Mirzapur Season 3: Guddu Pandit and Mirzapur return with triple Bhaukaal

  • Mirzapur Season 3 :तिगुने भौकाल के साथ लौटे गुडडू पंडित और मिर्ज़ापुर

    Mirzapur Season 3 :अब तक की सबसे मोस्ट अवेटेड वेब सीरीज मिर्जापुर 3 शुक्रवार 5 जुलाई को ओटीटी पर रिलीज हो गई है. गद्दी और भौकाल की लड़ाई पर बनि इस सीरीज ने दर्शकों के मन में एक अलग ही छाप छोड़ी. तभी तो सीरीज के पिछले सीजन को आए 3 साल हो गए पर दर्शकों ने अबतक अगले सीजन का इंतजार करना नहीं छोड़ा. फिलहाल दर्शकों का यह इंतजार पूर्ण हो गया है और सीरीज अपने नए सीजन के साथ भौकाल मचाने वापस आ गई है. आईए जानते हैं कैसी है मिर्जापुर 3 और उसकी कहानी?

    Mirzapur season 3

    इस सीजन की कहानी की शुरुआत होती है, मुन्ना भैया के अंतिम संस्कार से जहां उनका अंतिम संस्कार परिवार के किसी पुरष के न होने के कारण मजबूरन माधुरी भाभी को करना पड़ता है, वहां गुड्डू पंडित और गोलुदेवी अपना पूरा बल लगाकर कालीन भैया की खोज कर कर रहे हैं. पूर्वांचल के बाहुबलि की गद्दी अपने नए गद्दीदार को खोज रही है. जिसके प्रबल दावेदारी गुड्डू पंडित और शरद शुक्ला पेश कर रहें है.



    सीजन की पूरी कहानी पूर्वांचल के अगले राजा की लड़ाई के इर्द गिर्द घूमती है. इस सीजन में हमें गुडडू भईया की बहन डिंपी और राबिन की लव स्टोरी एक बार फिर देखने मिलेगी. कालीन भैया कोमा में हैं और आगे कालीन भैया का क्या हुआ यह जानने के लिए आपको सीरीज देखने का कष्ट उठाना पड़ेगा. बाकी इस सीजन की कहानी दमदार बनाई गई है. पर इस कहानी पर थोड़ा और काम किया जा सकता था.

    कहानी के बाद अब बात करते हैं सीरीज के निर्देशन की तो गुरमीत सिंह और आनंद अय्यर ने इस सीजन के निर्देशन का जिम्मा उठाया है.निर्देशन काबिले तारीफ है. दृश्य ऐसे दिखाए गए हैं मानो सारी घटनाएं आपके सामने चल रही हो. खून खराबे एकदम असलियत वाले ढंग में दिखाया गया है. गोली लगने और चाकू चलने के बाद शरीर से कैसे अंदर का पदार्थ बाहर निकलता है यह सब बड़ी बारीकी से दिखाया गया है. निर्देशन काफी अच्छा है परंतु इतना समय लेने के बाद इसे थोड़ा और बेहतर कर सकते थे.

    सीजन मिर्जापुर सीजन 3 की कहानी और निर्देशन के बाद बात करें अभिनय की. तू गुड्डू पंडित के रोल में नजर आने वाले अली फजल ने एक बार फिर अपने अभिनय से दर्शकों के दिल को जीत लिया है. वही गोलू देवी का किरदार निभाने वाली श्वेता त्रिपाठी जो की लेडी डॉन के किरदार में है उन्होंने भी शानदार अभिनय किया है. कालीन भैया का किरदार निभाने वाले पंकज त्रिपाठी उन्होंने भी बढ़िया अभिनय किया है. सीजन में जितने भर अभिनेताओं ने किरदार निभाए सभी ने सलामी लेने लायक अभिनय किया है. अभिनेताओं के इस मनमोहन अभिनय ने ही तो इस सीरीज को इतना पॉप्युलर बना दिया है.



    ओवरऑल बात करें तो मिर्जापुर का सीजन 3 अच्छा है और देखने लायक भी. परंतु इतना समय लेने के बाद दर्शकों को थोड़ा ज्यादा की उम्मीदें थी. सुझाव यही है कि अगर आप भी मिर्जापुर के डाई हार्ट फैन है तो जरूर देखिए यह सीरीज. आपके मनोरंजन और भौकाल में कोई कमी नहीं आने वाली है.

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