Maihar news

  • नशे में चूर बीजेपी नेता ने पुलिसकर्मी को जड़ दिया थप्पड़, पुलिस ने जुलूस निकालकर उतारी लू

    मैहर, मध्यप्रदेश।।मध्यप्रदेश के मैहर में पार्षद पति व भाजपा नेता की दबंगई देखने को मिली है, मैहर में चल समारोह के दौरान पार्षद पति अरुण चौरसिया ने बीच सड़क पर पुलिस कर्मी को पीट दिया, पूरा घटनाक्रम आसपास के लगे सीसीटीवी में कैद हो गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा।

    दरअसल मैहर जिले में चल समारोह के दौरान वार्ड नंबर 12 की पार्षद अर्चना चौरसिया के पति अरुण चौरसिया ने रविवार रात बीच सड़क पर पुलिस आरक्षक गुड्डू यादव को थप्पड़ मार दिए।मिली जानकारी अनुसार पुलिस आरक्षक गुड्डू की यादव की ड्यूटी चल समारोह में लगाई गई थी। तभी नशे में धुत्त पार्षद पति अरुण चौरसिया सड़क पर आकर नाचने लगे, जिसके चलते मार्ग अवरुद्ध हो रहा था तभी आरक्षक गुड्डू यादव ने आकर पार्षद पति को आंगे बढ़ने को कहा तो पार्षद पति भड़क गए और पुलिस कर्मी को एक तमाचा जड़ दिया।आरोपी का नाम अरुण चौरसिया है। उसकी पत्नी अर्चना चौरसिया वार्ड 12 से निर्दलीय पार्षद चुनी गई थीं। बाद में उसने भाजपा को समर्थन दे दिया। विधानसभा चुनाव के समय अरुण चौरसिया ने भी भाजपा जॉइन कर ली थी। वह भाजपा का पदाधिकारी बताया जा रहा है।

    तनतना कर पार्षद पति ने जड़ दिया थप्पड़

    वही पुलिस कर्मी गुड्डू यादव ने पार्षद पति को अन्य लोगों के साथ आगे बढ़ने को कहा, इतने में पार्षद पति भड़क गए, और सिपाही पर टूट पड़े और उसे पीटना शुरू कर दिया। यह देख वहां मौजूद अन्य पुलिसकर्मी भी वहां पहुंच गए और बीच-बचाव कर दोनों को अलग किया।

    पुलिस ने जूलूस के साथ पार्षद पति की निकाली हेकड़ी

    वही पुलिस कर्मी गुड्डू यादव से मारपीट करने वाले वार्ड नंबर 12 की पार्षद पति अरुण चौरसिया को पुलिस ने घर से गिरफ्तार कर उसका जुलूस के साथ लू उतारती नजर आयी है।मैहर पुलिस ने पार्षद पति अरुण चौरसिया के खिलाफ  मामला दर्ज लिया है।

    नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को घेरा

    इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, है “मध्य प्रदेश में ये चल क्या रहा है? पुलिस वाले पिट क्यों रहे हैं ? मैहर मैं बीजेपी मंडल उपाध्यक्ष अरुण चौरसिया देखिये कैसे चल समारोह के दौरान पुलिस वाले को मार रहे हैं। इससे पहले जबलपुर और उज्जैन में भी इसी तरह की घटनाएं हुई। लेकिन मध्य प्रदेश की सरकार पार्टी देख कार्रवाई करती है। 24 घंटे बाद मैहर में करवाई हुई है। लेकिन जबलपुर और उज्जैन का क्या? मुख्यमंत्री “गृह मंत्री ” मोहन यादव जी कानून व्यवस्था पर क्यों मौन है?

  • चमत्कार! भीषण आग लगी, लेकिन काली माता की प्रतिमा को कोई नुकसान नहीं, मां की महिमा देखकर सब हैरान

    मैहर, मध्यप्रदेश।।मध्य प्रदेश के मैहर जिले में देर रात काली प्रतिमा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा होते-होते टल गया, मिली जानकारी के अनुसार फायर इवेंट के दौरान काली मां की प्रतिमा में अचानक आग लग गई थी जिसके चलते इलाके में हड़कंप मच गया था। राहत की बात यह है कि है फौरन आग पर काबू पा लिया गया। जिससे होने वाला बड़ा हादसा होते-होते टल गया.

