MP News : महाकाल की नगरी उज्जैन जिले बड़ा हादसा होते-होते रह गया, दरअसल गुरुवार की वैंकुंठ चतुर्दशी की रात को उज्जैन में हरिहर मिलन कार्यक्रम के उपलक्ष में सवारी निकाली गई थी, जहां प्रशासन की पाबंदी के बावजूद भी हिंगोट और पटाखे जलाए गए, जिसकी प्रभाव से आठ लोग झुलस गए, झुलसे हुए व्यक्तियों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। पुलिस ने हिंगोट जलाने वाले चार युवकों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक युवक के पास चाकू भी मिला।
पुलिस के अनुसार, गुरुवार रात महाकालेश्वर से द्वारकाधीश गोपाल मंदिर तक हरिहर मिलन की सवारी निकाली गई, जहां रास्ते भर युवकों ने आतिशबाजी की। प्रतिबंध के बावजूद कुछ युवकों ने हिंगोट जलाए। इस दौरान पटाखों से आठ लोग झुलस गए। गंभीर रूप से घायल निखिल और गौरव को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन शुक्रवार सुबह उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
इस मामले में पुलिस ने श्याम सोनी (भागसीपुरा), आर्यन (सतीगेट), लक्की (इंदौरगेट), और रोहित (नेहरू नगर) को हिंगोट जलाने के आरोप में गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान रोहित के पास से चाकू भी बरामद किया गया, जिसके बाद उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
भोपाल (Bhopal)। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर (World famous Jyotirlinga Lord Mahakaleshwar) की नगरी उज्जैन (Ujjain) में सावन मास के तीसरे सोमवार (Third Monday of Sawan month) शाम को भगवान महाकाल की तीसरी सवारी (Third ride of Lord Mahakal) आस्था, उत्साह और उमंग के साथ निकाली गई। इस दौरान भगवान महाकाल ने तीन स्वरूप में दर्शन दिए। बाबा महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर के रूप में, हाथी पर मनमहेश के रूप में व गरूड़ रथ पर शिव-तांडव स्वरूप में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकले और अपनी प्रजा का हाल जाना। इस दौरान 1500 डमरू वादकों ने एक साल डमरू बजाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाया।
सवारी निकलने के पूर्व दोपहर साढ़े तीन बजे महाकालेश्वर मंदिर के सभामंडप में भगवान महाकाल का उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने विधिवत पूजन-अर्चन किया और सवारी में शामिल हुए। इस अवसर पर विधायक सतीश मालवीय व महेश परमार, महापौर मुकेश टटवाल, नगर निगम सभापति कलावती यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
पूजन के पश्चात शाम 4 बजे भगवान महाकाल की पालकी जैसे ही महाकालेश्वर मन्दिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा पालकी में सवार चंद्रमौलेश्वर को सलामी दी गई। सवारी मार्ग में जगह-जगह खड़े श्रद्धालुओं ने भोले शंभु-भोलेनाथ और अवंतिकानाथ की जय के घोष के साथ भगवान श्री महाकालेश्वर पर पुष्पवर्षा की।
डमरू वादकों के साथ बाबा निकले शिव-तांडव स्वरूप में भ्रमण पर
श्रावण का तीसरा सोमवार उज्जैन के लिए ऐतिहासिक रहा। बाबा महाकाल की सवारी में डमरू वादन की मंगल ध्वनि से भगवान शिव की स्तुति की गई। डमरू वादकों द्वारा एकसाथ लयबद्ध रूप में आकर्षक एवं मनमोहक प्रस्तुति देकर श्रद्धालुओं का मन मोहा। इससे पहले दोपहर में महाकाल लोक के शक्तिपथ पर 1500 डमरू वादकों ने एकसाथ एक समय डमरू वादन कर विश्व कीर्तिमान रचा। बाबा महाकाल के भक्तों ने हर्षोल्लास और उमंग से सवारी में भाग लिया और डमरू वादकों का स्वागत किया।
