भारत विविधता का देश है आजादी के पहले से ही अलग-अलग विचारधाराओं की देश में मान्यता रही है आजादी के बाद जब लोकतंत्र की स्थापना हुई तो कांग्रेस पार्टी जो देशभर का नेतृत्व कर रही थी देश को जिस दिशा में ले जाने की शुरुआत की थी एक लंबा कालखंड उस विचारधारा का चलता रहा लेकिन देश कई मायनो में आगे जाने के बजाय पीछे रह गया समस्याएं उलझती चली गई समाज अमीरी गरीबी में बट गया संविधान में भले सामाजिक न्याय देने का प्रावधान लिखा गया था.
बावजूद इसके भी दलित पिछड़े अपने हकों के लिए मोहताज रहे गरीबी सभी वर्गों में प्रमुखता से आगे बढ़ती रही शायद यही वजह थी कि देश में कई राजनीतिक दलों का निर्माण हुआ तुष्टीकरण इसके बाद संतुष्टीकरण की राजनीति सत्ता में जिन्हें जाने का अवसर मिला वे करते रहे और देश एक ऐसे मुकाम पर आकर के खड़ा हो गया जहां दिशाहीनता का सूचक लगा हुआ था भारतीय जनता पार्टी का जन्म 1980 में हुआ, इसके पहले जनसंघ था और यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का एक अनुषांगिक संगठन है और इसका आधार पूरी तरह से वैचारिक है इसमें राष्ट्र व्यापार समाज के सभी तरह के लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ने की एक कार्यकारिणी रणनीति इस विचारधारा का आधार रही है देश के पड़ोसी देशों के साथ अच्छे रिश्ते हो विश्व में देश की अपनी एक अलग गरिमामय पहचान हो विश्व व्यापार में देश की एक बड़ी सेदारी हो और देश की सांस्कृतिक विरासत युगों युगों तक आने वाली पीढ़ी को मिलती रहे 2014 से लेकर 2024 के बीच में इसका व्यापक असर समाज में देखने को मिलने लगा और ऐसा लग रहा है कि देश के अंदर सभी लोग विकसित रास्ते के निर्माण में अपना-अपना योगदान दे रहे हैं और देश बदल रहा है और गंभीर से गंभीर समस्याओं का निराकरण भी हुआ है 2024 के लोकसभा के चुनाव में जो जनादेश आया है वह विकसित भारत के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए आया है देश में जब 2014 के चुनाव हुए थे तब जनता ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जो जनादेश दिया यूपी सरकार के उस समय के जो भ्रष्टाचार थे उससे त्रस्त होकर जनता ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जनादेश दिया था 2019 में जब देश में चुनाव हुए तब मोदी जी ने विकास का जो मॉडल खड़ा किया था सबका साथ सबका विकास उसमें जनता का जनादेश आया था 2024 के चुनाव में दुनिया में भारत की जो प्रतिष्ठा बढ़ी
थी जो देश की प्रगति हुई उसको ध्यान में रखते हुए विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए यह जनादेश मिला है और देश में अब एक विकसित भारत के लिए चर्चा शुरू है कि देश को किस विचारधारा में आगे ले जाने के लिए लंबे समय तक मजबूत बनाया जाए जनादेश में कुछ राज्यों में आश्चर्य जनक परिणाम दिए हैं जिसमें यूपी और राज्य हैं और यह जनादेश सोचने के लिए भी कुछ हद तक मजबूर किया है जो विचारधारा भारतीय जनता पार्टी और एनडीए की है उसके लिए यह समय और व्यापक विचार करने का है कांग्रेस और उसके सहयोगी दल तुष्टिकरण और संतुष्टीकरण की राजनीति को अपना आधार मान चुके हैं इससे देश का भला नहीं होने वाला है और ना ही समस्याओं का समाधान हो पाएगा आज देश के सामने दो विचारधाराए हैं एक वह विचारधारा जो राष्ट्र को सर्वोपरि मानते हुए सभी को साथ लेकर देश की सांस्कृतिक विरासत को