बदलते मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल – Badalte mausam me kaise rakhe baccho ka khyal

बदलते मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल - Badalte mausam me kaise rakhe baccho ka khyal
Photo credit by social Media

सर्दियों का मौसम आते ही हर मां सतर्क हो जाती हैं क्योंकि बदलते मौसम में अधिकतर बच्चे बीमार पड़ने लगते हैं ।यह समय हर मां के लिए चुनौती से भरा हुआ होता है . क्योंकि कोई भी मां यह नहीं चाहेगी कि उसका बच्चा बीमार पड़े।

बदलते मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल - Badalte mausam me kaise rakhe baccho ka khyal
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हर मां अपने बच्चे को बीमारी से संक्रमण से दूर रखने की कोशिश करती रहती है | बदलता मौसम बहुत ही अच्छा और सुहाना होता है | लेकिन इसी मौसम में सर्दी-जुकाम, वायरल ,संक्रमण एलर्जी ,इन्फेक्शन आदि तरह की बीमारियां बच्चे के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है।

बदलते मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल

सर्दियों का मौसम आते ही आपको सतर्क रहने की और बच्चों के प्रति सावधानियां बरतने की जरूरत होती है. वैसे देखा जाए तो सरदिया यह बहुत लोगों का फेवरेट मौसम होता है . लेकिन यह मौसम अपने साथ सर्दी जुकाम बुखार, खांसी आदि बीमारियां भी साथ लेकर आता है। ऐसे में बहुत जरूरी है . कि आप अपने बच्चों को बदलते मौसम से सुरक्षित रखने के लिए कुछ सावधानियां अपनाएं।

बदलते मौसम में रखे बच्चों का ख्याल  : मौसम में बच्चे बीमार क्यों पड़ते हैं पहले तो इसके कारण के बारे में हमें जानना होगा :-

बदलते मौसम में बच्चे अधिकतर बीमार पड़ते हैं ,पर आपने सोचा है. कि ऐसा क्यों होता है इसके पीछे का कारण है बदलते मौसम में शरीर का तापमान तेजी से बदलना।बच्चों का बीमार होना, इनफेक्टेड होना यह सारी समस्या होती है क्योंकि बदलते मौसम में शरीर का तापमान भी तेजी से बदलता है . और बच्चों की बॉडी बदलते हुए मौसम में तेजी से बदलाव के तापमान को अडॉप्ट नहीं कर पाती है जिसके कारण बच्चे बीमार होने लगते हैं।

बीमार होने का सबसे महत्वपूर्ण कारण है . रोगप्रतिकारक क्षमता (इम्यूनिटी पावर)कमजोर होना .

मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल – Badalte mausam me kaise rakhe baccho ka khyal

इम्यूनिटी पावर वाले इंसान जल्दी बीमार पड़ते हैं अधिकतर यह बुजुर्गों और बच्चों में देखा जाता है . कि जैसे मौसम बदलता है, यह बीमार होने लगते हैं, क्योंकि इनकी इम्यूनिटी पावर कमजोर होती है।इसी के साथ हर मौसम के अनुसार बदलता हुआ लाइफस्टाइल भी बीमारियों को अपने साथ लेकर आता है|

बारिश के मौसम में नमी के कारण मच्छर और बैक्टीरिया ज्यादा पनपते हैं . और हमारे आसपास कीड़े मकोड़े भी पनपते हैं . इसका कारण होता है घर के आसपास या खाली जगह पर पानी का जमा होना इसी के साथ गंदे पानी जहां जमा होते वहां पर मच्छरों की संख्या अधिक बढ़ती जाती है . जो कि मलेरिया और डेंगू के भी कारण बनते हैं . इसीलिए हमें अपने घर के आस-पास जलभराव होने से रोकना चाहिए कूलर इत्यादि को बारिश आते ही साफ करके हटा देना चाहिए।

घर के आस-पास बाहर या घर के अंदर की फर्श को फिनाइल से साफ करना चाहिए। क्योंकि बच्चे अधिकतर फर्श पर बैठकर खेलते हैं आप उन्हें बाहर जाने से रोक नहीं सकते इसलिए जरूरी है कि हमें उनका ख्याल रखना चाहिए। जब बात बच्चों के स्वास्थ्य की हो तो हमें कोई भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए इसीलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे जानकारी देने जा रहे हैं जिसे अपनाकर आप अपने बच्चों के सेहत का अच्छे से ख्याल रख सकते हैं और उन्हें बीमारियां होने से बचा सकते हैं इसी के साथ बदलते मौसम का मजा भी ले सकते हैं।

