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Satna : गुण नियंत्रण में कम सैंपलिंग पर चार एसएडीओ को कलेक्टर ने थमाया कारण बताओ नोटिस

सतना ।।कलेक्टर अनुराग वर्मा ने खाद-बीज-कीटनाशक में गुण नियंत्रण के लिए निर्धारित लक्ष्य अनुसार सैंपलिंग नहीं करने पर चार विकासखंडों के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। यह निर्देश कलेक्टर ने गुरुवार को कृषि आदान, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक में दिए। इस मौके पर अपर कलेक्टर संस्कृति जैन, उप संचालक कृषि केसी अहिरवार, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ प्रमोद शर्मा, उपसंचालक उद्यान एनएस कुशवाह सहित कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

उप संचालक कृषि ने बताया कि रबी वर्ष 2022-23 में 3 लाख 72 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों के आच्छादन का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें अब तक 1 लाख 77 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की पूर्ति की जा चुकी है। रबी फसलों के लिए जिले के किसानों को सहकारिता और निजी क्षेत्रों से 32 हजार 723 मीट्रिक टन उर्वरक का वितरण किया गया है। मिट्टी परीक्षण वर्ष 2022-23 के निर्धारित लक्ष्य 3914 नमूनों का कलेक्शन किया गया। इनमें 3511 नमूने परीक्षण किए गए हैं और 3236 किसानों को स्वाइल हेल्थ कार्ड वितरित किए गए हैं। नेशनल मिशन ऑन इडिबल ऑयल के तहत मझगवां विकासखंड में 50 हेक्टेयर क्षेत्र में सरसों फसल प्रदर्शन किया गया है।

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उर्वरक गुण नियंत्रण रबी वर्ष 2022-23 में निर्धारित लक्ष्य 160 के विरुद्ध 109 सैंपल लिए गए। जिनमें 11 के परिणाम प्राप्त हुए हैं। बीज गुण नियंत्रण में 165 के लक्ष्य के विरुद्ध 110 सैंपल और कीटनाशकों के 21 सैंपल का लक्ष्य पूरा किया जाएगा। उर्वरक गुण नियंत्रण में रामपुर बघेलान, मझगवां, उचेहरा, मैहर और बीज गुण नियंत्रण में उचेहरा, मैहर, अमरपाटन में निर्धारित लक्ष्य से कम सैंपलिंग पर संबंधित वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारियों को नोटिस जारी करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। आत्मा परियोजना के कार्यों की समीक्षा में कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि आत्मा की गतिविधियां फील्ड और किसानों के बीच दिखनी चाहिए।

उद्यानिकी विभाग की समीक्षा में बताया गया कि सब्जी क्षेत्र विस्तार और मसाला क्षेत्र विस्तार में लक्ष्य प्राप्त किए गए हैं। आरकेव्हीवाई में जिले में 20 हेक्टेयर में सिंघाड़ा की खेती को प्रोत्साहित किया गया है। अब तक 9.45 हेक्टेयर क्षेत्र की पूर्ति की गई है। योजना में ऑनलाइन आवेदन प्राप्त किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना में वन डिस्ट्रिक-वन प्रोडक्ट के तहत 135 टमाटर प्रसंस्करण संबंधी आवेदन मिले हैं। जिनमें 90 प्रकरण बैंकों को प्रस्तुत किए गए हैं। योजना में अब तक 16 इकाईयां स्वीकृत हैं। जिनमें 6 इकाइयां टमाटर प्रसंस्करण की हैं। शासकीय उद्यान की नर्सरी नागौद, अमिलपुर, असरार, कोनिया में कुल 1 लाख 2 हजार 72 कलमी, बीजू पौधे तैयार किए गए हैं। जिनमें 61 हजार 97 पौधों का विक्रय किया गया है। मनरेगा से संचालित नर्सरी नागौद में 65 हजार और असरार में 40 हजार के लगभग फलदार पौधे उपलब्ध है।

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उपसंचालक पशु चिकित्सा डॉ प्रमोद शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान में पशुधन क्रेडिट कार्ड की 3200 प्राप्त आवेदनों में 1463 स्वीकृत किए गए हैं। दुर्गापुर में बकरी पालन के 496 प्रकरण तैयार कर बैंकों में लगाए गए हैं। राष्ट्रीय कार्यक्रम पशुओं के टीकाकरण में लक्ष्य 10 लाख 92 हजार 220 पशुओं के विरुद्ध 6 लाख 33 हजार 709 पशुओं का टीकाकरण किया गया है।

460 हेक्टेयर में होगी प्राकृतिक खेती – उप संचालक कृषि ने बताया कि प्राकृतिक खेती की ओर प्रोत्साहन स्वरूप जिले में रबी मौसम में 460 हेक्टेयर क्षेत्र में प्राकृतिक खेती का लक्ष्य रखा गया है। 97 गांवों के 1180 किसानों का चयन प्राकृतिक खेती के लिए किया गया है। जिनमें 1520 किसानों को इसका विधिवत प्रशिक्षण भी दिया गया है।

JAYDEV VISHWAKARMA

पत्रकारिता में 4 साल से कार्यरत। सामाजिक सरोकार, सकारात्मक मुद्दों, राजनीतिक, स्वास्थ्य व आमजन से जुड़े विषयों पर खबर लिखने का अनुभव। Founder & Ceo - Satna Times

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