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  • Satna News :राजीव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी के डायरेक्टर के मार्गदर्शन में रिव्यू पेपर प्रकाशित

    Satna News MP :राजीव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी ,फैकल्टी ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर डॉ.सूर्य प्रकाश गुप्ता के मार्गदर्शन में फार्मेसी फैकल्टी नेहा गोयल और उपेंद्र तिवारी बी. फार्मेसी फाइनल ईयर स्टूडेंट 2024 का रिव्यू पेपर प्रकाशित हुआ है। इनका विषय इंडियन मेडिसिनल प्लांट यूटिलाइज्ड इन ट्रेडीशनल मेडिसिन फॉर द मैनेजमेंट ऑफ डायबिटीज है।

    राजीव गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मेसी के डायरेक्टर डॉ. सूर्य प्रकाश गुप्ता के मार्गदर्शन में फैकल्टी नेहा गोयल और स्टूडेंट ने इस रिव्यू पेपर पर मौलिक लेखन कार्य किया है। डॉ. सूर्य प्रकाश गुप्ता ने बताया कि इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ बायोलॉजी फार्मेसी एंड एलाइड साइंसेज के अक्टूबर 2024 अंक में इसे प्रकाशित किया गया है। यह जर्नल वेव ऑफ साइंस इंडेक्स्ड है। रिव्यू पेपर का आईएसएस नंबर 2277,4998 है । उन्होंने बताया कि वैश्विक स्तर पर, मधुमेह एक बहुत ही प्रचलित और खतरनाक चयापचय रोग है। यह भयानक बीमारी दुनिया भर में मौजूद है और तेजी से मानव स्वास्थ्य को खतरे में डाल रही है। मधुमेह एक सामूहिक शब्द है जो चयापचय संबंधी बीमारियों की एक श्रृंखला के लिए है, जो उच्च रक्त शर्करा के स्तर की विशेषता है।



    जो इंसुलिन और ग्लूकोज दोनों के संश्लेषण, कार्य या परस्पर क्रिया में विसंगतियों के कारण होता है। दुनिया भर में पारंपरिक हर्बल दवाओं का उपयोग करके मधुमेह का इलाज किया जाता रहा है। हालाँकि चिकित्सा में कई तरह की दवाएँ और पॉली-हर्बल पौधे इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन कई जड़ी-बूटियाँ मधुमेह का सफलतापूर्वक इलाज और प्रबंधन करने के लिए पहचानी जाती हैं, और उनके कोई प्रतिकूल दुष्प्रभाव भी नहीं होते हैं। इंसुलिन जैसी सिंथेटिक मौखिक हाइपोग्लाइसेमिक दवाएँ मधुमेह के लिए मानक चिकित्सा हैं और हाइपरग्लाइसेमिया को कम करने में सफल हैं। हालाँकि, उनके बहुत सारे नकारात्मक दुष्प्रभाव हैं और वे वास्तव में मधुमेह की समस्याओं के विकास को धीमा नहीं करते हैं।



    यह उन व्यक्तियों की बढ़ती संख्या का प्राथमिक कारण है जो कम दुष्प्रभाव वाली या बिल्कुल भी दुष्प्रभाव न होने वाली वैकल्पिक दवाओं की तलाश कर रहे हैं। इस लेख में विभिन्न प्रलेखित मधुमेह विरोधी औषधीय पौधों और व्यावसायिक रूप से उपलब्ध पौधे-आधारित पॉली-हर्बल हर्बल तैयारियों का अवलोकन प्रदान किया गया है। विश्वविद्यालय प्रबंधन में डॉ. सूर्य प्रकाश गुप्ता और सहकर्मियों को शुभकामनाएं दी हैं।

  • महाकुंभ को ‘मृत्युकुंभ’ वाले विवादित बयान पर बोले कैबिनेट मंत्री Kailash Vijayvargiya, कहा उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब…

    Satna Kailash Vijayvargiya :मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय अपने एक दिवसीय दौरे पर सतना पहुँचे है। उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मृत्यु कुम्भ वाले बयान पर उन्होंने विपक्ष पर हमला बोला है। कहा उनका ये सनातन धर्म के खिलाफ बयान है और हमेशा से ही सनातन धर्म के खिलाफ बक बक करती रहती है।

