Electricity bill

  • Satna जिले में विद्युत अधो-संरचना में सुधार के लिये 121 करोड़ स्वीकृत

    सतना।।ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि सतना जिले में विद्युत अधो-संरचना को सुदृढ़ करने एवं विद्युत हानियों को कम करने के लिये 121 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं। इसमें से भारत सरकार द्वारा रिवेंप्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम के प्रथम चरण में 85 करोड़ रूपये और राज्य सरकार द्वारा 36 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गए हैं।MP में सबसे तेज और भरोसेमंद खबरों के लिए  सतना टाइम्स ऐप को डाऊनलोड करें, इस लिंक पर करें क्लिक

    स्वीकृत राशि से होने वाले कार्यों में 62 किलोमीटर 132 के.व्ही. लाइन निर्माण, 9 नवीन 33/11 के.व्ही. उपकेंद्र निर्माण, वोल्टेज व्यवस्था के सुधार के लिये 45 स्थानों पर कैपेसिटर बैंक स्थापना, 111 उच्च दाब फीडरों का विभक्तिकरण कार्य, 1747 वितरण ट्रांसफार्मर स्थापना, 5667 किलोमीटर निम्न दाब लाइनों का केबलिंग कार्य एवं 461 उच्च दाब फीडरों का विभक्तिकरण और कंडक्टर क्षमता वृद्धि के कार्य सम्मिलित हैं। इससे सतना जिले की लगभग 23 लाख की जनसंख्या लाभान्वित होगी एवं आगामी 10 वर्ष की विद्युत माँग की सफलतापूर्वक पूर्ति हो सकेगी।

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  • Viral हुआ 83 साल पुराना बिलजी का बिल, महीने भर इस्तेमाल करने पर आता था इतना कम बिल,आप भी देखकर हो जाएंगे हैरान..

    Viral News : आज के समय में मध्यवर्गीय परिवार के लिए बिजली बिल बहुत बड़ी समस्या है. इसके दाम पिछले कुछ सालों में काफी ज्यादा बढ़े हैं. बिजली के खर्च का मुद्दा कितना बड़ा है इसका अंदाजा इसी बात से लगा लीजिए कि अब तो चुनाव के समय किसी भी पार्टी के घोषणा पत्र में बिजली का मुद्दा प्रमुखता से छापा जाता है. एक आम इंसान के महीने भर की कमाई का अच्छा खासा हिस्सा इस बिजली के बिल में चला जाता है.MP में सबसे तेज और भरोसेमंद खबरों के लिए डाऊनलोड करें सतना टाइम्स ऐप, इस लिंक पर करें क्लिक

    ये है 83 साल पहले का बिजली बिल

    ऐसे में हमें वो जमाने याद आते हैं जब बिजली की खपत और इसका बिल दोनों कम हुआ करता था. यही सोच कर किसी ने सोशल मीडिया पर बिजली का एक ऐसा बिल डाला है जिसके बारे में जानकार आप हैरान रह जाएंगे. ये बिल 83 साल पुराना है और अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अब इस बिल की बराबरी आज के बिल से की जा रही है.

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    बिजली का बिल मात्र 5 रुपये

    बता दें कि ये 1940 का बिजली का बिल मात्र 5 रुपये का है. इस बिल के मुताबिक महीने भर मात्र 5 रुपये में पूरे घर में बिजली का इस्तेमाल किया गया है. लोग कह रहे हैं कि जितने रुपये का ये बिल है आज तो एक यूनिट बिजली उससे महंगी है. पहले के समय में लोगों को बिजली खपत की इतनी आदत भी नहीं थी लेकिन आजकल बिना बिजली रह पाना मुश्किल हो गया है. हमने टीवी, फ्रिज, पंखे और एसी जैसी तमाम चीजों की आदत लग चुकी है और ये सभी बिना बिजली के एक डब्बे से ज्यादा कुछ भी नहीं.

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    ऐसे में बिजली का इस्तेमाल ज्यादा होता है और फिर इसका बिल भी ज्यादा आना स्वाभाविक है. इस दौर में बिजली की मामूली खपत वाले घर में भी एक से दो हजार रुपये तक बिल आना सधारण सी बात है. ऐसे में जब लोगों ने 5 रुपये वाला बिजली का बिल देखा तो हैरान रह गए. हालांकि ये बिल 83 साल पहले का है, उस ज़माने में महंगाई और बिजली की खपत दोनों आज के मुकाबले बेहद कम थी.

    सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये बिजली बिल मुंबई के एक घर का है. मुंबई हैरीटेज नाम के ट्विटर यूजर द्वारा शेयर किये गए इस बिल में केवल 3 रुपये 10 पैसे की बिजली खर्च की गई है. इस बिल में सभी टैक्स लगाकर कुल जमा करने की अमाउंट सिर्फ 5 रुपये 2 पैसे हुई. उस जमाने में बिजली विभाग के कर्मचारी हाथ से लिखकर बिल बनाते थे.

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    तब महीने में होती थी 3 रुपये की बिजली खर्च

    इस बिल में आप देख सकते हैं कि, महीनेभर में घर में 29 यूनिट बिजली इस्तेमाल की गई है. 29 यूनिट बिजली के लिए कुल 3 रुपये 19 पैसे बिल आया है. तब के इस बिल के अनुसार 2 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से चार्ज किया जाता था. लेकिन कुछ और चार्ज लगाकर कुल बिल 3 रुपये 10 पैसे हैं. अगर बिल में लगने वाले टैक्स की बात करें, तो इस बिल पर टैक्स या ड्यूटी 2 रुपये 43 पैसे लगी है. इस हिसाब से ग्राहक को कुल 5 रुपये 2 पैसे का बिल देना पड़ा.

    जिस इलाके का ये बिल है वहां आज 5 रुपये से प्रति यूनिट का चार्ज लगता है. ब्रह्म मुंबई बिजली इलेक्ट्रिक सप्लाई के लिए करीब साढ़े 5 रुपये प्रति यूनिट देने पड़ते हैं. इसके साथ ही 200 रुपये से फिक्स एनर्जी चार्ज भी वसूला जाता है. ग्राहक की बिजली डिमांड के हिसाब से फिक्स चार्ज और एनर्जी चार्ज के दाम बढ़ जाते हैं. सरकारी बिजली बोर्ड देशभर में 5 रुपये से लेकर 8 रुपये प्रति यूनिट तक चार्ज करते हैं.

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  • Singrauli News : शहरी क्षेत्र के बकायेदारों के बिजली कनेक्शन काटने 17 टीमें गठित,17 हजार उपभोक्ताओं ने नही जमा किये बिजली बिल

    सिंगरौली।। शहरी क्षेत्र में बिजली के बकायेदारों के खिलाफ एमपीईबी अमला ने बड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है। बकायेदारों के विरूद्ध कार्रवाई के लिए बैढऩ एवं मोरवा जोन में 17 टीमें गठित की गयी हैं। रोजाना 20 बकायेदारों के कनेक्शन काटने का प्रत्येक टीम को लक्ष्य दिया गया है।मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड शहर संभाग बैढऩ के कार्यपालन अभियंता अजीत सिंह बघेल से प्राप्त जानकारी के अनुसार कल सोमवार 21 से 30 नवंबर तक बकायेदारों के विद्युत कनेक्शन काटने का अभियान चलाया जाएगा।

    Photo by google

    बकायेदारों के कनेक्शन काटने के लिए वैढऩ जोन में 10 टीमें और मोरवा जोन में 7 टीमों का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम को प्रतिदिन कम से कम 20 बकायेदारों के कनेक्शन काटने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। दिन में काटे गये कनेक्शनों की जांच के लिए सायं कालीन जांच दल का गठन किया गया है। प्रतिदिन काटे गए कनेक्शनों के 25 प्रतिशत कनेक्शन की जांच सायंकालीन गठित जांच दल द्वारा जांच किया जाना है। जांच में कटे हुए कनेक्शन बिना भुगतान के जुड़े पाए जाने पर विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 138 के अंतर्गत विद्युत चोरी का प्रकरण दर्ज किया जाएगा।

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    17 हजार उपभोक्ताओं ने नही जमा किया है बिजली बिल
    कार्यपालन अभियंता के अनुसार आज 20 नवंबर तक शहर संभाग के अंतर्गत 49000 विद्युत उपभोक्ताओं में से मात्र 17000 विद्युत उपभोक्ताओं ने विद्युत बिल का भुगतान किया है। समय पर भुगतान नहीं करने वाले उपभोक्ताओं के विद्युत बिलों में विलंब से राशि जमा करने के लिए आरसीडीसी चार्ज 340 अतिरिक्त भुगतान करना होगा। शहर संभाग के कार्यपालन अभियंता द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि अधिक से अधिक विद्युत उपभोक्ता समय पर अपने विद्युत बिलों का भुगतान करें। जिससे विलंब शुल्क तथा विद्युत विच्छेदन की कार्रवाई से बच सके।

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