सतना।।राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग मध्यप्रदेश शासन के मंशा अनुसार जिला प्रशासन के निर्देशन एवं जिला समन्वयक राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग/जन अभियान परिषद के मार्गदर्शन में जिले में हर घर दिवाली अभियान के तहत विधवा महिलाओं एवं साधन विहीन बच्चों के साथ दीपावली पर्व मनाया गया।
वार्ड नंबर 3 बगहा (शिवा सेवा बस्ती) एवं वार्ड नंबर 16 कृपालपुर (पुरैनिहा बस्ती) में 113 विधवा महिलाओं को चिन्हित कर उनके घर घर जाकर दीया, बाती,तेल देकर दीप प्रज्वलित कराया गया एवं मिष्ठान वितरित कर उनकी समस्याओं का भी चिन्हांकन किया गया वही साधन विहीन बच्चों को फुलझड़ी एवं मिष्ठान वितरित कर उनके साथ में दीपावली पर्व मनाया गया ।
इस उत्सव में 90 साल से ऊपर की सुक्खी कोल,सुरतिया साकेत, फुल्ली कोल एवं चिरौंजी केवट ने दुआ देते हुए कहां की हम तो कई साल से दिवाली मनाए ही नहीं हम गरीबों के लिए काहे की दिवाली और काहे की होली राशन कार्ड से गला एवं पेंशन मिल जाती है तो किसी प्रकार पेट भर रहे है हमारी दिवाली तो प्रभु ने ही छीन लिया है अब तो शरीर भी बराबर काम नहीं कर रहा आप लोग आज हमारे घर पहुंच गए हैं तो हमारे घर भी दीपक जल गया यह उत्सव जन सहयोग से किया मनाया गाया।
जिसमें डॉ प्रमोद तिवारी अनुपमा एजुकेशन सोसायटी भरहुत नगर के द्वारा 100 परिवारों के लिए किट तैयार प्रदान किया गया वही डॉ एस सी राय 40 किट,डॉ राजेश तिवारी 40 किट,श्री आर एन त्रिपाठी विनायक एजुकेशन सोसायटी 30 किट एवं डॉ के पी तिवारी 20 किट का सहयोग प्रदान किए इस अवसर पर श्री अभिषेक तिवारी पार्षद वार्ड नंबर 3,श्री सुरेंद्र चौधरी पार्षद वार्ड नंबर 16, डॉ प्रमोद तिवारी संचालक अनुपमा एजुकेशन सोसायटी,
डॉ एस सी राय पीजी कॉलेज, श्री आर एन त्रिपाठी विनायक एजुकेशन सोसायटी,डॉ के पी तिवारी सहायक कार्यक्रम समन्वयक राज्य आनंद संस्थान भोपाल, आकाश कुमार तिवारी एवं विनय प्रताप विश्वकर्मा आनंदम सहयोगी प्रेम शंकर भानेश,राम नरेश सोनी, संतोष कुशवाहा, राम बहादुर मिश्रा, विष्णु तिवारी,योगेंद्र कुमार सिन्हा,रूम सेन गुप्ता सक्रिय अनंदक आदि लोग के सहयोग एवं उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ
सतना।। आप सब ने बचपन में मेले और बाजार तो बहुत देखे सुने होंगे और घूमा भी होगा। मगर क्या आपने कभी गधों का मेला देखा है। जी हां, भले ही आप इस मेला या बाजार के बारे में पहली बार सुन रहे हैं,।लेकिन देश में इकलौता गधों का बाजार मध्य प्रदेश के सतना जिले की धार्मिक नगरी चित्रकूट में दीपावली के अवसर पर वर्षों से यह ऐतिहासिक मेला बाजार लगता चला आ रहा है।
बाजार में अलग-अलग प्रदेशों से व्यापारी खच्चर-गधे लेकर चित्रकूट पहुंचते हैं। यहां खच्चरों-गधों की बोली-बोली जाती है। खरीदारों के साथ-साथ मेला बाजार घूमने वालों की भी भारी भीड़ भाड़ रहती है।इस मेले की शुरुआत मुगल बादशाह औरंगजेब द्वारा करवाई गई थी। तब से लेकर आज तक मेला बाजार लगातार लगता चला आ रहा है। यह मेला बाजार दीपदान के बाद तीन दिन तक चलता है।
