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  • MP:नेहरू युवा केंद्र स्वयंसेविका अर्चना करेंगी प्रदेश स्तर पर सतना जिले का प्रतिनिधित्व

    सतना।।स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अंतर्गत मध्यप्रदेश सरकार द्वारा चंद्रशेखर आजाद की 116 वी जयंती के अवसर पर यूथ महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है 18 जुलाई को जिला कलेक्टर श्री अनुराग वर्मा की अध्यक्षता में शासकीय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में जिला स्तरीय यूथ पंचायत संपन्न हुई । यूथ पंचायत में जिले के 9 महाविद्यालयों से कुल 200 प्रतिभागियों ने भाग लिया।


    इस यूथ पंचायत में नागौद ब्लॉक नेहरू युवा केंद्र सतना स्वयंसेविका एवं पीजी कॉलेज की अध्ययनरत छात्रा अर्चना कुशवाहा का चयन 23-24 जुलाई को भोपाल में होने वाली प्रादेशिक यूथ महापंचायत के लिए हुआ है। जहां वे सतना जिले का प्रतिनिधित्व करते हुए अपने विचार प्रादेशिक मंच पर साझा करेंगी । उनके इस चयन पर अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा कार्यक्रम समन्वयक डॉ सी एम तिवारी , महाविद्यालय प्राचार्य डॉ आरएस गुप्ता,जिला नोडल अधिकारी एवं एनएसएस जिला संगठक डॉ क्रांति मिश्रा ,नेहरू युवा केंद्र जिला युवा अधिकारी वीरदीप कौर, लेखापाल श्री महेश द्विवेदी, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ भास्कर चौरसिया, महाविद्यालय प्राध्यापक डॉ गौहर हुजैफा खान ,डॉ रूपा सिंह,राजेश तिवारी जन अभियान ,श्रीराम त्रिपाठी, सहित समस्त नेहरू युवा केंद्र सतना एनवाईवी एवं समस्त रासेयोस्वयंसेवकों ने उन्हें हार्दिक बधाई देते हुए जिले का प्रतिनिधित्व करने की शुभकामनाएं दी।।

  • द्रौपदी मुर्मू ने अपनी ही सरकार का लौटा दिया था विधेयक, जानिए एक पार्षद से देश की 15वीं राष्ट्रपति तक का उनका सफर

    द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी। अपने प्रतिद्वंदी यशवंत सिन्हा को पछाड़कर द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति बनने जा रही हैं। पार्षद से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाली द्रौपदी मुर्मू ने शायद ही ऐसा सोचा होगा कि वो देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद पर बैठेंगी।

    पार्षद से राष्ट्रपति बनने तक का सफर
    द्रौपदी मुर्मू ने साल 1997 में अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था, जब वो रायरंगपुर नगर पंचायत में पार्षद बनी थीं। इसके बाद साल 2000 से 2004 तक ओडिशा की बीजद-भाजपा की गठबंधन सरकार में मंत्री बनीं। 2015 में वो झारखंड की राज्यपाल नियुक्त की गईं और 2021 तक इस पद पर रहीं।

    रायरंगपुर से वो दो बार विधायक बनीं। साल 2009 में उस वक्त भी उन्होंने विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी, जब बीजेपी और बीजद गठबंधन टूट चुका था। इन चुनावों में नवीन पटनायक की पार्टी बीजद को जीत हासिल हुई थी। ओडिशा सरकार में मंत्री रहते हुए उनके पास परिवहन, वाणिज्य, मत्स्य पालन और पुशपालन जैसे मंत्रालयों की जिम्मेदारी थी। इसके अलावा, वो बीजेपी की ओडिशा इकाई की अनुसूचित जनजाति मोर्चा की उपाध्यक्ष और बाद में अध्यक्ष भी रहीं।

    जब लौटाया दिया था विधेयक
    राज्यपाल के रूप में द्रौपदी मुर्मू ने अपनी ही सरकार द्वारा विधानसभा से पारित कराई गई सीएनटी-एसपीटी में संशोधन से संबंधित विधेयक लौटा दिया था। इतना ही नहीं उन्होंने वर्तमान सरकार में जनजातीय परामर्शदातृ समिति (टीएसी) के गठन से संबंधित फाइल भी लौटा दी थी। उन्हें साल 2007 में ओडिशा विधानसभा की ओर से साल के सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।

    पत्थलगड़ी विवाद भी कराया था हल
    साल 2018 के पत्थलगड़ी विवाद को भी द्रौपदी मुर्मू ने हल करवाया था। उस वक्त वो झारखंड की राज्यपाल थीं। उस वक्त खूंटी जिले के पत्थलगड़ी समर्थकों ने सरकारी सुविधाएं लेने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राजभवन बुलाया और उनसे बात कर संविधान पर विश्वास जताने की अपील की थी। उनकी इस अपील पर आंदोलन शांत हुआ था।

  • WhatsApp पर आए कम्युनिटीज, रिएक्शन जैसे धांसू फीचर, अब 2GB की फाइल शेयर कर सकेंगे आप

