T20 World Cup : T20 विश्व कप का फाइनल मुकाबला आज बारबाडोस में खेला जाएगा, इस मुकाबले में भारतीय टीम का सामना साउथ अफ्रीका से होगा. साउथ अफ्रीका पहली बार फाइनल में पहुंची हैं.
खास बात यह है कि दोनों ही टीम में इस टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारी है, दोनों ही टीमों के खिलाड़ी शानदार फार्म में है. टूर्नामेंट में दोनों ही टीमों की बल्लेबाजी और गेंदबाजी सराहनीय रहीं है. बारबाडोस में आज इतिहास बनने वाला है यह बात तो पक्की है.
वर्ल्ड कप घर आ रहा है या नहीं यह कहना मुश्किल है परंतु यह जरूर कह सकते हैं कि मुकाबला टक्कर का होने वाला है.
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच यह मुकाबला बारबाडोस के केनिंग्सटन ओवल स्टेडियम में भारतीय समयानुसार रात 8 बजे से खेला जाएगा. दर्शक मैच का लाइव प्रसारण डीडी स्पोर्ट्स,स्टार स्पोर्ट्स और हॉटस्टार पर देख सकते हैं.
There was bit of a concern among the Chennai Super Kings fans as the team headed to their 10th IPL final. Visuals of a spat between Ravindra Jadeja and captain MS Dhoni had sent fans into overdrive and it further deepened after the former took to Twitter to post a cryptic “Karma” tweet which drew a reaction from his wife as well. But the CSK star put all the rumours to rest with an ultimate act on social media the night after he led the team to a stunning IPL title win against Gujarat Titans at the Narendra Modi Stadium in Ahmedabad.
It was after CSK’s final league game when a video of Jadeja’s spat with Dhoni set internet on fire. Dhoni was seen fuming at Jadeja even after the team’s emphatic 77-run win against Delhi Capitals which guaranteed them a top-two finish, while the latter uttered no words.
Later, Jadeja posted a cryptic tweet on “Karma” while his wife retweeted it, leaving fans concerned about Jadeja’s future in the team.
But all was put to rest on Monday after the all-rounder smashed a six and a four in the last two balls to guide CSK to a five-wicket win. After the win, he dedicated it to Dhoni, posted a pic with the 41-year-old in social media with the post: “We did it for ONE and ONLY “MS DHONI mahi bhai aapke liye toh kuch bhi”, and then changed his Instagram DP to that iconic moment from the IPL 2023 final when Dhoni had lifted Jadeja after he hit the winning run.
Gujarat looked firmly in the contest after a stunning start from Mohit Sharma in the last over of the rain-affected IPL 2023 final where Chennai were chasing a revised target of 171 in 15 overs. The right-arm pacer, who picked two consecutive wickets in his previous over, started off with four straight yorkers to concede only three runs before erring in line and length to see Jadeja capitalising on it.
“I was just thinking that I need to swing hard no matter what. Yeah anything can happen. I was looking to hit straight because Mohit can bowl slower ones,” Jadeja later said after the win.
RR vs SRH Dream Team: आईपीएल में आज का दूसरा मैच पहले सीजन की चैंपियन राजस्थान रॉयल्स (आरआर) और सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के बीच जयपुर के सवाई मानसिंह इंडोर स्टेडियम में खेला जाएगा. यह मैच काफी रोमांचक होने की उम्मीद है क्योंकि दोनों ही टीमें पिछला मैच हारकर आई हैं. इसलिए दोनों को एक जीत की बहुत जरूरत है. दोनों टीम के आखिरी मैच की बात करें तो गुजरात टाइटन्स ने राजस्थान को हराया और वहीं हैदराबाद की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स से हार गई. ऐसे में आज के मैच में दोनों टीमें अपनी पूरी ताकत झोंक देंगी और किसी को भी कम आंकना बेमानी होगी. गौरतलब है कि दोनों टीमों में कई पावर हिटर बल्लेबाज हैं जो मैच का पासा पलट सकते हैं. अगर आप ड्रीम 11 टीम बनाना चाहते हैं तो आप इन खिलाड़ियों को अपनी टीम में शामिल कर सकते हैं.
