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  • आंखों की देखभाल कैसे करें (eye care tips)

    Eyes care tips : हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है थोड़ी देर के लिए भी अगर आंखें हमसे अलग हो जाए तो हमारे जीवन में, हमारे चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा छा जाएगा। आज के आधुनिक युग में कंप्यूटर ,मोबाइल, लैपटॉप जैसी इलेक्ट्रॉनिक चीजों के अधिक इस्तेमाल के कारण हमारी आंखों पर इसका बुरा असर हुआ है ।

    Eye care tips

    आजकल हर काम ऑनलाइन होने लगे हैं जिसके कारण अधिक से अधिक समय हमें लैपटॉप और कंप्यूटर मोबाइल आदि पर व्यतीत करना पड़ रहा है बड़े तो बड़े बच्चों को भी इसकी आदत लगती जा रही है, कुछ काम से तो कुछ अपने टाइम पास के लिए इन सब इलेक्ट्रॉनिक चीजों पर अपना अधिक समय बिताते हैं, जिसका कहीं ना कहीं हमारी आंखों पर अधिक असर हो रहा है और हमारी आंखें उम्र से पहले ही कमजोर होने लगी है ।

    आंखों की देखभाल कैसे करें

    आंखों पर सबसे ज्यादा असर कोरोनाकाल में ही पड़ा है, क्योंकि कोंरोनाकाल में कोई बाहर नहीं जा सकता था सारे लोग घर के अंदर ही थे और बच्चों को भी मोबाइल दे दिए गए ताकि वह अपनी ऑनलाइन क्लासेस मोबाइल पर कर सकें, work-from-home होने के कारण कई लोगों को लैपटॉप पर अपने ऑफिस के वर्क करने पड़ते थे इससे उन्हें अधिक से अधिक समय इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के साथ बिताना पड़ता था।

    काम के साथ-साथ अपने टाइम पास के लिए भी लोगों ने इन इलेक्ट्रॉनिक चीजों का सहारा लेना शुरू कर दिया जिसके कारण उनकी आंखों पर अधिक से अधिक असर होने लगा जैसे आंखों में जलन, आंखों का भारीपन, आंखों में सूजन, दूर और पास की चीजें धुंधली दिखाई देना आदि।

    बच्चे और बड़े इन सब समस्याओं से गुजरने लगे।इन समस्याओं से निजात पाने के लिए हमें कम से कम समय इलेक्ट्रॉनिक चीजों पर बिताना चाहिए अब कोरोना काल खत्म हो चुके हैं तो हमें ज्यादातर बाहर ही समय व्यतीत करना चाहिए जिस दिन छुट्टी रहे उस दिन आप मोबाइल हाथ में ना लेते हुए कहीं बाहर घूमने का प्लान कर सकते हैं बच्चों को पार्क में लेकर जा सकते हैं,जिससे उनकी आउटिंग भी अच्छी तरह हो जाती है ।

    आजकल हर काम ऑनलाइन होने से हमें कहीं ना कहीं इन चीजों का सहारा लेना ही पड़ता है लेकिन इसी के साथ हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हमें कितनी और कब इन इलेक्ट्रॉनिक चीजों की जरूरत पड़ती है ?और हमें अपना कितना समय इलेक्ट्रॉनिक चीजों पर व्यतीत करना चाहिए जिससे कि हमारी आंखें स्वस्थ रहें।

    अब समय आ गया है कि हम जितना हो उतना कम से कम समय लैपटॉप मोबाइल टीवी आदि को दें।

    Content. ( important things about eyes)

    1. अपनी आंखों को जितना हो सके इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से दूर रखें

    २. नियमित रूप से सुबह उठने पर अपने चेहरे और आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारे

    ३. अगर आपको कभी भी आंखों में कुछ समस्या महसूस हो तो तुरंत आंखों के डॉक्टर के पास जाकर नियमित रूप से चेकअप कराएं