मजबूती के साथ सामाजिक न्याय और समाजवाद को आगे बढ़ाने में विश्वास रखती है दूसरी तरफ ऐसी विचारधारा है जो देश में अलगाववाद तुष्टीकरण झूठा दुष्प्रचार करके देश में एक नेगेटिव वातावरण बनाकर उसको आगे बढ़ाने वाले लोग हैं देश की सांस्कृतिक विरासत पर सीधा हमला हुआ है सनातन को खत्म करो राम आंदोलन को हरा दिया डरो मत भ्रष्टाचार से संदिग्ध लोगों को समर्थन दिया सेना के मनोबल को कमजोर करो देश के युवा को भ्रमित करो ऐसे अनेकों तरह के कार्यों को आधार बनाकर वैचारिक आंदोलन को कमजोर करने का प्रयास चल रहा है देश की जनता ने इस वैचारिक यात्रा को सफलता के शिखर तक पहुंचने का समर्थन कर रही है और यही सही समय है जब भारत का लोकतंत्र जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बहुत नीचे तक जिसकी जड़े मजबूत कर दी हैं जिससे सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास जुड़ा हुआ है और अब सब के प्रयासों से यह वैचारिक आधार मजबूत हुआ देश ने दुनिया में भारत की एक नई पहचान बनाई है देश जिन संकटों से जूझ रहा था उनका समाधान भी निकला है देश को सबसे ज्यादा अगर किसी ने कमजोर किया तो भ्रष्टाचार नें उस पर अंकुश लगा है, अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है गरीबों की बुनियादी जरूरतें पूरी हुई हैं गांव बुनियादी संस्थाओं से जुड़ रहे हैं शहर मेट्रो शहर बन रहे हैं आत्मनिर्भर भारत की तरफ देश तेज गति से आगे बढ़ा है दुनिया की सबसे बड़ी जनसंख्या वाला देश भारत है अगर दूरगामी सोच पर नहीं चलेगा तो देश टूट जाएगा मोदी जी सोचते हैं इसीलिए देश आगे बढ़ता है विकसित भारत बनाने का जो संकल्प आया है 2047 में देश जब अपनी आजादी का 100 वर्ष पूरा करेगा तो देश को विकसित भारत के रूप में खड़ा करना होगा यह तभी संभव है जब गरीबों पर पूरी तरह से निराकरण होगा
जब युवाओं को रोजगार या नौकरी का पुख्ता इंतजाम होगा देश के अन्नदाता किसान की आमदनी को बढ़ाना होगा और देश की नारी शक्ति को सशक्त बनाना होगा यह चारों स्तंभ जब एक साथ अपनी समस्याओं से बाहर निकल करके आगे बढ़ेगे तो देश विकसित बन जाएगा
देश को जाति बिरादरी एवं धर्म से बाहर निकलने का यही एकमात्र जरिया है पहले राष्ट्र फिर देश में रहने वाले लोग संविधान भी यही कहता है कि राष्ट्र सर्वोपरि है वर्तमान सत्ताधारी दल का भी यही सोच है विपक्ष को सकारात्मक सोच की ओर चलना होगा और इसलिए मेरा मानना है कि यही समय है लोकतंत्र को मजबूत करने का वैचारिक पृष्ठभूमि को मजबूत देने का आज कई ऐसे संगठन है जो राष्ट्र और समाज के हित में कार्य कर रहे हैं जिसमें सबसे बड़ा संगठन है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जो विभिन्न क्षेत्रों में समर्पित भाव से काम कर रहा है और उनके भी काम करते-करते लगभग 100 वर्ष पूरे हो गए हैं ऐसे-ऐसे क्षेत्रों में उनके काम हैं जहां सरकार नहीं पहुंची ऐसे जनजाति क्षेत्र में भी उनके काम के परिणाम देखने को मिलते हैं शिक्षा संस्कार राष्ट्रीय एकता परोपकार सामाजिकता संकट के समय पर सामाजिकता उसके द्वारा किए हुए यह सारे काम समाज में दिखाई देते हैं कुछ और भी ऐसे संगठन है जो मानव सेवा में लगे हैं लेकिन कुछ संगठन ऐसे भी हैं जो शिक्षा को व्यवसाय बनाने में लगे हैं इस वक्त देश की संसद की तरफ पूरी दुनिया की निगाहें हैं प्रतिपक्ष नकारात्मक सोच को आगे बढ़ा रहा है