निमाड़ अंचल के सुप्रसिद्ध काठी नृत्य की अदभुत प्रस्तुति
बाबा महाकाल की सवारी में निमाड़ अंचल के लोकनृत्य काठी की मनमोहक प्रस्तुति आकर्षण का केन्द्र रही। भगवान शंकर और माता गौरा से जुड़ी इस प्रस्तुति ने सभी श्रद्धालुओं का मन मोहा। लोक कलाकारों ने मोरपंख से सजी आकर्षक रंग-बिरंगी वेशभूषा में प्रमुख ढाक वाद्ययंत्र से आकर्षक प्रस्तुति दी। बाबा महाकाल की सवारी के साथ भजन मंडलियां भी उत्साह और उमंग के साथ शिव भजनों की मधुर प्रस्तुति देते हुए चली।
रामघाट पर भगवान महाकाल का इन्द्रदेव ने भी किया जलाभिषेक
भगवान महाकालेश्वर की सवारी महाकाल मन्दिर से प्रस्थान कर शाम छह बजे जैसे ही रामघाट पर पहुंची, वैसे ही चहुंओर आस्था और श्रद्धा का जन-सैलाब उमड़ पड़ा। श्रावण में अपने सौंदर्य की छटा बिखेरते हुए स्वयं प्रकृति भगवान महाकाल का स्वागत करने के लिए आतुर दिखाई दी। पुजारियों के साथ भगवान का जलाभिषेक वर्षा कर इन्द्रदेव ने भी किया। भगवान महाकाल का पूजन और जलाभिषेक पं. आशीष पुजारी द्वारा कराया गया। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने भी रामघाट पर भगवान का पूजन किया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद उमेशनाथ महाराज सहित जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
सुगमता से हुए श्रद्धालुओं को भगवान के दर्शन
महाकाल भगवान की सवारी में हजारों की संख्या में भक्त झांझ, मजीरे, ढोल और भगवान का प्रिय वाद्य डमरू बजाते हुए पालकी के साथ उत्साहपूर्वक आराधना करते हुए चले। श्रद्धालुओं ने सुगमतापूर्वक भगवान के दर्शन लाभ लिए। श्री महाकालेश्वर भगवान की सवारी परंपरागत मार्ग महाकाल चौराहा, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाडी से होती हुई रामघाट पहुंची, जहां शिप्रा नदी के जल से भगवान का अभिषेक और पूजन-अर्चन किया गया। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ की धर्मशाला, कार्तिक चौक खाती का मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौराहा, छत्री चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होती हुई पुन: श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची।
बाबा महाकाल की सवारी की प्रमुख झलकियां
– दत्त अखाड़ा पर माधव संगीत महाविद्यालय के दल ने सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी।
– श्रद्धालुगण आकर्षक स्वरूप धारण कर भगवान महाकाल की आराधना करते हुए चले।
– सवारी मार्ग पर आकर्षक रंगोलियों से जगह-जगह बाबा महाकाल की सवारी का स्वागत किया गया।
– प्रशासन एवं पुलिस के आला अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का सतत निरीक्षण करते हुए सवारी का सफल संचालन सुनिश्चित किया।
– संभागायुक्त संजय गुप्ता, आईजी संतोष कुमार सिंह, डीआईजी नवनीत भसीन, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने सवारी की व्यवस्थाओं की सतत निगरानी की।
– दो चलित रथ के माध्यम से श्रृद्धालुओं ने भगवान महाकाल की सवारी के सुगमतापूर्वक दर्शन किए।
– महाकाल घाटी, रामघाट, दत्त अखाड़ा, गोपाल मन्दिर आदि प्रमुख स्थानों पर बड़ी एलईडी के माध्यम से भी श्रद्धालुओं ने सवारी का सजीव प्रसारण देखा।
Ujjain News , सतना टाइम्स ।। श्रावण मास के दूसरे सोमवार 29 जुलाई को उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी को पुलिस ब्रास बैंड के 350 नव प्रशिक्षित जवान और अधिक भव्यता प्रदान करेंगे। बैंड के द्वारा प्रस्तुत मधुर धुनों से सवारी में उत्साह, उमंग और आकर्षण कई गुना बढ़ जायेगा। मध्यप्रदेश की सभी पुलिस इकाइयों में पुलिस के जवानों को 6 माह का प्रशिक्षण दिया गया है।
