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  • MP News: कमलनाथ के आमंत्रण पर उमा भारती का जवाब, बोली- राहुल गांधी को भारत जोड़ों कहने का अधिकार नहीं

    उमा भारती ने एक के बाद एक ट्वीट के जरिए कहा कि धर्म के आधार पर देश का विभाजन कांग्रेस ने करवाया। देश में आपातकाल लगातार लोकतंत्र की हत्या की। भारत के इतिहास की सबसे बड़ी मॉब लिंचिंग 84 के सिख विरोधी दंगे थे। जिसमें कांग्रेस के नेताओं ने खुलेआम हजारों सिखों को मार डाला। देश की एकता का मूल मंत्र राम राज्य तथा राम का नाम है। कांग्रेस ने मनमोहन सरकार के समय रामसेतु पर हलफनामे में रामसेतु को ही नकार दिया था।

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    उमा भारती ने कहा कि कांग्रेस के कितने पाप गिनाऊ उन्होंने धर्म, जाति नस्ल के आधार पर देश को बांटने में कोई कसर नहीं रखी। मुझे आश्चर्य है कि ऐसी पार्टी का नेता भारत जोड़ों यात्रा कर रहा हैं।

    भारती ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा का जवाब आने वाले लोकसभा के चुनाव में भारत की जनता इनको भारत छोड़ो से देगी। शायद एक भी सीट ना मिले। यही इनकी करतूतों की सजा होगी।

    बता दें पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने प्रदेश की सत्ता में जातीय और क्षेत्रीय असंतुलन होने का बयान दिया था। इसको लेकर पूछे सवाल पर कमलनाथ ने शुक्रवार को समर्थन करते हुए कांग्रेस की भारत जोड़ों यात्रा में शामिल होने का आमंत्रण दिया था।

  • MP : उमा भारती ने लिखा जेपी नड्डा को पत्र, मध्य प्रदेश की शराब नीति पर उठाए सवाल

    भोपाल।।मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शराबबंदी को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ ताल ठोक दी है। उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखा है और राज्य सरकार की शराब नीति की जमकर आलोचना की है।

    शराब को लेकर लगातार मध्य प्रदेश की सरकार को कटघरे में खड़ी करती रही उमा भारती इस बार आर-पार की लड़ाई के मूड में है। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश नड्डा को पत्र लिखा है और उसमें मध्य प्रदेश सरकार की शराब नीति की जमकर आलोचना की है। उमा भारती ने पत्र में लिखा है कि जब भी मेरी इस बारे में सरकार या किसी से चर्चा हुई तो मैंने उसे सार्वजनिक नहीं किया जिस क्योंकि मुझे भरोसा था कि इसके सकारात्मक परिणाम होंगे। कई बार मेरे मौन के कारण मै निंदा,उपहास और आलोचना की पात्र बनी। उमा ने पत्र में सवाल किया है कि राज्य की सरकार ने खुले आहातो में झुंड के झुंड लोगों को शराब पिलाने का लाइसेंस दिला कर क्या गैर कानूनी काम नहीं किया है! क्योंकि शराब के नशे में लोग वाहन चलाकर घर तक जाते हैं और देश में शराब पीकर वाहन चलाना अपराध है।

    उमा भारती ने नड्डा से अपील की है कि शराब एवं नशे पर पार्टी के परिजनों से आप परामर्श करके एक जैसी शराब नीति सभी भाजपा शासित राज्यों को लागू करने के निर्देश दें। नीति स्पष्ट होने से हमारी पार्टी की हर राज्य सरकार उसका पालन करने के लिए बाध्य होगी। उमा ने लिखा है कि शराबबंदी मेरे निजी अहंकार का विषय नहीं बल्कि मध्य प्रदेश की महिलाओं का सम्मान और उनके परिवार की सुरक्षा, युवाओं की रोजी रोटी और भविष्य से जुड़ा हुआ सामाजिक विषय है। उमा भारती ने लिखा है कि मेरा भरोसा अभी भी शिवराज जी और उन सब पर है जिनसे मैं मुलाकात कर चुकी हूं कि मध्य प्रदेश की सरकार अपनी शराब नीति को वापस लेकर नई संशोधित नीति को आपके मार्गदर्शन में प्रस्तुत करेगी। इसके साथ ही उमा भारती ने अक्टूबर तक अकेले ही शराब की दुकानों और आहातो के सामने खड़े होने का ऐलान किया है और गांधी जयंती पर भोपाल की सड़कों पर महिलाओं के साथ मार्च करने की बात भी लिखी है।

