Rewa News:मध्यप्रदेश के रीवा के वर्तमान सांसद महोदय जनार्दन मिश्रा अपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर चर्चाओं पर बने रहते हैं, हाल ही में उन्होंने मध्यप्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और विंध्य के सफेद शेर कहे जाने वाले श्रीयुत श्रीनिवास तिवारी (दादा) पर टिप्पणी कर दी, जिसके बाद से वह एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गए हैं.
दरअसल रीवा के सिरमौर चौराहे पर बने थर्ड लेग फ्लाईओवर के लोकार्पण कार्यक्रम में अपने उद्बोधन के दौरान सांसद महोदय विकास की चर्चा कर रहे थे इसी बीच उन्होंने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष की चर्चा शुरू कर दी. उन्होंने कहा की “जब श्रीनिवास तिवारी हुआ करते थे तो यह नारा चला करता था कि दादा नहीं दऊ आय वोट ना दैहा तऊ आय एक ठे गढ्ढा नहीं पटवा पाईस दादा दऊ” अपने उद्बोधन में जिस वक्त वह श्रीनिवास तिवारी की बात कह रहे थे उस वक्त का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है और लोंग सांसद महोदय के इस बयान का जमकर विरोध भी कर रहे हैं.
देखने वाली बात यह है कि श्रीयुत श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी भारतीय जनता पार्टी की तरफ से त्योंथर विधानसभा से विधायक हैं. फिर भी सांसद महोदय अपनी ही पार्टी के सदस्य के परिवार के खिलाफ ऐसी टिप्पणी कर गए. अब देखना दिलचस्प यह होगा कि सिद्धार्थ तिवारी अपने दादाजी पर की गई इस तरह की टिप्पणी पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं. सवाल यह भी है की क्या किसी ऐसे व्यक्ति पर टिप्पणी करना उचित है जो अब इस दुनिया पर नहीं है?
श्रीनिवास तिवारी से विंध्य की जनता का सिर्फ राजनैतिक रिश्ता ही नहीं रहा है बल्कि भावनात्मक रिश्ता भी रहा है, विंध्य के लोग श्रीनिवास तिवारी को अपने परिवार का सदस्य मानते थे ऐसे में सांसद महोदय द्वारा की गई इस टिप्पणी का विंध्य की जनता पर गलत असर हो सकता है जो की भविष्य में भाजपा के वोट बैंक को भी प्रभावित कर सकता है.
सतना,मध्यप्रदेश।। मध्यप्रदेश के छोटे से शहर सतना की बेटी डाॅ स्वप्ना वर्मा को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए सुश्रुत अवार्ड से नवाजा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री मनसुख मांडविया जी ने गुरुवार को यहां भारत मंडपम में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान डाॅ स्वप्ना वर्मा को सुश्रुत अवार्ड से सम्मानित किया।इस मौके डाॅ स्वप्ना वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने देश के गरीबों के लिए आयुष्मान कार्ड योजना लाकर उनके स्वास्थ्य के साथ-साथ उनकी भावनाओं का भी ध्यान रखा है।
फ़ोटो सतना टाइम्स डॉट इन
डिजिटल प्लेटफाॅर्म ‘मेडिकली स्पीकिंग’ द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में एक पैनल परिचर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम आयुष्मान भारत से देश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति आई है। उन्होंने कहा कि जो लोग पहले गंभीर बीमारियों के इलाज के बारे में सोच भी नहीं सकते थे वो अब इस योजना का लाभ उठाकर अपना इलाज करवाने में सक्षम हुए हैं।डाॅ स्वप्ना वर्मा मधुरिमा सेवा संस्कार फाउंडेशन की संस्थापिका है।