लोगों का दावा है की मुगल शासक औरंगजेब की सेना में जब रसद और असलहा ढोने वालो की कमी हो गई तब पूरे क्षेत्र से खच्चरों-गधों के मालिकों को इसी मैदान में एकत्रित कर उनके गधे खच्चर खरीदे गए थे। तभी से प्रारंभ हुआ मेला बाजार का यह सिलसिला लगातार चला आ रहा है।
देश के इस इकलौता अनोखे मेले को केवल देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। दीपावली के दूसरे दिन से चित्रकूट के मंदाकिनी नदी के तट पर तीन दिनों तक मेला आयोजित होता है। मेले में काफी दूर-दूर से लोग अपने खच्चर – गधे लेकर आते हैं। और खरीद बिक्री करते हैं। तीन दिन के मेले में लाखों का कारोबार किया जाता है।यहां गधे- खच्चर खरीददारों के अलावा इनको देखने वालों की भीड़ उमड़ती है।
आज की टेक्नोलॉजी के दौर में जहां लोग आधुनिकता की ओर बढ़ते चले जा रहे हैं, लेकिन चित्रकूट में आज भी वर्षों पुरानी परंपरा बखूबी चलती चली आ रही है। इस मेले में गधे और खच्चरों की कीमत हजारों लाखों रुपए तक बोली जाती है। व्यापारी अपने गधों के नाम फिल्म स्टारों के नाम पर रखते हैं।जैसे कोई सलमान तो कोई शारूख तो कोई कैटरीना तो कोई मोदी। हालांकि मुगल काल से प्रारंभ हुआ यह मेला अब सुविधाओं के अभाव में कम होता जा रहा है।लेकिन इस विरासत को संजों कर रखने वाले आज भी मेला बाजार का आयोजन करते आ रहे हैं।
Satna Times : Reliance Jio ने 22 अक्टूबर को दिवाली (Diwali) के मौके पर देश में 5G Services को आधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दिया। देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी में से एक रिलायंस जियो ने करीब दो महीने पहले अपनी AGM में 5जी सर्विस का ऐलान किया था। अब आधिकारक तौर पर जियो देश में हाई-स्पीड 5G नेटवर्क लॉन्च कर दिया है।
जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने राजस्थान के राजसमंद में श्रीनाथजी मंदिर में 5G लॉन्च किया। इसके साथ ही कंपनी ने JioTrue5G नेटवर्क पर चलने वाली वाई-फाई सेवाओं को लॉन्च किया। शैक्षणिक संस्थानों, धार्मिक स्थानों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड, कमर्शियल हब जैसे स्थान जहां लोगों का जमावड़ा अधिक होता है वहां यह सर्विस दी जाएगी। JioTrue5G पावर्ड वाई-फाई की शुरूआत राजस्थान के शहर नाथद्वारा से की गई।
5G लॉन्च के मौके पर आकाश अंबानी ने कहा, ‘इस साल रिलायंस जियो का इरादा दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में 5G लॉन्च करने का है।’ जियो का लक्ष्य बहुत जल्द हर कस्बे, तहसील और जिले में 2023 तक 5जी नेटवर्क पहुंचाने का है।’
Jio standalone 5G launched in india
गौर करने वाली बात है कि जियो देश में 5जी के लेटेस्ट वर्जन standalone 5G को लागू करेगी। कंपनी द्वारा 5जी इन्फ्रास्ट्रक्चर में 2 लाख करोड़ से ज्यादा निवेश का अनुमान है।
