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  • सात चरणों का लोकसभा चुनाव आज समाप्त, पीएम मोदी की वाराणसी पर रहेगी नजर

    2024 के लोकसभा चुनाव का सातवाँ और अंतिम चरण आज सुबह शुरू हो रहा है। पंजाब और उत्तर प्रदेश में 13-13, बंगाल में नौ, बिहार में आठ, ओडिशा में छह, हिमाचल प्रदेश में चार और झारखंड तथा चंडीगढ़ में तीन-सात राज्यों की 57 सीटों पर 55 दिन पहले यानी 19 अप्रैल को शुरू हुआ एक बड़ा मतदान होगा। मतदान देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी के बीच होगा, जिसमें मतदान करने वाले भी शामिल हैं.

    Seven-phase Lok Sabha election ends today, PM Modi will keep an eye on Varanasi

    ओडिशा में गर्मी से संबंधित कम से कम 10 मौतें हुई हैं, जबकि बिहार और उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में तापमान के कारण सात चुनाव अधिकारियों की मौत हो गई है। कुल मिलाकर 30 से अधिक गर्मी से संबंधित मौतों का संदेह है, क्योंकि उपरोक्त राज्यों में दिन का तापमान प्रतिदिन 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है, जिससे मतदान को लेकर चिंता बढ़ जाती है।

    कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एनडीटीवी से कहा है कि इस सवाल का जवाब – परिणाम घोषित होने के बाद – सदस्य-दलों के साथ बैठकर दिया जाएगा। दूसरे शब्दों में, अगर गठबंधन नहीं जीतता है तो इस बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा। हालांकि, आज उन्होंने उस लाइन से अलग हटकर राहुल गांधी को चुना – जो, बेशक, सबसे संभावित सर्वसम्मति उम्मीदवार प्रतीत होते हैं, यदि किसी की जरूरत हो – प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में। इस चरण में एक और सुर्खियां ओडिशा में भाजपा-बीजद के बीच विवाद रही, जहां एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।

    मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की “बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं” का इस्तेमाल श्री मोदी ने बीजद प्रमुख पर हमला करने के लिए किया है। 77 वर्षीय श्री पटनायक ने अपने ही अंदाज में पलटवार करते हुए कहा कि यदि 73 वर्षीय प्रधानमंत्री उनके स्वास्थ्य के बारे में चिंतित हैं तो उन्हें उनसे सीधे बात करने में संकोच नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, इस चरण से पहले, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भाजपा पर अंतिम हमला किया, जिसमें मतदाताओं से आग्रह किया कि वे “हमारे लोकतंत्र और संविधान को निरंकुश शासन द्वारा बार-बार हमलों से सुरक्षित रखने के लिए अंतिम अवसर” का अधिकतम लाभ उठाएं।

    आखिरकार, तमिलनाडु में कन्याकुमारी में श्री मोदी की ध्यान यात्रा ने विवाद को जन्म दे दिया है, खासकर इसलिए क्योंकि उनकी पार्टी ऐतिहासिक रूप से दक्षिणी राज्य में संघर्ष करती रही है और चुनाव के बाद की यात्रा को विपक्ष ने मतदाताओं को प्रभावित करने के तरीके के रूप में देखा है। हालांकि, भाजपा ने जोर देकर कहा है कि यह एक व्यक्तिगत यात्रा है और इसका चुनाव से कोई संबंध नहीं है।

    प्रधानमंत्री का गढ़ वाराणसी

    प्रधानमंत्री का गढ़ वाराणसी
    इस चरण में ज़्यादातर ध्यान उत्तर प्रदेश में श्री मोदी की सीट वाराणसी पर रहेगा, जहाँ से उन्हें लगातार तीसरी बार जीतने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने 2019 में लगभग 6.8 लाख वोट और 63 प्रतिशत से ज़्यादा वोट शेयर के साथ जीत हासिल की थी। उनका मुक़ाबला कांग्रेस के अजय राय से है।

