता था और यह रथ तथा घोड़े के माध्यम से खेला जाता है। खो-खो और खेल का राज्य स्तरीय द्रोणाचार्य सम्मान इसी खो-खो खेल के गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर रखा गया है। सतना में राज्य स्तरीय खेलो के सफलतापूर्वक आयोजन के लिये सभी व्यवस्थापकों एवं सहभागियों का आभार प्रकट करते हुये महापौर ने कहा कि सतना जिला और राष्ट्रीय स्तर के खेलो के लिये सर्वथा अनुकूल है। जिले को राष्ट्रीय स्तर के खेलो की मेजबानी मिलने पर कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी।

कार्यक्रम को जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुष्मिता सिंह और जिलाध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी ने भी संबोधित किया और खिलाड़ियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनायें दी। जिला शिक्षा अधिकारी नीरव दीक्षित ने प्रतियोगिता प्रतिवेदन में बताया कि 66वीं राज्य स्तरीय शालेय प्रतियोगिता में 10 संभागों के 720 छात्र-छात्राओ, 140 टीम मैनेजर (ऑफीशियल्स) ने हिस्सेदारी की। प्रतियोगिता के दौरान 120 लीग मैच खेले गये हैं। कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी 10 संभागों के खिलाड़ी छात्र-छात्राओं ने आकर्षक मार्च पास्ट किया।

कार्यक्रम में महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल सतना, माउंट लिटेरा और नालंदा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के अंत में राज्यमंत्री श्री रामखेलावन पटेल ने खेल ध्वज अवतरण कर राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता के समापन की घोषणा की। उन्होने प्रतियोगिता में विजेता और उप-विजेता टीमों के खिलाड़ियों के मेडल, सर्टिफिकेट और ट्रॉफी भेंटकर पुरुस्कृत किया।
राज्य स्तरीय खो-खो खेल प्रतियोगिता के पुरुस्कृत टीमों के नाम इस प्रकार हैंः
14 वर्ष बालिका
प्रथम-रीवा संभाग
द्वितीय-जबलपुर संभाग
तृतीय- आदिवासी विकास

17 वर्ष बालिका
प्रथम-इंदौर संभाग
द्वितीय- आदिवासी विकास
तृतीय- जबलपुर संभाग

19 वर्ष बालिका
प्रथम-नर्मदापुरम
द्वितीय- जबलपुर संभाग
तृतीय- उज्जैन संभाग
xxxxxx
14 वर्ष बालक
प्रथम-रीवा संभाग
द्वितीय-इंदौर संभाग
तृतीय- आदिवासी विकास

17 वर्ष बालक
प्रथम-इंदौर संभाग
द्वितीय- रीवा संभाग
तृतीय- आदिवासी विकास

19 वर्ष बालक
प्रथम- इंदौर संभाग
द्वितीय- जनजातीय कार्य
तृतीय- उज्जैन संभाग
बेस्ट मार्च पास्ट का पुरुस्कार शहडोल संभाग को मिला।

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