Maihar News :मैहर में रविवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे में एक बाइक सवार युवक की मौत हो गई। वह अपने परिचित के अंतिम संस्कार से लौट रहा था, तभी एनएच-30 पर एक तेज रफ्तार कार ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हादसा शाम 6 बजे हुआ
यह हादसा रविवार शाम करीब 6 बजे अमरपाटन के पड़हा गांव के पास हुआ। मृतक की पहचान 40 वर्षीय राजेश पटेल के रूप में हुई, जो वीरदत्त गांव का निवासी था।वह ग्राम झिरिया में एक परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होकर घर लौट रहा था। टक्कर के बाद कार चालक रीवा की ओर फरार हो गया।
पुलिस जांच में जुटी
अमरपाटन थाना प्रभारी के.पी. त्रिपाठी ने बताया कि हाईवे एंबुलेंस 1033 की मदद से शव को सिविल अस्पताल अमरपाटन भेजा गया। पुलिस अज्ञात वाहन और चालक की तलाश में जुटी हुई है।
मैहर, मध्यप्रदेश।।नवरात्रि को अब कुछ ही दिन बचे हैं 3 अक्टूबर से माता रानी का पर्व शुरू होने जा रहा है. ऐसे में प्रतिवर्ष की तरह मैहर में लगने वाले मेले की व्यवस्थाओं को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने फैसला लिया है की भक्तों को मातारानी के दर्शन के लिए वीआईपी व्यवस्था नहीं मिलेगी. नवरात्रि के मेले तक मां शारदा देवी के गर्भ ग्रह के अंदर से दर्शन करने की व्यवस्था पर प्रतिबंध रहेगा.
व्यावथाओ को देखते हुए लिया निर्णय
नवरात्र मेले की व्यवस्थाओं को मद्देनजर रखते हुए मां शारदा देवी मंदिर प्रबंधन समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया है.एसडीएम और मां शारदा देवी मंदिर प्रबंध समिति ने इसकी सार्वजनिक सूचना जारी की है. इस दौरान प्रशासन ने बुद्धिजीवियों और गणमान्य नागरिकों से भी अनुरोध किया है कि वे मां शारदा देवी के दर्शन और व्यवस्था के लिए वीआईपी सुविधा की मांग न करें.
साथ ही एसडीएम मैहर विकास सिंह ने दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर की मध्यरात्रि तक संपूर्ण नगर पालिका क्षेत्र में मांस, मछली और अंडे की खरीद-बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. आदेश का उल्लंघन भारतीय दण्ड विधान की धारा 188 के तहत दण्डनीय होगा।
मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा धार्मिक स्थल घोषित मैहर में नवरात्र मेले के दौरा संपूर्ण देश भर से लोग माता रानी के दर्शन करने आते हैं. ऐसे में प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कोई आव्यवस्था ना हो इसलिए यह नियम बनाए गए हैं.
Maihar : नवरात्र के पहले दिन आज सुबह मैहर में मां शारदा की विशेष आरती हुई। अल सुबह से ही माता के दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। नवरात्र में माता के नौ दिन तक नौ रूपों की आराधना की जाती है। पहले दिन माता शैलपुत्री, फिर दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा, चौथे दिन कुष्मांडा, पांचवे दिन स्कंद माता, छंटवे दिन कात्यायनी, सातवें दिन कालरात्रि, आठवे दिन महागौरी, नवमं दिन सिद्धिदात्री और फिर दुर्गा प्रतिमा विसर्जन कर दिया जाएगा है।
Image credit by satna times
आल्हा आज भी माता की सबसे पहले पूजन करते हैं। ऐसा माना जा है की माता शारदा के प्रथम भक्त आल्हा हैं, जिन्हें माता ने उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर अमरता का वरदान दिया। आज भी माता शारदा के दर्शन के पश्चात आल्हा के दर्शन करना अनिवार्य माना जाता है, नहीं तो दर्शन पूर्ण नहीं होता है। आल्हा महोबा के राजा थे जो की माता शारदा के सबसे बड़े भक्त माने जाते हैं।
मैहर नवरात्र के मेले में माता के दर्शन के लिए श्रद्धा भाव से दर्शन करने के लिए प्रतिदिन 5 लाख से भी ज्यादा की संख्या में पहुंचते हैं। प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश से लोग मैहर दर्शन करने आते हैं जिनमें से अधिकतर लोग पैदल यात्रा दिन रात चल कर माता के जय कारे के साथ मैहर पहुंचते हैं। मैहर के स्टेशन रोड पर माई की रसोई के नाम से निःशुल्क भोजन प्रसाद की व्यवस्था की गई है। पुजारी परिवार के बड़े पुत्र पंडित धीरज पांडे के द्वारा संचालन किया जा रहा है।