Nagod

  • सतना न्यूज :ऊँचेहरा रेलवे फाटक बंद होने से कांग्रेस नेत्री डॉ रश्मि सिंह की नेतृत्व में नाराज ग्रामीण रेलवे फाटक पर पहुंचे

    Satna News,सतना।। ऊंचेहरा डॉक्टर रश्मि सिंह के नेतृत्व में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ऊंचेहरा ने पुनः ऊंचेहरा रेलवे फाटक चालू कराए जाने के लिए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। मौके पर ही रेल अधिकारियों से बात कर ऊंचेहरा फाटक पुनः खोले जाने पर चर्चा की। डॉक्टर रश्मि सिंह कहा कि रेल्वे विभाग की तानाशाही रवैया के चलते अंडरग्राउंड ब्रिज बनाने से पहले ही ऊंचेहरा रेल्वे फाटक बंद कर देना पूरी तरह से गलत है।

    ऊँचेहरा रेलवे फाटक बंद होने से कांग्रेस नेत्री डॉ रश्मि सिंह की नेतृत्व में नाराज ग्रामीण रेलवे फाटक पर पहुंचे

    रेलवे प्रशासन यदि आम जनता की मांग और जरूरत का ख्याल रख जल्द से जल्द ऊंचेहरा फाटक नही खोलता है,तो कांग्रेस पार्टी आंदोलन कर आम जनता के न्याय की लड़ाई लड़ेगी। क्योंकि जहां पर उंचेहरा क्षेत्र की आधे से अधिक गांवों की आवादी का आवागमन प्रभावित हो रहा है! 20 मीटर की दूरी को 5 से 6 किलोमीटर के चक्कर लगाने के लिए रेल प्रशासन ने आम पब्लिक को मजबूर कर दिया! अतः जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है! स्वास्थ्य सेवा भी प्रभावित होंगी!



    आकस्मिक किसी बीमार ब्यक्ति को हास्पिटल लाते समय अतिरिक्त दूरी के कारण मौत भी हो सकती हैं। छात्राओ को भी काफ़ी नुकसान हो रहा है।जिसकी जिम्मेदारी रेलवे प्रबंधन की होगी!आखिर रेल प्रबंधन जन हित को नज़र अंदाज़ कर क्षेत्र की जनता के साथ घिनौनी हरकत करने का काम किया है!हम ऐसी ब्यवस्था की घोर निन्दा करते हैं और विरोध करते हैं! जरूरत पड़ी तो कांग्रेस पार्टी द्वारा धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा। प्रमुख रुप से ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष एड. लालबहादुर सिंह, हरीश ताम्रकार, उमेश द्विवेदी,मुबारक अली, सुरेश पाठक, राम बिहारी परौहा, देवी सिंह,अतुल गौतम, पवन ताम्रकार,राजेंद्र ताम्रकार,शिवांशु समदरिया, छोटेलाल सिंह,चंद्रभान सिंह, बलिराम सिंह, रामजस प्रजापति, मनोज कुशवाहा, विनोद सिंह, रोहित सिंह, राजकुमार सिंह,विष्णु लोधी, बाबूलाल लोधी, अरुण प्रजापति, प्रदीप कुमार लोधी, रामप्यारे प्रजापति, रविशंकर प्रजापति, रामप्यारी प्रजापति सैकड़ों लोग उपस्थित रहें।

  • नागौद से पूर्व मंत्री, अमरपाटन से राज्यमंत्री और रैगांव से प्रतिमा को मिली टिकट, असंतुष्टों का भाजपा कार्यालय में धरना

    सतना।विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई। इसी बीच भाजपा ने भी अविभाजित सतना जिले की सात विधानसभाओं में अपने चेहरे तय कर दिए। नागौद विधानसभा से भाजपा ने परंपरागत प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह को चुनाव की टिकट दी है। जबकि अमरपाटन से राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल को ही रिपीट किया है। वहीं रैगांव सीट से उप चुनाव में हार का मुंह देख चुकी वंदना बागरी पर ही भरोसा जताया है। सूची सामने आने के बाद रैगांव में प्रत्याशी का भारी विरोध हो रहा है। प्रत्याशी के विरोध में पूर्व विधायक जुगुल किशोर बागरी के बड़े बेटे पुष्पराज बागरी ने भाजपा छोडऩे का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा महिला नेत्री रानी बागरी ने भी भाजपा से इस्तीफा दे दिया है।

