AJAY SINGH

  • MP : देश मे बढ़ रही नफरत को खत्म करने एवं आपसी भाईचारे को मजबूत करने निकाली जा रही है पदयात्रा – अजय सिंह

    सतना।।मप्र विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा कश्मीर से कन्याकुमारी तक निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए मध्यप्रदेश के कोने कोने से 17 उप यात्राएं निकाली जाएंगी जो भाड़ भारत जोड़ो यात्रा के रूप में शामिल होंगी ! यह उप यात्राएं सिंगरौली से बालाघाट बड़वानी, अनूपपुर, अलीराजपुर, शहडोल,भोपाल, जावद, भानपुरा, निवाड़ी, छतरपुर, भिंड,मुरैना, शिवपुरी जिलों से निकाली जाएंगी जो अपने नजदीकी जिलों से होकर राहुल गांधी की यात्रा मार्ग में जाकर शामिल होंगी !

    अजय सिंह ने बताया कि प्रदेश भर में जो 17 यात्राएं निकाली जाएंगी वह हर विधानसभा से होते हुए भारत जोड़ो यात्रा मार्ग में शामिल होंगी वहीं 3 नवंबर को सिंगरौली से पहली उप यात्रा निकाली जाएगी जो सीधी, रीवा, सतना, पन्ना, छतरपुर, निवाड़ी जिले के ओरछा, टीकमगढ़, सागर,विदिशा, राजगढ़ होते हुए आगर मालवा में आयोजित राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगी !

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    अजय सिंह ने बताया कि यह यात्रा राजनैतिक यात्रा नहीं है बल्कि आज पूरे देश और समाज में फ़ैल रहे अलगाव, नफरत और वैमनस्यता को खत्म करके भाईचारा, प्रेम और सदभाव पर आधारित गंगा जमुनी संस्कृति की पुनर्स्थापना के लिए हमारे नेता श्री राहुल गांधी जी की ठोस, सकारात्मक और सार्थक कोशिश है ! कोई वैचारिक तौर पर सहमत हो या न हो, लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी और उनके बाद राजीव गांधी की हत्याएं नफरती और विभाजनकारी राजनीति का ही परिणाम हैं !

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    उन्होंने कहा कि सदियों से हिंदुस्तान में अलग-अलग धर्मों के लोग एक साथ रह रहे थे और उनके बीच परस्पर अविश्वास इस तरह कभी कायम नहीं हुआ था लेकिन अब समाज के भीतर संदेह और अविश्वास की खाई बहुत गहरी हो चुकी है, जिसका असर सामान्य जनजीवन में भी नजर आने लगा है ! खान-पान, पहनावे और पूजा पद्धति से लेकर विचारधारा तक असहिष्णुता बढ़ने लगी है !मीडिया पर रोजाना ऐसी घटनाएं देखी जा सकती हैं, जहां धर्म, जाति, क्षेत्र या लिंग के भेद के कारण कमजोरों पर हिंसा हो रही है ! ये हालात न देश के लिए वर्तमान के लिए ठीक हैं, न भविष्य के लिए !

    अजय सिंह ने कहा कि श्री राहुल गांधी जी जब से राजनीति में सक्रिय हुए हैं, उन्होंने लगातार इस नफरत की मुखालफत की है ! श्री राहुल गांधी जी पूरे भारत को नफरत के खिलाफ एकजुट करने निकल पड़े हैं ! इस कठिन वक्त में कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से देश को एकजुट करने का संकल्प लिया है ! श्री राहुल गांधी जी द्वारा की जा रही कन्याकुमारी से काश्मीर तक की यात्रा से हमारे मध्यप्रदेश को जोड़ने के लिए यह उपयात्रायें निकाली जा रही है ! हम इसके द्वारा भाईचारा और सद्भाव के सन्देश को हर बस्ती, हर घर और हर व्यक्ति तक ले जाना चाहते हैं।