    दरअसल विसर्जन के लिए मां काली की प्रतिमा हॉट शो में सम्मिलित हुई थी और इसी दौरान मां की प्रतिमा पर आग भड़क उठी. इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है. जो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।

    सैकड़ो लोग रहे शामिल

    बता दे यह पूरी घटना अमरपाटन कस्बे के आजाद चौक की बताई जा रही है. जब प्रतिमा में आग लगी तो उसे समय प्रतिमा के पास करीबन सैकड़ो की तादाद में लोग मौजूद थे. घटना के बाद वहां मौजूद लोगों के बीच अफरा तफरी मच गई। लेकिन किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.

    नही हुई कोई जनहानि

    वही मिली जानकारी अनुसार बताया जा रहा है कि आग लगने का कारण पास में जल चल रहे अनार दाने की चिंगारी के कारण आग भड़क उठी थी। जहा पर सैकड़ो की तादाद में लोग मौजूद थे, हालाकि कोई जनहानि नही नही हुई है, वही मौजूद लोगो ने पानी डालकर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। अगर समय से इस आग पर काबू नहीं पाया जाता तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था।

     

  • मौत का लाइव वीडियो… रेलवे स्टेशन में ट्रेन के सामने आकर युवक ने की आत्महत्या

    मैहर, मध्यप्रदेश।। मध्यप्रदेश के मैहर जिले से दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है, जहाँ मैहर रेलवे स्टेशन में ट्रेन के सामने आकर युवक ने आत्महत्या कर ली है जिसका वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है, अभी तक मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी है।हालांकि जीआरपी पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुटी है।


    दरअसल मध्यप्रदेश के मैहर से बुधवार की रात मैहर रेलवे स्टेशन में एक युवक ने ट्रेन के सामने आकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी है, यह हादसा मैहर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉम नंबर एक का बताया जा रहा है।जहां जबलपुर से हजरत निजामुद्दीन जाने वाली महाकौशल एक्सप्रेस ट्रेन को आता देख युवक ट्रेन के सामने आकर खड़ा हो गया और तेज़ रफ़्तार ट्रेन उसे रौंदते हुए निकल गई।

    युवक को रौंदते हुए निकल गयी ट्रेन

    वही मिली जानकारी के मुताबिक जिस समय युवक ने आत्महत्या की स्टेशन में सैंकड़ों लोग मौजूद थे, वही पर मौजूद लोगो की मानें तो युवक को देख कर ऐसा नहीं लगा की वह आत्महत्या कर लेगा लेकिन जैसी ही ट्रेन नज़दीक आई युवक खड़ा हो गया।और ट्रेन युवक को रौंदते हुए निकल गयी।

    चंद सेकंडों में खत्म हुई जिदंगी

    हालांकि स्टेशन में मौजूद लोगों ने उसे बचाने के लिए शोर किया लेकिन कुछ ही सेकंडो का समय होने की वजह से कोई बचा नहीं पाया और युवक ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है।प्लेटफॉर्म में खड़े कुछ लोगों ने पूरी घटना का वीडियो बना लिया जो की सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। युवक की पहचान अभी तक नही हो सकी है, वही मैहर जीआरपी मार्ग कायम कर जांच में जुट गई है युवक का शव मैहर सिविल अस्पताल की मर्चुरी में रखवाया गया है।

     

  • MP News :प्रभारी मंत्री को रेस्ट हाउस में नही मिला रात का भोजन, भूखे पेट रात भर करवटे बदलती रही मंत्री

    मैहर/जयदेव विश्वकर्मा।।मध्यप्रदेश के मैहर जिले से प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां मैहर के गौरव दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने आई मैहर जिले की प्रभारी मंत्री राधा सिंह को रात्रि का भोजन नहीं दिया गया. प्रभारी मंत्री को भूखे पेट रेस्ट हाउस में रात भर बितानी पड़ी।

    दरअसल मामला मध्यप्रदेश के मैहर जिले का है जहाँ मैहर को जिला बने एक वर्ष पूर्ण हुए है, वही गौरव दिवस के उपलक्ष्य पर मैहर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमे प्रभारी मंत्री राधा सिंह मैहर पहुंची थी, कार्यक्रम समाप्ति के बाद रात पर जब मंत्री राधा सिंह सर्किट हाउस पहुंची तो उनके भोजन की व्यवस्था प्रशासन द्वारा नहीं की गई और प्रभारी मंत्री पूरी रात भूखे पेट जागती रही.