    प्रधानमंत्री ने 14 मई को भाजपा और उसके सहयोगियों के वरिष्ठ नेताओं के साथ अपना नामांकन दाखिल किया था, जिसमें पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह, साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके मेघालय के समकक्ष कॉनराड संगमा शामिल थे।

    यह शाम को छह किलोमीटर के शानदार रोड शो के बाद हुआ।

    श्री राय ने पिछले तीन चुनावों में से प्रत्येक चुनाव मंदिर शहर से लड़ा है; पिछले दो चुनाव कांग्रेस नेता के रूप में और 2009 का चुनाव अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के सदस्य के रूप में।

    उनकी सबसे अच्छी वापसी 2019 में हुई थी – 1.5 लाख वोट और लगभग 14 प्रतिशत वोट शेयर।

    वाराणसी की जनसांख्यिकी में हिंदू लगभग 75 प्रतिशत और मुसलमान 20 प्रतिशत हैं।

    अनुमानित 10 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति से हैं जबकि 0.7 अनुसूचित जाति से हैं। जनसंख्या का ग्रामीण-शहरी विभाजन 65 से 35 प्रतिशत है।

    वाराणसी से दूर, सुर्खियों में पंजाब और बंगाल के बीच विभाजन होगा।

  • Padma Awards 2024 : 11 महीने की उम्र में गंवाए हाथ-पैर फिर दिव्यांगों की आवाज बन जीता पद्म श्री..

    Padma Awards 2024: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार (9 मई) के दिन पद्म पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया। उन्होंने कुल 132 लोगों का सम्मान किया। इसमें दिव्यांग समाजसेवी डॉ. केएस रजन्ना भी शामिल थे। जब वह अपना पुरस्कार लेने के लिए चलकर आए तो सभी उन्हें देखते रह गए। डॉ. रजन्ना ने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाया। इसके बाद जाकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान ग्रहण किया। सम्मान लेने के बाद वह सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। इस दौरान उनकी मदद के लिए एक जवान आगे आया, लेकिन डॉ. रजन्ना ने मदद लेने से मना कर दिया। यह पल उनके पूरे जीवन की कहानी बयां करता है।

    11 महीने की उम्र में गंवाए हाथ-पैर फिर दिव्यांगों की आवाज बन जीता पद्म श्री..
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    पोलियो के कारण मजह 11 महीने की उम्र में डॉ. रजन्ना को अपने हाथ और पैर धोने गंवाने पड़े थे। उन्हें घुटनो के बल चलना सीखा और उनके हाथ कुहनी के आगे पोलियोग्रस्त हैं, लेकिन उन्होंने इसके बावजूद खुद को किसी से कम नहीं आंका। इसके उलट उन्होंने दिव्यांग लोगों के लिए काम करने का फैसला किया।

    2013 में बने कमिश्नर

    समाजसेवा में आने के बाद उन्होंने लगातार काम किया और 2013 में सरकार ने उन्हें दिव्यांगों के लिए राज्य कमिश्नर बना दिया। कर्नाकट के बेंगलुरू के रहने वाले रजन्ना को तीन साल के लिए यह पद दिया गया था, लेकिन उनका कार्यकाल खत्म होने से पहले ही उन्हें उनके पद से हटा दिया गया। उनकी जगह कमलाक्षी को यह जिम्मेदारी दी गई, लेकिन कर्नाटक सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध हुआ। अहम यह था कि रजन्ना को इस बारे में जानकारी तक नहीं दी गई थी कि उन्हें हटाया गया है। इसके बाद सरकार ने दोबारा उन्हें यह पद दे दिया। अब उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।

    पोलियो के कारण मजह 11 महीने की उम्र में डॉ. रजन्ना को अपने हाथ और पैर धोने गंवाने पड़े थे। उन्हें घुटनो के बल चलना सीखा और उनके हाथ कुहनी के आगे पोलियोग्रस्त हैं, लेकिन उन्होंने इसके बावजूद खुद को किसी से कम नहीं आंका। इसके उलट उन्होंने दिव्यांग लोगों के लिए काम करने का फैसला किया।