    महाकुंभ को 'मृत्युकुंभ' कहने के विवादित बयान पर बोले कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, कहा उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए...
    फ़ोटो – सतना टाइम्स डॉट इन

    दरअसल कैबिनेट मंत्री एवं सतना जिले के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय अपने एक दिवसीय दौरे पर गुरुवार को सतना पहुँचे है। जहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर जिले के निजी यूनिवर्सिटी में वन नेशन वन इलेक्शन पर प्रबुद्धजनों एवं छात्रों से चर्चा की है। इसके उपरांत जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला समिति की बैठक ली है।शाम को भाजपा कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करते हुए पार्टी विषयों पर चर्चा की है।

    कैंसर यूनिट को लेकर किया वादा

    बैठक उपरांत कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से चर्चा के दौरान मेडिकल कॉलेज से कैंसर यूनिट हटाये जाने के सवाल पर कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राजेन्द्र शुक्ल जी से इस बारे में फोन में बात हुई है।उस पर चर्चा करेंगे।मुझे नहीं लगता कि कैंसर यूनिट को हटाने का निर्णय था, या बनाने का निर्णय था, अस्पताल बनाने का निर्णय था। लेकिन कैंसर यूनिट की चर्चा क्यों चल पड़ी है यह पता नहीं। अगर ऐसा कुछ हुआ है तो मैं आपके माध्यम से यह वादा करता हूं। कि अगर सरकार ने हटाया होगा तो सरकार यह निर्णय वापस लेगी और कैंसर यूनिट मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में लगेगी।

    विपक्ष के कुम्भ वाले बयान पर किया पलटवार

    प्रयागराज कुम्भ को लेकर विपक्ष के बयान पर कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि विपक्ष की श्रद्धा भगवान के प्रति नही है।जिस प्रकार का बयान ममता बनर्जी ने दिया है कि मृत्यु कुंभ है।मृत्यु राजनीति इस देश के अंदर लाने का काम ममता बनर्जी ने किया है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मैं 6 साल बंगाल का प्रभारी था यहां 6 साल के अंदर 400 से ज्यादा कार्यकर्ताओ की हत्या ममता बनर्जी ने करवाई है।हत्या करना या हत्या कराना इनका एक तरीके से धंधा है।और वो कुम्भ जैसे पवित्र स्थान पर मृत्यु कुम्भ बता रही है मुझे लगता है की उनको शर्म आना चाहिए और चुल्लू भर पानी मे डूब मरना चाहिए।

    सनातन धर्म के खिलाफ हमेशा करती है बक बक

    उन्होंने आंगे कहा कि ममता बर्नजी जी आपके प्रदेश में क्या हो रहा है उसको देखिए, डॉक्टर वहां सुरक्षित नही है।हॉस्पिटल के अंदर एक नही सामूहिक बलात्कार होता है और हत्या हो जाती है।इतनी बड़ी घटना होने के बाद मुख्यमंत्री जी बेशर्म की तरह इस प्रकार मृत्यु कुम्भ में बयान देती है मुझे लगता है कि उन्हें अपने शब्द को वापस लेना चाहिए। और माफी मांगनी चाहिए।उनका ये सनातन धर्म के खिलाफ बयान है और वह हमेशा से ही सनातन धर्म के खिलाफ बक बक करती रहती है।

    महिला सशक्तिकरण का सबसे अच्छा उदाहरण

    दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री बनाये जाने पर उन्होंने कहा कि दिल्ली जैसे राज्य के अंदर शिला दीक्षित जी के बाद एक मजबूत मुख्यमंत्री बने है।हालांकि केजरीवाल जी ने भी एक महिला को बनाया था लेकिन वह खुद ही कहती थी कि मैं एक केयरटेकर हु ये कुर्सी केजरीवाल जी के लिए है ।और एक सशक्त महिला को सशक्त काम देने का काम मोदी जी ने किया है।मुझे लगता है कि महिला सशक्तिकरण का सबसे अच्छा उदाहरण है।