    मंत्री को भूखे पेट बितानी पड़ी रात

    वीडियो में प्रभारी मंत्री ने कहा कि जब मैं यहां आई तो यहां पर कोई नहीं था मैं प्रभारी मंत्री हूं मुझे यह मेरी बेज्जती है, उन्होंने यह भी कहा कि कोई बात नहीं जब घर में कोई शादी विवाह का कार्यक्रम होता है तो कुछ कमियां रह जाती हैं, मंत्री ने उदाहरण देते हुए यह तक कहा की मेरी बेटी की शादी है लोग आएंगे तो हम उनका कुछ अच्छे से नही कर पाएंगे हम यही कहेंगे कि खाइए आराम करिये जाने के लिए नही कहेंगे। वही मंत्री ने कहा सभी अधिकारी मेले के व्यवस्थाओं पर जुटे हुए हैं उनसे भूल हो गई होगी. प्रभारी मंत्री ने तो इस बात को कोई बात नहीं कहते हुए तो टाल दिया।

    मंत्री ने रात को ही SDM से पूछा

    प्रभारी मंत्री राधा सिंह ने वीडियो में कहा कि मैंने रात में ही एसडीएम से से खाना की व्यवस्था को लेकर पूछा। एसडीएम ने जबाब दिया कि मैंने खाना के लिए बोला था, हो सकता है ज्यादा रात की वजह से खाना उपलब्ध नही हो सका होगा।मंत्री ने यह सुनकर कहा कोई बात नही।

     

  • मैहर जिला प्रशासन की कार्यशैली से नाराज पत्रकारों ने सरकारी कार्यक्रमो और गौरव दिवस कार्यक्रम का किया बहिष्कार, मंत्री से करेंगे शिकायत

    मैहर, मध्यप्रदेश।।मैहर को जिला गौरव प्राप्त हुए एक वर्ष पूर्ण हो गए है।जिला बनते ही जिले के कलेक्टर एसपी की पदस्थापना हुई। जिला कलेक्टर पत्रकारो के प्रति कितनी संजीदा है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक वर्ष में जिला कलेक्टर के साथ पत्रकारो की एक भी बैठक नही हुई। एक वर्ष में कलेक्टर द्वारा पत्रकारो के साथ कोई ब्रीफिंग नही की गई।

    यहां तक कि कोई पत्रकार जिला कलेक्टर से मिलने जनहित की समस्याओं को लेकर जाता है तो बैठने तक के लिए नही बोला जाता। पत्रकार अपनी बातें खड़े खड़े इनसे बताए अगर बात इनसे कोई मुद्दे की करने को सोचे तो डरवाने का प्रयास इनके द्वारा किया जाता है। कितना बड़ा भी सामाजिक मुद्दा हो गरीब असहाय पीड़ित की बात हो इनके द्वारा कार्यवाही नही की जाती। और तो और इनके अधिनस्त जितने भी अधिकारी है पत्रकारो से ऐसे बात करते है जैसे पत्रकार इनका बधुआ मजदूर है।

    प्रशासन की व्यवस्था पत्रकारों के प्रति बेपटरी

    सवाल यह कि कही कोई समस्या होगी कोई भ्रष्ट्राचार हो रहा होगा वह भी प्रमाणित तो पत्रकार विभाग के जिम्मेवारो से सवाल जबाब तो करेगा और आपको उसको संतुष्ट करना होगा लेकिन इनके अधिकारी सवाल पूंछने पर पत्रकारो को लगता है लील जाएंगे। यानी जिला प्रशासन की तमाम व्यवस्थाएं पत्रकारो के प्रति बेपटरी है। ये कुछ भी करते रहे इनसे कोई पूंछे न। कलेक्टर से ये न पूंछा जाय कि संबंधित मुद्दे और खबर पर क्या कार्यवाही हुई।

    जिला पत्रकार संघ ने बैठक कर बनाई रणनीति

    जिला कार्यालय चाहे कलेक्टर का कार्यालय हो या पुलिस अधीक्षक का कुछ विशेष जिले से बाहर के लोग पत्रकारिता के नामपर चमकाते नजर आते है। एक को तो बकायदे घंटाघर रेस्ट हाउस में कमरा एलाट किया गया है मंशा क्या है किसी को नही पता। किसी भी आयोजन में पत्रकारो की कोई अहमियत नही। इन तमाम मुद्दों को लेकर जिला पत्रकार संघ ने आज बैठक कर यह सुनिश्चित किया है कि जबतक प्रशासन जिला कलेक्टर पत्रकारो से बात नही करती तबतक जिला पत्रकार संघ प्रशासनिक तमाम खबरों आयोजनों का बहिष्कार करेंगे। प्रशासन द्वारा बनाये गए ग्रुपो से दूरियां बना के रखेंगे। मंदिर की खबरों को दिखाएंगे लेकिन प्रशासन से जुड़ी उनके किसी व्यवस्था की खबर नही दिखाएंगे।