बता दें कि इसी महीने यानी अक्टूबर 2022 में रिलायंस जियो ने राजधानी दिल्ली समेत तीन बड़े शहरों- मुंबई, कोलकाता और वाराणसी में बीटा 5जी ट्रायल शुरू किया था। यूजर्स को 1Gbps से ज्यादा डाउनलोड स्पीड ट्रायल के दौरान मिल रही थी। गौर करने वाली बात है कि कंपनी ने अपनी स्टैंड-अलोन 5जी टेक्नोलॉजी को Jio True 5G नाम दिया है।
Jio 5G Powered wifi launched
देशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए आकाश अंबानी ने कहा भगवान श्रीनाथ जी कृपा से आज नाथद्वारा में जियो ट्रू 5जी की सर्विस के साथ 5जी पॉवर्ड वाई-फाई सेवा का शुभारंभ हो रहा है। हम मानते हैं कि 5जी सबके लिए है, इसलिए हमारी कोशिश है कि दिल्ली, मुंबई, कोलकत्ता और वाराणसी की तरह देश के कोने-कोने तक जियो की ट्रू 5जी सर्विस जल्द चालू हो। श्रीनाथ जी के आशीर्वाद से नाथद्वारा और चेन्नई भी आज से जियो ट्रू 5जी सिटी बन गए हैं।
जियो यूजर्स को यह नई वाई-फाई सर्विस, Jio Welcome Offer अवधि के दौरान मुफ्त में मिलेगी। दूसरा नेटवर्क इस्तेमाल करने वाले भी जियो 5जी पावर्ड वाई-फाई का सीमित इस्तेमाल कर सकेंगे। पर अगर वे जियो 5जी पावर्ड वाई-फाई की फुल सर्विस का उपयोग करना चाहते हैं तो उन्हें जियो का ग्राहक बनना होगा। दिलचस्प यह है कि जियो ट्रू 5जी वाई-फाई से जुड़ने के लिए यह जरूरी नहीं कि ग्राहक के पास 5जी हैंडसेट हो। वह 4जी हैंडसेट से भी इस सर्विस से जुड़ सकता है। JioTrue5G पावर्ड सर्विस के साथ ही नाथद्वारा और चेन्नई में जियो की ट्रू 5जी सर्विस भी शुरू हो गई हैं।
नाथद्वारा राजस्थान का पहला शहर है जहां किसी भी ऑपरेटर ने 5जी सेवाओं की शुरूआत की है। हलांकि कंपनी ने कमर्शियल लॉन्च की घोषणा अभी नही की है। वहीं कंपनी के 5जी सर्विस मैप पर दक्षिण भारत का चेन्नई शहर भी आ गया है।
गौर करने वाली बात है कि जियो ने हाल ही में अपना पहला JioBook लैपटॉप भी लॉन्च किया है। जियोबुक लैपटॉप की कीमत 15,799 रुपये रखी गई है।
भोपाल।।मध्यप्रदेश की सभी विद्युत वितरण कंपनियों ने विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे दीपावली पर्व पर विद्युत सुरक्षा एवं सावधानियां रखकर सुरक्षित दीपावली मनाएं। कंपनी ने सभी पटाका व्यवसायियों से अपील की है कि वे बिजली लाइन के नीचे, ट्रांसफार्मर के नीचे या उससे लगाकर दुकान न लगाएं क्योंकि इससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है और छोटी सी असावधानी बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकती है। विद्युत कंपनियों ने नागरिकों ने अनुरोध किया कि वे पटाखे व आतिशबाजी बिजली लाइनों के नीचे व आसपास न करें।
विद्युत कंपनी ने कहा है कि दीपावली पर्व पर प्रकाशीय साज-सज्जा हेतु उपभोक्ता अपने परिसर में विद्यमान बिजली कनेक्शन से स्वीकृत भार के अनुसार ही बिजली का उपयोग करें। बिना स्वीकृति के अतिरिक्त भार की वृद्धि एवं सीधे तार डालकर विद्युत चोरी नहीं करें। बिजली चोरी अथवा बिना स्वीकृति के संयोजित भार में वृद्धि अवैधानिक है और इसके लिए बिजली अधिनियम 2003 में जुर्माने का प्रावधान है।