    ४. रात को सोने से पहले अपने चेहरे को साफ करने के अलावा अपने आंखों को भी अच्छी तरह से धोकर सोए अगर कुछ मेकअप आपकी आंखों पर लगे हुए हो तो उसे रिमूव करना भूले नहीं

    ५. आंखों का व्यायाम करना ना भूले आंखों के कुछ व्यायाम होते हैं जो नियमित रूप से हर किसी को करना चाहिए जैसे १. आंखों को एक बार छत की और देखें फिर फर्श की ओर देखें।

    6. दोनों आंखों से एक बार दाई देखें एक बार बाय देखें उसके बाद अपनी आंखों को गोलाई की दिशा में घुमाएं

    यह दोनों व्यायाम आप दिन में दो बार 15 ,15 मिनट के लिए कर सकते हैं।

    अगर आपको भी अपनी आंखों में भारीपन, सुजन थकान आदि महसूस होता है तो हमारे बताए हुए घरेलू टिप्स को अपनाकर आप इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।

    आइए जानते हैं कुछ ऐसे घरेलू टिप्स के बारे में जिसे अपनाकर आप आप अपनी आंखों को स्वस्थ रख सकते हैं।

    १. सूर्योदय से पहले उठे और उठते ही अपने मुंह में पानी भरकर अपने चेहरे और अपनी आंखों पर ठंडे पानी के 25 से 30 बार छींटे मारें।

    २. अगर आपका शरीर धूप ,गर्मी या मेहनत करने से गरम हो गया हो तो थोड़ी देर आराम कर के अपने बॉडी को ठंडा करें और चेहरे को धोएं।

    ३. अपनी आंखों को गर्म पानी से नहीं धोना चाहिए इससे आंखों को नुकसान होता है।

    ४. बहुत दूर की चीजों को अपनी आंखों से रगड़ कर ना देखें कम रोशनी में टीवी देखना ,मोबाइल देखना या पढ़ाई जैसे कामों को नहीं करना चाहिए।

    ५. देर रात तक जागना ,पढ़ाई करना इन सब चीजों से आंखों में भारीपन और थकान महसूस हो तो आंखों को आराम दे देना चाहिए और रात को अच्छी नींद लेना चाहिए ताकि हमारी आंखें स्वस्थ रहें।

    ६. आंखों में अगर सूजन जैसा महसूस हो तो ग्रीन टी बैग से आप अपनी दोनों आंखों पर बारी-बारी से 10 मिनट के लिए रख सकते हैं। आंखों के नीचे के डार्क सर्कल को हटाने के लिए भी ग्रीन टी बैग का उपयोग किया जाता है।

    ७. आंखों को धूल ,प्रदूषण सूरज की तेज रोशनी आदि से बचा कर रखना चाहिए और आंखों में थकान महसूस होने पर बीच-बीच में हल्के हाथों से अपनी आंखों को दबा दबा कर थोड़ा व्यायाम करना चाहिए ।

    ८.आलू के स्लाइसेज कट करके आप दिन में दो बार अपनी आंखों पर 10 मिनट के लिए रखें इससे आपकी आंखों को ठंडक और आराम मिलेगा।

    ९. अगर आपके आंखों में जलन महसूस हो रही , तो गुलाब जल की कुछ बूंदे अपनी आंखों में डाल सकते हैं।

    १०. ठंडा खीरा कट करके आप अपनी आंखों पर 10 मिनट के लिए रखिए इससे आपकी आंखों को ठंडक तो महसूस होगा साथ ही आप भी फ्रेश फील करेंगे।

    11.एलोवेरा को भी आप आंखों के नीचे लगा सकते हैं जिससे आपकी आंखों के डार्क सर्कल्स दूर होंगे तथा आपकी आंखों को भी आराम महसूस होगा।

    आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए विटामिंस

    १. आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए सबसे जरूरी चीज है कि आप हरी पत्तेदार सब्जियां सीजनल फल ड्राई फूड आदि को अपने डाइट में शामिल करें ।