    कलेक्टर की व्यावथाओ को लेकर मंत्री से करेंगे शिकायत

    माननीय प्रभारी मंत्री के आगमन पर समय ले जिला कलेक्टर की व्यवस्थाओं की शिकायत दर्ज कराएंगे ज्ञापन सौपेंगे। बाबा अलाउद्दीन खाँ साहेब के आयोजन में अगर मुख्यमंत्री या उप मुख्यमंत्री का आगमन होता है तो उनके सामने पत्रकार अपना विरोध दर्ज कराएंगे लेकिन आयोजन की खबरों से दूरियां बना के रखेंगे।यह जिला कलेक्टर के अव्यवस्थाओं तानाशाही रवैया के साथ पत्रकारो के आत्म सम्मान की लड़ाई है जो उनकी बातें न माने जाने तक अनवरत जारी रहेगी।

  • Gandhi Jayanti :सुलखमा गांव से विलुप्त हो रहा गांधी जी का चरखा, अधिकारियो को गांधी जयंती पर आती इस गांव की याद

    मैहर ,मध्यप्रदेश/जयदेव विश्वकर्मा।। आज भी मध्यप्रदेश के मैहर जिले में एक ऐसा गांव है जहां के लोग महात्मा गांधी बापू जी के सिखाए पाठ का अनुसरण कर रहे हैं, तो आपके लिए इस बात पर यकीन करना थोड़ा मुश्किल हो जाएगा.परंतु यह सही है।

    सुलखमा गांव से विलुप्त हो रहा गांधी जी का आदर्श - Satna Times
    सुलखमा गांव से विलुप्त हो रहा गांधी जी का आदर्श – Satna Times

    दरअसल मैहर से लगभग 42 किलोमीटर दूर मैहर जिले के अंतर्गत रामनगर ब्लॉक में सुलखमा गांव है जहां आज भी बापू के सिखाए पाठ का अनुसरण किया जा रहा है.लेकिन प्रशासन की मदद न मिल पाने से सुलखमा से चरखा विलुप्त होते नजर आ रहा है, स्वावलंबी बनने की प्रथा को बनाए रखने वाले इस गांव के लगभग हर घर में एक चरखा चलता था, जो इनकी जरूरत भी है और परंपरा भी क्योंकि बुजुर्गों ने महात्मा गांधी से पाठ सीखा और इन्हें विरासत में दे गए।

    खंडहर में तब्दील हो गया प्रशिक्षण केंद्र

    खंडहर में तब्दील हो गया प्रशिक्षण केंद्र - Satna Times
    खंडहर में तब्दील हो गया प्रशिक्षण केंद्र – Satna Times

    आजादी के 77 साल बाद भी यह परंपरा कायम है लेकिन प्रशासनिक उपेक्षा के चलते चरखों की चकरी अब थमने लगी है. जरूरत है तो एक सरकारी मदद की है जो आज तक नहीं मिली. वही कहने को तो गांव में चरखा चलाने के लिए एक प्रशिक्षण केंद्र भी बनाया गया था, जो अब खंडहर में तब्दील हो चुका है. और ताला जड़ा हुआ है, यहां के लोग आज भी मशीन या प्रशासनिक सुविधाओं के इंतजार में बैठे हैं.

    विलुप्त हो रहा गांव से गांधी जी का चरखा

    इस गांव में लगभग साढ़े तीन हजार के करीब लोग रहते हैं एक समय ऐसा भी था जब यहां के प्रत्येक घरों से चरखे की आवाज सुनाई दिया करती थी, हम यह भी कह सकते हैं कि यहां के हर घर में चरखा चलता था. लेकिन वर्तमान में प्रशासनिक उपेक्षाओं के चलते अब यह प्रथा धीरे-धीरे सिमट रही है और जहा सभी घरों में चरखा चलता था, अब वही चार से पांच ही घरों में ही चरखा चल रहा है।ग्रामीणों की माने तो इसकी मुख्य वजह यह प्रशासन ध्यान नही दे रहा है।

    महिलाओं ने भी इस काम मे बटाया हांथ

    महिलाएं भी बता इस काम मे हाथ
    महिलाएं भी बता इस काम मे हाथ

    इस गांव के लोंग चरखे से कपड़े और कंबल बनाकर बेचते हैं इसी से इनकी आजीविका भी चलती है. इनका काम भी बंटा हुआ है. चरखा चलाकर सूत कातने का काम घर की महिलाओं का होता है. महिलाएं घरेलू काम निपटाकर खाली बचे समय में चरखे से सूत तैयार करती हैं. इसके बाद का काम घर में पुरुषों का होता है, जो इस सूत से कंबल और बाकि चीजें बुनने का काम करते हैं.