  • Satna News :एकेएस विश्वविद्यालय में एक्सेंचर सीएसआर कार्यक्रम के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर

    Satna News :विंध्य क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा संस्थान एकेएस विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग ने एक्सेंचर सीएसआर कार्यक्रम के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। समझौता विश्वविद्यालय के प्रो-चांसलर अनंत कुमार सोनी,डॉ.अखिलेश ए. वाऊ, विभागअध्यक्ष,डीन कंप्यूटर साइंस एंड आईटी एवं डॉ. दीपा यादव , अनुदीप फाउंडेशन एक्सेंचर सीएसआर टेक प्रोग्राम की समन्वयक के हस्ताक्षर के बाद संपन्न हुआ। यह मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग छात्रों के कौशल विकास और करियर उन्नति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

    एकेएस विश्वविद्यालय में एक्सेंचर सीएसआर कार्यक्रम के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर
    एकेएस विश्वविद्यालय में एक्सेंचर सीएसआर कार्यक्रम के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर

    डॉ. दीपा यादव,अनुदीप फाउंडेशन एक्सेंचर सीएसआर टेक प्रोग्राम की समन्वयक ने तकनीकी मॉड्यूल और कौशल विकास पर एक ज्ञानवर्धक सत्र भी आयोजित किया, जिसमें नवीन कैरियर अवसरों पर जानकारी देते हुए उन्होंने इस मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग के बाद स्टूडेंट्स की करियर उन्नति की दिशा में उठाए जाने वाले कदमों पर भी प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में बी टेक सीएसई , एमसीए, बीसीए बीएससी, आई टी के छात्र एवं कंप्यूटर साइंस विभाग के फैकल्टी उपस्थित रहे। सत्र का संचालन बीटेक सीएसई, ए आई और डाटा साइंस छात्रों श्रुति और शुभम ने किया, जिन्हें डीन डॉ.जी.के. प्रधान द्वारा सराहना मिली।



    कार्यक्रम का सफल समन्वय पुष्पेंद्र भट् और डॉ. वीरेंद्र तिवारी द्वारा किया गया। उल्लेखनीय है कि यह एकेएस विश्वविद्यालय का कंप्यूटर साइंस विभाग भी अपने स्टूडेंट ओरिएंटेड कार्यक्रमों के लिए एक विशेष पहचान रखता है जिससे स्टूडेंट्स को विकास के समुन्नत अवसर प्राप्त होते हैं लैब ट्रेनिंग के साथ-साथ इंडस्ट्री विजिट और कैरियर अवसरों में विभाग विशेष प्रयास करता है। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इस एमओयू पर खुशी व्यक्त की है।

  • एकेएस के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग पर दी विधिवत जानकारी

    Satna News : एकेएस यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग ने “टूल्स ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग” शीर्षक से 10 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्रों में व्यावहारिक कौशल और गहन ज्ञान से सशक्त बनाना था।

    कार्यक्रम 17 जनवरी से 29 जनवरी तक आयोजित हुआ। एफडीपी में प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण उपकरणों और तकनीकों का व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यक्रम के मॉड्यूल में एडवांस्ड एक्सेल, डेटा संगठन, विश्लेषण और विज़ुअलाइज़ेशन,
    एसक्यूएल डेटाबेस को कुशलतापूर्वक प्रबंधित और क्वेरी करना,इंटरैक्टिव डैशबोर्ड बनाना,पायथन,डेटा विश्लेषण और मशीन लर्निंग के लिए पायथन का उपयोग,मशीन लर्निंग एण्ड डाटा साइंस, वास्तविक समस्याओं को हल करने के लिए एमएल मॉडल बनाना, प्रशिक्षण देना और मूल्यांकन करना शामिल रहा।



