District hospital

  • Satna News : खेल खेल में बच्चो ने खाये रतनजोत के बीज, एक ही परिवार के 7 बच्चे हुए बीमार

    सतना।।सतना जिले के अमरपाटन क्षेत्र के देवरी जगदीशपुर गांव में रतनजोत के बीज खाने से एक ही परिवार के 7 बच्चे बीमार हो गए। वही बच्चो के परिजन ने बताया कि बच्चे पड़ोस के घर के बच्चो के साथ खेल रहे थे वही घर के पीछे रतनजोत का पेड़ लगा था।

    वही जाकर बच्चो ने खेल खेल में रतनजोत के बीज खा लिये वही थोड़ी देर में बच्चो के जी मतलाने और उल्टी करने लगे, हालात बिगड़ने पर परिजन बच्चो को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमरपाटन पहुचे, प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने बच्चो को जिला अस्पताल रेफर कर दिया, बच्चो को जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती किया गया उपचार जारी है,

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    अमरपाटन के रतनजोत के बीज खाने से अस्वस्थ हुए सभी 8 बच्चों का स्वास्थ अब नार्मल है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एल के तिवारी ने बताया कि अमरपाटन से रिफर किये गये सभी बच्चों को जिला अस्पताल सतना में रात भर आव्जरवेशन में रखा जा रहा है।सुबह सभी को जिला अस्पताल सतना से छुट्टी दे दी जायेगी।

  • सतना जिला अस्पताल में इंजेक्शन लगने के बाद बच्चों की तबियत बिगड़ी,शरीर मे कपकपी देख मचा हड़कंप

    सतना, ।।जिला अस्पताल में उस समय अफरा तफरी का माहौल हो गया जब बच्चा वार्ड में इंजेक्शन लगते हैं 7 बच्चे कांपने लगे। बच्चों की ये हालत देखकर परिजनों ने डॉक्टर को बुलाया लेकिन जब डॉक्टर नहीं आए तो वो अपने  बच्चों को लेकर प्राइवेट अस्पताल चले गए। इस बारे में हमने जब अस्पताल प्रबंधन से बात करने की कोशिश की तो कोई उपलब्ध नहीं हुआ

    सरदार वल्लभ भाई पटेल जिला चिकित्सालय में अचानक हड़कंप मच गया जब बच्चा वार्ड में भर्ती बीमार बच्चे इंजेक्शन लगने के बाद कांपने लगे। उनकी ये हालत देखकर परिजन घबरा गए नर्स और डॉक्टरों को बुलाया गया। लेकिन काफी देर तक डॉक्टर बच्चा वार्ड नहीं पहुंचे तो अनहोनी की आशंका के चलते घबराए परिजन बच्चों को बेड से उठाकर शहर के प्राइवेट नर्सिंग होम लेकर चले गए। जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार इंजेक्शन लगने से 7 बच्चों की तबियत बिगड़ गई थी जिनमें से 5 बच्चों को परिजन निजी अस्पताल ले गए हैं, जबकि 2 बच्चे अभी भी जिला अस्पताल में भर्ती हैं। बच्चों को कौन सा इंजेक्शन लगाया गया था और किस बीमारी के लिए, ये अब तक पता नहीं चल पाया है। हमने जब इस सिलसिले में जिला अस्पताल प्रबंधन से संपर्क करने की कोशिश की तो वहां कोई भी उपलब्ध नहीं था बच्चों के परिजनों ने घटना के बारे में जानकारी दी।

  • Ujjain News:तिरछे पैर वाले बच्चों का अब उज्जैन जिला अस्पताल जांच के बाद तीन चरणों में होगा इलाज

    जिला अस्पताल में अब तिरछे पैर वाले बच्चों का भी उपचार हो सकेगा। अस्पताल में बने डीआइसी केंद्र में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मिरेकल फिट इंडिया द्वारा क्लब फुट क्लिनिक का शुभारंभ किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. संजय शर्मा ने बताया कि तिरछे पैर वाले बच्चों के विशेष उपचार की सुविधा अब जिला अस्पताल में भी उपलब्ध हो सकेगी। अस्पताल में बने डीआइसी केंद्र में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मिरेकल फिट इंडिया द्वारा क्लब फुट क्लिनिक का शुभारंभ किया गया। क्लिनिक में तिरछे पैर वाले बच्चों का इलाज होगा। तिरछे पैर वाले बच्चों का आपरेशन भी किया जा सकेगा।

    इसके अलावा उन्हें विशेष प्रकार के जूते भी निःशुल्क दिए जाएंगे। क्लिनिक में बच्चों की जांच के बाद तीन चरणों में इलाज किया जाता है। पहला चरण कास्टिग, दूसरा चरण टेनोटॉमी और तीसरा चरण ब्रेसिंग का होता है। डाक्टरों का कहना है कि जिन बच्चों में तिरछे पैर की समस्या है वह प्रति गुरुवार जिला अस्पताल परिसर में बोहरा वार्ड के पीछे बने डीआइसी केंद्र में आकर इस संबंध में जानकारी व बच्चों का उपचार करवा सकते है।

  • डॉक्टरों की लापरवाही से हुई प्रसूता की मौत,परिजनों ने किया जमकर हंगामा,परिजन ने लगाए डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप

    सतना।।जिला अस्पताल में एक बार फिर प्रसूता की हुई मौत,परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया, मिली जानकारी अनुसार पन्ना जिले पहाड़ीखेरा से पूजा पति रमाकांत गर्ग 24 वर्ष को प्रसव पीड़ा होने पर गुरुवार को शाम लगभग 4 बजे जिला अस्पताल लाया गया वहां

    पहुचने के बाद परिजन मेडिकल स्टाफ से लगातार डॉक्टर को बुलाने की गुहार लगाते रहे लेकिन किसी ने परिजन की एक न सुनी। हालत जब ज्यादा बिगड़ गई तब रात 11 बजे डॉ मंजू सिंह को फोन करके बुलाया गया जो अस्पताल आते ही दर्द से तड़प रही प्रसूता को ऑपरेशन थ्रेटर ले गयी लेकिन कुछ देर बाद ही पूजा ने दम तोड़ दिया। यह बात जैसे ही परिजनों को पता चली तो परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया, हंगामे को देखते हुए कोतवाली पुलिस मौके में पहुची और मामले को शांत करवाया।

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