    2013 में बने कमिश्नर

    समाजसेवा में आने के बाद उन्होंने लगातार काम किया और 2013 में सरकार ने उन्हें दिव्यांगों के लिए राज्य कमिश्नर बना दिया। कर्नाकट के बेंगलुरू के रहने वाले रजन्ना को तीन साल के लिए यह पद दिया गया था, लेकिन उनका कार्यकाल खत्म होने से पहले ही उन्हें उनके पद से हटा दिया गया। उनकी जगह कमलाक्षी को यह जिम्मेदारी दी गई, लेकिन कर्नाटक सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध हुआ। अहम यह था कि रजन्ना को इस बारे में जानकारी तक नहीं दी गई थी कि उन्हें हटाया गया है। इसके बाद सरकार ने दोबारा उन्हें यह पद दे दिया। अब उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।

  • Ram Mandir : 16 जनवरी से शुरू होंगे अनुष्ठान, प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रधानमंत्री मोदी रखेंगे उपवास

    Ram Mandir. 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले 16 जनवरी से एक सप्ताह तक विभिन्न अनुष्ठान होगा. इस भव्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंच रहे हैं. इस प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन पीएम व्रत रखेंगे. बता दें कि कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में तैयारी तेज हो गई है.

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राण प्रतिष्ठाा के लिए व्रत रखने वाले हैं. इससे पहले 16 जनवरी को पीएम मोदी का संकल्पित अक्षित अयोध्या पहुंचाया जाएगा. अक्षत आने के बाद 7 दिवसीय अनुष्ठान शुरू होगा. वहीं चारों वेदों की सभी शाखाओं का परायण, यज्ञ जारी है. 15 जनवरी तक वैदिक विद्वान इस यज्ञ को करेंगे.

    विद्वानों की अगर मानें तो इस दिन शास्त्रीय विधि परंपरा के मुताबिक, यजमान को पूरे दिन उपवास रखकर सभी धार्मिक अनुष्ठान पूरे करने होते हैं. चूंकि प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम पीएम मोदी करने वाले हैं तो वह पूरे दिन उपवास रखेंगे.

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  • “पनौती और जेबकतरा” कहकर फिर फंस गए राहुल गांधी, चुनाव आयोग ने थमाया नोटिस

    Election Commission sent notice to Rahul Gandhi: पीएम के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने के लिए चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस भेजा है।कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी अपने बयान के बाद एक बार फिर से फंस गए है। दरअसल पांच राज्यों में हो रहे चुनाव के दौरान उन्होंने पीएम मोदी पर विवादित टिप्पणी कर दी। उनके बयान को लेकर चुनाव आयोग ने एक्शन लिया है। आयोग की तरफ से राहुल गांधी को नोटिस जारी कर 25 नवंबर तक जवाब देने के लिए कहा गया है।

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    राहुल ने पीएम को बताया था पनौती

    दरअसल, 19 नवंबर को अहमदाबाद में आयोजित विश्व कप के फाइनल मैच को देखने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे थे। इस मैच में भारत ऑस्ट्रेलिया से खिताबी मुकाबला हार गया था। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राजस्थान में एक चुनावी भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के लिए पनौती शब्द का इस्तेमाल किया था। हालांकि, उन्होंने पीएम मोदी का नाम नहीं लिया था।

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    चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस

    राहुल गांधी के इस बयान के बाद बीजेपी नेताओं ने कार्रवाई की मांग की थी। बीजेपी महासचिव राधा मोहन दास अग्रवाल, ओम पाठक सहित पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग को ज्ञापन भी सौंपा था। ज्ञापन में मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के खिलाफ धोखाधड़ी, आधारहीन और अपमानजनक आचरण के लिए उचित कानूनी कार्रवाई करके तत्काल हस्तक्षेप किए जाने की मांग की गई।


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    ज्ञापन में कहा गया है कि कांग्रेस नेताओं के बयान चुनावी माहौल को खराब कर देंगे। इससे सम्मानित व्यक्तियों को बदनाम करने के लिए अपशब्दों, आपत्तिजनक भाषा का उपयोग और झूठी खबरों को रोकना मुश्किल हो जाएगा। भाजपा नेताओं की तरफ से शिकायत मिलने के बाद चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता को नोटिस भेजकर 25 नवंबर तक जवाब मांगा है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने ये भी कहा है कि अगर चुनाव आयोग को जवाब सही समय पर नहीं मिलता है तो वह कांग्रेस नेता के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