इसके साथ ही पुलिस बैंड द्वारा क्षिप्रा तट पर पूजन के समय दत्त अखाड़ा घाट पर भी विशेष प्रस्तुति दी जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पुलिस बैंड की महत्ता पर बल देते हुए हर जिले में पुलिस बैंड की स्थापना और इसके लिए इच्छुक पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें बैंड में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए थे। उनके निर्देश पर प्रदेश की पुलिस इकाइयों में पुलिस जवानों को बैंड वादन सहित वाद्ययंत्रों का प्रशिक्षण दिया गया।
पुलिस बैंड म.प्र. पुलिस के गौरवशाली इतिहास का महत्वपूर्ण पहलू
मध्यप्रदेश पुलिस के गौरवशाली इतिहास का एक महत्वपूर्ण पहलू मध्यप्रदेश पुलिस बैंड रहा है। मध्यप्रदेश पुलिस बैंड की स्थापना वर्ष 1988 में 7वीं वाहिनी, विशेष सशस्त्र बल, भोपाल में की गई थी। इसके बाद प्रथम वाहिनी इंदौर, 2री वाहिनी विशेष सशस्त्र बल (विसबल) ग्वालियर, 6वीं वाहिनी विसबल जबलपुर और जेएनपीए सागर में पुलिस बैंड की शाखाओं को खोला गया था। वर्तमान में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर एवं उज्जैन की विसबल इकाइयों में ब्रास बैंड तथा रीवा इकाई में पाइप बैण्ड स्थापित है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर 6 माह के प्रशिक्षण के बाद अब प्रदेश के सभी जिलों में पुलिस बैंड की स्थापना की गई है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा सभी जिलों में स्थापित पुलिस बैंड में विधिवत रूप से भर्तियां किए जाने की भी घोषणा की है।
स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के लिए पुलिस बैंड तैयार
प्रत्येक जिले में पुलिस बैंड की स्थापना के लिये प्रथम वाहिनी विसबल, इंदौर, 6 वीं वाहिनी विसबल जबलपुर एवं 7वीं वाहिनी विसबल भोपाल के 321 जवानों को प्रशिक्षण दिया गया तथा 19 कर्मचारियों को एसटीसी बैंगलुरू भेजा गया था। इस प्रकार कुल 340 कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण उपरांत मध्यप्रदेश में आगामी 15 अगस्त 2024 के राष्ट्रीय पर्व के लिए समस्त जिलों में पुलिस बैण्ड दल स्थापित किया गया।
‘स्वर-मेघ’ कार्यक्रम में पुलिस बैंड ने दी थी मनमोहक प्रस्तुति
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के मुख्य आतिथ्य में 18 जुलाई 2024 को भोपाल के मोतीलाल नेहरू पुलिस स्टेडियम में पुलिस के बैंड अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा ‘स्वर-मेघ’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में ब्रास बैण्ड कॉन्सर्ट और पुलिस बैंड डिस्प्ले की प्रस्तुति दी गई। पुलिस ब्रास बैंड के सदस्यों ने कार्यक्रम में फैन फेयर, क्विक मार्च, स्लो मार्च, स्टैंडिंग डिस्प्ले, ड्रम बीटिंग, विभिन्न फिल्मी गीतों और देशभक्ति से ओतप्रोत मधुर धुनों की प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया था।
Mahakal first sawari : मध्य प्रदेश के की धर्म नगरी उज्जैन में 22 जुलाई को बाबा महाकाल की सावन की पहली सवारी निकाली जाएगी। इसे लेकर पुलिस और प्रशासन की तैयारियां जोर शोर से शुरु कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से करीब 2200 पुलिस जवान शहरभर में चप्पे चप्पे पर तैनात रहेंगे। इसके लिए उज्जैन जिले के साथ साथ आसपास के जिलों से भी पुलिस बल बुलाने की तैयारी की जा रही है।