वह अपनी संस्था के माध्यम से अपने ‘स्वस्थ सतना समृद्ध प्रकल्प’ के तहत 272 दिनों में सतना संसदीय क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में 63 स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर करीब 43,500 लोगों के रक्त एवं मूत्र के सैंपल एकत्र कर उनकी जांच करवाई है। यह जानकारी फाउंडेशन से मिली। जानकारी के अनुसार, इन शिविरों में 56000 से ज्यादा मरीजों का इलाज किया गया और इन शिविरों में लगभग 4 लाख यूनिट दवाइयां का निःशुल्क वितरण किया गया। मधुरिमा सेवा संस्कार की ओर से सतना में पिछले साल आयोजित नेत्र परीक्षण महाशिविर के लाभार्थियों में से 2000 से ज्यादा लोगों को चश्मों का वितरण किया गया और 100 से ज्यादा मरीज की आंखों का मुफ्त ऑपरेशन किया गया है।
डाॅ स्वप्ना वर्मा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से प्रेरणा ग्रहण करके ‘बीमारी मुक्त भारत’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में प्रयासरत है।उन्होंने क्लीनिक ऑन व्हील की परिकल्पना को जमीन पर उतारा है, जो चलता फिरता अस्पताल है और इसके जरिए दूरस्थ इलाकों में रहने वालों को आसानी से चिकित्सा सुविधा सुलभ हो पा रही है, ऐसा इसलिए क्योंकि इस क्लीनिक ऑन व्हील में मौजूद चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ के सदस्य ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण ,खून और पेशाब की जांच कर दवाइयां भी उपलब्ध कराते हैं।
Honoured to receive #SushrutaAwards today by Hon'ble Minister Dr. @MansukhMandviya ji. Hardwork and Dedication of Team Madhurima Foundation has reached globally. This recognition will boost us to next level. pic.twitter.com/Fncvu6qh3k
स्वास्थ्य के क्षेत्र में डाॅ स्वप्ना वर्मा के इस योगदान के लिए मेडिकली स्पीकिंग प्लेटफाॅर्म ने भारत के सेवाधारी की उपाधि से नवाजा है और उन्हें सुश्रुत अवार्ड से सम्मानित किया है।डॉ वर्मा ने हील रूरल इंडिया मिशन की स्थापना भी की है इसका मकसद दूरस्थ ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में घर-घ्थ्य सुविधा पहुंचाना है। एक तरफ जहां बीमारी का पूर्वानुमान कर उपचार के कदम बढ़ाए जा रहे हैं तो वहीं जांच और दवा भी उपलब्ध कराई जा रही है । इसके साथ ही बेहतर जीवन शैली अपनाने के तरीके भी बताए जाते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संचालित योजनाओं से आमजन को अवगत कराया जा रहा है। डॉ वर्मा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को अपना आदर्श मानकर अंत्योदय को अपने जीवन का अंतिम लक्ष्य मान चुकी है।
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भोपाल. लाड़ली बहनाओं का अभार व्यक्त करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें उन्होंने वादा किया है कि वे अपना संकल्प पूरा करेंगे। 10 दिसंबर को लाड़ली बहना के खाते में पैसा आएगा। उन्होंने कहा कि वे अपना वादा पूर करते हुए इस राशि को 3 हजार रुपए महीने तक ले जाएंगे।
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शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करते हुए कहा.मेरी लाड़ली बहनाओं शत शत प्रणाम, आपने जो आशीर्वाद दिया जो स्नेह दिया जो प्रेम दिया है। अद्भुत है। अभूतपूर्व समर्थन आपने किया है। मैं आभारी हूं, बहन भाई के पवित्र रिश्ते एक दूसरे के प्रति कर्तव्य का भान कराते हैं। आपके भाई की सदैव ये कोशिश रहेगी। आपकी जिंदगी में कोई कठिनाई न रहे, कोई कांटा नहीं रहे, महिला सशक्तिकरण के लिए जब तक मेरी सांस चलेगी मैं काम करता रहूंगा, मेरी बहनों फिर से 10 तारीख आ रही है। लाड़ली बहना की राशि फिर से आपके खाते में डाली जाएगी। और जो कहा इस राशि को बढ़ाते बढ़ाते 3 हजार तक ले जाएंगे। ये संकल्प पूरा करेंगे। आपकी जिंदगी खुशियों से भर जाएगी।
