सतना,मध्यप्रदेश।। एकेएस विश्वविद्यालय के डिप्लोमा मैकेनिकल के विद्यार्थियों ने प्रिज्म जॉनसन लिमिटेड जो भारत की अग्रणी एकीकृत निर्माण सामग्री कंपनियों में से एक है। कंपनी के पास सीमेंट, रेडी मिक्स कंकरीट, टाइल्स, बाथ फिटिंग,सेनेटरी वेयर से लेकर मॉड्यूलर किचन तक के उत्पादों की बड़ी श्रृंखला है और इस कंपनी के तीन विभाग हैं । सीमेंट,एच एंड आर जॉनसन और आरएमसी। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने औद्योगिक संयंत्र की विजिट की।
उन्होंने माइंस,क्रशर,किल्न पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की। सभी मैकेनिकल यंत्रों के बारे में भी जानकारी ली। छात्रों ने सीमेंट बनाने के पूरे प्रक्रम की जानकारी प्राप्त की और सवालों के जवाब भी प्राप्त किये। क्रेशर से लाइमस्टोन को कैसे छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ते हैं और किल्न में कैसे पिघलाते हैं । इन सब चीजों की जानकारी विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में प्राप्त की। विशेषज्ञ और टीचर्स ने बताया कि इस प्रक्रिया में, कच्चे माल के रासायनिक बंधन टूट जाते हैं और फिर उन्हें नए यौगिकों में फिर से जोड़ा जाता है।
परिणाम को क्लिंकर कहा जाता है, जो 1 मिमी और 25 मिमी के बीच गोल गांठें होती हैं। क्लिंकर को सीमेंट मिल में बारीक पाउडर में पीसकर जिप्सम के साथ मिलाकर सीमेंट बनाया जाता है।सीमेंट एक महीन, मुलायम पाउडर है जिसका उपयोग बाइंडर के रूप में किया जाता है क्योंकि यह पानी के संपर्क में आने के बाद सख्त हो जाता है। यह चूना पत्थर और मिट्टी के मिश्रण से बनाया जाता है जिसे जलाकर फिर पीस लिया जाता है। छात्रों का मार्गदर्शन मैकेनिकल विभाग के सहायक प्राध्यापक शिवेश सोनी तथा महेश द्विवेदी ने किया। मैकेनिकल विभाग अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह परिहार ने विजिट पर खुशी व्यक्ति की तथा छात्रों को विजिट में अधिकतम सीखने की बात करते हुए उन्हें सीखे हुए ज्ञान को प्रैक्टिकल जानकारी तक ले जाने की सलाह भी दी।