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मैच की पिच रिपोर्ट
मिली जानकारी के मुताबिक जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में दोनों टीमों के लिए रन बनाना आसान नहीं होगा. बल्लेबाजों को बड़े शॉट्स के बजाय सिंगल्स और डबल्स पर ज्यादा फोकस करना होगा. बता दें कि खेल का नतीजा तय करने में स्पिनर अहम भूमिका निभा सकते हैं.
डिस्क्लेमर: जिस भी एप पर आप अपनी आईपीएल की टीम बना रहे हैं, वो बहुत आसान है. इसलिए इसकी आदत आपको लग सकती है. इसमें आपका वित्तिय जोखिम भी शामिल है. इसलिए आप इसे अपनी जिम्मेदारी पर ही खेलें. हम आपको इसके लिए प्रोत्साहित नहीं करते हैं. इस खबर का मकसद आपको जानकारी से अपडेट रखना है.
Satna Times : बृजेश द्विवेदी सदस्य ,भारतीय दिव्यांग क्रिकेट , मध्य प्रदेश मे निवासरत है।ब्रजेश की कहानी भी हर उस संघर्षशील व्यक्ति की तरह है जो अपने लक्ष्य की प्राप्ति मे आने वाली सभी बढ़ाओ को अपनी ताकत बना लेता है।डेढ़ वर्ष की आयु में पोलियो से पूरा शरीर बेजान हुआ ग्रसित हुआ मगर हौसले को कोई क्षति ग्रस्त नहीं कर पाय। उस समय जब पोलियो ला इलाज बीमारी थी। डॉक्टर को दिखने पर पता चल की बालक को पोलियो हुआ है और माँ ने जब इलाज पूछा तो डॉक्टर साहेब का जबाब था की ये जो दिए गए तेल से जितनी मालिश होगी उतना जल्दी प्रभाव पड़ेगा।
माँ ने दिन देखा ना रात पागलो की तरह अपने लाल को किसी भी तरह खड़ा करने की लालसा मे ऐसा चमत्कार किया की 7 दिन मे बालक खड़ा होकर डॉक्टर के पास पहुँच कर नमस्कार किया तो डॉक्टर ने कहा ये चमत्कार है।जब आप मे कुछ कमी होती है तो जिज्ञाषा भी बढ़ती है की जब वो कर सकता है तो मै क्यों नहीं और इसी का जबाब दूंदते हुए ब्रजेश आगे बढ़ा और क्रिकेट जैसे मेहनत कस एवं महंगे खेल की ओर अग्रशर हुआ।
पिताजी राज्य परिवहन मे कंडक्टर थे और ३ भाई एवं बहन मे सब से छोटे। जब होश संभाला तो आर्थिक इसतिथि ऐसी थी जी ले यही काफी है मगर कहते है ना की “जब आँखों मे अरमान लिया मंजिल को अपना मान लिया। फिर मुस्किल क्या आसान क्या बस ठान लिया तो ठान लिया। “स्कूल जीवन मे एक संघर्ष ये था की माता पिता अपने बच्चो की फीस भर ले यही बहुत बड़ी उपलब्धि थी जो की किसी तरह पूरी हो जाती थी और उस पर क्रिकेट जैसे खेल का सामान खरीदना एक सपना होता था।
मगर दापति और प्लास्टिक बॉल से अपना मन हल्का कर लेते थे ।थोड़ा आगे सोचा तो बस बढाई के पास जाओ और उससे निवेदन करो की एक लकड़ी को बैट का आकर देदे। किसी तरह बैट बना तो 5 रुपए की स्पंच की बॉल कैसे खरीदे सो कपडे की गेंद बनाया अंदर कोई सड़क मे फटी बाल मिली उसीको उसको प्लास्टिक और फिर कपडे से लपेटा और सुरु हो गए। समय थोड़ा बदला तो टेनिस की बाल के लिए जद्दो जहद । खैर दोस्तों की मदद से वो भी हो गया।