लाड़ली बहना योजना के तहत मध्यप्रदेश में करीब 1.25 करोड़ महिलाओं को लाभ मिल रहा है। इस योजना के तहत पहले 1000 रुपए महीना देना शुरू किया गया था। जिसे बढ़ाकर बाद में 1250 रुपए कर दिया गया। इस योजना के तहत नया रजिस्ट्रेशन अभी नहीं किया जा रहा है। अभी सिर्फ उन महिलाओं को लाभ दिया जा रहा है। जिन महिलाओं का इस योजना के तहत चुनाव के पहले रजिस्ट्रेशन हो चुका है।
ये महिलाएं हैं योजना के लिए पात्र
लाड़ली बहना योजना के तहत मध्यप्रदेश की निवासी 21 साल से 60 साल तक की महिलाओं को लाभ मिल रहा है। इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को ही लाभ दिया जा रहा है। इस योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं महिलाओं को मिलेगा जिनके परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपए से कम है। उनके पास जमीन भी 5 एकड़ से कम होनी चाहिए। हालांकि इस योजना का लाभ सभी वर्ग की महिलाओं को मिल रहा है।
ये दस्तावेज जरूरी
इस योजना के तहत महिला का आधार कार्ड, परिवार और स्वयं की समग्र आईडी, बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए। समग्र आईडी में ई केवायसी होना चाहिए।
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EOW Action On Fraud: मध्य प्रदेश के नीमच जिले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने एक बड़ा घोटाला पकड़ा है. इस मामले में कई लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज जारी करने और षड्यंत्र रचने का मुकदमा भी दर्ज किया गया है. यह घोटाला एक अरब 98 करोड़ 36 लाख 24240 का बताया जा रहा है. ईओडब्ल्यू के निरीक्षक अनिल शुक्ला ने बताया कि इंदौर की कपिल ट्रेडिंग कंपनी ने शिकायत दर्ज करते हुए यह आरोप लगाया था कि नीमच की कंपनी अग्रवाल सोया एक्सट्रैक्ट प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से फर्जी तरीके से साल 2017 से 2022 के बीच उनकी कंपनी के नाम का दुरुपयोग करते हुए लेनदेन दर्शाया गया है, जबकि उनके तरफ से किसी प्रकार का कोई व्यापार उनके साथ नहीं किया गया है.
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इस शिकायत के बाद जब ईओडब्ल्यू ने जांच पड़ताल शुरू की तो उनके होश उड़ गए. यह घोटाला अभी तक 1 अब 98 करोड़ 36 लाख 24240 का निकल चुका है, जबकि अभी भी जांच जारी है. जांच अधिकारी ने बताया कि इस मामले में धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत अपराध पंजीकृत कर लिया गया है. आरोपियों ने 36 फर्जी कंपनियों के माध्यम से इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया है. अधिकारियों को कहना है कि करोड़ों रुपए की काले धन को सफेद करने के लिए इस प्रकार का कार्य किया गया है. इसके अलावा सरकार को राजस्व का भी नुकसान पहुंचाया गया है.
ईओडब्ल्यू ने अग्रवाल सोया एक्सट्रैक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के गोपाल सिंघल, शालिनी सिंघल, दीपक सिंघल, नवनीत गर्ग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. आरोपियों ने षड्यंत्र पूर्वक फर्जी दस्तावेज तैयार कर सोयाबीन, सोयाबीन तेल, सोयाबीन डीओसी का फर्जी व्यापार कर शासन को 10 करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया है. आरोपियों ने फर्जी तरीके से जीएसटी और सीएसटी भी नहीं भरा. इस फर्जी व्यापार में बड़ी ही चालाकी के साथ आरोपियों ने कपिल ट्रेडिंग कंपनी, गुरु कृपा इंटरप्राइजेज, निमिष इंटरप्राइजेज, अमर ज्योति इंटरप्राइजेज.