सत्ता पक्ष देश को एक नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए कार्य कर रहा है विपक्ष ने शायद यह सोच रखा है कि नकारात्मक कार्य करने से समाचार पत्रों की सुर्खियां मिलेंगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की छवि को नुकसान पहुंचाने में सफल होंगे नरेंद्र मोदी जी आज वैश्विक लीडर हैं वे अपने लिए नहीं सोचते वे देश और दुनिया के बारे में सोचते हैं भारत माता के आज दुनिया के धरती में जयकारे लग रहे हैं दुनिया के लोगों ने योग को स्वीकार किया दुनिया ने मोटे अनाज को स्वीकार किया यह सब मोदी जी के बदौलत हुआ है भारत अखंड भारत बने यह तभी संभव होगा जब देश मोदी जी के द्वारा बताए हुए मार्ग पर चले कश्मीर आज 370 से मुक्त हुआ है तभी तो देश पीओके की तरफ देखने लगा है सेना के जवान कभी आए दिन सामग्री के लिए परेशान होते थे आज ब्रह्मोस जैसी मिसाइलें भारत बना रहा है दुश्मन देश के अंदर घुसकर के सेना को नुकसान पहुंचा कर चला जाता था अब दुश्मन की धरती पर हमारी सेना मारपीट करती है कभी अंतरिक्ष में हमारे पास एक उपग्रह नहीं थे आज सैकड़ो उपग्रह स्थापित हुए हैं चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव में भारत नें तिरंगा फहरा दिया पड़ोसी देश रोटी के लिए
तरस रहा है और भारत दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है आज भारत सुई से लेकर जहाज तक बना रहा है आज देश में दुनिया का सबसे बड़ा स्टार्टअप खड़ा किया है दुनिया की अर्थव्यवस्था में भारत का बड़ा योगदान है खद्यान पर आज हम आत्मनिर्भर बने हैं एक देश एक टैक्ट जीएसटी ने आज भारत को ऑन रिकॉर्ड व्यापार में बहुत आगे बढ़ाया है लगातार 8 प्रतिषत विकास दर बनी हुई है देश का इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत हो रहा है कनेक्टिविटी बढ़ रही है शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धि नई शिक्षा नीति मिली है देश ने आज आईपीसी और सीआरपीसी में संशोधन करके न्याय प्रक्रिया में व्यापक बदलाव किया है तीन तलाक जैसे मुस्लिम महिलाओं के साथ जो अन्याय हो रहा था उस पर रोक लगाई है सामाजिक न्याय इस सिद्धांत को मजबूत किया है महापुरुषों का सम्मान इन्हीं 10 वर्षों में हुआ है ये सभी संकेत भारत के लोकतंत्र में जनता में विश्वास पैदा किया है मोदी सरकार की सबसे बड़ी सफलता यही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का तीसरी बार सरकार बनने के 1 महीने के अंदर रूस का दौरा जिस पर पूरे विश्व की निगाहें टिकी हुई है एक तरफ यूक्रेन और रूस में युद्ध जारी है अमेरिका नाटो देशों के साथ यूक्रेन के साथ खड़ा है और भारत के प्रधानमंत्री रूस के दौरे पर पहुंचकर जो अपने पुराने रिश्ते मजबूत कर रहे हैं जिससे पूरी दुनियां में भारत की एक मजबूत स्थिति उभर कर के सामने आई है रूस से जो दोस्ती पहले से थी उसे मोदी जी ने और मजबूत किया है यह जनता के बगैर रूस दुनिया में अलग-थलग पड़ा हुआ है जबकि रूस दुनिया में एकदम अलग-थलग है भारत ने अपनी दोस्ती बरकरार रखते हुए जो वहां पर द्विपक्षी वार्तालाप से शांति की अपील की है यह अपने आप में ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को दुनिया के देश अब वैश्विक लीडर के रूप में देख रहे हैं यह भी भारतीयों के लिए गर्व का विषय है।
लेखक गणेश सिंह सांसद लोकसभा क्षेत्र
सतना मध्यप्रदेश