  • अब उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को 600 रुपये में मिलेगा गैस सिलेंडर, मोदी कैबिनेट ने लिया बड़ा फैसला…

    नई दिल्ली। मोदी सरकार ने उज्ज्वला योजना के हितग्राहियों को अब महज 600 रुपए गैस सिलेंडर प्रदान करने का फैसला लिया है. इसके लिए योजना के तहत दी जाने वाली 200 रुपए की सब्सिडी को बढ़ाते हुए 300 रुपए किया गया है.

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    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि रक्षाबंधन के अवसर पर उज्ज्वला योजना के हितग्राहियों के लिए 200 रुपए की सब्सिडी बढ़ाने की फैसला लिया गया. इसमें बढ़ोतरी करते हुए अब इसे 300 रुपए कर दिया गया है. इससे 900 रुपए का गैस सिलेंडर 300 रुपए की सब्सिडी के साथ अब हितग्राहियों को 600 रुपए में मिलेगा. योजना के तहत 9 करोड़ 60 लाख हितग्राही लाभान्वित हो रहे हैं.

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    इसके साथ ही मोदी मंत्रिमंडल में मंत्री जी किशन रेड्डी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कैबिनेट के अन्य फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि तेलंगाना में सम्मक्का सरक्का केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009 में संशोधन को मंजूरी दे दी.इसके साथ नेशनल टर्मरिक बोर्ड के गठन की घोषणा की. अनुराग ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में हम 1600 करोड़ रुपए की हल्दी निर्यात करते हैं. हमारा लक्ष्य इसे बढ़ाकर 8,400 करोड़ रुपए करने का है, जिसके लिए नेशनल टर्मरिक बोर्ड का गठन करना जरूरी हो गया है.

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    इसके अलावा मोदी कैबिनेट ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्यों के बीच निर्णय के लिए अंतर राज्य नदी जल विवाद अधिनियम, 1956 के तहत कृष्णा जल विवाद न्यायाधिकरण-II के संदर्भ की शर्तों को मंजूरी दी है. इससे विवाद के समाधान से दोनों राज्यों में विकास के नए रास्ते खुलेंगे.

  • Chandrayaan-3: चंद्रमा पर लहराया तिरंगा, दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बना भारत

    नई दिल्ली: भारत ने इतिहास रच दिया है. चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 Successful Landing) ने चांद के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है. चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 Landing on Lunar South Pole) के साथ ही भारत चांद के साउथ पोल पर यान उतारने वाला पहला देश बन गया है. जबकि चांद के किसी भी हिस्से में सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश है. भारत से पहले अमेरिका, सोवियत संघ (अभी रूस) और चीन ही चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए हैं.

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    चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग को पीएम मोदी ने साउथ अफ्रीका से वर्चुअली देखा. सफल लैंडिंग के बाद पीएम मोदी ने इसरो और देश को बधाई दी. पीएम मोदी ने कहा कि चंदा मामा अब दूर के नहीं, टूर के हैं.

    ऐसे हुई लैंडिंग
    चंद्रयान-3 के लैंडिंग की शुरुआत 5 बजकर 30 मिनट पर हुई. रफ लैंडिंग बेहद कामयाब रही. इसके बाद 5 बजकर 44 मिनट पर लैंडर ने वर्टिकल लैंडिग की. तब चंद्रयान-3 की चंद्रमा से दूरी 3 किमी रह गई थी. इसके 20 मिनट में चंद्रमा की अंतिम कक्षा से चंद्रयान-3 ने 25 किमी का सफर पूरा किया. फिर लैंडर को धीरे-धीरे नीचे उतारा गया. शाम 6 बजकर 04 मिनट पर लैंडर ने चांद पर पहला कदम रखा. इस तरह भारत चांद के साउथ पोल पर कदम रखने वाला दुनिया का पहला देश बन गया.