    २. आंखों के लिए अंडा बहुत ही लाभदायक होता है रोज एक अंडा खाना चाहिए इसी के साथ मछली में ओमेगा 3 पाया जाता है जो आंखों के लिए बहुत इंपॉर्टेंट होता है इसीलिए मछली का भी सेवन करें।

    ३. हफ्ते में 3 दिन बादाम वाला दूध पीना चाहिए इसमें विटामिन ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है।

    ४. जिंक और विटामिन ई युक्त पदार्थों का सेवन करना चाहिए । संतरे को भी अपनी डाइट में शामिल करें इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो आपकी आंखों को हाइड्रेट रखता है और मोतियाबिंद होने से बचाता है

    ५. देखने की क्षमता उम्र भर ऐसे ही बनी रहे इसलिए अपने खाने में प्याज और लहसुन को भी शामिल करें।इसी के साथ भरपूर नींद लें और नियमित रूप से अपनी आंखों का चेकअप भी कराते रहें।

    (अस्वीकार) यह लेख बस जानकारी हेतु दिया गया है। अगर आप इसी तरह के अच्छे पोस्ट पढ़ना चाहते हैं या नई-नई जानकारियां प्राप्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक को ओपन करके पढ़ सकते है।

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  • बदलते मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल – Badalte mausam me kaise rakhe baccho ka khyal

    सर्दियों का मौसम आते ही हर मां सतर्क हो जाती हैं क्योंकि बदलते मौसम में अधिकतर बच्चे बीमार पड़ने लगते हैं ।यह समय हर मां के लिए चुनौती से भरा हुआ होता है . क्योंकि कोई भी मां यह नहीं चाहेगी कि उसका बच्चा बीमार पड़े।

    बदलते मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल - Badalte mausam me kaise rakhe baccho ka khyal
    Photo credit by social Media

    हर मां अपने बच्चे को बीमारी से संक्रमण से दूर रखने की कोशिश करती रहती है | बदलता मौसम बहुत ही अच्छा और सुहाना होता है | लेकिन इसी मौसम में सर्दी-जुकाम, वायरल ,संक्रमण एलर्जी ,इन्फेक्शन आदि तरह की बीमारियां बच्चे के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है।

    बदलते मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल

    सर्दियों का मौसम आते ही आपको सतर्क रहने की और बच्चों के प्रति सावधानियां बरतने की जरूरत होती है. वैसे देखा जाए तो सरदिया यह बहुत लोगों का फेवरेट मौसम होता है . लेकिन यह मौसम अपने साथ सर्दी जुकाम बुखार, खांसी आदि बीमारियां भी साथ लेकर आता है। ऐसे में बहुत जरूरी है . कि आप अपने बच्चों को बदलते मौसम से सुरक्षित रखने के लिए कुछ सावधानियां अपनाएं।

    बदलते मौसम में रखे बच्चों का ख्याल  : मौसम में बच्चे बीमार क्यों पड़ते हैं पहले तो इसके कारण के बारे में हमें जानना होगा :-

    बदलते मौसम में बच्चे अधिकतर बीमार पड़ते हैं ,पर आपने सोचा है. कि ऐसा क्यों होता है इसके पीछे का कारण है बदलते मौसम में शरीर का तापमान तेजी से बदलना।बच्चों का बीमार होना, इनफेक्टेड होना यह सारी समस्या होती है क्योंकि बदलते मौसम में शरीर का तापमान भी तेजी से बदलता है . और बच्चों की बॉडी बदलते हुए मौसम में तेजी से बदलाव के तापमान को अडॉप्ट नहीं कर पाती है जिसके कारण बच्चे बीमार होने लगते हैं।

    बीमार होने का सबसे महत्वपूर्ण कारण है . रोगप्रतिकारक क्षमता (इम्यूनिटी पावर)कमजोर होना .

    मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल – Badalte mausam me kaise rakhe baccho ka khyal

    इम्यूनिटी पावर वाले इंसान जल्दी बीमार पड़ते हैं अधिकतर यह बुजुर्गों और बच्चों में देखा जाता है . कि जैसे मौसम बदलता है, यह बीमार होने लगते हैं, क्योंकि इनकी इम्यूनिटी पावर कमजोर होती है।इसी के साथ हर मौसम के अनुसार बदलता हुआ लाइफस्टाइल भी बीमारियों को अपने साथ लेकर आता है|

    बारिश के मौसम में नमी के कारण मच्छर और बैक्टीरिया ज्यादा पनपते हैं . और हमारे आसपास कीड़े मकोड़े भी पनपते हैं . इसका कारण होता है घर के आसपास या खाली जगह पर पानी का जमा होना इसी के साथ गंदे पानी जहां जमा होते वहां पर मच्छरों की संख्या अधिक बढ़ती जाती है . जो कि मलेरिया और डेंगू के भी कारण बनते हैं . इसीलिए हमें अपने घर के आस-पास जलभराव होने से रोकना चाहिए कूलर इत्यादि को बारिश आते ही साफ करके हटा देना चाहिए।

    घर के आस-पास बाहर या घर के अंदर की फर्श को फिनाइल से साफ करना चाहिए। क्योंकि बच्चे अधिकतर फर्श पर बैठकर खेलते हैं आप उन्हें बाहर जाने से रोक नहीं सकते इसलिए जरूरी है कि हमें उनका ख्याल रखना चाहिए। जब बात बच्चों के स्वास्थ्य की हो तो हमें कोई भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए इसीलिए आज इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे जानकारी देने जा रहे हैं जिसे अपनाकर आप अपने बच्चों के सेहत का अच्छे से ख्याल रख सकते हैं और उन्हें बीमारियां होने से बचा सकते हैं इसी के साथ बदलते मौसम का मजा भी ले सकते हैं।

    आये जानते है बचो को किस तरह फिट रखा जाये

    1.बदलते मौसम में बच्चों के शरीर में पानी की कमी होने लगती है . इसलिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाने की आदत लगाएं खेलकूद में व्यस्त होने के कारण बच्चे कम पानी पीते हैं . और उनके शरीर में पानी की कमी होने लगती है। ऐसे में बच्चों के शरीर में पानी की कमी ना हो इसका ध्यान आपको रखना चाहिए।

    2.आप चाहे तो बच्चों को पानी उबालकर भी पीने के लिए दे सकते हैं . उबले हुए पानी में हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और पानी काफी हद तक सेफ हो जाता है।

    3.ठंडी चीजों से दूरी बनाए रखें :आइसक्रीम कोल्ड ड्रिंक्स यह बच्चों का फेवरेट होता है . बदलते मौसम में कैसे रखे बच्चों का ख्याल – मौसम में बदलाव आने लगते हैं . तो इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण बच्चों को सर्दी खासी आदि होने की संभावना अधिक होती है . ऐसे में उन्हें आइसक्रीम कोल्ड ड्रिंक्स आदि चीजों से दूर रखें याद रखें ठंडी चीजों में दही और केला भी शामिल होता है।

    4.इसकी जगह पर आप चाहे तो हल्दी वाला दूध ,तुलसी का पानी ,अदरक कैंडी इत्यादि का प्रयोग अपने बच्चे के आहार में कर सकते हैं . भोजन में किसी ना किसी रूप में काली मिर्च ,इलायची ,लौंग इत्यादि का उपयोग करना ना भूलें ।मौसम में होने वाले बदलाव के कारण सर्दी ,बुखार आदि बीमारी होती है . उन्हें ठीक करने में आयुर्वेद काफी असरदार साबित होता है।

    5.फिजिकल एक्सरसाइज जरूरी है :बच्चों के लिए शारीरिक गतिविधियां या फिजिकल एक्सरसाइज बहुत ज्यादा जरूरी होता है. जितना ही बच्चे खेलेंगे वे फिजिकली फिट रहेंगे और बीमारियां उनसे दूर रहेगी।

    6.बच्चों को थोड़ा टहलने के लिए कहिए हो सके तो आप भी उनके साथ जा सकते हैं . इसके अलावा उन्हें आउटडोर गेम्स खेलने के लिए प्रेरित करें। मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर आदि चीजों से दूर रखने की कोशिश करें,इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के कारण उनकी फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है।