    नही मिल पाती पूरी मजदूरी

    दुद्धी पाल बताते हैं कि बजुर्गों की परंपरा पर आधारित ये रोजगार अब कमजोर होने लगा है. कारण यह है कि कई दिनों तक चरखा चलाने, सूत कातने और बुनने के बाद भी पूरी मजदूरी तक नहीं मिल पाती है.व्यापारी पहले आते थे और समान खरीद कर ले जाते थे लेकिन अब कोई नही आता है, पूरी तरह से हमे आमदनी तक नही निकल रही है, इसलिए हम इसे बंद भी नही कर सकते है क्योंकि यही हमारी जीविका और रोजगार है. इसके अलावा हमारे पास कोई रोजगार नहीं है.

    गांव के लोग दे रहे बापू जी को सच्ची श्रद्धांजलि

    आज के युग में जहां खुद को आधुनिक दिखाने की होड़ में लोग अपनी पुरातन चीजों को त्याग रहे हैं वही इस गांव के लोग अपनी प्राचीन परंपरा को अपना विरासत समझ उसे आगे बढ़ा एक आदर्श बन गए हैं. हम सभी को इस गांव से सीख लेनी चाहिए क्योंकि असल मायने में बापू को सच्ची श्रद्धांजलि इसी गांव के लोग दे रहे हैं.

    एक कम्बल बनाने में एक हफ्ते का समय

    वही रामदुलारी पाल ने बताया कि हमने अपने बुजुर्गों से चरखा चलाना सीखा है और वही से सीखकर हम लोग भी चरखा चलाकर जीवन यापन करने लगे है, लेकिन एक कम्बल बनाने में एक सप्ताह से लेकर दस दिन का समय लग जाता है और वह कम्बल व्यापारी एक हजार रुपये का खरीदते है इसमे आमदनी सही ढंग से नही मिलती है। इसलिए हम लोग इसको अब मजबूरन चला रहे है।

    गांधी जयंती पर प्रशासन को आती है सुलखमा गांव की याद

    वही सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रशासन हमारी कोई खास मदद नही कर रहा है, जब गाँधी जयंती आती है तभी गांव आकर पिछले साल लोगो साल बाटी गयी थी बाकी कोई और खास मदद नही की गई है, प्रशासन अगर मदद करे तो हम यह चरखा चलाते रहेंगे अन्यथा यह बन्द होने की कगार में है,क्योंकि इससे हमें इतनी मजदूरी नही मिल पाती है।

    सर्वे कराकर आवश्यकता को करेंगे पूरा

    कलेक्टर रानी बाटड़ ने बताया कि रामनगर तहसील के सुलखमा में जो चरखा या हतकरघा से कपड़ा बनाया जा रहा है, उसके लिए हम प्रयास करेंगे कि हमारी जो विभागीय योजनाएं जैसे ग्रामीण विकास की योजना या हतकरघा विभाग की योजनाएं है हम उससे उन्हें लाभान्वित करेंगे. हम यह भी प्रयास करेंगे कि उनके द्वारा बनाये जा रहे कपड़े या वस्त्र हम उन्हें बाजार में उपलब्ध कराएंगे, अभी 2 अक्टूबर को गांधी जयंती है हम इस अवसर पर कोशिश करेंगे कि वहां हम कुछ आयोजन करें और उनकी जो भी आवश्यकता है उसको हम समझेंगे और सर्वे कराएंगे।

  • मैहर में 9 दिन तक बंद रहेगी मास- मछली एवं अंडे की बिक्री, प्रशासन ने जारी किया फरमान

    मैहर/जयदेव विश्वकर्मा।।मैहर में रहने वाले लोगो एवं जो भी नॉनवेज लवर्स है जिन्हें मांसाहारी भोजन पसंद है उनके लिए बड़ी खबर है, क्यूंकि अगले नौ दिन तक मैहर में नॉनवेज उपलब्ध नहीं हो पाएगा।