विद्युत कंपनी ने मिठाई, मूर्तियां, साज-सज्जा, बर्तन व्यापारी, पटाखों की दुकाने एवं दीपावली पर्व से जुड़ी अन्य सामग्री के विक्रय हेतु लगाए जाने वाली अस्थाई दुकानों के प्रकाश व्यवस्था हेतु व्यापारी बंधुओं से अनुरोध किया है कि वे नियमानुसार अस्थाई कनेक्शन लेकर ही बिजली का उपयोग करें। दीपावली पर्व पर अस्थाई दुकानों की स्थापना, बिजली ट्रांसफार्मरों एवं बिजली की लाइनों से सुरक्षित दूरी बनाकर ही स्थापित करें ताकि विद्युत दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
सभी विद्युत उपभोक्ताओं से कहा गया है कि वैधानिक कनेक्शन लेकर ही बिजली का उपयोग करें। कंपनी ने मैदानी अमले और सतर्कता विंग को सघन जांच अभयिन चलाकर बिजली चोरी मामले पकड़ने तथा भार वृद्धि अथवा स्वीकृत प्रयोजन के स्थान पर अन्य किसी प्रयोजन के लिए विद्युत उपभोग पकड़े जाने पर विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135, 138 के अंतर्गत कानूनी कार्यवाही करने कहा है।
भोपाल।।मुख्यमंत्री निवास में दीपोत्सव-2022 पर गायक कलाकारों ने अनेक गीत प्रस्तुत किए, जिन पर बच्चों के साथ मुख्यमंत्री श्री चौहान भी झूम उठे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों के साथ नृत्य भी किया। इन गीतों में लोकप्रिय गीत बम बम भोले… और सुनो-सुनो ऐ दुनिया वालो बुरी नजर न हम पर डालो.. जय हो …, ये देश है वीर जवानों का… और बालिका पावना अहिरवार द्वारा स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की कविता-आओ फिर से दिया जलाएँ… शामिल हैं। एक अन्य गीत “बच्चे मन के सच्चे,ये वो नन्हे फूल हैं जो भगवान को लगते प्यारे…” भी सभी ने मिल कर गाया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रेरक गीत “नदिया चले, चले रे धारा…” और “छोड़ो कल की बातें..“ गीत गाया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों के साथ दीपक और फुलझड़ियाँ भी जलाईं। इसके पहले उन्होंने रहमान और रिया को अपनी गाड़ी में बैठा कर स्मार्ट उद्यान की सैर करवाई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान ने भी बच्चों के साथ खुशियाँ मनाई। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों के साथ दीप जलाये। अंत में बच्चों को उपहार दिए गए और सह भोज भी हुआ जिसमें मुख्यमंत्री ने बच्चों को अपने हाथों से भोजन कराया। कुछ बच्चों को योजना में सहायता राशि के चेक भी दिए गए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम में जिन बच्चों ने भागीदारी की उनमें तन्वी, प्रीति, पूनम, मिष्ठी, तनुश्री, संजना, पावना अहिरवार, एग्नेट यादव के साथ रिया और रहमान पौध-रोपण में भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कुछ बच्चों को आयुष किट भी प्रदान की।
सतना,रविशंकर पाठक।।देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुखिया भी जहां अपने ही देश मे बने देशी उत्पाद को बढ़ावा देने वोकल फॉर लोकल का नारा बुलंद कर रहे है।जिससे पर्यावरण की सुरक्षा के साथ जरुरत मंद को सरकारी सहायता मिलने से वह भी समाज की मुख्यधारा से जुड़ जाय।लेकिन प्रशासनिक ओहदे में बैठे के बीच कुछ चंद लोगो के कारण सरकार की मन्सा पर पलीता लगाया जा रहा है ।