अब बड़े हुए और लगा की हम सचिन नहीं तो राहुल तो बन ही सकते है मगर कैसे संभव हो लेदर बॉल और बैट, ग्लव्स तो केवल टीवी मे ही देखा है खरीदना तो कल्पना से परे था। एक सीनियर खिलाडी ने बाउंड्री मे बॉल उठाते देखा तो दया बस एक फटा बैट दिया बैट बीच से फटा हुआ था फेविकोल अंदर लगा के रेशम के धागे से उस्सकी गैटिंग करके तैयार किया तो लगा वर्ल्ड कप जीत गए। बस यही से करवा आगे बढ़ा। उस समय ग्राउंड मतलब खली बड़ी जगह जहा सब कुछ आप को ही करना पड़ेगा।
3.30 को सुबह उठ कर साइकिल से 6 किलो मीटर आगे जा कर गाँधी स्टेडियम मे पाहिले पिच को रोल करना फिर उसके सूखने तक व्यायाम करना फिर दोपहर 12 तक जी तोड़ मेहनत कर वापस घर जा के फिर 3 बजे दोपहर फिर ग्राउंड मे उपलब्ध हो जाना। या सीलसिला १० साल तक चलते रहना। दौड़ पाते नहीं ,थोड़ी सोहरत मिली तो लोगो ने रनर देने से मन किया। कई ऐसे मौके हुए जब इस बिपति को अपनी ताकत बनाना पड़ा मगर बोलिंग तो थी ना।
लेफ्ट आर्म स्पिनर होने के कारन हमेशा बिरोधी को चकमा दिया । एक समय ऐसा भी आया की हर शहर गांव लोगो ने बुलाया और अच्छा करने पर अपने कंधे मे भी उठाया और कुछ पैसे जेव मे डाला।बड़े होते होते ये समझ मे आया की दिव्यांगता के कारण सामान्य क्रिकेट मे अपने करियर को आगे ले जाना संभव नहीं है। और एक क्रिकेट खिलाडी बनने का जो सपना संजो रखा था अटूट मेहनत कर के वो अब अधूरा सा लग रहा था। मगर एक चीज किसी इन्शान को टूटने नहीं देती वो है अपने परिवार का हौशला और दोस्तो का उत्शाहवर्धन।
भाई जहा अच्छे खिलाडी रहे वही मेरे दोस्त मेरे प्रतिद्वन्द्वी मगर एक बाद सब कहते थे की ” मंजिले मिल ही जाये गई भटकते हुए ही सही गुमराह वो है जो घर से निकलते ही नहीं “। बस फिर क्या था निकल पड़े दिव्यांग क्रिकेट की खोज मे। जब कंधे मे किट रख कर सफर मे निकले तो टी टी साहेब ने मेरी हालत देखते हुए भी कहा की आप स्लिपर मे चढ़े है।
तो 650 रूपया फाइन लगेगा, इतना तो मै टोटल ले के भी नहीं चला था जनरल बोगी मे घुसे तो बथरूम मे जगह मिले और इतनी भीड़ थी की मांगा हुआ जूता भी बथरूम मे छूट गया । भिलाई पहुंचे और ट्रायल दिया और 1999 में मध्य प्रदेश दिव्यांग क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला और यहीं से जो प्रोफेशनल क्रिकेट है उसकी मेरी शुरुआत हु। उस समय बुनियादी सुबिधाओ का आभाव तहत मगर ललक इन्शान को उन सब कमियों को नहीं सोचने देती क्यों की लक्ष बड़ा था भारतीय टीम मे जो पहुंचना था।