  • VIDEO: उमा भारती ने शराबबंदी के लिए भोपाल की दुकान में तोड़ीं बोतलें

    भोपाल, जेएनएन। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात के दो दिन बाद ही पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भोपाल में शराबबंदी अभियान में उग्र रूप दिखाया। रविवार को वह भेल बरखेड़ पठानी की आजाद नगर बस्ती में पहुंचीं और शराब दुकान के सामने खड़ी हो गईं। देखते-देखते भीड़ जमा हो गई।

    इस दौरान उमा भारती ने शराब की दुकान में घुसकर शराब की बोतलों पर पत्थर मारा। बोतलें टूटने पर समर्थक नारा लगाने लगे। शराब की दुकान के पास पहुंचीं महिलाओं ने उमा भारती को बताया कि शराब दुकान को हटवाने की कोशिश कई बार की गई, लेकिन सफलता नहीं मिली। बस्ती की महिलाओं ने उमा भारती के इस कदम की प्रशंसा की, वहीं शराब दुकान के कर्मचारी और पुलिसकर्मी तोड़फोड़ के समय शांत रहे।

    महिलाओं ने सुनाई व्यथा

    उमा भारती रविवार शाम साढ़े पांच बजे भेल बरखेड़ा पठानी आजाद नगर 80 फीट रोड पर पहुंची थीं। वह आजाद नगर की महिलाओं से मिलीं। महिलाओं ने उन्हें बताया कि उनके पति शराब के नशे में रोजाना मारपीट करते हैं। घर-परिवार चलाने के लिए पैसे नहीं देते हैं। जो भी मेहनत-मजदूरी करके पैसे कमाते हैं सब शराब पीने में खर्च कर देते हैं। यह सुनकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को गुस्सा आ गया। वह स्थानीय लोगों के साथ शराब की दुकान पर पहुंचीं और एक पत्थर उठाकर दुकान में रखी बोतलों पर मारा।

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    शराब की दुकान में तोड़फोड़ के बाद उमा भारती ने एक के बाद एक तीन ट्वीट कर जिला प्रशासन को आजाद नगर बस्ती की शराब दुकान बंद कराने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने हर बार दुकान बंद करने का आश्वासन दिया, लेकिन कई साल से बंद नहीं की गई। मजूदरों की पूरी कमाई इन दुकानों पर फुंक जाती है, यहां के निवासियों व महिलाओं ने आपत्ति की। विरोध में धरने भी दिए, क्योंकि यह दुकान शराब की नीति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि आजाद नगर मजदूरों की बस्ती है। पास में शिव जी का मंदिर है। छोटे बच्चों का स्कूल भी है।

    उमा अपनी ही सरकर में असहाय: कांग्रेस

    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर कहा है कि उमा भारती अपनी ही सरकार में कितनी असहाय हो चुकी हैं। तीन बार शराबबंदी की तारीख देकर गायब रहीं प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री अब शराब की दुकान में खुद पत्थर बरसा रही हैं। क्या उमा भारती अब पत्थर उठाकर शराबबंदी कराएंगी। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि एक पूर्व मुख्यमंत्री को अपनी सरकार में यह सब करना पड़े तो समझा जा सकता है। सलूजा ने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में शराब को सस्ती व शराब दुकानों को दोगुनी कर रहे हैं तो दूसरी तरफ उनकी पार्टी के नेता हाथों में पत्थर लेकर मैदान में उतर आए हैं। वैसे कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए। यह अपराध है, विरोध के कई अन्य लोकतांत्रिक तरीके भी हैं।

    भाजपा ने कहा, शराबबंदी उमा भारती का निजी कार्यक्रम

    शराब की दुकान में तोड़फोड़ के बाद भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि उमा भारती का यह कदम उनके और प्रशासन के बीच का मामला है। पार्टी के प्रवक्ता डा. हितेश वाजपेयी ने कहा कि यह भाजपा का तय कार्यक्रम नहीं है। इसलिए इस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि यह उमा भारती का निजी मामला है। इस आंदोलन का तरीका उनका है। पूरे आंदोलन को लेकर वह बता भी रही हैं कि उन्होंने कोई फैसला लिया तो क्यों लिया।

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