    पीएम मोदी ने क्या कहा?
    पीएम मोदी ने देश को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा, “यह क्षण भारत के सामर्थ्य का है. यह क्षण भारत में नई ऊर्जा, नए विश्वास, नई चेतना का है. ये क्षण अविस्मरणीय है. ये क्षण नए भारत के जयघोष का है. ये क्षण जीत के चंद्र पट पर चलने का है. ये क्षण 140 करोड़ भारतीयों का है. ये क्षण भारत में नई ऊर्जा भरने का है. अमृतकाल में अमृतवर्षा हुई है. हमने धरती पर संकल्प लिया और चांद पर उसे साकार किया. हम अंतरिक्ष में नए भारत की नई उड़ान के साक्षी बने हैं.”

    अब रोवर के निकलने का है इंतजार
    चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम के सफलतापूर्वक चांद पर उतरने के बाद अब इसके अंदर से रोवर प्रज्ञान के निकलने का इंतजार है. इसमें करीब 1 घंटा 50 मिनट लगेगा. डस्ट सेटल होने के बाद विक्रम चालू होगा और कम्युनिकेट करेगा. फिर रैंप खुलेगा और प्रज्ञान रोवर रैंप से चांद की सतह पर आएगा. इसके बाद इसके व्हील चांद की मिट्‌टी पर अशोक स्तंभ और ISRO के लोगो की छाप छोड़ेंगे. फिर ‘विक्रम’ लैंडर ‘प्रज्ञान की फोटो खींचेगा और प्रज्ञान विक्रम की तस्वीर लेगा. ये फोटो वे पृथ्वी पर भेजेंगे.

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    स्पेस पावर के रूप में उभरा भारत
    चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग से जहां भारत का स्पेस पावर के रूप में उभरा है. साथ ही ISRO का दुनिया की अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों के मुकाबले कद कहीं ऊंचा हो गया है. देशवासी ISRO के वैज्ञानिकों को बधाई दे रहे हैं और उनके काम की जमकर सराहना कर रहे हैं.

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    सोशल मीडिया पर बधाई संदेशों की बाढ़
    सोशल मीडिया पर बधाई संदेशों का तांता लगा है. देशभर में मिठाई बांटकर और आतिशबाजी करके इस गौरव के क्षण का जश्न मनाया जा रहा है.

     

  • नए संसद भवन में भगवान राम की खड़ाऊ स्थापित किये जाने की मांग, मैहर विधायक ने पीएम को लिखा पत्र

    सतना।। विधायक मैहर नारायण त्रिपाठी ने देश के प्रधानमंत्री मोदी जी को लिखा पत्र,नए संसद भवन में रामराज्य की स्थापना के प्रतीक भगवान राम की खड़ाऊ स्थापित किये जाने कि की मांग। विधायक ने कहा कि ऐसा किये जाने से समदर्शी,निष्पक्ष, रामराज्य की सनातनधर्मी विचारधारा का वास्तविक सम्मान होगा।

    मैहर विधायक ने प्रेषित पत्र में कहा कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारतदेश का नवीन संसद भवन आपके द्वारा 28 मई 2023 को उद्घाटित किया जा रहा है। भारत की स्वतंत्रता उपरांत तत्कालीन ब्रिटिश सरकार एवं भारत सरकार के मध्य सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक जो कि 2600 वर्ष पूर्व के चोल राजवंश के राजदंड “सेंगोल” को स्थापित करने की योजना स्वागतयोग्य है। भारतीय सनातन धर्म एवं संस्कृति से लेकर भारतीय संविधान तक समूचा भारतवर्ष सदैव 7500 वर्ष पूर्व के रामराज्य की स्थापना हेतु प्रतिबद्ध एवं संकल्पित है।