2003 से 2007 तक मध्य रेलवे की तरफ से प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला उसी दौरान तमिलनाडु के खिलाफ हुए एक मैच में 57 रन की शानदार पारी खेलते हुए मध्य रेलवे को जीत दिलाने में एक अहम योगदान देने की कोशिश की एवं 2007 मे आखिरी मैच शेष भारत बनाम राष्ट्रीय विजेता (छत्तीसगढ़ ) खेल कर खेल ख़तम क्यों की उस समय तक एक खास गेंद( प्रोसोफ्ट ) से हम दिव्यांगों की क्रिकेट होती थी और उस समय तक भारतीय टीम का निर्माण नहीं हुआ था। 2007 में परिस्थितियों ने अपने आपको और विकराल किया, नतीजा यह हुआ कि खेल से दूरियां बनाकर रोजगार ढूंढने के लिए खेल से दूरी बनाया। 2008 से मै एक प्राइवेट फाइनेंस कंपनी मे चयनित हुआ मगर सायद मेरी हालत देखते हुए मुझे नहीं चयनित किया गया।
मगर मेरी भी जिद थी की अब नौकरी करूँगा तो इसी कंपनी मे और मै सफल भी हुआ 02 जून 2008 मे मै उसी कंपनी मे चयनित हुआ मगर दुसरे प्रदेश मे जहा मैंने 4125 रुपये से अपनी नौकरी की शुरुआत की। खूब मेहनत किया मगर जीवन मे एक टीश थी की काश मै अपने सपने पूरा कर सकता और सायद भगवन ने मेरी सुन ली। 2014 इंजीनियरिंग की एक श्रेष्ट संस्था भारतीय प्रोद्योगिकीय संस्थान इंदौर का एक इस्तिहार देखा और उसमे आवेदन दिया। कभी सोचा नहीं तहत की मै इसका हिस्सा बनूँगा पर ईश्वर ने एक नया आयाम प्रदान किया। यहा के वातावरण ने मुझे फिर से हौशला दिया की मै पुनः अपने पंखो से उड़न भरु और वही हुआ।
2017 में जीवन में एक टर्निंग प्वाइंट आया और राष्ट्रीय स्तर राष्ट्रीय दिव्यांग क्रिकेट प्रतियोगिता जिसका आयोजन अजमेर में हुआ वहां पर मध्य प्रदेश से खेलते हुए 71 रन की शानदार पारी खेली वही एक मैच में 4 विकेट लिया मेरे प्रदर्शन को देखते हुए चयनकर्ता एवं दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया ने 2017 अक्टूबर में आयोजित हुई मैत्री कप(भारत- बंग्लादेश) मे मुझे देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया और तब से आज तक मै भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम का प्रतिनिधित्व कर रहा हु ।
2021 मे जब सहारा देश कोरोना की चपेट मे था उस समय आई पी एल की तर्ज मे शारजाह ,यू ए ई मे आयोजित दिव्यांग प्रीमियर लीग मे मै बतौर मुंबई आइडियल्स कप्तान रहा श्रेस्ट प्रदर्शन किया और टीम सेमी फाइनल तक पहुंची।सब के आशीर्वाद से जो ताकत मिली उसी को उर्जा बनाकर आज भी अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहा हु और अब तक बंग्लादेश मे आयोजित होने वाली 4 देशों की बैंगबंधु सीरीज हो चाहे, भारत और नेपाल तपन ट्रॉफी हो या टाटा स्टीलीयम कप (भारत बांग्लादेश नेपाल सीरीज) चाहे वह भारत नेपाल सीसीएल कप सभी में अपने देश को प्रतिनिधित्व किया।
अगर अवार्ड और सम्मान की बात करें तो 2018 में मुझे माननीय सतना महापौर ने सतना स्वच्छ भारत अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया।सितंबर 2018 में ही उम्मीद हेल्प लाइन फाउंडेशन द्वारा दिव्यांग रत्न से नवाजा ।इनके जीवन में 2019 एक स्वर्णिम अध्याय की तरह है जिसमें उन्हे चार बड़े अवॉर्ड मिले हैं जिनमें से इंडिया स्टार पैशन आवर्ड 15 अगस्त को इंडिया स्टार बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से दिया गया।
