बेशरम’ की ‘पद्मिनी’ ने 60 सालों तक इंडिया में किया राज, क्या EV अवतार में फिर मारेगी एंट्री

Padmini Car: भारत में आजादी के बाद से दो प्रीमियम कारों ने बरसों तक राज किया. इनमें पहला नाम हिंदुस्तान मोटर्स की एंबेसडर का आता है, जो सड़क से लेकर संसद तक राज करती थी. इसके बाद दूसरा नाम ‘पद्मिनी’ (Padmini) का आता है, जिसका बॉलीवुड में राज था. बॉलीवुड में बनने वाली प्राय: हर फिल्म में ‘पद्मिनी’ की झलक दिखाई दे ही जाती थी. साल 1978 में सदी के महानायक और बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘बेशरम’ आई थी, जिसका निर्देशन चरित्र अभिनेता देवेन वर्मा ने किया था. इस पूरी फिल्म में ‘पद्मिनी’ प्रीमियर कार पर शूटिंग की गई है. साल 1970-80 के दशक में यह कार पूरे शबाब थी. भारत में प्रीमियर ऑटोमोबाइल ने साल 1964 में इसे पहली बार बाजार में उतारा था और करीब 59 साल बाद 30 अक्टूबर 2023 के बाद से इसे सड़क से हटा दिया गया. 2021 में इसका प्रोडक्शन बंद कर देने के बाद यह केवल मुंबई की सड़कों पर ही दिखाई देती थी, लेकिन अक्टूबर 2023 के बाद इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया।

टॉप सेलिंग Padmini ने 60 सालों तक किया राज

एक रिपोर्ट के अनुसार, 1985 में मारुति 800 के बाद ‘पद्मिनी’ (Padmini) प्रीमियम कार टॉप सेलिंग कारों में शुमार थी. उस समय इसकी करीब 29,000 इकाइयों की बिक्री हो गई थी, जबकि मारुति 800 की 37,000 इकाइयों की बिक्री हुई थी. तीसरे स्थान पर एंबेसडर थी, जिसकी 21,000 इकाइयां बिकी थीं और चौथे नंबर पर महिंद्रा जीप थी, जिसकी 15,000 इकाइयां बिकी थीं. अब उम्मीद यह की जा रही है कि भारत की सड़कों तक 60 साल तक राज करने वाली प्रीमियर कार ‘पद्मिनी’ इलेक्ट्रिक वाहन के अवतार में एक बार फिर एंट्री मार सकती है. इस समय भारत में कई कार कंपनियां अपने पॉपुलर मॉडल को इलेक्ट्रिक कार के तौर पर बाजार में उतार रही हैं, तो ‘पद्मिनी’ के चाहने वाले भी इसे इलेक्ट्रिक अवतार में देखने की उम्मीद कर रहे हैं. आइए, सालों तक भारत में राज करने वाली ‘पद्मिनी’ प्रीमियर कार की खासियत के बारे में जानते हैं.
1964 में फिएट के लाइसेंस पर पहली बार उतारी गई थी Padmini

प्रीमियर पद्मिनी (Padmini) 1964 से 2001 तक भारत में प्रीमियर ऑटोमोबाइल्स लिमिटेड वालचंद ग्रुप के एक डिवीजन की ओर से फिएट के लाइसेंस पर बनाई जाती रही. यह चार सीटों वाली सैलून कार थी. शुरुआत में फिएट 1100 डिलाइट के रूप में इसकी बिक्री की गई. इसके बाद 1974 से प्रीमियर पद्मिनी के रूप में बेची गई. भारत के बाजार में पद्मिनी इसका मुकाबला हिंदुस्तान मोटर्स की अंबेसडर और स्टैंडर्ड हेराल्ड से था. इस लोकप्रिय कार ने भारत के कार बाजार पर लंबे समय तक राज किया और इसकी लोकप्रियता 1970 और 80 के दशक के दौरान अपने चरम पर थी. बॉलीवुड के सुपर स्टार रजनीकांत, ममूटी, आमिर खान सहित उस समय की कई मशहूर हस्तियों के पास प्रीमियर पद्मिनी थी. आम बोलचाल की भाषा में इसे पैड या फिएट के नाम से जाना जाता है.
प्रीमियर ऑटो बनाती थी Padmini

पद्मिनी (Padmini) कार को भारत में प्रीमियर ऑटोमोबाइल लिमिटेड कंपनी बनाती थी. भारत के महान इंजीनियर भारत रत्न एम विश्वेश्वरैया के प्रोत्साहन और समर्थन से वालचंद हीराचंद ने इसकी स्थापना 1944 में की थी. पद्मिनी का नाम 14वीं सदी की एक राजकुमारी पद्मिनी के नाम पर रखा गया था. पद्मिनी का मूल अर्थ कमल पर बैठी हुईं देवी लक्ष्मी है. यह उस समय भारत में लड़कियों के लिए एक सामान्य नाम था. प्रीमियम पद्मिनी कार लंबे समय तक मुंबई की लाइफलाइन बनी रही और लोगों को सफर कराती रही. 30 अक्टूबर 2023 से मुंबई में इसे परिवहन व्यवस्था से हटा दिया गया है.