रीवा।। आत्मनिर्भर भारत अभियान को बखूबी अंजाम देते मध्यप्रदेश के रीवा जिले के बैकुंठपुर नगर,ग्राम पिपरी के अरुण प्रसाद (मधुमक्खी पालक), यह एक सफल उद्यमी मधुमक्खी पालक की कहानी है, जिसने अपने जीवन में कुछ कर गुजरने की सोच से मधुमक्खी पालन में जुट गये। अपनी मेहनत और लगन के साथ मधुमक्खी पालन कर पहले मधुमक्खी पालक बनकर मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश दोनों राज्यों का गौरव बढ़ा रहे है।
मध्यप्रदेश के रीवा जिले से 25 किलोमीटर दूर बैकुंठपुर कस्बे में पिपरी गांव के मधुमक्खी पालन कर अपनी स्वयं की ब्रांड बना व्यापार कर रहे है। जी हां, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के मधुमक्खी पालक बन कर दोनों राज्यों का गौरव बढ़ा रहे है। 50 बॉक्स के साथ शुरुआत करने वाले अरुण प्रसाद ने कहा कि भारत के नेशनल बी बोर्ड मंत्रालय नई दिल्ली से संस्था द्वारा मधुमक्खी पालन में 1 महीने का प्रशिक्षण प्राप्त करके मधुमक्खी पालन की शुरूवात की है।
श्री अरूण प्रसाद ग्राम पिपरी बैकुंठपुर, विकास खंड सिरमौर, जिला रीवा के निवासी है। अपने जीवन में कई सारे प्राइवेट काम करने के बाद, उन्होंने कृषि को उत्तम समझा दूसरों के लिए प्रेरणा बननें की सोची ताकि स्वयं के साथ-साथ गांव के ही नही बल्कि जिले और प्रदेश में किसानो और प्रदेश की जनता के लिए भी आदर्श स्थापित कर सकें।श्री अरूण प्रसाद अपनी आगे की बातों में बताते है की उन्होंने काफी कुछ सोचा समझा और उसके बाद मधुमक्खी पालन करने और शहद का व्यवसाय करना अपने लिए उचित पाया।
जिसको वे अब आसानी से अपने गांव पिपरी में कर रहे है। जहाँ अच्छे अच्छे लोग मधुमक्खियों से दूर भाग जाते है वहाँ , अरुण प्रसाद मधुमक्खियां के साथ दोस्त की तरह रहते है , अरुण प्रसाद मधुमक्खी पालन के साथ-साथ खुद ने मार्केटिंग की जिम्मेदारी भी उठाने का सोचा, इसके लिए उन्होने कृषि विज्ञान केन्द्र, रीवा से कुमार विकास सेवा संस्थान द्वारा दिए जाने वाला 7 दिवस का मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लिया और मधुमक्खी पालन की मूल बातें सीखीं और अपना व्यवसाय शुरू किया।
भविष्य में, वह मधुमक्खियों से शहद के अलावा परागकण, वेनम, रायल जेली का उत्पादन करने और शहद आधारित सौंदर्य प्रसाधन बनाने और विपणन करने की योजना बना रहे है।श्री अरूण प्रसाद भी किसानो के लिए एक प्रेरणास्रोत बन गये हैं, यह देखकर अन्य किसान भाई को भी आत्मनिर्भर भारत के तहत स्वरोजगार में लाने के लिए इनके द्वारा जिले के कई बड़े किसान भाई जुड़कर मधुमक्खी पालन का आपसे प्रशिक्षण लेकर मधुमक्खी पालन कर रहे।
सतना।।मप्र युवक कांग्रेस प्रभारी अखिलेश यादव ने सर्किट हाउस में मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्र व प्रदेश सरकारों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकारों की नीतियों के कारण युवा अत्यधिक परेशान है। स्थानीय फैक्ट्रियों में दूसरे प्रदेश के लोगों को बुलाकर रोजगार दिया जा रहा है। जबकि स्थानीय बेरोजगार युवकों को पहली प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा का स्तर अत्यधिक गिर रहा है। कक्षा 10वीं एवं 12वीं के उत्तीर्ण छात्रों की संख्या इस वर्ष बहुत कम है। जिसका कारण पेपर लीक होना है। इसके अलावा मप्र विद्युत विभाग द्वारा गुणवत्ता विहीन उपकरणों की खरीददारी कर भ्रष्टाचार किया गया है। जिसके कारण बिजली की अघोषित कटौती हो रही है।