यूथ इंडिया डिवेलपमेंट बोर्ड की तरफ से मुझे इंडियास शाइनिंग स्टार का अवार्ड दिया गया। वहीं 11 अक्टूबर 19 को मध्यप्रदेश के सबसे प्रतिष्ठित नेशनल स्पोर्ट्स टाइम अवार्ड में मुझे मध्यप्रदेश खेल रत्न से नवाजा गया। 21 अक्टूबर 19 को नेशंस पर्सनालिटी अवार्ड से सम्मानित किया गया।दिव्यांग क्रिकेटर ब्रजेश ने सतना टाइम्स से बात चीत के दौरान कहा कि आज मै एक खिलाडी के साथ साथ एक गर्डियन भी हु उन दिव्यांग खिलाडियो का जो क्रिकेट को मे अपना कैरियर बनाना चाहते है. मेरा प्रयास है की जो मुझे नही मिला वो उनको मिले l अंत मे एक ही बात कहूँगा की “जिंदगी जीना आसान नहीं होता बल्कि बनाना पड़ता है l कैसे ? कुछ सब्रा कर के , कुछ बर्दास्त कर के और बहुत कुछ नजरअंदाज़ करके”
Satna Times : टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सुपर-12 के ग्रुप-2 में भारत ने रोमांचक मैच में पाकिस्तान रविवार को 4 विकेट से हरा दिया। मेलबर्न के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड मेंटीम इंडिया ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया। पाकिस्तान ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 159 रन बनाए। भारत ने 160 का टारगेट 20वें ओवर की आखिरी गेंद पर हासिल किया। पाकिस्तान के लिए शान मसूद ने नाबाद 52 और इफ्तिखार अहमद ने 51 रन बनाए। भारत के लिए विराट कोहली ने नाबाद 82 रन बनाए।
टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। दूसरे ओवर में नसीम शाह ने केएल राहुल को पवेलियन भेज दिया। अगले ही ओवर रोहित शर्मा आउट हो गए। छठे ओवर में सूर्यकुमार यादव आउट हो गए। पावरप्ले में 31 रन बने और 3 विकेट गिरे। इसके बाद विराट कोहली और हार्दिक पांड्या ने शतकीय साझेदारी करके टीम को संभाला। आखिरी ओवर में हार्दिक पांड्या और दिनेश कार्तिक आउट हुए। पाकिस्तान की ओर से हारिस रऊफ और मोहम्मद नवाज ने 2-2 विकेट लिए।
पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद पाकिस्तान की शुरुआत अच्छी नहीं रही। अर्शदीप सिंह ने दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर बाबर आजम को गोल्डन डक पर आउट किया। इसके बाद उन्होंने चौथे ओवर में मोहम्मद रिजवान को पवेलियन भेजा। पावरप्ले में टीम ने 2 विकेट खोए और 32 रन बनाए। इसके बाद पाकिस्तान को शान मसूद और इफ्तिखार अहमद ने संभाला। इफ्तिखार अहमद को अर्धशतक जड़ने के बाद मोहम्मद शमी ने पवेलियन भेजा। भारत के लिए हार्दिक पांड्या और अर्शदीप सिंह ने 3-3 विकेट लिए। शाहीन शाह अफरीदी रंग में नहीं दिखे।