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तैयारियों को संबंध में जानकारी देते हुए उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि 22 जुलाई को बाबा महाकाल की सावन की पहली सवारी निकाली जाएगी। इसे ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं शुरु कर दी गई हैं। सवारी निकाले जाने के समय सुरक्षा की दृष्टि से शहरभर में करीब 2200 पुलिसकर्मी और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। उज्जैन के अलावा दूसरे जिले से भी पुलिस बल बुलाने की योजना है। पुलिस मुख्यालय से अनुरोध किया है कि यहां पर उन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए, जिन्होंने पहले भी महाकाल की सवारी में अपनी सेवा दी है।
एसपी शर्मा के अनुसार, सवारी के पहले पुलिसकर्मियों को सवारी को लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें संपूर्ण सवारी मार्ग के संबंध में पूरी जानकारी दी जाएगी। जिन स्थानों पर नया निर्माण हुआ है वो भी बताया जाएगा। साथ ही, पुलिसकर्मियों की इस बात की भी ट्रेनिंग दी जाएगी कि श्रद्धालुओं के साथ कोई भी अभद्रता पूर्वक व्यवहार न हो।
Ujjain News : मध्य प्रदेश में आए दिन लोकायुक्त (lokayukt) की टीम सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते गिरफ्तार करती है, बावजूद इसके प्रदेश में रिश्वतखोरी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। ताजा मामला उज्जैन से सामने आया है। जहां पीएचई की अस्सिटेंट इंजीनियर निधि मिश्रा (assistant engineer nidhi mishra) को 60 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया।
नल जल योजना के भुगतान के लिए मांगे थे पैसे
मिली जानकारी के अनुसार अस्सिटेंट इंजीनियर निधि मिश्रा ने फरयादी से नल जल योजना के तहत ठेकेदार के 10 लाख के भुगतान के लिए रूपए की मांग की थी। जिसकी शिकायत फरयादी ने लोकायुक्त में कर दी। जिसके बाद लोकायुक्त ने मामले में छानबीन के दौरान कार्रवाई करते हुए आरोपी इंजीनियर निधि मिश्रा को घूस लेते पकड़ा। फ़िलहाल अस्सिटेंट इंजीनियर निधि मिश्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
उज्जैन:अमेरिका-वेस्टइंडीज में संयुक्त रूप से आयोजित टी-20 क्रिकेट वल्र्ड कप में सट्टा लगाने की सूचना मिलने के बाद एसपी प्रदीप शर्मा की मौजूदगी में क्राइम ब्रांच और थानों के पुलिस अफसरों ने बीती रात मुसद्दीपुरा और हरिफाटक-इंदौर रोड़ बायपास स्थित ड्रीम 19 कालोनी में दबिश देकर 15 करोड़ से अधिक नगद रुपये बरामद कर क्रिकेट के सट्टे का पर्दाफाश किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पीयूष चौपड़ा पिता विजेन्द्र चौपड़ा निवासी मुसद्दीपुरा लोगों को दिखाने के लिये बिल्डर का काम करता था और इसकी आड़ में बड़े पैमाने पर क्रिकेट का सट्टा संचालित करता था।
पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने क्राइम ब्रांच व थानों की टीम को मुसद्दीपुरा और ड्रीम 19 कालोनी पर दबिश के लिये रवाना किया। पीूयष चौपड़ा के मुसद्दीपुरा स्थित निवास पर दबिश के पहले ही वह फरार हो गया।
साथ ही ड्रीम 19 के मकान नंबर 17-18 पर क्राइम ब्रांच व नीलगंगा थाने की टीम ने कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान एसपी शर्मा स्वयं मौके पर पहुंचे। पुलिस द्वारा रात भर की गई कार्रवाई के दौरान 15 करोड़ से अधिक नगद रुपये बरामद होने की बात सामने आई है। उक्त रुपये गिनने के लिये बैंक से नोट गिनने की मशीन बुलाना पड़ी। पुलिस ने 19 ड्रीम कालोनी के मकान से मोबाइल, लेपटॉप सहित सट्टे के उपयोग में आने वाले उपकरण भी बरामद किये हैं.
