आजादी के दिन ग्राम सूरा में संघर्ष समिति के अध्यक्ष क्यों करना चाहते हैं आत्मदाह

ग्राम पंचायत सुरा में सरपंच, सचिव की तानाशाही के कारण लोग कब तक आत्मदाह की राह पर चलेंगे, क्या किसी का जीवन अमूल्य नहीं है। आइए अब आपको ले चलते हैं रीवा मुख्यालय से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक छोटे से गांव सूरा में, जहां ग्राम पंचायत चुनाव के समय से ही सूरा पंचायत विवादों में है, एक तरफ वर्तमान मुखिया पति अवधेश तिवारी हैं दूसरी ओर सरपंच कृष्णा वती तिवारी। वहीं दूसरी ओर पराजित प्रत्याशी के पति मोले प्रसाद के गांव में मतगणना तक लगातार विवाद की स्थिति बनी रही, चुनाव हारने के बाद भी मोले प्रसाद ने अवधेश तिवारी पर कई आरोप लगाए थे जिसके बाद सरपंच का कार्य चलता रहा। इससे सूरा के लोग नाखुश हैं, सूरा गांव के लोगों का कहना है कि सूरा गांव में विकास के नाम पर जमकर भ्रष्टाचार हुआ है, न सड़क है, न पानी है, न नाली है, जिसके लिए गांव के लोग पीड़ित हैं।

संघर्ष समिति के जिला अध्यक्ष जीवेंद्र तिवारी ने बताया कि रीवा जिले की जनपद पंचायत गंगेव की ग्राम पंचायत सूरा के सरपंच विश्वनाथ शुक्ला, सचिव विश्वनाथ शुक्ला एवं रोजगार सहायक पुष्पेंद्र तिवारी द्वारा किये गये भ्रष्टाचार के संबंध में शीघ्र ही जिला प्रशासन रीवा जिला पंचायत रीवा को अवगत कराया जायेगा। मैं आगामी 15 अगस्त को आत्मदाह कर लूंगा क्योंकि ग्राम पंचायत सूरा में सरपंच कृष्णावती तिवारी और उनके पति अवधेश तिवारी द्वारा आए दिन गरीब लोगों को परेशान किया जा रहा है।

ग्राम पंचायत में किए गए भ्रष्टाचार से गांव के लोग काफी नाराज हैं और वही पीसीसी सड़क भी बनाई जा रही है। भारी बारिश में सरपंच और उनके पति अवधेश तिवारी ने सड़क पर मिट्टी डालकर आने जाने के रास्ते को बंद करने का काम किया है, अब लोग कार या साइकिल से अपने घर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। लोग पैदल चलने को भी मजबूर हैं एक तरफ प्रधानमंत्री नल जल योजना को बर्बाद किया जा रहा है. गरीबों के घरों के नल जल कनेक्शन को जेसीबी लगाकर मिट्टी से दबा दिया गया और गरीबों के लिए बनाई गई मनरेगा योजना को भी ग्राम पंचायत में जेसीबी मशीन लगाकर नष्ट कर दिया गया है।

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