गुजरात टाइटंस ने आईपीएल के मैच में राजस्थान रॉयल्स को 37 रन से हराया। कप्तान हार्दिक पांड्या (87), अभिनव मनोहर (43) और डेविड मिलर (31) की तूफानी पारियों और लॉकी फर्ग्युसन (23 रन पर तीन विकेट) की शानदार गेंदबाजी की बदौलत गुजरात टाइटंस ने राजस्थान रॉयल्स को 2022 आईपीएल के 24वें मैच में गुरुवार को एकतरफा अंदाज में 37 रनों से हरा दिया और पांच मैचों में चौथी जीत दर्ज करने के साथ तालिका में शीर्ष पर पहुंच गए।
राजस्थान ने 20 ओवर में चार विकेट पर 192 रन का विशाल स्कोर बनाया और राजस्थान को नौ विकेट पर 155 रनों पर रोक दिया। राजस्थान को पांच मैचों में दूसरी हार का सामना करना पड़ा।
बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान ने देवदत्त पडिकल और रविचंद्रन अश्विन को 56 के स्कोर तक गंवा दिया। लेकिन दूसरे छोर से जोस बटलर रन ठोकने में लगे हुए थे। बटलर 24 गेंदों में आठ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 54 रन बनाकर टीम के 65 के स्कोर पर बोल्ड हुए। बटलर को लौकी फर्ग्युसन ने बोल्ड किया। कप्तान संजू सैमसन 11 गेंदों में 11 रन और रैसी वान डेर डुसेन छह रन बनाकर आउट हुए।
शिमरॉन हेटमायर ने एक छोर से कड़े प्रहार करते हुए 17 गेंदों में दो चौकों और एक छक्के की मदद से 29 रन बनाये लेकिन मोहम्मद शमी ने हेत्माएर का विकेट लेकर गुजरात की जीत का रास्ता साफ़ कर दिया। फर्ग्युसन ने रियान पराग का विकेट निकालकर राजस्थान के संघर्ष पर विराम लगा दिया। पराग ने 16 गेंदों पर 18 रन बनाये। राजस्थान का सातवां विकेट 138 के स्कोर पर गिरा। जिमी नीशाम का विकेट 147 पर गिरा। राजस्थान ने नौ विकेट पर 155 रन बनाये। राजस्थान की तरफ से फर्ग्युसन के तीन विकेटों के अलावा यश दयाल ने 40 रन पर तीन विकेट लिए। इससे पहले कप्तान हार्दिक पंड्या के 52 गेंद में नाबाद 87 रन की मदद से गुजरात टाइटंस ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ आईपीएल के मैच में चार विकेट पर 192 रन बनाये। अभिनव मनोहर ने 28 गेंद में 43 और डेविड मिलर ने 14 गेंद में नाबाद 31 रन बनाकर हार्दिक का बखूबी साथ निभाया । पहली बार आईपीएल में उतरी गुजरात टीम का यह अब तक का सर्वोच्च स्कोर है ।
हार्दिक और मनोहर ने चौथे विकेट के लिये 86 रन जोड़े । इसके बाद कप्तान और मिलर ने 25 गेंद में 53 रन की साझेदारी की। पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई गुजरात टीम ने तीन विकेट 53 रन पर गंवा दिये थे। इसके बाद हार्दिक ने कमान संभाली और अपनी पारी में आठ चौके तथा चार छक्के लगाये । वहीं मनोहर ने चार चौके और दो छक्के जड़े तो मिलर ने पांच चौके और एक छक्का लगाया । उन्होंने कुलदीप सेन के डाले 19वें ओवर में 21 रन लिये ।
हार्दिक ने पांचवें ओवर में कुलदीप को लगातार तीन चौके लगाये । इसके बाद सातवें ओवर में रियान पराग को पहला छक्का जड़ा। मनोहर ने शानदार फॉर्म में चल रहे स्पिनर युजवेंद्र चहल को एक चौका और एक छक्का जड़ा । इसके बाद 14वें ओवर में दोनों ने कुलदीप को तीन चौके जड़े और हार्दिक ने अपना अर्धशतक भी पूरा किया । अगले ओवर में पंड्या ने अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को दो छक्के लगाये । इस ओवर में 16 रन बने ।