    एफडीपी में श्री अंगशुराज घरामी आईबीएम-प्रमाणित ट्रेनर और डेटा वैज्ञानिक के रूप में विशेषज्ञ रहे। उन्होंने उद्योग के समकालीन रुझानों, डेटा साइंस और मशीन लर्निंग से संबंधित विभिन्न विषयों पर सत्रों में जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी ने कहा कि यह एफडीपी एआई और एमएल के युग में शिक्षकों को उत्कृष्टता के साथ सशक्त बनाने और नवाचार को बढ़ावा देने का हमारा दृष्टिकोण है। के साथ मेल खाता है।कुलपति प्रो.बी.ए. चौपड़े और डीन प्रो.जी.के. प्रधान ने सभी प्रतिभागियों को सहभागिता के लिए बधाई दी। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अखिलेश ए. वाऊ और समन्वयक श्रुति गुप्ता रही। 35 प्रतिभागियों ने इस एफडीपी से महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त किया।

  • एकेएसयू के डॉ.आशुतोष पांडे द्वारा संपादित ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट’ पर पुस्तक स्प्रिंगर नेचर में प्रकाशित

    Satna News :एकेएस यूनिवर्सिटी के डॉ.आशुतोष पांडे द्वारा संपादित पुस्तक “सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट: ए रोडमैप फॉर सस्टेनेबल एनवायर्नमेंटल प्रैक्टिसेज एंड सर्कुलर इकोनॉमी”, डॉ. अशुतोष पांडे, डॉ. सुरेंद्र सिंह सुथार, और डॉ. कासियन टी. टी. एमेशो के संपादन में प्रकाशित हुई है। यह पुस्तक ठोस कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में एक उल्लेखनीय योगदान है। डॉ.अशुतोष पांडे, जो वर्तमान में ए.के.एस. यूनिवर्सिटी, सतना के जैव प्रौद्योगिकी विभाग में कार्यरत हैं, ने इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

    इस अंतरराष्ट्रीय पुस्तक को स्प्रिंगर पब्लिकेशन ने फरवरी माह में प्रकाशित किया। एकेएस. यूनिवर्सिटी ने इस उपलब्धि के लिए डॉ. अशुतोष को हार्दिक बधाई दी है और उनके आगामी प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दी हैं।पुस्तक में कुल 19 अध्याय शामिल हैं, जो खाद्य, कृषि, इलेक्ट्रॉनिक, टेक्सटाइल और प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन से संबंधित विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं। यह स्टार्टअप्स की भूमिका, बायोचार निर्माण, और लिग्नोसेल्यूलोसिक बायोमास जैसे नवाचारों को भी संबोधित करती है, जो सर्कुलर अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में सहायक हैं।पुस्तक में ई-कचरे की बढ़ती समस्याओं और इसके लिए आवश्यक नीतिगत उपायों पर चर्चा की गई है।



    साथ ही, अस्पताल और फार्मास्युटिकल कचरे के प्रबंधन के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकियों और रणनीतियों को भी शामिल किया गया है। संपादकों ने अनौपचारिक और औपचारिक क्षेत्रों को एकीकृत करने की आवश्यकता पर जोर दिया है ताकि कचरा प्रबंधन को अधिक प्रभावी और स्थायी बनाया जा सके।इसके अतिरिक्त, पुस्तक ऊर्जा पुनर्प्राप्ति, जैविक पदार्थों से ईंधन उत्पादन, और प्लास्टिक प्रबंधन में मशीन लर्निंग जैसी उन्नत तकनीकों पर भी प्रकाश डालती है। यह न केवल छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए उपयोगी है, बल्कि नीति निर्माताओं और औद्योगिक संगठनों के लिए भी एक अमूल्य संसाधन है।डॉ.पांडे, डॉ.सुथार और डॉ.एमेशो द्वारा प्रस्तुत यह प्रयास ठोस कचरा प्रबंधन और सर्कुलर अर्थव्यवस्था के सिद्धांतों को अपनाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।

  • सतना में अज्ञात बदमाशों ने महिला के सूने घर को बनाया निशाना, जेवर और नकदी ले उड़े चोर

    Satna News Today : मध्य प्रदेश का सतना जिला हमेशा ही मीडिया में चर्चा का विषय बना रहता है। कभी यहां चोरी के मामले आते हैं, तो कभी डकैती जैसी घटनाएं सामने आती है। लगातार बढ़ रही आपराधिक मामले को लेकर पुलिस भी चिंतित है। यह उनके लिए गंभीर विषय भी बनता चला जा रहा है। लोग चंद घंटे के लिए भी घर पर ताला लगा कर बाहर जाना सेफ नहीं समझते।

