अजब गजब एमपी: सड़क के बीचोबीच खड़ा हैंडपंप, ठेकेदार की “जुगाड़ इंजीनियरिंग” देख सब हैरान!

Maihar News :विकास के नाम पर कई बार ऐसी लापरवाहियां हो जाती हैं कि समझ ही नहीं आता हँसा जाए या सिर पकड़ा जाए।मध्यप्रदेश के मैंहर जिले से एक ऐसा ही अजब-गजब मामला सामने आया है। जहां निर्माणाधीन डामरीकृत सड़क के बीचों-बीच हैंडपंप को जस का तस छोड़ दिया गया है।हैंडपंप न ही हटाया गया है, न शिफ्ट किया गया है। बस उस पर ही सड़क बिछा दी गई है।
दरअसल पूरा मामला मैहर जिले के रामनगर अंतर्गत जिगना भैसरहा मार्ग का है, जहां MPRDC की निगरानी में काम कर रही शिवशक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी ने मानो इंजीनियरिंग को मज़ाक बना दिया हो।यहाँ 168 करोड़ रुपये की लागत से रामनगर से गोविंदगढ़ के बीच सड़क को सिंगल लेन से डबल लेन में बदला जा रहा है। लेकिन ठेकेदार ने भैसरहा गांव के पास मौजूद हैंडपंप को नजरअंदाज कर, सीधे उसके ऊपर से सड़क बना दी है।अब नतीजा ये है कि पक्की सड़क के बीचोबीच लोहे का हैंडपंप तन कर खड़ा है।जो कभी गांव वालों की प्यास बुझाता था, अब वाहनों के लिए खतरे की घंटी बना खड़ा है।
इसी हैंडपंप से ग्रामीण अब तक बुझाते थे अपनी प्यास
सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि गांव में यही एकमात्र हैंडपंप था। जिससे गर्मियों में ग्रामीण पानी भरते थे। अब ग्रामीणों को 2 किलोमीटर दूर जाकर पानी लाना पड़ रहा है। गांववालों का कहना है कि प्रशासन ने न तो वैकल्पिक व्यवस्था की और न ही उनकी परेशानियों पर ध्यान दिया।
कभी भी हो सकता है हादसा
स्थानीय निवासी बताते हैं कि यदि जल्द ही कोई कदम नहीं उठाया गया तो कभी भी इस हैंडपंप से टकराकर गंभीर हादसा हो सकता है।हालांकि यह मामला विकास कार्यों में ज़मीनी हकीकत की अनदेखी और प्रशासनिक लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण है।
क्या बोले संभागीय कमिश्नर
रीवा संभागीय कमिश्नर बीएस जामोद ने बताया कि यह मामला हमारे सज्ञान में आया है कि रामनगर और गोविंदगढ़ के बीच में सड़क का निर्माण हो चुका है।लेकिन हैंडपंप नही हटाया गया है।चूंकि यह सड़क के बीचों बीच हैंडपंप लगा है जो कि दुर्घटना का कारण बन सकता है।ऐसी स्थिति में हमने सम्बंधित एजेंसी को हैंडपंप हटाने के लिए निर्देशित कर दिए गए है।