गुजरात के 15 ओवर में तीन विकेट पर 130 रन बन गए थे । मनोहर के आउट होने के बाद मिलर ने रनगति रूकने नहीं दी । इससे पहले मैथ्यू वेड (12) सस्ते में आउट हो गए थे । विजय शंकर (दो) और शुभमन गिल (13) भी कोई कमाल नहीं कर सके जिन्हें पराग ने लांग आन सीमा पर शिमरोन हेटमायेर के हाथों लपकवाया ।
फाफ डुप्लेसिस की अगुवाई वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का आईपीएल 2022 में आगाज हार के साथ हुआ। बल्लेबाजों द्वारा 205 रन बनाने के बावजूद टीम को पंजाब किंग्स के खिलाफ 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में गेंदबाजों के साथ-साथ कई जगह फील्डिंग में भी चूक हुई और मैच के बाद कप्तान फाफ डुप्लेसिस ने खुद इस बाद को स्वीकार किया। 17वें ओवर के दौरान अनुज रावत ने 1 के निजी स्कोर पर ओडियन स्मिथ का कैच टपका दिया था। इसके बाद इस खिलाड़ी ने मौके का फायदा उठाया और 8 गेंदों पर 3 छक्कों और एक चौके की मदद से 25 रनों की तूफानी पारी खेल टीम को जीत दिलाई।
फाफ डुप्लेसिस ने मैच के बाद कहा “मुझे लगता है कि बल्लेबाजी वास्तव में अच्छी थी। वो अंत में गिरा कैच और फिर ओडियन स्मिथ ने 8 गेंदों पर 25 रन बनाए। मुझे लगता है कि जब हमने उनका कैच छोड़ा तो वह शायद 10 रन पर थे। अगर वह आउट होते तो निचले क्रम के बल्लेबाज आते। अच्छे कैच ही आपको मैच जीताते हैं।”
उन्होंने आगे कहा “मैदान पर थोड़ी ओस थी, गेंदबाजों के लिए कठिन रात थी, लेकिन मुझे लगा कि वे गीली गेंद से काफी अच्छे थे। छोटे मार्जिन, लेकिन उन्होंने वास्तव में अच्छी तरह से इसका पीछा किया। उनके पास वास्तव में अच्छा पावरप्ले था। दूसरी पारी में गेंद थोड़ी और स्किड हुई और फिर हमने उसे खूबसूरती से वापस खींच लिया। हमने बीच में काफी अच्छी चीजें कीं। लेकिन आप जानते हैं कि ओडियन स्मिथ आपके साथ क्या कर सकते हैं। तो आपको उन मौकों को पकड़ना होगा। यहां तक कि दूसरे खिलाड़ी, शाहरुख खान ने भी आज रात आखिरी दो गेंदों तक कमाल किया। अगर शुरुआतसे ही अवसरों को पकड़ा होता तो मैच अलग होता।”
आरसीबी को 205 रनों के लक्ष्य तक पहुंचाने में डुप्लेसिस ने अहम रोल अदा किया। धीमी शुरुआत के बावजूद इस सलामी बल्लेबाज ने 57 गेंदों पर 7 छक्कों और 3 चौकों की मदद से 88 रन की धमाकेदार पारी खेली।
अपनी इनिंग के बारे में कप्तान ने कहा “मैं थक गया हूं! दिमाग में वही पहली पारी चल रही है, ओह (मुस्कुराते हुए)। आज बल्ले से शुरुआत करना मुश्किल रहा। पहले चार ओवर में गेंद स्विंग कर रही थी, मुझे लगता है कि मैंने पहली 10 गेंदों पर 1 रन बनाया था। बल्ले को पकड़ना थोड़ा मुश्किल है लेकिन उसे पार करना अच्छा लगता है।