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    विधायक ने कहा तपोभूमि विंध्यप्रदेश का चित्रकूट क्षेत्र ‘राम-भरत मिलाप’ का प्रमाणिक स्थल होने के साथ-साथ रामराज्य की प्रथम संकल्पना की जननी भी है। इस स्थान पर सर्वप्रथम भ्राता भरतजी ने मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम से रामराज्य की स्थापना हेतु सत्ता हस्तांतरण करना चाहा था, जिसके परिणामस्वरूप प्रभु श्रीराम ने गुरुजनों की सहमति पर स्वयं अपनी चरण पादुका (खड़ाऊ) प्रतीक स्वरूप भरतजी को प्रदान कर औपचारिक रूप से रामराज्य की स्थापना प्रारंभ की थी। अतः भारतीय सनातन धर्म एवं संस्कृति में सत्ता हस्तांतरण का इससे बेहतर प्रतीक अन्य कोई नहीं है।

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    उन्होंने आगे कहा कि भारतीय संविधान के निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से लेकर भारतरत्न पं. अटल बिहारी बाजपेई जी तक ने देश में रामराज्य की परिकल्पना साकार करने का स्वप्न देखा था । अतः रामराज्य की सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक रामचरण पादुका (खड़ाऊ ) को नवीन संसद भवन परिसर में स्थापित किये जाने का निवेदन है।

    यदि ऐसा किया जाना संभव है तो यह पारदर्शी, समदर्शी, निष्पक्ष रामराज्य की सनातनधर्मी विचारधारा का वास्तविक सम्मान होगा और जिन विकृत मानसिकता के नेताओं ने खड़ाऊ सत्ता नकारात्मक और कहीं अन्य से संचालित होने वाली मान रखा है उनको भी सबक मिल सकेगा। अतः भारत के सत्ता केन्द्र में रामराज्य का प्रतीक चिन्ह स्थापित किया जाना आवश्यक भी है और यह समय की माँग भी है।

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  • Mann Ki Baat : पीएम बोले देशवासियों की अच्छाइयों का अनोखा पर्व बना ‘मन की बात’

    नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मन की बात के 100वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम जन आंदोलन बन गया है। ‘मन की बात’ कोटि-कोटि भारतियों के मन की बात है। उनकी भावनाओं का प्रकटीकरण है। 3 अक्टूबर 2014 के दिन हमने ‘मन की बात’ की यात्रा शुरू की। मन की बात में देश के कोने-कोने से लोग जुड़े। हर आयु-वर्ग के लोग जुडे़।

    मुझे आप सबकी हजारों चिट्ठियां मिली हैं- पीएम मोदी

    पीएम मोदी ने कहा- आज ‘मन की बात’ का 100वां एपिसोड है। मुझे आप सबकी हजारों चिट्ठियां मिली हैं, लाखों संदेश मिले हैं और मैंने कोशिश की है कि ज्यादा से ज्यादा चिट्ठियों को पढ़ पाऊं, देख पाऊं, संदेशों को जरा समझने की कोशिश करूं। आपके पत्र पढ़ते हुए कई बार मैं भावुक हुआ, भावनाओं से भर गया, भावनाओं में बह गया और खुद को फिर संभाल भी लिया। आपने मुझे ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड पर बधाई दी है, लेकिन मैं सच्चे दिल से कहता हूं। बधाई के पात्र तो आप सब ‘मन की बात’ के श्रोता हैं, हमारे देशवासी हैं।

    भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कर्नाटक के दावणगेरे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को सुना।

    मन की बात में बोले पीएम मोदी

    प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि चाहे शिक्षा की बात हो या संस्कृति की, चाहे उसके संरक्षण की बात हो या उसके प्रचार-प्रसार की, यह भारत की प्राचीन परंपरा रही है। देश आज इस दिशा में जो काम कर रहा है वह वाकई काबिले तारीफ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति हो या क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाई का विकल्प, चाहे शिक्षा में तकनीकी एकीकरण, ऐसे कई प्रयास आपने देखे होंगे। वर्षों पहले शुरू किए गए कार्यक्रम ‘गुणोत्सव और शाला प्रवेशोत्सव’ गुजरात में बेहतर शिक्षा प्रदान करने और स्कूल छोड़ने वालों की दर को कम करने के लिए जनभागीदारी का एक अद्भुत उदाहरण बन गया था।