    चेहरे तय होते ही दावेदारों में खामोशी

    रैगांव में प्रत्याशी के खिलाफ बगावत शुरू हो चुकी है। जबकि नागौद और अमरपाटन में फिलहाल दावेदारों ने खामोशी साध रखी है। कहा जाता है कि राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल को लेकर क्षेत्रीय लोगों में असंतोष को देखते हुए उनके टिकट काटने की चर्चाएं थी, लेकिन जब सूची जारी हुई तो उनका नाम ही सामने आया। माना जा रहा है कि यहां से टिकट का दावा कर रहे अन्य लोग मंत्री के खिलाफ प्रचार शुरू कर सकते हैं। यही हाल नागौद में भी है। नागौद सीट से नागेन्द्र सिंह ने चुनाव नहीं लडऩे की बात कही थी, लेकिन अब पार्टी ने उन्हें भी चुनाव लडऩे को कह दिया है। ऐसे में दावेदारों के चेहरे मुरझाए हुए हैं।

    इसे भी पढ़े – “काला पानी ” मे अपने शानदार अभिनय के साथ नजर आएंगे उचेहरा के अभिनेता धनीराम 

    प्रतिमा के टिकट का विरोध क्यों?

    प्रतिमा बागरी को रैगांव के उप चुनाव में भाजपा ने कल्पना के सामने उतारा था। तब प्रतिमा को 60699 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा को 72989 वोट मिले थे। टिकट का विरोध करने वाले नेता पुष्पराज बागरी में अपनी फेसबुक पर पोस्ट कर भाजपा के सर्वे को भी कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के सर्वे और वरिष्ठ नेताओं की बातें झूठी होने का भी आरोप लगाया। पुष्पराज बागरी ने उप चुनाव में भी टिकट वितरण पर सवाल उठाते हुए विरोध जताया था। तब सीएम के मनाने के बाद वे भाजपा के कार्यक्रम में गए थे। वहीं भाजपा नेत्री रानी बागरी ने भी इस्तीफा दे दिया है। रानी बागरी ने सांसद पर खुला आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सतना में सांसद जिसे चाहते हैं उसी को टिकट मिलती है। प्रतिमा बागरी जो कर सकती है वह मैं नही कर सकती हैं। मैं किसी की चरण वंदना नहीं कर सकती। साथ ही कहा कि भाजपा की टिकट वितरण का सिस्टम समझ नहीं आया। पहले बोला गया कि तीन हजार वोटों से अधिक से हारे लोगों को टिकट नहीं देने की बात कही थी। अब वे टिकट उन्हीं लोगों को टिकट दिए जो हार गए।

    भाजपा ने एक भी ब्राम्हण-वैश्य चेहरा नहीं उतारा

    भारतीय जनता पार्टी ने यूं तो तमाम समीकरणों को साधने की कोशिश की। लेकिन ब्राम्हण और वैश्य का समीकरण नहीं साध पाए। विभाजित सतना जिले में दो क्षत्रिय, दो ओबीसी और एक एसी वर्ग का उम्मीदवार मैदान में उतारा गया। सतना से पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी की टिकट काटकर बीजेपी ने सांसद गणेश सिंह को चुनावी समर में उतार दिया। वहीं कांग्रेस ने चित्रकूट, रामपुर बाघेलान के जरिए ब्राम्हण समीकरण साधा है। हालांकि वहां भी क्षत्रिय वर्ग का कोटा खाली रह गया है।

    MP में सबसे तेज और भरोसेमंद खबरों के लिए सतना टाइम्स ऐप को डाऊनलोड करें, इस लिंक पर करें क्लिक

    गगनेन्द्र समर्थकों ने बीजेपी कार्यालय पर दिया धरना

    नागौद सीट पर बीजेपी का प्रत्याशी नागेन्द्र सिंह बनाए गए जिनका सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए बीजेपी कार्यालय परिसर पर धरना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि सर्वे में गगनेन्द्र सिंह का नाम था और पार्र्टी ने ऐसे नेता को टिकट दी जो खुद चुनाव नहीं लडऩे का ऐलान कर चुके हैं। ज्ञात हो कि गगनेन्द्र सिंह के समर्थकों ने 2018 के चुनाव में भी उन पर निर्दलीय चुनाव लडऩे का दबाव बनाया था। हालांकि तब संगठन उन्हें मनाने में कामयाब हो गया था। अब एक बार फिर धरना प्रदर्शन शुरू हो गया है। गगनेन्द्र सिंह के कार्यालय पन्ना नाका में समर्थकों ने डेरा डाल रखा है जबकि कई कार्यकर्ता नाराज होकर नारेबाजी करते हुए बीजेपी कार्यालय पहुंच गए।

Back to top button