ऐसा ही मामला सतना जिले के उचेहरा जनपद के ग्राम पंचायत बांधी मौहर का है।जहां पर एक महिला स्वसहायता समूह को बकायदे अनुबंध के तहत गौ शाला चलाने जनपद पंचायत के आजीविका मिशन विभाग द्वारा अनुमति दी गई है, लेकिन ग्राम पंचायत के ही पूर्व के चुने जन प्रतिनिधि और गांव के चंद लोगो की दबंगई का साथ पंचायत सरपंच, सचिव दे रहे है।
जिसके कारण समूह को अब काम देना तो दूर, अपने ही समूह के अनुबंध की गौ शाला में प्रवेश करने तक की सख्त मनाही है।आखिर इस समूह के साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है।बहरहाल पंचायत के नव निर्वाचित सरपंच ने अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया , आखिर नव निर्वाचित सरपंच जानकर भी क्यो मूक दर्शक बने हुए है।
यह अपने आप मे एक बड़ा सवाल है ? जनपद पंचायत उंचेहरा के अंतर्गत संचालित अजीविका मिशन के द्वारा मछुआरा स्व सहायता समूह को बांधी मौहार पंचायत की गौ शाला के संचालन का अनुबंध किया गया था । शासन की मन्सा अनुरुप महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने आजीविका मिशन सतना द्वारा इस समूह की आय को बढ़ाने व 50 हजार रुपये की लागत से गोवर से मूर्तियां बनाने की मसीन के अलावा समूह के सदस्यों को गोबर से ईको फ्रेंडली मूर्तियां बनाने का कुशल प्रशिक्षक उपरान्त समूह की मेहनत रंग लाई और इस मछुआ स्व सहायता समूह की बनी कलात्मक मूर्तिया , दीये जिला में काफी लोकप्रति हुये ।
जिला के अधिकारियों द्वारा इनके बने उत्पाद को 10 हजार में खरीद प्रदर्शनी भी लगाई।इसी तरह सागर ज़िला के दमोह से भी इस कला की सीखने एक दल बांधी मौहार के गौ शाला आया।जहां से उसने भी 7 हजार का गोबर से बना समान खरीद ले गया ।इसी बीच बांधी मौहर के पूर्व सरपंच ,गांव के एक दबंग सहित पंचायत के सचिव तीनो की तिकड़ी को यह सब रास नही आया।उनकी गिद्ध निगाह मछुआरा स्व सहायता समूह के खाते में शासन द्वारा भेजी जाने वाली राशि पर थी।
बस उसी को ठिकाने लगाने का पूरा षडयंत्र करने लगे और हुआ यूं कि पंचायत द्वारा अलग से बिना किसी आदेश के गौ शाला के संचालन हेतु दैनिक श्रमिक के रुप मे 200 रुपये रोज की दर से दो महिला श्रमिको को रख करीब एक वर्ष पूर्व से इस मछुआरा महिला समहू को गौ शाला में प्रवेश करने ही नही दिया जा रहा है।
इसका कारण क्या है वह अज्ञात बना हुआ है । किसी तरह आरजू मिन्नत करने के बाद समूह की इन महिला सदस्यो को अधूरे बने गणेश – लक्ष्मी ,दीये व अन्य धार्मिक आइटमो को पूरा करने की इजाजत पंचायत द्वारा मिली है । अब इनके सामने बड़ा संकट है कि दीपावली में बाजार न मिलने से इनकी लागत और समूह की मेहनत का क्या होगा ।
काबिलेगौर है कि मछुआरा स्व सहायता समूह द्वारा उचेहरा के जनपद पंचायत कार्यालय के अधिकारी , एस डी एम सहित थाना प्रभारी के अलावा जिला पंचायत सी ई ओ , जिला में ही आजीविका मिशन कार्यालय में लिखित रुप से सारे घटना क्रम की जानकारी देने के बाद भी आखिर प्रशासन क्यो एक्शन नहीं ले रहा यह एक बड़ा सवाल है ?