    मन की बात बना अनोखा पर्व- पीएम मोदी

    पीएम मोदी ने कहा- 3 अक्टूबर 2014 को विजया दशमी का वो पर्व था और हम सबने मिलकर विजया दशमी के दिन ‘मन की बात’ की यात्रा शुरू की थी। विजया दशमी यानी बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व ‘मन की बात’ भी देशवासियों की अच्छाइयों का सकारात्मकता का एक अनोखा पर्व बन गया है। एक ऐसा पर्व, जो हर महीने आता है, जिसका इंतजार हम सभी को होता है।

    केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने लंदन में स्थित इंडिया हाउस में मन की बात के 100वें एपिसोड को सुना।

    मन की बात बना जन आंदोलन- पीएम मोदी

    मन की बात के 100वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘मन की बात’ जिस विषय से जुड़ा वो जन-आंदोलन बन गया और उसे जन-आंदोलन आप लोगों ने बनाया। जब मैंने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ साझा ‘मन की बात’ की थी, उसकी चर्चा पूरे विश्व में हुई थी। ‘मन की बात’ मेरे लिए दूसरों के गुणों की पूजा करने के जैसा ही रहा है।

    मन की बात के 100वें एपिसोड में बोले पीएम मोदी

    100वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था तो वहां सामान्य जन से मिलना-जुलना स्वाभाविक रूप से हो ही जाता था, लेकिन 2014 में दिल्ली आने के बाद मैंने पाया कि यहां का जीवन तो बहुत अलग है। शुरूआती दिनों में कुछ अलग महसूस करता था, खाली-खाली महसूस करता था। ‘मन की बात’ ने मुझे इस चुनौती का समाधान दिया, सामान्य मानवी से जुड़ने का रास्ता दिया।

    ‘सेल्फी विद डॉटर’ अभियान ने मुझे बहुत प्रभावित किया- पीएम मोदी

    पीएम मोदी ने कहा- ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान की शुरुआत मैंने हरियाणा से ही की थी। ‘सेल्फी विद डॉटर’ अभियान ने मुझे बहुत प्रभावित किया और मैंने अपने एपिसोड में इसका जिक्र किया। जल्द ही यह ‘सेल्फी विद डॉटर’ अभियान वैश्विक हो गया। इस अभियान का मकसद लोगों को जीवन में बेटी के महत्व को समझाना था।

    आध्यात्मिक यात्रा बन गया है मन की बात’

    पीएम मोदी ने मन की बात के 100वें एपिसोड में कहा कि मेरे लिए ‘मन की बात’ ईश्वर रूपी जनता-जनार्दन के चरणों में प्रसाद की थाल की तरह है। ‘मन की बात’ मेरे मन की आध्यात्मिक यात्रा बन गया है। ‘मन की बात’ स्व से समिष्टि की यात्रा है। ‘मन की बात’ अहम् से वयम् की यात्रा है।

    मन की बात के 100वें एपिसोड का प्रसारण

    बता दें कि मन की बात के 100वे एपिसोड का संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भी सीधा प्रसारण किया गया। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने ट्वीट कर बताय था कि पीएम मोदी के मन की बात के 100 वें एपिसोड का 30 अप्रैल को यूएन मुख्यालय में ट्रस्टीशिप काउंसिल चैंबर में सीधा प्रसारण होगा। न्यूयार्क में भारतीय महावाणिज्य दूतावास में भी मन की बात का प्रसारण किया गया।

  • छात्रों की हो गई बल्ले-बल्ले,Modi Cabinet ने लिया ये बड़ा फैसला

    Modi Cabinet Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने जानकारी देते हुए बताया कि मोदी सरकार ने कैबिनेट बैठक के दौरान नेशनल मेडिकल डिवाइस पॉलिसी 2023 (National Medical Devices Policy 2023) को मंजूरी दी.

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    कैबिनेट के फैसले से छात्रों की बल्ले

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने बताया कि मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) ने बैठक के दौरान 157 नए नर्सिंग कॉलेज बनाने का अनुमोदन किया. इससे 15000 नर्सिंग सीट उपलब्ध होंगे. ये सभी कॉलेज 2027 तक बनकर तैयार हो जाएंगे. सरकार इनको बनाने पर 1570 करोड़ रुपये खर्च करेगी.