    सतना में अज्ञात बदमाशों ने महिला के सूने घर को बनाया निशाना, जेवर और नकदी चुरा ले गए
    सतना में अज्ञात बदमाशों ने महिला के सूने घर को बनाया निशाना, जेवर और नकदी ले उड़े चोर

    हालांकि, पुलिस द्वारा लगातार धड़-पकड़ अभियान भी चलाए जाते हैं। इसके बावजूद, बदमाशों के हौसले बुलंद है।ताजा मामला हाल ही सामने आया है। जब अज्ञात बदमाशों ने महिला के सूने घर को अपना निशाना बनाया।



    दरअसल, मामला शहर के वार्ड नंबर 4 बगहा का है। जब अज्ञात बदमाशों ने एक महिला के सोने घर में चोरी की। इस दौरान चोरों ने 79,000 की नगदी और जेवर पर कर दिए। जिसकी पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। चोरी का पता सुबह चला जब पड़ोस में रहने वाले रिश्तेदारों ने घर के दरवाजों का ताला टूटा हुआ देखा।

    मौके पर पहुंची पुलिस

    इसके बाद फौरन थाने में इसकी खबर की गई। जिसके बाद पुलिस ने टीम का गठन करते हुए जांच पड़ताल शुरू कर दी। वहीं, सिविल लाइन थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। बता दें कि घर की मालकिन शशि त्रिपाठी जबलपुर गई थी और इस घर में वह अकेली रहती हैं। फिलहाल, पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज में चार बदमाशों को देखा है, जिसके लिए मुखबिर तंत्रों को भी एक्टिव कर दिया गया है।

    आरोपियों की तलाश शुरू

    प्रारंभिक जांच में 79000 नगद सोने की बालियां, चांदी की पायल समेत कुल ₹50000 के गहने चोरी होने की बात सामने आई है। खबर मिलते ही शशि त्रिपाठी जबलपुर से वापस लौट आई और पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा दिया है। फिलहाल, पुलिस द्वारा आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।

  • Satna News :विंध्य की बेटी ने देहरादून में फिर जीता गोल्ड

    सतना।।जिले के रामपुर बघेलान वार्ड क्रमांक 2 निवासी एएसआई बिनोद त्रिपाठी की बेटी गीतांजलि ने देहरादून में 38 वें नेशनल गेम्स 28 जनवरी से 14 फरवरी 2025 तक आयोजित था ।

    विंध्य की बेटी ने देहरादून में फिर जीता गोल्ड
    विंध्य की बेटी ने देहरादून में फिर जीता गोल्ड – Satna Times

    जिसमे बुशु स्पर्धा में 56kg में गोल्ड मेडल जीत कर विन्ध्य का नाम रोशन किया है बता दे कि गीतांजलि त्रिपाठी दिल्ली में सशस्त्र सीमा बल में नौकरी कर रही है इसके पहले इन्होंने जार्जिया सहित अन्य देशों में भी गोल्ड मेडल जीत चुकी है।

  • Satna News: एकेएस के 11 बीटेक मैकेनिकल स्टूडेंट फैब इंडस्ट्रीज प्रा. लिमिटेड में इंटर्नशिप के लिए चयनित

    Satna News : ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट हेड बालेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि टेलीकॉम टावर्स,संरचनात्मक निर्माण सौर एवं फेब्रिकेशन, रेलवे,प्रकाश समाधान हॉट डिप गैल्वनीकरण उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों को गुणवत्तापूर्ण इंजीनियरिंग समाधान प्रदान करने में फैब इंडस्ट्रीज एक ISO 9001-2015 प्रमाणित कंपनी है। कंपनी टेलीकॉम,आउटडोर मीडिया और स्ट्रक्चरल फैब्रिकेशन के क्षेत्र में समाधान प्रदान करती है।