    वॉट्सऐप (WhatsApp) ने अपने अरबों यूजर्स के लिए फीचर्स का पिटारा खोल दिया है। जल्द ही ऐप में कई जबर्दस्त फीचर जुड़ने वाले हैं, जो ऐप यूज करने के अनुभव को और दिलचस्प बना देंगे। गुरुवार (14 अप्रैल) को वॉट्सऐप ने ऐप के भीतर कई बदलावों की घोषणा की है जिसमें कम्युनिटीज फीचर के इंट्रोडक्शन के साथ 2GB तक फाइल शेयरिंग शामिल है। इतना ही नहीं, जल्द ऐप में रिएक्शन और 32 लोगों के साथ ग्रुप कॉल जैसे अन्य फीचर्स भी अपना रास्ता बनाने वाले हैं। इसके अलावा ग्रुप एडमिन की ताकत भी बढ़ने वाली है, क्योंकि वॉट्सऐप, ग्रुप एडमिन को सभी के लिए ग्रुप चैट से अनवांटेट मैसेज हटाने का अधिकार भी देगा। चलिए थोड़ा डिटेल में समझते हैं…

    कम्युनिटीज फीचर की खासियत
    वॉट्सऐप ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा “वॉट्सऐप पर कम्युनिटीज फीचर, लोगों को एक छत के नीचे अलग-अलग ग्रुप्स को एक साथ लाने में सक्षम करेगा जो उनके लिए काम करता है। इस तरह लोग पूरे कम्युनिटीज को भेजे गए अपडेट प्राप्त कर सकते हैं और आसानी से छोटे डिस्कशन ग्रुप्स को व्यवस्थित कर सकते हैं कि उनके लिए क्या मायने रखता है।”

    ऐसे काम करेगा रिएक्शन फीचर
    रिएक्शन फीचर के साथ लोग चैट को लंबे समय तक प्रेस करके इमोजी के साथ मैसेज पर तुरंत रिएक्शन दे सकते हैं। इसके अलावा, अब ऐप पर 2GB की फाइल शेयर की जा सकेगी, जिससे न सिर्फ समय की बचत होगी बल्कि अन्य ऐप पर स्विच करने का झंझट भी खत्म हो जाएगा। बता दें कि वर्तमान में, वॉट्सऐप केवल एक बार में 100MB फाइल शेयर करने की सुविधा देता है।

  • अब इन नागरिकों को मिल सकता है Covid-19 वैक्सीन का बूस्टर डोज, केंद्र सरकार कर रही है विचार: रिपोर्ट

    नई दिल्ली: चीन समेत दुनिया के कुछ देशों में कोरोना (Corona) के बढ़ते मामलों के बीच भारत सरकार (Government of India) पढ़ाई और तमाम बिजनेस एक्टिविटी के लिए विदेश यात्रा करने वाले नागरिकों को बूस्टर डोज (Booster Dose) देने पर विचार कर रही है. सरकार के आधिकारिक सूत्रों ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि, सरकार ऐसे नागरिकों को कोरोना वैक्सीन का बूस्टर देने की अनुमति दे सकती है. हालांकि सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि क्या ऐसे लोगों को प्रिकॉशन डोज के लिए भुगतान करना चाहिए और क्या ये खुराक निजी टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध कराई जानी चाहिए.

    यह निर्णय इसलिए भी अहम है क्योंकि केंद्र सरकार ने रविवार से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने की अनुमति दी है. हालांकि कई देशों ने उन लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है जिन्हें अभी तक कोविड वैक्सीन का बूस्टर शॉट नहीं मिला है.

    इस प्रस्तावित फैसले से उन लोगों को काफी मदद मिल सकती है, जो विभिन्न कारणों से विदेश यात्रा करने की योजना बना रहे हैं. इस संबंध में स्वयं लोगों द्वारा बूस्टर शॉट्स की अनुमति मांगने के लिए विदेश मंत्रालय को कई आवेदन मिले हैं. यही वजह है कि सरकार इस पर सोचने के लिए मजबूर हो गई है.सरकार से सूत्रों ने बताया कि, इस बात को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय सक्रिय रूप से उन लोगों को कोरोना वैक्सीन का बूस्टर डोज की अनुमति देने पर विचार कर रहा है, जो नौकरी के लिए विदेश यात्रा करना चाहते हैं, विदेशी शिक्षण संस्थानों में एडमिशन, खेल टूर्नामेंट में भाग लेने, द्विपक्षीय, बहुपक्षीय बैठकों में भारत के आधिकारिक हिस्से के रूप में, बिजनेस के सिलसिले में फॉरेन ट्रैवल करना चाहते हैं.इससे पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि सरकार सभी वयस्कों को कोविड -19 वैक्सीन का बूस्टर डोज देने पर विचार कर सकती है. हालांकि अभी तक सिर्फ हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले लोग ही वैक्सीन के बूस्टर डोज के लिए पात्र हैं.

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