    मैहर में 9 दिन तक बंद रहेगी मास- मछली एवं अंडे की बिक्री, प्रशासन ने जारी किया फरमान - Satna Times
    मैहर में 9 दिन तक बंद रहेगी मास- मछली एवं अंडे की बिक्री, प्रशासन ने जारी किया फरमान – Satna Times

    दरअसल 3 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो रही है ऐसे में नवरात्रि के त्यौहार को देखते हुए बड़ा फैसला लिया गया है. बता दें क्षेत्र में 9 दिनों तक यानी 12 अक्टूबर तक के लिए मांसाहारी भोजन बेचने पर पूर्णतः प्रतिबंध रहेगा. मैहर एसडीएम की ओर से यह आदेश जारी किया गया है. जो भी प्रशासन के इस आदेश का पालन नहीं करेगा उसके ऊपर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

    लाखो श्रद्धालु पहुँचते है मन्दिर

    मैहर में नवरात्रि के 9 दिन हिंदू धर्म के अनुसार मां शारदा के विभिन्न रूपों की आराधना की जाएगी इसके बाद कन्या पूजन कर नवरात्रि आयोजन का समापन होगा. इस दौरान मैहर में देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु मां के दर्शन और मां की पूजा करने पहुंचेंगे।

    भक्तों की आस्था को देखते हुए प्रशासन ने उठाया कदम

    नवरात्रि के इन नौ दिनों के दौरान अधिकतर लोग व्रत रखकर मां शारदा की आराधना करते हैं ऐसे में सनातन धर्म के मुताबिक इन दोनों केवल सात्विक भोजन ही किया जाता है व्रत रख रहे लोग मांसाहारी पदार्थ को देख ले तो अशुभ माना जाता है। भक्तों की श्रद्धा और आस्था को किसी भी प्रकार की कोई ठेस न पहुंचे इसीलिए प्रशासन ने यह फैसला किया है।

    आदेश ने मानने वालो पर होगी कानूनी कार्यवाही

    मैहर एसडीएम विकास सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि धार्मिक नगरी में मां शारदा देवी के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रृद्धालु मैहर आते है। नवरात्रि मेला के दृष्टिगत दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत सम्पूर्ण नगर पालिका क्षेत्र में 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर की मध्य रात्रि तक मांस-मछली और अण्डे के क्रय-विक्रय पर पूर्णतः प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश का उल्लंघन भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के तहत दण्डनीय होगा।

     

  • Maihar Bus Accident Inside Story : मैहर में भयानक हादसा, फिर कैसे बच गई 36 की जान, कितना खौफनाक था मंजर?

    Maihar Bus Accident Inside Story :गांव-घर से निकलकर कमाई करने महाराष्ट्र चले थे, मन में था कि पैसे कमाएंगे, परिवार को भेजेंगे, फिर एक दिन आकर अपने सपनों का आशियाना बनाएंगे‌। मन में कई तरह के सपने संजोकर बस में सवार हुए थे। मगर कहां पता था कि मध्य प्रदेश के मैहर में ही उनके सपने दम तोड़ देंगे।

    Maihar Bus Accident Inside Story : मैहर में भयानक हादसा, फिर कैसे बच गई 36 की जान, कितना खौफनाक था मंजर!
    Maihar Bus Accident Inside Story : मैहर में भयानक हादसा, फिर कैसे बच गई 36 की जान, कितना खौफनाक था मंजर! – Satna Times

    मध्य प्रदेश के मैहर में शनिवार रात करीब 11:00 बजे ऐसा सड़क हादसा हुआ कि चारों ओर चीख-पुकार मच गई। इस चीख-पुकार की गूंज उत्तर प्रदेश के जौनपुर, प्रतापगढ़ जिले से लेकर प्रयागराज जिले तक सुनाई दी।

    पल भर में चारो ओर बिछ गई लाशें

    दरअसल, प्रयागराज से एक स्लीपर बस महाराष्ट्र के नागपुर जा रही थी। मगर रास्ते में ही मैहर के पास नादन देहात थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे नंबर 30 पर वह हादसे का शिकार हो गई। तेज रफ्तार में चल रही बस अचानक सड़क किनारे खड़े हाइवा डंपर से टकराई और देखते ही देखते चारों ओर लाशें बिछ गईं।



    उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से सवारियों को लेकर बस महाराष्ट्र की ओर जा रही थी। इस बस में केवल लोग सवार नहीं थे। उनके सपने और उनकी उम्मीदें भी सवार थी। मगर सब चकनाचूर हो गया। मैहर पहुंचते पहुंचते 9 लोगों की जिंदगी खत्म हो गई। डबल डेकर बस हाइवा डंपर से टकराने की घटना इतनी भयावह थी कि 9 लोगों को बचाने का मौका भी नहीं मिला। उन्होंने बस में ही दम तोड़ दिया‌। मृतकों में 7 उत्तर प्रदेश के जबकि एक-एक महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के हैं। इस बस हादसे में 23 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है।