प्रेसवार्ता के दौरान उपस्थित अन्य युवा नेताओं ने कहा कि गैस एवं पेट्रोलियम पदार्थ की कीमत अन्य राज्य की तुलना में अधिक है। जिससे महंगाई को भी बढ़ावा मिल रहा है। महंगाई को कम करने के लिए इन पदार्थों की कीमत कम करने में सरकार नाकाम साबित हो रही है। पदाधिकारियों ने कहा कि आयुष्मान कार्ड एक धोखा बनकर रह गया है। निजी अस्पतालों में उसे मान्य किया जाता है। जिसके कारण मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पाता है।
SATNA NEWS, सतना।।सतना में एक सरफिरे आशिक ने ऐसी घटना को अंजाम दिया जिसे सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे,, विवाहित महिला के सरफिरे आशिक ने पहले तो महिला को चाकू मारकर हत्या करने की कोशिश की और जब उसका पति बीच-बचाव में पहुंचा तो उसके ऊपर बम से हमला कर दिया,, इस घटना में महिला की हालत गंभीर बनी हुई है,, वही बम फेंकने से घायल महिला का पति और हमलावर सरफिरा आशिक भी बुरी तरह से जख्मी हुआ है,, सभी को सतना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
सतना के सिविल लाइन थाना अंतर्गत महादेवा में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक सरफिरे आशिक में पति पत्नी को जान से मारने की कोशिश की,, उसने पहले पत्नी को चाकू से मार कर घायल कर दिया और उसके पति पर बम फेंक दिया,, मिली जानकारी के मुताबिक दोनों घायल पति-पत्नी का नाम माधवी कोरी और छवि राज कोरी है दोनों रीवा के धोबिया टंकी के पास रहते थे।
पास में ही राजेश सोंधिया नाम का युवक रहता था,, जो माधुरी से एकतरफा प्रेम करने लगा,, बताया जा रहा है कि आरोपी ने माधुरी का अश्लील वीडियो भी बनाया था,, जिसे वायरल करने के नाम पर माधुरी को आए दिन ब्लैकमेल करता था,, आरोपी माधवी कोरी को उसके साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर कर रहा था।आरोपी राजेश से तंग आकर दोनों पति-पत्नी रीवा से आकर सतना में रहने लगे।बीते 10 दिनों से वह सतना के महादेवा में किराए के मकान में रह रहे थे,, इस बात का पता आरोपी को चला,, आज शाम आरोपी इनके घर चेहरे पर नकाब डालकर पहुंचा और घर मे घुसकर माधुरी के पेट पर चाकू से हमला कर दिया,, पति ने इस घटना को देखकर आरोपी को रोकने की कोशिश की तो आरोपी ने पति पर बम से हमला कर दिया।
इस घटना में आरोपी खुद भी बुरी तरह जख्मी हो गया,, घटना की सूचना लगते ही सतना सीएसपी महेंद्र सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस मर्ज कायम कर अग्रिम कार्यवाही पे जुटी है।घटना की जानकारी लगते घटना स्थल पर सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा पहुँचे। इस घटना में पति-पत्नी समेत आरोपी इस घटना में बुरी तरह जख्मी हालत में थे,, तीनों को सतना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है,, जिला अस्पताल में इलाज के बाद डॉक्टरों ने घायलों को रीवा रेफर कर दिया है।मामला एक तरफा प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है पुलिस इस पूरी घटना की जांच कर रही है।