    7.साफ सफाई का ध्यान रखें :कहते हैं कि कोई भी बीमारी साफ सफाई ना रखने के कारण अधिकतर फैलती है . जितना हो सके हमेशा साफ सुथरा रहना चाहिए और बच्चों में भी साफ सफाई की आदत लगानी चाहिए। धूल, गंदगी और जंक फूड से बच्चों को दूर रखना चाहिए इनसे उनमें दस्त . उल्टी और सांस की समस्या उत्पन्न होने लगती है।

    8.ठंड को नजरअंदाज ना करें बच्चों को गर्म पानी पीने के लिए दें और उन्हें नहाने के लिए हल्का गुनगुना पानी रोजाना इस्तेमाल करें।  इसी के साथ बाहर से खेल के आने पर उन्हें हाथ और पैर धोने की आदत लगाएं और खाना खाने के पहले हाथ धोने की आदत डेली रूटीन में अपनाएं क्योंकि अधिकतर बीमारियां, इंफेक्शन हमारे हाथों के द्वारा ही फैलती है।

    9.इस तरह से आप छोटी-छोटी सावधानियां अपनाकर अपने बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकते हैं .और डेंगू मलेरिया, निमोनिया ,दस्त, उल्टी ,स्किन एलर्जी आदि बीमारियों से बचा सकते हैं ।

    10.  बच्चों के आहार मे बदलाव करते हुए उनकी इम्यूनिटी पावर को भी स्ट्रांग बना सकते हैं। सावधानी रखने के बावजूद अगर बच्चों की तबीयत खराब हो जाती है तो देरी ना करते हुए आप तुरंत किसी अच्छे चाइल्ड डॉक्टर के पास संपर्क कर सकते हैं।

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  • Eye Flu :आई फ्लू से घबराएं नही,जाने इस बीमारी के लक्षण और बचाव के उपाय..

    Eye Flu :इस समय देश के कई राज्यों में आई फ्लू की बीमारी बहुत तेजी के साथ फैल रही है जिसका मुख्य कारण आंख में होने वाला संक्रमण है।यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर या उसके द्वारा इस्तेमाल की गई वस्तुओं के संपर्क में आने से दूसरे व्यक्ति को हो जाती है।(MP में सबसे तेज और भरोसेमंद खबरों के लिए  सतना टाइम्स ऐप को डाऊनलोड करें, इस लिंक पर करें क्लिक)

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    आई फ्लू / कंजक्टिवाइटिस आँख के सफेद हिस्से और पलकों का संक्रमण और सूजन है। यह आमतौर पर वायरस और बैक्टीरिया के कारण होता है इसे आम तौर पर मानसून के मौसम में बढ़ते हुए आर्द्रता स्तर के कारण देखा जाता है।

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    इसके प्रमुख लक्षण

    आँख का लाल होना,

    खुजली और दर्द।

    पलकों की सूजन

    अत्यधिक पानी बहना।

    प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता हैं।

    इस बीमारी के उपचार हेतु

    आँखों को रगड़ने से बचें।
    आँखों की ठंडी सिकाई करे ।
    धूपदार चश्मे का उपयोग करें।
    डॉक्टर के परामर्श के बिना दवा का उपयोग न करें।

    Eye flu

    अपने नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र में परामर्श करें और डॉक्टर के सलाह के अनुसार दवाओं का उपयोग करें।

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    इस बीमारी से रोकथाम के लिए उपाय

    आँख में दवा डालने से पहले और बाद में हाथ धोएं।
    हाथ धोने के लिए एल्कोहल आधारित सेनेटाइजर का उपयोग करें।

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    आई फ्लू /कंजक्टिवाइटिस रोगी को अपना रुमाल, तौलिया, तकिया और बेडशीट आदि अलग रखना चाहिए।फैलाव से बचने के लिए बच्चों और अन्य लोगों के साथ नज़दीकी संपर्क से बचें।
    अपनी आँखों को बार-बार छुने से बचें।

    Eye flu

    वहीं सदगुरू नेत्र चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डा आलोक सेन ने इस बढ़ती हुई आई फ्लू की बीमारी को देखते हुए लोगो से अपील की है कि इस बीमारी से घबराएं नही बस कुछ सावधानी बरतें जिनको आई फ्लू की बीमारी हो रही है.

