satna times : देश में में 5G इंटरनेट सर्विस (5G Network Service) की शुरुआत हो गई है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के प्रगति मैदान में इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2022) का उद्घाटन किया। भारत में 5जी कनेक्टिविटी (5G Connectivity) सर्विस की शुरुआत 13 शहरों से हो रही है। वहीं, बड़े स्तर पर पूरे देश में अगले साल यानी 2023 तक सर्विस शुरू होने की उम्मीद है। 5जी आने के बाद बहुत कुछ बदल चुका है। 4जी के बाद यह पांचवी जनरेशन का मोबाइल नेटवर्क है। इसलिए इसे 5जी कहा जाता है। इसी कड़ी में Nokia ने मेगा 5G नेटवर्क के लिए Reliance Jio से बड़ी डील कर ली है।
बता दें कि एक जमाने में Nokia फिनलैंड की कंपनी है जो कि एक समय में सभी के पास हुआ करती थी। नोकिया का कीपेड मोबाइल की टक्कर देने वाला भी कोई नहीं था। इसी कड़ी में Nokia ने कहा है कि, “उसे भारतीय दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो से 5जी नेटवर्क बनाने के लिए एक ठेका मिला है। कंपनी ने बताया कि इस संबंध में दोनों पक्षों के बीच हुए करार के तहत दुनिया के सबसे बड़े 5जी नेटवर्क में से एक को तैयार किया जाएगा।”
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वहीं, रिलायंस जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा, “जियो अपने सभी ग्राहकों के अनुभव को बढ़ाने के लिए नवीनतम नेटवर्क तकनीकों में लगातार निवेश करने को प्रतिबद्ध है। हमें विश्वास है कि नोकिया के साथ हमारी साझेदारी से विश्व स्तर पर सबसे उन्नत 5जी नेटवर्क तैयार होगा। नोकिया के अध्यक्ष और सीईओ पेक्का लुंडमार्क ने सौदे को एक महत्वपूर्ण जीत बताया।”
रिलायंस जियो 5जी एकल नेटवर्क तैनात करने की योजना बना रही है, जिसके तहत 5जी इंटरनेट के लिए सिम को नहीं बदलना होगा। यूजर के 4जी सिम पर ही नई सर्विस एक्टिव की जाएगी। तेज इंटरनेट स्पीड का असर फोन की बैटरी पर भी होगा। एक मोबाइल कंपनी का कहना है, जहां 5जी नेटवर्क के साथ स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया जा रहा है, वहां बैटरी तेजी से खत्म हो रही है। 5जी आने के बाद जो यूजर्स 4जी नेटवर्क यूज कर रहे हैं, उन्हें सर्विस मिलती रहेगी। 4जी सर्विस बंद नहीं होगी। 4जी की स्पीड 5जी के मुकाबले काफी तेज होगी। आमतौर 4जी की स्पीड क्षेत्र और कनेक्टिविटी पर निर्भर होती है, जबकि हाई स्पीड 5जी इंटरनेट की स्पीड 300 एमबीपीएस तक या ज्यादा हो सकती है।