मछुआ स्व सहायता समूह के जिम्मेदारो ने बताया कि भूसा और अन्य ब्यस्था के नाम से शासन द्वारा पैसा हमारे खाता में जरुर आता था लेकिन इन खर्चो के नाम पर मनमर्जी रकम समूह से ले ली जाती रही।कुछ इसी तरह से बांधी मौहार के नव निर्वाचित सरपंच ने अपना दुखड़ा बयां करते हुए कहा कि जिस राशि को समूह के खाते में जानी चाहिए।वह लाखो की राशि सचिव द्वारा एक निजी खाते में भेज दी गई । अगर पंचायत में विकास के नाम पर खर्च हुई लाखो की राशि की विस्तृत जांच हो जाय हकीकत से पर्दा उठते देर नही लगेगी ?
इनका कहना है
कई बार प्रशासन में शिकायत करने के बावजूद भी हमारी सुनवाई नहीं हो रही है।गौशाला का संचालन पहले हम कर रहे थे। लेकिन हमको अब गौशाला में घुसने ही नहीं दिया जा रहा है।इस मामले की शिकायत एसडीएम और जिला पंचायत सतना के अलावा उचेहरा में भी की गई है।लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है ।हम लोग काफी परेशान हैं।पुरानी मूर्तियों को घर में रखकर ही रंग रोगन कर रहे हैं।
राजरानी केवट सदस्य मछुआ स्व सहायता समूह
ग्राम पंचायत के सचिव बुद्धदेव मिश्रा के द्वारा मुझे जनपद पंचायत में ले जाकर बताया गया कि यह राशि गौशाला की है और शिबू सिंह को देना है ।गौशाला का संचालन अभी भी शिबू सिंह के द्वारा किया जा रहा है।
आर पी नागर सरपंच बांधी मौहार
गौशाला का संचालन मछुआरा महिला स्व सहायता समूह के द्वारा किया जा रहा है और 50000 देकर वहां पर सामग्री भी मंगवाई गई है।मूर्ति और दीपक बनाने के लिए स्व सहायता समूह को प्रशिक्षित भी किया गया है।
अरुण कुमार साकेत विकास खण्ड प्रबंधक आजीविका मिशन उचेहरा
भोपाल।।नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह ने बताया है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा अनुसार दीपावली पर्व पर स्थानीय एवं ग्रामीण कारीगरों और गरीब महिलाओं के स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित मिट्टी, गोबर के दीपक, दीपमाला और धार्मिक प्रतीकों को नगरीय निकाय क्षेत्र में लाने और विक्रय किए जाने
पर बाजार एवं तहबाजारी के शुल्क/कर से छूट प्रदान की गई है। मंत्री श्री सिंह ने कहा है कि पर्यावरण-संरक्षण तथा स्थानीय कौशल एवं उस पर आधारित स्व-रोजगार को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से यह निर्णय लिया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और 5 नवंबर 2022 तक प्रभावी रहेगा।
भोपाल।।राज्य शासन ने दीपावली पर्व के दृष्टिगत माह अक्टूबर का नवम्बर माह में देय वेतन, मानदेय, पारिश्रमिक का भुगतान 20 अक्टूबर एवं पश्चातवर्ती तिथियों में किये जाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में वित्त विभाग द्वारा आज सभी शासकीय विभागों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
यह भी निर्णय लिया गया है कि आउटसोर्स एजेंसी को भी माह अक्टूबर हेतु व्यवसायिक सेवाओं के लिए देय राशि का भुगतान भी 20 अक्टूबर अथवा पश्चातवर्ती तिथियों में किया जाये, जिससे वे आउटसोर्स कर्मियों के पारिश्रमिक का भुगतान कर सकें। राज्य शासन के सार्वजनिक उपक्रम, स्थानीय निकाय, विश्वविद्यालय, स्वशासी निकायों आदि संस्थानों को परामर्श दिया है कि वे अपने संस्थानों की वित्तीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह कार्रवाई करने पर विचार कर सकते हैं।