सतना। एकेएस विश्वविद्यालय छात्रों के प्रायोगिक कार्य पर हमेशा जोर देता आ रहा है। इसी कड़ी मे विश्वविद्यालय की प्रध्यापिका पूनम शर्मा ने डेरी विषय से संबंधित छात्रों को दुग्ध से बने उत्पाद को विश्वविद्यालय की लैब मे बनवाया साथ ही छात्रों के उद्यमिता विकास के लिए उत्पाद के औधोगिक महत्व को भी डिस्क्राइब किया।
कृषि शिक्षा के छात्र कई कृषि कार्य मे संलग्न रह कर सीखते रहते है साथ ही उद्यमिता विकास को बढ़ाने के लिए भी छात्रों को कई विशेष प्रायोगिक कार्य भी सिखाये जाते आ रहे हैं। एग्रीकल्चर संकाय के डीन, डायरेक्टर और फैकल्टी मेंबर्स के साथ विश्वविद्यालय प्रबंधन ने भी इस तरह के कार्यों को प्रोत्साहन देने की बात कही है।