आये जानते है बचो को किस तरह फिट रखा जाये

1.बदलते मौसम में बच्चों के शरीर में पानी की कमी होने लगती है . इसलिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाने की आदत लगाएं खेलकूद में व्यस्त होने के कारण बच्चे कम पानी पीते हैं . और उनके शरीर में पानी की कमी होने लगती है। ऐसे में बच्चों के शरीर में पानी की कमी ना हो इसका ध्यान आपको रखना चाहिए।

2.आप चाहे तो बच्चों को पानी उबालकर भी पीने के लिए दे सकते हैं . उबले हुए पानी में हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और पानी काफी हद तक सेफ हो जाता है।

3.ठंडी चीजों से दूरी बनाए रखें :आइसक्रीम कोल्ड ड्रिंक्स यह बच्चों का फेवरेट होता है . बदलते मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल – मौसम में बदलाव आने लगते हैं . तो इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण बच्चों को सर्दी खासी आदि होने की संभावना अधिक होती है . ऐसे में उन्हें आइसक्रीम कोल्ड ड्रिंक्स आदि चीजों से दूर रखें याद रखें ठंडी चीजों में दही और केला भी शामिल होता है।

4.इसकी जगह पर आप चाहे तो हल्दी वाला दूध ,तुलसी का पानी ,अदरक कैंडी इत्यादि का प्रयोग अपने बच्चे के आहार में कर सकते हैं . भोजन में किसी ना किसी रूप में काली मिर्च ,इलायची ,लौंग इत्यादि का उपयोग करना ना भूलें ।मौसम में होने वाले बदलाव के कारण सर्दी ,बुखार आदि बीमारी होती है . उन्हें ठीक करने में आयुर्वेद काफी असरदार साबित होता है।

5.फिजिकल एक्सरसाइज जरूरी है :बच्चों के लिए शारीरिक गतिविधियां या फिजिकल एक्सरसाइज बहुत ज्यादा जरूरी होता है. जितना ही बच्चे खेलेंगे वे फिजिकली फिट रहेंगे और बीमारियां उनसे दूर रहेगी।

6.बच्चों को थोड़ा टहलने के लिए कहिए हो सके तो आप भी उनके साथ जा सकते हैं . इसके अलावा उन्हें आउटडोर गेम्स खेलने के लिए प्रेरित करें। मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर आदि चीजों से दूर रखने की कोशिश करें,इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के कारण उनकी फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है।

7.साफ सफाई का ध्यान रखें :कहते हैं कि कोई भी बीमारी साफ सफाई ना रखने के कारण अधिकतर फैलती है . जितना हो सके हमेशा साफ सुथरा रहना चाहिए और बच्चों में भी साफ सफाई की आदत लगानी चाहिए। धूल, गंदगी और जंक फूड से बच्चों को दूर रखना चाहिए इनसे उनमें दस्त . उल्टी और सांस की समस्या उत्पन्न होने लगती है।

8.ठंड को नजरअंदाज ना करें बच्चों को गर्म पानी पीने के लिए दें और उन्हें नहाने के लिए हल्का गुनगुना पानी रोजाना इस्तेमाल करें।  इसी के साथ बाहर से खेल के आने पर उन्हें हाथ और पैर धोने की आदत लगाएं और खाना खाने के पहले हाथ धोने की आदत डेली रूटीन में अपनाएं क्योंकि अधिकतर बीमारियां, इंफेक्शन हमारे हाथों के द्वारा ही फैलती है।

9.इस तरह से आप छोटी-छोटी सावधानियां अपनाकर अपने बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं .और डेंगू मलेरिया, निमोनिया ,दस्त, उल्टी ,स्किन एलर्जी आदि बीमारियों से बचा सकते हैं ।

10.  बच्चों के आहार मे बदलाव करते हुए उनकी इम्यूनिटी पावर को भी स्ट्रांग बना सकते हैं। सावधानी रखने के बावजूद अगर बच्चों की तबीयत खराब हो जाती है तो देरी ना करते हुए आप तुरंत किसी अच्छे चाइल्ड डॉक्टर के पास संपर्क कर सकते हैं।

आशा करते हैं यहां आर्टिकल आपको पसंद आया होगा.अगर आपके कोई सवाल या विचार है तो हमें कमेंट सेक्शन में कमेंट करें।

 

 

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