    फैब इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड ,नासिक में बी.टेक,मैकेनिकल के 2025 पासआउट स्टूडेंट छह महीने की पेड इंटर्नशिप करेंगे। 6 माह की इंटर्नशिप के बाद ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के पद पर आशिक वर्मा,राहुल चौधरी,जैनेन्द्र कुशवाह,कैलाश कुशवाह,सुनील कुशवाह,धनराज कुशवाह,ज्ञानेंद्र सोनी ,सुभाष यादव,सत्यम तिवारी,विक्रमादित्य रवि
    विवेक साकेत का चयन होगा।



    विश्वविद्यालय के प्रोचांसलर अनंत कुमार सोनी, कुलपति प्रो. बी.ए.चोपडे, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट हेड बालेंद्र विश्वकर्मा, मैकेनिकल विभाग अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह परिहार ने सभी स्टूडेंट्स को लगन मेहनत से कार्य करने की सलाह देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

  • Satna Accident :सड़क पर फैले गोबर के कारण एक के बाद एक साथ भिड़ गयी तीन कार, एक कि मौत, दो घायल

    Satna Accident News :एमपी के सतना जिले में भीषण सड़क हादसा सामने आया है। जहाँ देर रात जिले के रामवनगमन पथ पर हुए भीषण हादसे में 3 वाहनो की आपस मे जोरदार टक्कर हो गई है। टक्कर इतनी तेज थी कि इस घटना में 3 लोग घायल हो गए है।वही हादसे में एक गम्भीर रूप से घायल हुए कार चालक की मौत हो गई है। बांकी घायलों का अस्पताल जिला अस्पताल में जारी है।

    सड़क पर फैले गोबर के कारण एक के बाद एक साथ भिड़ गयी तीन कार, एक कि मौत, दो घायल
    सड़क पर फैले गोबर के कारण एक के बाद एक साथ भिड़ गयी तीन कार -Satna Times

    दरअसल मामला एमपी के सतना से मैहर के लिए बने रामवन गमन पथ का है। जहाँ रामवन गमन पथ में ऊँचेहरा के तिघरा से कुछ ही दूरी पर मंगलवार की देर रात करीब साढ़े 11 बजे सड़क में गोबर पड़े होने के कारण एक साथ तीन वाहनो में जबरजस्त टक्कर हो गई। लोगो के मुताबिक हादसा सड़क पर पड़े गोबर की वजह से हुआ है। गोबर में गाड़ियां स्लिप हो कर एक दूसरे से टकराती चली गई।और यह भीषण हादसा हो गया।इस हादसे में कार क्रमांक MP 19 CB 9771 चला रहे बबलू दाहिया (46 वर्ष) निवासी कटिया को गंभीर चोटें आई जिनको बिरला अस्पताल ले जाते समय रास्ते मे ही मौत हो गई।

    शव रखकर परिजनों ने थाने के बाहर किया हंगामा

    वही जब परिजनों को सूचना मिली कि बिरला अस्पताल में बबलू दाहिया की मौत हो गयी तभी परिजनों ने बबलू दाहिया के शव को थाने के बाहर रख कर हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने किया है। पुलिस की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ और परिजन मान गए।

    घायलों का उपचार अस्पताल में जारी

    वही मिली जानकारी अनुसार कार सवार 2 अन्य घायलों में बीडी झलवानी एवं संजय झलवानी दोनो निवासी सतना के बताए जा रहे है। दोनों घायलों का उपचार जिला अस्पताल में जारी है। दोनों कार सवार मैहर से सतना आ रहे थे। अन्य कारे मामूली छतिग्रस्त होने के कारण रात में ही मौके से चली गई है।

    गोबर में स्लिप होकर पलट गई कार

    वही घायल बीडी झलवानी ने बताया कि रामवन पथ गमन पर करीब 4 किलोमीटर तक सड़क पर बहुत ज्यादा गोबर और कीचड़ पड़ा हुआ था।हमारी गाड़ी गोबर में स्लिप होकर पलट गई।6 गाड़ियों का एक्सीडेंट तो वहां पर हमारे सामने हो चुका था।जिनको एम्बुलेंस लेकर जा रही थी। गांव के लोग वहां पर टार्च लेकर आये थे।और वाहन चालकों को रोककर सचेत कर रहे थे।हादसे के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने देर रात जेसीबी की मदद से गोबर को सड़क के किनारे करवाया है।