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    क्या है नेशनल मेडिकल डिवाइस पॉलिसी?

    नेशनल मेडिकल डिवाइस पॉलिसी 2023 (National Medical Devices Policy 2023) को मंजूरी मिलने के बाद देश में मेडिकल डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा. बता दें कि भारत ने कोरोना महामारी के दौरान बड़े स्तर पर वेंटिलेटर, आरटी-पीसीआर टेस्ट किट, एन-95 मास्क, थर्मामीटर और पीपीई किट और जैसे मेडिकल उपकरण तैयार किए थे और दिखा दिया था कि वह अपनी जरूरत पूरा करने का साथ निर्यात के लिए भी मेडिकल उपकरण बना सकता है.

    अब नई पॉलिसी के जरिए सरकार ने नया लक्ष्य निर्धारित किया है ताकि मेडिकल उपकरणों के 100 से 300 अरब डॉलर के इंटरनेशनल मार्केट में अपनी हिस्सेदारी 10 से 12 फीसदी तक बढ़ाया जा सके. इसके साथ ही भारत में मेडिकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कम से कम 25 फ्यूचरिस्टिक अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी का आविष्कार किए जाएं. बता दें कि मेडिकल उपकरणों के इंटरनेशनल मार्केट में अभी भारत की हिस्सेदारी 1.5 फीसदी है.

    दंतेवाड़ा के शहीदों के शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

    मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) की बैठक के दौरान दंतेवाड़ा में शहीद हुए बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि दी गई. इसके अलावा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बाद के निधन पर भी कैबिनेट ने श्रद्धांजलि अर्पित की. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने बताया कि दंतेवाड़ा में नक्सलियों के आईईडी हमले में शहीद हुए डीआरजी के 10 जवानों और एक चालक को आज कैबिनेट की बैठक में श्रद्धांजलि दी गई. शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल को भी श्रद्धांजलि दी गई.

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  • पीएम मोदी केरल को देंगे आज पहली Vande Bharat Express Train की सौगात, 3200 करोड़ की परियोजनाओं का भी करेंगे शिलान्यास

    KERALA VANDE BHARAT EXPRESS TRAIN NEWS : पीएम नरेंद्र मोदी आज मंगलवार को केरल दौरे पर रहेंगे, जहां वो राज्य को पहली वंदे भारत ट्रेन की सौगात देंगे। पीएम मोदी तिरुवनंतपुरम सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके अलावा कई परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे।

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    मंगलवार से शुरू होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस तिरुवनंतपुरम और कासरगोड के बीच चलेगी। इस बीच प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कुछ ट्रेनों के समय में आंशिक बदलाव किया गया है।

    यह ट्रेन तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, कोट्टायम, एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, पठानमथिट्टा, मलप्पुरम, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जैसे 11 जिलों को कवर करेगी। बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस स्वदेश निर्मित, सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है, जो कि अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है।

    डिजिटल साइंस पार्क की नींव रखेंगे

    इसके अलावा पीएम मोदी डिजिटल साइंस पार्क की आधारशिला भी रखेंगे। डिजिटल साइंस पार्क में एआई, डेटा एनालिटिक्स, साइबर सुरक्षा, स्मार्ट सामग्री जैसी सुविधाएं होंगी।

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    वाटर मेट्रो का भी उद्घाटन

    पीएम मोदी भारत के पहले वाटर मेट्रो का भी उद्घाटन करेंगे। वाटर मेट्रो कोच्चि के आसपास के 10 द्वीपों को हाइब्रिड बोट्स से शहर से जोड़ती है। कोच्चि वाटर मेट्रो के अलावा, डिंडीगुल-पलानी-पलक्कड़ खंड के रेल विद्युतीकरण का भी उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा किया जाएगा।

    वहीं 3200 करोड़ रुपए से ज्यादा की कई परियोजनाओं का भी शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी तिरुअनंतपुरम, कोझिकोड, वर्कला शिवगिरी रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास सहित विभिन्न रेल प्रोजेक्ट्स की नींव रखेंगे।

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