    36 लोगो की बच गयी जाने

    हालांकि, उन सभी की हालत स्टेबल बताई जा रही है। बस में सवार 13 लोग सुरक्षित हैं और उन्हें प्रयागराज भेज दिया गया है। कुल मिलाकर 36 लोग बच गए है। बताया जा रहा है कि इस बस में ज्यादातर कामगार लोग सवार थे। अधिकांश लोग महाराष्ट्र काम करने जा रहे थे‌।

    पीछे बैठने वाले लोग खुशकिस्मत थे

    बस हादसे की तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर से मैहर बस हादसे की खौफनाक मंजर की झलक दिख रही है। यात्री बस सड़क किनारे खड़े हाइवा डंपर से टकरा गई है। बस का सबसे अधिक सामने और दाहिने वाला हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है। बस में सवार उन्हीं लोगों की मौत हुई है, जो आगे की सीटों पर बैठे थे, बस में पीछे वाली सीटों पर बैठने वाले लोग खुशकिस्मत थे। अगर वे बस में आगे होते तो आज मृतकों की जगह उनका नाम होता। बस की तस्वीर को देखकर समझा जा सकता है कि बस से आगे और दाहिने वाले हिस्से में बैठे लोगों में से ही 9 लोग काल के गाल में समाए हैं।

    कितना खौफनाक था मंजर

    बस के सामने वाले हिस्से का परखच्चा उड़ चुका है। जब हादसे के बाद आसपास के लोग बचाने दौड़े तो बस के अंदर का नजारा देख वे हैरान रह गए, बस की सीटों में शव फंसे थे। बस में लाशों के ढेर लग चुके थे। जगह-जगह खून के धब्बे थे। खून से लथपथ शवों पर नजर डालना मुश्किल हो रहा था।रेस्क्यू में जेसीबी की मदद लेनी पड़ी। गैस कटर से बस का दरवाजा काटकर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला गया। घायलों को काफी मशक्कत के बाद निकाला गया। रात करीब 2 बजे रेस्क्यू पूरा हुआ।

    यह टक्कर इतना भयानक था कि उत्तर प्रदेश से आ रही बस हाइवा डंपर को बीच से चीरती हुई निकल गई। बस के बाहर तक खून के छींटे दिखाई दे रहे थे। इधर-उधर बिखरे पड़े चप्पल-जूते और सामान, इस बात की गवाही दे रहे थे कि हादसे का यह मंजर कितना खौफनाक था।

    Credit – Rakesh Kumar Patel

  • Video :मैहर में भीषड़ सड़क हादसा, हाइवा से टकराई बस, अब तक 9 लोगो की हुई मौत

    Maihar Bus Accident: मैहर में देर रात हुए भीषण सड़क हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत की खबर आ रही है। प्रयागराज से नागपुर जा रही बस के डंपर में घुसने से यह हादसा हुआ। इस हादसे में 24 लोग गंभीर रुप से घायल हैं। घायलों का इलाज मैहर, सतना और अमरपाटन के जिला अस्पताल में चल रहा है।

    ढाबे पर खड़े डंपर में घुसी बस

    बताया जा रहा है कि नेशनल हाईवे 30 पर नादन देहात क्षेत्र में यह हादसा हुआ। रात के लगभग साढ़े 11 बजे आभा ट्रैवल्स की स्लीपर बस प्रयागराज से नागपुर की ओर जा रही थी। 53 सीटर इस बस में उस वक्त लगभग 45 यात्री सफर कर रहे थे। जैसे ही बस रीवा-जबलपुर फोरलेन पर चौरसिया ढाबे के पास पहुंची, यहां बस सड़क किनारे खड़े डंपर में पीछे से जा घुसी।

    बस के उड़ गए परखच्चे

    हादसा इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए। यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। जो अंदर फंसे थे, वो बाहर नहीं निकल पा रहे थे। मौके पर मौजूद लोगों ने मदद की कोशिश की, लेकिन वह भी लाचार हो गए। बस का अगला हिस्सा बुरी तरह पिचक गया था। चारों ओर खून के दाग और क्षत-विक्षत लोग दिख रहे थे।