  • खेत छोड़कर सड़क पर बैठे किसान, दीवारों पर लिखा स्लोगन सत्ताधारियों से अनुरोध गांव में न करे प्रवेश

    सतना,मध्यप्रदेश।। जिले के किसानों की आवाज अब दीवारों पर लिखी स्लोगनों में गूंज रही है। ये स्लोगन मात्र शब्द नहीं, बल्कि उनके दिल की गहरी पीड़ा की गवाही हैं। जो प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से न्याय की उम्मीद में हैं। मामला जिले के कारीगोही खरीदी केंद्र में हुए 93 लाख रुपए के गेहूं घोटाले का है। जहां किसानों का हक मारा गया है। प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ किसानों ने पूरे क्षेत्र में स्लोगन लिखकर अपना विरोध और आक्रोश व्यक्त किया है।

    खेत छोड़कर सड़क पर बैठे किसान, दीवारों पर लिखा स्लोगन सत्ताधारियों से अनुरोध गांव में न करे प्रवेश
    ©फोटो – सतना टाइम्स.इन

    दरअसल करीब एक साल पहले कारीगोही के जयतमाल बाबा महिला स्व सहायता समूह में 93 लाख रुपए का घोटाला सामने आया था। किसानों से गेहूं लेने के बाद, फर्जी ट्रांसपोर्ट चालान बनाकर उनकी उपज का परिवहन कर दिया गया। 13 ट्रकों की फर्जी टीसी में असली किसानों के नाम तक डाल दिए गए थे। प्रशासन ने इसकी जांच की और संदिग्ध लगने पर किसानों के भुगतान पर रोक लगा दी।लेकिन अब भी करीब 35-40 किसानों की रकम होल्ड पर पड़ी है। इन पीड़ित किसानों की मेहनत अब पानी में जा रही है। वे कर्ज लेकर खेती करते हैं और अब बैंकों से भी दबाव बना हुआ है।

    सारा प्रशासन मौन है गेंहू चोर कौन है!

    वही अब सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने के बाद भी उन्हें कोई राहत नहीं मिल रही है। मजबूरन, अपनी पीड़ा को सामने लाने के लिए किसानों ने दीवारों पर स्लोगन लिखे हैं। “सारा प्रशासन मौन है, गेहूं चोर कौन है?” जैसे स्लोगन अब प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के लिए एक गंभीर सवाल बन चुके हैं।किसानों ने स्लोगन में यह भी लिखा है कि “सारे सत्ताधारियों से अनुरोध है कि गांव में प्रवेश न करे” किसानों की उम्मीद अब प्रशासन और सरकार से पूरी तरह से टूट चुकी है, और वे अब सिर्फ न्याय की उम्मीद में सड़कों और दीवारों पर अपनी आवाज उठा रहे हैं।

    कर्ज लेकर कर रहे किसानी के कई काम

    किसानों का कहना है कि हम लोगो ने गेंहू अप्रैल माह में बेचा था।लेकिन आज तक हमारा पैसा नही आया है।जिससे हम किसानी के कई काम कर्ज लेकर करते है।हमने ट्रैक्टर खरीदा था और क़िस्त न देने के चलते खिंचने की कगार में आ गया है।

    मामला न्यायालय में विचाराधीन है!

    सतना खाद्य आपूर्ति निगम अधिकारी पंकज बोरसे ने बताया कि जो 93 लाख गेंहू का घोटाला हुआ था उसमें सम्बंधित लोगो के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी।इसमे एक जांच समिति बनाई थी और आइडेंटिफाई कराया गया था कि किन किसानों का गेंहू जमा है। और किनका नही।उसमे से कुछ लोगो का भुगतान हो चुका था।अभी कुछ लोग बाकी है जिनका भुगतान नही हो पाया है।इसका कारण ये है कि जिनका खाद्यान हमारे पास जमा नही है तो उनका भुगतान किया जाना संभव भी नही है। क्योंकि ये मामला न्यायालय में विचाराधीन है।जब तक न्यायालय से कोई निर्णय नही आ जाता इस संबंध में आगामी कार्यवाही करना भी उचित नही है।

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