सतना।।लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत 100 रेट्रोफिटिंग की योजनाओं में 37 योजनाएं पूर्ण कर ली गई हैं। दिसंबर माह तक 47 योजनाएं और पूर्ण कर ली जाएंगी। मार्च 2023 तक सभी स्वीकृत योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य है। इस आशय की जानकारी कलेक्टर अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न जल जीवन मिशन और सिंचाई योजनाओं की समीक्षा बैठक में दी गई। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित झाड़े, जल संसाधन के कार्यपालन यंत्री आरएस नट, कार्यपालन यंत्री पीएचई रावेंद्र सिंह एवं सहायक यंत्री, उपयंत्री तथा एसडीओ जल निगम साक्षी सिंह भी मौजूद रहीं।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि जल जीवन मिशन हर घर नल जल पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना केंद्र और राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता की योजना है। परियोजना के कार्य समय से पीछे चल रहे हैं। परियोजना के निर्माण कार्यों में अपेक्षित गति लाकर समय-सीमा में सभी कार्य पूरे किए जाएं। सतना जिले के तीन विकासखंडों के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की जल जीवन योजना और 5 विकासखंडों के लिए संचालित जल जीवन मिशन की सतना-बाणसागर ग्रामीण समूह जल प्रदाय योजना सहित कलेक्टर ने रामनगर की माइक्रो सिंचाई योजना की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट किया कि नवंबर माह में कम से कम 20 योजनाएं पूरी करें। अभी कार्यपालन यंत्री सहित सहायक यंत्री, उपयंत्री के वेतन पर रोक लगाई गई है। अपेक्षित प्रगति नहीं आने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
सीईओ जिला पंचायत डॉ परीक्षित झाड़े ने पीएचई की अब तक की पूर्ण हो चुकी और पहले की संचालित नल जल योजनाओं का विभाग के एसडीओ और जनपद के सहायक यंत्री की संयुक्त टीम बनाकर भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश कार्यपालन यंत्री को दिए हैं। ताकि नल जल योजनाओं को हस्तांतरित कर ग्राम पंचायत और स्व-सहायता समूहों के माध्यम से संचालन और जल कर की वसूली की जा सके।
कार्यपालन यंत्री पीएचई ने बताया कि सोहावल, मझगवां, नागौद में मैकेनिकल में 220 और सिविल में 167 योजनाएं स्वीकृत हैं। अब तक 68 योजनाएं पूर्ण हैं। 148 योजना प्रगति पर हैं। 16 योजनाओं में केवल विद्युत कनेक्शन का कार्य शेष है। जल निगम की एसडीओ साक्षी सिंह ने बताया कि सतना-बाणसागर ग्रामीण समूह योजना में इनटेक वेल का पंप हाउस का 46 प्रतिशत काम हो चुका है। डब्ल्यूपी की टेस्टिंग हो रही है। 85 उच्च स्तरीय टंकी बनाई जा चुकी है। 92 टंकियों का काम चल रहा है। टनल सुरंग का 34 प्रतिशत ओएचएमआर को काम 75 प्रतिशत और घरेलू कनेक्शन का काम 14.5 प्रतिशत पूर्ण हुआ है। 5 ब्लॉक के 989 गांव में 292 उच्च स्तरीय टंकी बनाई जाएंगी। कुल 6041 किलोमीटर वितरक नलिका के बिछाने के काम में 4860 किलोमीटर वितरण नलिका बिछाई जा चुकी है। जल संसाधन ईई आरएस नट ने बताया कि 1692 लाख रुपये लागत के कुरी बांध का 92 प्रतिशत काम पूर्ण हो चुका है। इसी प्रकार 1374 लाख रुपये लागत के शारदा सागर बांध का सर्वेक्षण पूर्ण कर कार्य प्रारंभ कर दिया गया।
यह भी पढ़े – Satna News : आयुष्मान कार्ड में 70 फीसदी से कम प्रगति वाले सीएमओ, सीईओ की वेतन रुकेगी – कलेक्टर
रामनगर माइक्रो सिंचाई योजना में राइजिंग मेन और डिस्ट्रीब्यूशन नलिका का काम कंप्लीट है। बांध के लिए 132 केवीए का सब-स्टेशन बनाने सर्वे का काम चालू है। सेमरिया के छापर गांव के टापू पर पंप हाउस बनाया जाएगा। जल संसाधन के कार्यपालन यंत्री ने बताया कि अक्टूबर-नवंबर 2023 तक रामनगर क्षेत्र के 10 हजार हेक्टेयर की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य है।