    गैस कटर से बॉडी काटकर निकाले शव

    मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस प्रशासन को सूचना दी। इसके बाद जेसीबी और गैस कटर मंगाए गए। जेसीबी और गैस कटर की मदद से बस को काटकर लोगों को अंदर से निकाला गया। इनमें से कुछ लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। मृतकों में एक 4 साल का बच्चा भी था। जबकि घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

    2 बजे तक चला रेस्क्यू

    हादसे की सूचना पर एसपी सुधीर अग्रवाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू शुरू किया। उनके साथ मैहर एसडीएम विकास सिंह, तहसीलदार जितेंद्र पटेल भी मौके पर थे। 24 घायलों में से 9 को अमरपाटन, 7 को मैहर सिविल और 8 को सतना जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रात 2 बजे तक रेस्क्यू कार्य चल ही रहा था।

    हादसे में इन्होंने गंवाई जान

     

    • यूपी के प्रतापगढ़ निवासी लल्लू यादव (60) पिता राम अवतार
    • जौनपुर के राजू उर्फ प्रांजल (18) पिता जितेंद्र
    • जौनपुर निवासी अंबिका प्रसाद (55) पिता मोतीलाल
    • नागपुर निवासी गणेश साहू (2) पिता अजय कुमार साहू

    अन्य मृतकों की देर रात तक पहचान नहीं हो पाई।

    तीन की अस्पताल ले जाते में मौत

    मैहर एसपी सुधीर अग्रवाल ने जानकारी दी कि सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। सभी यात्रियों को इमरजेंसी गेट तोड़कर बाहर निकाला गया। छह लोग मौके पर दम तोड़ चुके थे। 23 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया। बाद में तीन अन्य की अस्पताल ले जाते में मौत हो गई।

  • Maihar News :राशन वितरण में हेराफेरी, शासकीय उचित मूल्य की दुकान के बिक्रेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज

    मैहर, मध्यप्रदेश।।मैहर जिले की शासकीय उचित मूल्य दुकान लटागांव में उपभोक्ताओं के घर-घर जाकर पीओएस मशीन में उनके अंगुली छाप सत्यापन के बाद खाद्यान्न का वितरण नहीं कर हेराफेरी करने पर विक्रेता संतोष त्रिपाठी के विरुद्ध बदेरा थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।

    राशन दुकान लटागांव के विक्रेता के विरूद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज
    राशन दुकान लटागांव के विक्रेता के विरूद्ध पुलिस में एफआईआर दर्ज – Satna Times

    कलेक्टर मैहर रानी बाटड को इस संबंध की शिकायत मिलने पर जिला खाद्य अधिकारी केएस भदौरिया को राशन दुकानों की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। खाद्य अधिकारी ने समिति प्रबंधक लटागांव के साथ आरोपी की मौजूदगी में राशन दुकान लटागांव में संग्रहित खाद्य सामग्री का स्टाक सत्यापन किया और उपभोक्ताओं के बयान लिपिबद्ध किये।



    जांच के दौरान पाया गया कि विक्रेता संतोष त्रिपाठी द्वारा घर-घर जाकर उपभोक्ताओं के फिंगर सत्यापन पीओएस मशीन पर किए हैं। लेकिन सामग्री का वितरण नहीं कर कूटरचित रूप से ऑनलाइन 247 क्विंटल गेहूं, 371 क्विंटल चावल, 2.59 क्विंटल शक्कर एवं 21 क्विंटल नमक का वितरण दर्शाया गया।उचित मूल्य की दुकान के स्टाक सत्यापन में 180 क्विंटल गेहूं, 93 क्विंटल चावल, 12 क्विंटल शक्कर, 10 क्विंटल मूंग का स्टॉक भी कम पाया गया।



    इस तरह विक्रेता द्वारा लगभग 30 लाख 25 हजार 409 रुपए मूल्य के 993 क्विंटल खाद्यान्न का मिथ्या वितरण और खाद्यान्न की हेराफेरी स्वलाभ के लिए किया जाना पाया गया। आरोपी राशन दुकान के विक्रेता संतोष त्रिपाठी द्वारा गंभीर अनियमितता एवं स्वलाभ के लिए की गई शासन से धोखाधड़ी पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की सुसंगत धाराओं के साथ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध करने का आग्रह किया गया था। जिसके अनुसार जिला खाद्य अधिकारी के प्रतिवेदन पर मैहर जिले के बदेरा थाने में आरोपी संतोष त्रिपाठी के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3 और 7 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

Back to top button