Monsoon in Madhya Pradesh:भोपाल।। अमूमन गर्मी के सीजन में अप्रैल-मई माह में जोरदार गर्मी पड़ती है। कई शहरों में लगातार लू भी चलती है। जून माह की शुरुआत से मानसून पूर्व की गतिविधियों में तेजी आने लगती है। साथ ही दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के साथ पूरे वेग से मानसून आगे बढ़ने लगता है। इस वर्ष मार्च, अप्रैल के साथ ही मई माह में गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। इस वजह से मौसम के मिजाज के अनुरूप गर्मी नहीं पड़ रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौजूदा स्थिति को देखते हुए दक्षिण-पश्चिम मानसून का प्रदेश में आगमन तय समय से पिछड़ सकता है। साथ ही उसकी आमद की तीव्रता भी प्रभावित हो सकती है।
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मध्य प्रदेश में कुल 67.9 मिलीमीटर वर्षा
गर्मी का सीजन चल रहा है। उधर एक मार्च से लेकर बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मध्य प्रदेश में कुल 67.9 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। जो सामान्य वर्षा 13.9 मिमी. की तुलना में 388 प्रतिशत अधिक है। इस वर्ष अभी तक सिर्फ मई माह में 11,12 मई को रतलाम, धार में एवं 13 मई को खरगोन में लू चली है।
मानसून अपनी तय तारीख 16 जून से पिछड़ने की संभावना
उधर भारत मौसम विज्ञान विभाग ने हाल ही में मानसून के केरल में तय तारीख एक जून से चार दिन पिछड़ने की संभावना जारी की है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला का कहना है कि इस बार मध्य प्रदेश में भी मानसून अपनी तय तारीख 16 जून से पिछड़ने की संभावना है। इसकी एक वजह गर्मी के सीजन में अपेक्षाकृत तापमान का नहीं बढ़ना भी है। इसके अलावा तपिश नहीं रहने के कारण मानसून के आगमन की तीव्रता भी प्रभावित होगी।
कृषि विज्ञानी एवं पूर्व कृषि संचालक डा. जीएस कौशल ने बताया कि किसान अक्सर मानसून आने की गफलत में समय से पहले बोवनी कर लेते हैं। इससे अक्सर उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है। किसानों को चाहिए कि जब तक जमीन में छह से आठ इंच तक नमी नहीं पहुंच जाए, तब तक बोवनी करने से बचें। पिछले वर्षों में मध्य प्रदेश और
Madhya Pradesh News : मध्यप्रदेश ने एक बार फिर देश में मान बढ़ाया है। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश को जल-संसाधन के बेहतर उपयोग, जल-संरचनाओं के संरक्षण एवं संवर्धन में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रीय जल पुरस्कार, 2022 की सर्वश्रेष्ठ राज्य श्रेणी में प्रथम स्थान के लिए चुना गया है। पुरस्कार समारोह शीघ्र ही होगा, जिसमें प्रदेश को ट्राफी और प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया जायेगा।
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सीएम ने पीएम को कहा थैंक यू, जनता को दी बधाई
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस उपलब्धि के लिए मध्यप्रदेश के सभी नागरिक, जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पर्यावरण के साथ सामंजस्य से विकास की ओर सतत आगे बढ़ते रहने में भारत आज विश्व का मार्गदर्शक है। जल-संरचनाओं का संरक्षण, संवर्धन एवं उचित प्रबंधन, पर्यावरण-संरक्षण का एक महत्वपूर्ण घटक है। यह बहुत गौरव की बात है कि समूचा मध्यप्रदेश इस दिशा में एकजुट होकर प्रयास कर रहा है, यह सम्मान मध्यप्रदेश की इसी सोच का प्रमाण है। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के प्रति आभार श्री व्यक्त किया है।