9 सटोरियों से 3.50 करोड़ की विदेशी करंसी के साथ सोने के बिस्किट और आभूषण मिले
एसपी प्रदीप शर्मा की मौजूदगी में पुलिस द्वारा शहर के इतिहास का संभवत: सबसे बड़ा क्रिकेट का सट्टा पकड़ा गया है। ड्रीम-19 कालोनी से संचालित होने वाले क्रिकेट के सट्टे का सरगना पीयूष चौपड़ा निवासी मुसद्दीपुरा फरार हो चुका है। मौके से पुलिस ने 9 सटोरियों से 15 करोड़ इंडियन करंसी के अलावा 3.50 करोड़ की विदेशी करंसी, सोने के बिस्किट व जेवर भी जब्त किये हैं।
आईजी संतोष कुमार सिंह द्वारा 13-14 जून की दरम्यिानी रात मुसद्दीपुरा और ड्रीम 19 कालोनी में एक साथ की गई पुलिस कार्रवाई के बाद क्रिकेट के सट्टे का खुलासा किया है। पुलिस का कहना है क्रिकेट का सट्टा संचालित करने वाला सरगना पीयूष पिता विजेन्द्र चौपड़ा निवासी मुसद्दीपुरा मौके से फरार हो गया है। उसके 9 साथियों को गिरफ्तार कर इनके पास से करोड़ों रुपये नगद के अलावा सट्टे के उपयोग में आने वाले लेपटॉप, मोबाइल व अन्य उपकरण जब्त हुए हैं।
एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि विदेशी मुद्रा में जब्त हुई करंसी यूरो और दीरम हैं। पीयूष चौपड़ा द्वारा बिल्डर का काम करने की आड़ में गेमिंग का सट्टा संचालित किया जा रहा था। पुलिस की क्राइम ब्रांच के अलावा नीलगंगा, खाराकुआं, कोतवाली थानों के पुलिस अफसरों की टीम द्वारा पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया जाकर सट्टे के कारोबार में लिप्त बदमाशों को हिरासत में लिया है।
पड़ोसियों को भनक तक नहीं
ड्रीम 19 कालोनी स्थित मकान नंबर 17-18 में लंबे समय से क्रिकेट के सट्टे का कारोबार चल रहा था इसकी भनक कालोनी में रहने वाले आसपास के लोगों को भी नहीं थी। रात भर उक्त दोनों मकानों में पुलिस की कार्रवाई चलती रही। सुबह तक लोगों को यह भी पता नहीं चला कि पड़ोस के मकान में क्या हो रहा है, जबकि पीयूष चौपड़ा के मुसद्दीपुरा स्थित मकान पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। उसके परिजनों को घर में ही रखा गया है। किसी को अंदर-बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई है।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर के दरबार मे प्रतिदिन सुबह होने वाली भस्म आरती में आज दो वीआईपी पहुंचे, जिन्होंने बाबा महाकाल की भस्म आरती देखी और बाबा महाकाल के निराकार से साकार स्वरूप के दर्शन किए।
श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति की जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती गोरी जोशी ने बताया कि गुरुवार सुबह प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा पत्नी रेणु देवड़ा के साथ बाबा महाकाल के दरबार में पहुंचे। यहां उन्होंने नंदी हाल से बाबा महाकाल की भस्म आरती के दर्शन किए। इस दौरान में बाबा महाकाल की भक्ति में लीन दिखाई दिए। इनके साथ ही मशहूर कॉमेडियन भारती भी आज बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंची थीं। भस्म आरती के दौरान भारती इतनी भाव विभोर हो गई कि उनकी आंखों से आंसू आते रहे। उपमुख्यमंत्री श्री देवड़ा और भारती ने भस्म आरती के बाद बाबा महाकाल के दर्शन किए और फिर मंदिर से रवाना हो गए।
सिर्फ भगवान को देखती रही और मेरी आंखों से आंसू बहते रहे : भारती
भारत की फेमस कॉमेडियन भारती सुबह उज्जैन पहुंचीं। सुबह होने वाली भस्म आरती मे सम्मिलित हुईं। बाबा महाकाल की पूजा अर्चना कर भारती ने बताया कि मुझे कुछ मांगने का वक्त ही नहीं मिला। मैं सिर्फ भगवान को देखती रही और मेरी आंखों मे से आंसू बहते रहे। मानो कोई अपने छोटे बच्चों को तैयार करता है इस तरह उनको तैयार किया जा रहा था। मैं महाकाल से कामना करती हूं कि भगवान ऐसे ही मुझे बुलाते रहे। मैं अपने परिवार के साथ फिर उज्जैन बाबा महाकाल के दर्शन करने आऊंगी।
उज्जैन,मध्यप्रदेश।। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की दशहरा मैदान से प्रारम्भ हुई स्वागत यात्रा में मुख्यमंत्री का जगह-जगह आत्मीय स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री की स्वागत यात्रा दशहरा मैदान से होते हुए सुराना पैलेस होटल, कंट्रोल रूम तिराहा, वर्षा झोन कॉर्नर से फ्रीगंज गुरूद्वारा होते हुए निखार फैशन की ओर बढ़ी। शहर की विभिन्न मार्गों में लोगों ने कतारबद्ध होकर अपने प्रिय मुख्यमंत्री पर पुष्पों की वर्षा की।
