Modi Cabinet 2024 :विन्ध्य की चार सीटों पर लगातार जीत दर्ज करने वाले सांसदों को नही मिला मौका

सतना/जयदेव विश्वकर्मा।। केन्द्ग में लगातार तीसरी बार एनडीए सरकार के प्रधानमंत्री और उनके सहयोगी मंत्रीमंडल के सदस्यों ने रविवार को शपथ ली। पिछली बार की तरह इस बार भी केन्द्गीय मंत्रीमंडल में विन्ध्य को जगह नही दी गई। जबकि विंध्य की जनता ने भाजपा और एनडीए को लगातार तीन पंचवर्षीय से सांसद दिये। चार लोकसभा वाले विन्ध्य में सतना से भाजपा ने पांचवी बार, रीवा में भाजपा ने लगातार तीसरी बार, सीधी में भी भाजपा को लगातार तीसरी बार जनता ने जीता कर भाजपा और एनडीए सरकार को मजबूत करने का काम किया। इसी तरह शहडोल में भी भाजपा ने लगातार जीत दर्ज की। इसके बाद भी विन्ध्य के सांसदों को केन्द्गीय मंत्रीमंडल में जगह नही दी गई। लिहाजा विन्ध्य की जनता और मतदाता अपने आप को ठगा सा महसूस करे रहे है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्ग मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने रविवार को पद और गोपीनियता की शपथ लेते हुए देश की बागडोर तीसरी बार संभाल ली। विन्ध्य की जनता सतना से गणेश सिंह को 2००4 से लेकर 2०24 तक के चुनाव में लगातार पांच बार से चुनाव जीताती चली आ रही है। इसी तरह रीवा लोकसभा में भी पांच पंचवर्षीय से भाजपा को वहां के मतदाता लगातार जीताते चले आ रहे हैं चन्द्गमणी त्रिपाठी को 1988 और 2००4 में, जनार्दन मिश्रा को 2014 से 2024 तक मतदाताओं ने सांसद बनाकर भाजपा को मजबूती प्रदान की, सीधी की जनता ने भी रीती पाठक को 2014 और 2019, इससे पहले चन्द्गप्रताप सिंह को 1999 और 2004 और 2024 में डॉ. राजेश मिश्रा को सांसद बनाकर भाजपा को मजबूत करने का काम किया। शहडोल लोकसभा में भी हिमाद्गी सिंह ने 2019 और 2024 में इससे पहले दलपत सिंह परस्ते को 2004, 2014, 1999 में सांसद बनाकर भेजा।



विन्ध्य की जनता चाहे विधानसभा का चुनाव रहा हो या फिर लोकसभा का रहा हो हर चुनाव में विंध्य का मतदाता भाजपा के साथ खड़ा रहा। वोट और सपोर्ट के बल पर भाजपा के संख्या बल को बढ़ाने में सहयोगी रहा। लेकिन केन्द्ग की एनडीए सरकार में विंध्य को पिछली बार की तरह इस बार भी मंत्रीमंडल में जगह न देकर मतदाताओं के साथ नाइंसाफी की गई।
मतदाताओं का कहना है कि मोदी के तीनों कार्यकाल में विन्ध्य ने लोकसभा की सभी सीटे भाजपा के खाते में दर्ज कराई पिछडे और उपेक्षित विन्ध्य को विकास की दरकार है। लेकिन मंत्रीमंडल में जगह न मिलने की वजह से विंन्ध्य का विकास महाकौशल, मालवा, चंबल के अनुरुप नही हो पा रहा है। मतदाताओं का मानना है कि विंध्य के विकास के लिए जब तक केन्द्गीय मंत्रीमंडल में विंध्य को जगह नही मिलेगी तब तक विंध्य का विकास तीव्र नही हो सकता।



राजनैतिक समीक्षकों की माने तो केन्द्गीय मंत्रीमंडल में विन्ध्य से मंत्री बनने का सबसे मजबूत दावा सतना के सांसद गणेश सिंह का है क्योंकि उन्होंने सतना लोकसभा सीट में लगातार 5वीं बार रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करने का रिकार्ड बनाया है। जबकि की विन्ध्य की अन्य सीटों में भाजपा जीती तो लेकिन प्रत्याशी बदलते रहें। एनडीए सरकार ने अपने पिछले दोनो कार्यकाल में सतना सांसद गणेश सिंह को लोकसभा में विपक्ष का जवाब देने, सत्र के दौरान आभार प्रदर्शन करने एवं महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार का सदन में पक्ष रखने का मौका दिया जिसे सांसद श्री सिंह ने बाखूबी निभाते हुए सदन में अपनी काविलियत का लोहा मनवाया। राजनैतिक जानकारों की माने तो मंत्रीमंडल के पहले विस्तार में सहयोगी दलों के संतुलन को ध्यान में रखकर मंत्रियों का जगह दी गई है। माना जा रहा है कि मंत्रीमंडल के अगले विस्तार में विन्ध्य से सांसद गणेश सिंह, जनार्दन मिश्रा यहा महिला कोटे से हिमाद्गी सिंह को मौका मिल सकता है।

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