उल्लेखनीय है कि सर्वश्रेष्ठ राज्य श्रेणी में विभिन्न घटकों-जल जीवन मिशन एवं जल शक्ति अभियान की उपलब्धियों, जल-संसाधन के संरक्षण एवं संवर्धन के प्रयास, वॉटर पॉलिसी, सिंचाई के परंपरागत तरीक़ों के स्थान पर माइक्रो इरीगेशन तकनीकी का प्रयोग, नवीन माइक्रो इरीगेशन प्रोजेक्ट्स का क्रियान्वयन, जल उपयोग की दक्षता (एफीशिएंसी), जल-संरचनाओं का पुनरुद्धार, सीवेज एवं औद्योगिक अपशिष्ट पानी को उपचारित कर पुनः उपयोग आदि क्षेत्रों में प्रयासों एवं उपलब्धियों का मूल्यांकन किया जाता है।
प्रशस्ति-पत्र, ट्रॉफी और नकद पुरस्कार मिलेगा
चतुर्थ राष्ट्रीय जल पुरस्कार अन्तर्गत राज्यों, संगठनों और व्यक्तियों आदि को 11 विभिन्न श्रेणियों-सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय, सर्वश्रेष्ठ मीडिया (प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक), सर्वश्रेष्ठ स्कूल, कैंपस उपयोग के लिए सर्वश्रेष्ठ संस्थान श्रेणी में आरडब्ल्यूए/धार्मिक/उच्च शिक्षण संस्थान, सर्वश्रेष्ठ इंडस्ट्री, सर्वश्रेष्ठ एनजीओ, सर्वश्रेष्ठ वॉटर यूजर एसोसिएशन और सीएसआर गतिविधि के लिए सर्वश्रेष्ठ उद्योग की श्रेणी में पुरस्कृत किया जा रहा है। विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार विजेताओं को प्रशस्ति-पत्र, ट्रॉफी और नकद पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
हितधारकों और लोगों को जल-संसाधन प्रबंधन के प्रति समग्र दृष्टिकोण अपनाने और प्रोत्साहित करने के लिए एकीकृत राष्ट्रीय जल पुरस्कार की परिकल्पना की गई है। यह पुरस्कार, पानी के महत्व के प्रति जनता के बीच जागरूकता पैदा करने और प्रभावी जल प्रबंधन में सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करने का भी प्रयास करते हैं। जल शक्ति मंत्रालय द्वारा पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 में प्रदान किया गया था। जल-आंदोलन को जन-आंदोलन में बदलने के लिये 2019 में जल शक्ति अभियान और जल जीवन मिशन शुरू किया गया था, जिसमें कई पुनर्भरण संरचनाएँ बनाई गई और इसमें करोड़ों लोग शामिल हुए। राष्ट्रीय जल पुरस्कारों ने सर्वोत्तम जल-संसाधन प्रबंधन प्रथाओं को अपनाने के लिये स्टार्ट-अप्स के साथ प्रमुख संगठनों को वरिष्ठ नीति निर्माताओं के साथ जुड़ने और विचार-विमर्श करने का एक अच्छा अवसर प्रदान किया है।
सतना।। आबकारी विभाग द्वारा कम्पोजिट मदिरा दुकान रैगांव में टेस्ट परचेज कराए जाने पर अधिकतम फुटकर बिक्री मूल्य (एमआरपी) से अधिक मूल्य पर ग्राहकों को मदिरा विक्रय करने एवं बिल नहीं देने पर दुकान का लाइसेंस एक दिवस (17 मई 2023) के लिए निलंबित कर दिया गया है तथा जीएलसी की शर्त के उल्लंघन के लिए म.प्र. आबकारी अधिनियम की धारा 48(क) के तहत अधिकतम शास्ति 10 हजार अधिरोपित की गई है।
कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कम्पोजिट मदिरा की फुटकर बिक्री की दुकानों एकल समूहों के निष्पादित व्यवस्था वर्ष 2023-24 के निर्देशों एवं मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की शर्तों के उल्लंघन पर कम्पोजिट मदिरा दुकान रैगांव लायसेंसी आशीष राय का लाइसेंस एक दिन के लिए निलंबित कर दिया है। कम्पेजिट मदिरा दुकान रैगांव में टेस्ट परचेज के दौरान देशी मदिरा प्रिंस लेमन का एक पाव (180 एमएल) एमआरपी रेट 65 रूपये से 15 रुपये अधिक अर्थात 80 रुपये में बेचना पाया गया।
साथ ही किसी भी ग्राहक को रसीद भी नहीं दी जा रही थी। प्रावधान अनुसार लाइसेंसी निलंबन अवधि के लिए कोई भी प्रतिकार पाने या उसके संबंध में चुकाई गई किसी भी फीस या किए गए निक्षेप के प्रतिवेदन का हकदार नहीं होगा।