    वह लोग अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में परामर्श लेकर ही आंख में कोई दवा डाले और संक्रामक व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।

    नोट:यदि आपने हाल ही में नेत्र सर्जरी करवाई है और तुरंत आई फ्लू की समस्या हो गई है, तो कृपया तुरंत अपने नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें।

     

  • Beauty Expert शिखा काबरा से जाने घर पर त्वचा के लिए फेसपैक बनाने के तरीके

    Face Pack Making Tips : त्वचा से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए फेसपैक एक बहुत ही अच्छा उपाय है। फेसपैक का उपयोग करने से त्वचा को नमी मिलती है और यह त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाता है। अगर आप घर पर ही फेसपैक बनाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित तरीकों से फेसपैक बना सकते हैं:

    चने का आटा फेसपैक:
    इसके लिए आप एक कप चने के आटे को एक छोटे से बाउल में डालें और उसमें थोड़ा सा दूध डालकर मिलाएं। फिर इसमें नींबू का रस डालें और सभी को अच्छी तरह से मिला लें। इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट के बाद धो लें। यह फेसपैक त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करता है।

    दही फेसपैक:
    एक कप दही में थोड़ा सा शहद मिलाएं और अच्छी तरह से मिला लें। इस मिश्रण को चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट के बाद धो लें। दही में पाए जाने वाले प्रोबायोटिक्स त्वचा के लिए बहुत फायद

  • Skin Care Tips :गर्मियों में स्किन केयर कैसे करें.?,जाने Beauty Expert शिखा काबरा जी से

    SKIN CARE TIPS : गर्मियों में धुप और तेज धुआं से त्वचा को नुकसान पहुंचता है। इसलिए, इस मौसम में स्किन केयर करना बहुत जरूरी है। स्किन को स्वस्थ रखने के लिए आप विभिन्न प्रकार के फेस पैक का उपयोग कर सकते हैं। यहां हम आपको खीरा, शहद जैसे फेस पैक के बारे में बता रहे हैं, जो गर्मियों में त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

    1. खीरा फेस पैक:
    खीरे में फाइबर, विटामिन सी और कुछ खनिज पदार्थ होते हैं, जो त्वचा के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। इसे फेस पैक के रूप में इस्तेमाल करने से त्वचा में ताजगी आती है और धूल-मिट्टी से बचाया जा सकता है। इसके लिए, आप एक छोटे से खीरे को ब्लेंडर में पीस लीजिए और उसमें एक चम्मच शहद डालें। इसे अपने चेहरे पर लगाएं और 15-20 मिनट बाद धो लें।

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    2. शहद फेस पैक:
    शहद एक प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल है जो त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसे फेस पैक के रूप में इस्तेमाल करने से त्वचा की चमक बढ़ती है और इससे त्वचा की सूजन भी कम होती है। इसके लिए, आप एक चम्मच शहद को एक चम्मच नींबू के रस के साथ मिला लीजिए और फिर इसे अपने चेहरे पर लगाएं। 15-20 मिनट बाद इसे धो लें।

    इन फेस पैक के अलावा, आप अन्य भी प्रकार के फेस पैक जैसे लंबे समय तक अम्लता वाले फल जैसे आम, नींबू आदि का उपयोग कर सकते हैं। इनसे त्वचा की ताजगी बनी रहती है और त्वचा स्वस्थ रहती है।

    इसलिए, गर्मियों में अपनी त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए इन फेस पैक का उपयोग करें और एक स्वस्थ त्वचा का आनंद उठाएं।

    शिखा काबरा, ब्यूटी एक्सपर्ट

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