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छतों से, गैलरी से, स्वागत मंचों से लोगों ने पुष्पों की वर्षा की। शहर में लगभग 300 स्वागत मंच बनाये गये थे। मुख्यमंत्री की यात्रा आगे शहीद पार्क सर्कल, टॉवर चौक होते हुए तीन बत्ती चौराहा पहुंची। सभी जगह विभिन्न समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का आत्मीय अभिनन्दन किया। हर कोई अपने प्रिय मुख्यमंत्री की एक झलक पाने के लिये आतुर नजर आया। जनता अपने प्रिय मुख्यमंत्री को अपने समीप देख आनन्द से आल्हादित हो गई।
यात्रा आगे सिंधी कॉलोनी तिराहा से शास्त्री नगर, विवेकानंद कॉलोनी से लोटि स्कूल चौराहा पहुंची। यात्रा मार्गों पर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, संगठनों, जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों, शहरवासियों ने मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव का पुष्पहारों से आत्मीय स्वागत किया। रथ सवार होकर मुख्यमंत्री डॉ.यादव जब विभिन्न स्थानों से होकर गुजरे तो लोगों ने मुख्यमंत्री का उत्साह से स्वागत किया। स्वागत यात्रा आगे धन्नालाल की चाल, फ्रीगंज, चामुण्डा माता चौराहा, देवासगेट, मालीपुरा, दौलतगंज, नईसड़क से होते हुए कंठाल चौराहा, सराफा पहुंची।
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रथ पर मुख्यमंत्री के साथ सांसद श्री अनिल फिरोजिया, विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, श्री सतीश मालवीय, आलोट विधायक श्री चिंतामणि मालवीय, महापौर श्री मुकेश टटवाल, पूर्व विधायक श्री पारस जैन, यूडीए अध्यक्ष श्री श्याम बंसल सहित अन्य आदि जनप्रतिनिधि सवार थे। सम्पूर्ण स्वागत यात्रा के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला कुंवर, श्री विवेक जोशी, श्री बहादुर सिंह बोरमुंडला, नगर निगम सभापति श्रीमती कलावती यादव, श्री दिलीप सिंह शेखावत, श्री शान्तिलाल धबाई, श्री राजेन्द्र भारती, श्री बहादुर सिंह चौहान, श्री विशाल राजौरिया, श्री सनवर पटेल, श्री राजपाल सिंह सिसौदिया, श्री जगदीश पांचाल, पूर्व नगर निगम सभापति श्री सोनू गेहलोत, श्री अशोक प्रजापत, श्री वीरेन्द्र कावड़िया, श्री रूप पमनानी, श्री ओम जैन, श्री जगदीश अग्रवाल, श्री शिवेन्द्र तिवारी, श्री हेमन्त व्यास, श्री इकबाल सिंह गांधी, जिला पंचायत सदस्य श्री शोभाराम मालवीय, पार्षद, जनप्रतिनिधि आदि अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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उज्जैन।। मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक 12 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म हुआ है। इस मामले में उज्जैन पुलिस ने संदिग्ध ऑटो ड्राइवर को हिरासत में लिया है। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए बताया कि दुष्कर्म की घटना के बाद पीड़िता तीन-चार घंटे तक पैदल चलती रही।
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वहीं, अब पुलिस ने बच्ची की पहचान कर ली है और पीड़िता को जल्द ही उसके मां-बाप से मिलवाया जाएगा। वहीं, पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि बच्ची सतना की रहने वाली है।
चार संदिग्ध हिरासत में
उज्जैन एसपी सचिन शर्मा के अनुसार पुलिस ने इस मामले में चार और संदिग्धों को हिरासत में लिया है। बता दें कि एक आरोपी पहले से ही पुलिस के हिरासत में है।
इस घटना पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने टिप्पणी की है। उन्होंने शिवराज सिंह चौहान सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए एक्स हैंडल पर एक पोस्ट साझा किया।
उन्होंने कहा, ” ‘भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है। अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई लेकिन मदद नहीं मिल सकी।’
प्रियंका गांधी ने आगे कहा,”प्रियंका गांधी ने आगे कहा ‘ये है मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा? भाजपा के 20 साल के कुशासन तंत्र में बच्चियां, महिलाएं, आदिवासी, दलित कोई सुरक्षित नहीं है। लाडली बहना के नाम पर चुनावी घोषणाएं करने का क्या फ़ायदा है अगर बच्चियों को सुरक्षा और मदद तक नहीं मिल सकती?’
भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है। अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई लेकिन मदद नहीं मिल सकी।
ये है मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा? भाजपा के 20 साल…
बता दें कि सोमवार शाम को बडनगर रोड पर मुरलीपुरा से आगे दांडी आश्रम के नजदीक पीड़िता मिली थी। पीड़िता के कपड़े खून से सने थे। इलाज के लिए बच्ची को चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया। पांच डॉक्टरों ने उसका इलाज किया। पीड़िता की हालत नाजुक होने की वजह से उसे इंदौर रेफर किया गया।
उज्जैन। मंगलवार को उज्जैन में नारी सम्मान योजना को लेकर प्रेस वार्ता करने पहुंचे पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने भगवान महाकाल की भस्मार्ती को लेकर एक विवादित बयान दे दिया. विवादित बयान को लेकर संत अवधेश पुरी महाराज ने अब सज्जन वर्मा को आड़े हाथों लिया है और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कांग्रेस को एक चैलेंज दिया है. उन्होंने कहा कि चैलेंज पूरा करो तब ही हम आपको श्रेष्ठ महान और भगवान शिव का भक्त मानेंगे.
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क्या है मामला और क्या चैलेंज
सज्जन वर्मा ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि यह जो लोग भस्मार्ती और फलां ढिमका चोला पहनकर करते हैं. यह सब करने वाले पाखंडी लोग है जिन्होंने पहले चुनाव में राम को बेचा अब शिव को बेच रहे हैं. मैं ईश्वर की कसम खाकर कहता हूं जब मैं प्रभारी मंत्री था 1 दिन भी गर्भ ग्रह में नहीं घुसा. मेने नंदी हॉल में बैठकर साधना की.
सज्जन सिंह वर्मा को मिला चैलेंज
पाखंडी बताने वाले बयान को लेकर संत अवधेश पुरी महाराज ने सज्जन वर्मा को चैलेंज दिया और कहा कि यह पाखंडी साधु संत पंडे पुजारी या भाजपा किसको कह रहे हो यह क्लियर करो और वाकई श्रेष्ठ हो, महान हो, भगवान शिव के भक्त हो तो अपने मेनिफेस्टो में भगवान महाकालेश्वर के धाम में दर्शन शुल्क व्यवस्था को बंद करने, वीआईपी कल्चर व्यवस्था को खत्म करने व मध्यप्रदेश में सरकारी करण से मठ मंदिरों को मुक्त करवाने का वादा करो.
पीएम मोदी को लिखा पत्र
संत अवधेश पुरी महाराज ने वीआईपी कल्चर व्यवस्था को खत्म करने व मंदिर में निशुल्क दर्शन व्यवस्था के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पत्र लिखा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है जिसे हिंदूवादी सरकार माना जाता है. लेकिन, यह घोर आश्चर्य की बात है कि हिंदूवादी सरकार के कार्यकाल में बाबा महाकाल के ज्योतिर्लिंग दरबार में नागरिकों के संवैधानिक मूल अधिकारों का हनन किया जा रहा है.
अवधेश पुरी दर्शन शुल्क व वीआईपी कल्चर द्वारा गरीब और अमीर के बीच भेदभाव किया जा रहा है. गरीब भक्तों को भगवान से दूर किया जा रहा है. धारा 14 धारा 25 धारा 26 व अन्य का हवाला देते हुए उन्हने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता, धार्मिक संस्थाओं की स्थापना संपत्ति का अर्जन व कई बातों हैं. इससे लोगों को अधिकार मिलते हैं.