Madhya Pradesh News: उज्जैन के इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में आयोजित हुए दो दिवसीय रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 2024 का शनिवार को समापन हो गया. कॉन्क्लेव में यूएसए, यूके, कनाडा, जर्मनी, इजराइल, जापान, साउथ कोरिया, सिंगापुर, जाम्बिया और मलेशिया समेत कई देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए. उज्जैन में पहली बार 900 औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधि एकसाथ एकत्रित हुए, जिनसे 10 हजार 64 करोड़ का निवेश आया. इस निवेश से 17 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा. कॉन्क्लेव में लगभग 4 हजार प्रतिनिधि शामिल हुए.
कार्यक्रम में 283 बड़ी और एमएसएमई इकाईयों को 12 हजार 170 करोड़ से अधिक निवेश के लिए भूमि आवंटन की गई. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 20 से अधिक प्रमुख औद्योगिक समूहों के पदाधिकारियों और निवेशकों से वन-टू-वन चर्चा भी की. कॉन्क्लेव में 63 इकाईयों का वर्चुअल शुभारंभ भी किया गया, जिसके लिए प्रदेश के विभिन्न 21 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए गये.
इन कंपनी ने किया सबसे बड़ा निवेश
प्रदेश में पहली बार मंच से ही इतनी बड़ी संख्या में औद्योगिक इकाईयों को जमीन आवंटन के आदेश दिए गए. कॉन्क्लेव के माध्यम से सबसे बड़ा निवेश अडानी समूह की तरफ से आया, जो प्रदेश में 75 हजार करोड़ के निवेश के लिए आगे आया. उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में भी पेप्सिकों समूह 1250 करोड़ रूपये का निवेश कर रहा है, जो करीब 500 लोगों को रोजगार देगा.
10 हजार तकनीकी रोजगार के अवसर
एलटीआई माइंडट्री ने मध्यप्रदेश शासन के साथ एक MOU पर साइन किया. इसके तहत सुपर कॉरिडोर, इंदौर में संस्थान के प्रस्तावित परिसर में 500 करोड़ रुपये निवेश होगा. इसके लिए सरकार की आईटी नीति के तहत संस्थान को 10 एकड़ जमीन आवंटित की गई. इस निवेश से राज्य में लगभग 10,000 तकनीकी रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
एयर एंबुलेंस शुरू होगी
कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई. गरीब वर्ग के लिए यह सेवा वरदान की तरह होगी. इस सेवा तहत एक हेली-एम्बुलेंस और एक फिक्स्ड विंग कन्वर्टेड फ्लाइंग आईसीयू विमान प्रदेश के सभी जिलों और प्रशासनिक प्रभागों के नागरिकों की सेवा में तैनात रहेंगे. इस हेलीकॉप्टर और विमान में उच्च प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिकल की एक टीम भी रहेगी, फ्लाइंग डॉक्टरों और पैरामेडिकल के विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम एयरो मेडिकल साइंसेज फैलोशिप में प्रशिक्षित होंगे. इस सेवा का लाभ प्रदेश के नागरिकों को प्राप्त होगा.
प्रदर्शनियां बनी आकर्षण का केन्द्र
कॉन्क्लेव में कृषि, खनिज, इंजीनियरिंग, कपड़ा, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में विविध निवेश के अवसरों का प्रदर्शन किया गया. राज्य सरकार, ओडीओपी और राज्य के अन्य उत्पादों के निर्यात और घरेलू व्यापार को बढ़ावा देने के लिए समानांतर रूप से काम कर रहा है, जिसके लिए एक अलग बायर सेलर बैठक क्षेत्र बनाया गया. कॉन्क्लेव में दो दिनों में 2500 से अधिक बायर सेलर के साथ बैठक हुई, जिसमें भागीदारों का उत्साह सामने आया.