    गंगा जमुनी संस्कृति में विश्वास रखने वाले सभी भाई बहनों से हमारी प्रार्थना है कि देश और समाज में फ़ैल रहे अलगाव, नफरत और वैमनस्यता को खत्म करने के इस अभियान को अपना पुरजोर समर्थन देकर देश में भाईचारा और सद्भाव बनाने में अपना सहयोग करें ! पत्रकार वार्ता में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दिलीप मिश्रा, जिला अध्यक्ष युवक कांग्रेस मशहूद अहमद शेरू,शहर अध्यक्ष मकसूद अहमद, विधायक नीलांशु चतुर्वेदी, श्रीमती कल्पना वर्मा, पूर्व महापौर राजाराम त्रिपाठी एवं पार्टी प्रवक्ता अतुल सिंह परिहार मौजूद रहे !

  • जनता की भावनाओं के साथ धार्मिक आघात,मुख्यमंत्री रामायण में उल्लेखित सिद्धा पहाड़ के उत्खनन पर तत्काल रोक लगाए-अजयसिंह

    राम वन गमन पथ को सुनियोजित तरीके से नष्ट कर रही है सरकार


    पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने आरोप लगाया है कि शिवराजसिंह सरकार मध्यप्रदेश में राम वन गमन पथ को लगातार नष्ट करने में लगी हुई है। यहाँ भगवान राम ने वनवास काल के साढ़े ग्यारह वर्ष बिताये थे| मुख्यमंत्री बार बार जनता से वायदा करते हैं कि भगवान राम की स्मृतियों को बचाने के लिए राम वन गमन पथ का विकास किया जाएगा| लेकिन राम नाम का इस्तेमाल कर सत्ता का सफ़र तय करने वाले शिवराज सिंह बाद में सब भूल जाते हैं| वे मध्यप्रदेश और खासकर विन्ध्य की जनता के साथ लगातार धार्मिक धोका कर रहे हैं| वे धर्मप्राण जनता के विश्वास को आघात पहुंचा रहे हैं|


    अजयसिंह ने कहा कि पहले रीवा में सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों के एकमात्र केंद्र भगवान परशुराम आश्रम को मुख्यमंत्री के इशारे पर अतिक्रमण के नाम पर तोड़ दिया गया| देश भर के साधू संत चित्रकूट और राम वन गमन पथ यात्रा के दौरान यहाँ रुकते थे| फिर राम की तपोभूमि चित्रकूट को सतना से जोड़ने वाली फोर लेन रोड का प्रस्ताव शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए पूरी तरह निरस्त हुआ| इसके साथ सतना से मैहर तक फोर लेन सड़क के प्रस्ताव को भी घटा कर टू लेन कर दिया गया| छब्बीस सौ करोड़ के प्रोजेक्ट को घटा कर 328 करोड़ रूपये कर दिया गया| अब सरकार भगवान राम की कर्मभूमि सिद्धा पहाड़ को ही खोदने की अनुमति देने जा रही है| रामायण में इस पहाड़ का उल्लेख है| यह पहाड़ ऋषि मुनियों की हड्डियों के ढेर से बना है| यहाँ प्रभु श्रीराम ने राक्षसों का संहार किया था| उन्होंने इस भूमि को राक्षसों से विहीन करने की प्रतिज्ञा ली थी| अगले कुछ साल में रामायण में उल्लेखित सिद्धा पहाड़ भी विन्ध्य भूमि से गायब हो जाएगा|
    सिंह ने कहा कि तत्कालीन कलेक्टर सुखबीर सिंह ने 27 लीज को निरस्त किया था जिसमें सिद्धा पहाड़ भी शामिल था| एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार भगवान राम से जुड़े अवशेष तलाश रही है, वहीं मध्यप्रदेश में श्रीराम के चिन्हित अवशेषों को सुनियोजित तरीके से नष्ट किया जा रहा है| उन्होंने कहा कि वनवास के दौरान श्री राम जहां से गुजरे थे उनमें सरभंगा आश्रम और सिद्धा पहाड़ भी था| वर्ष 2007 में यहाँ भाजपा सरकार ने विकास की 560 लाख रूपये की योजना बनाई गई थी जो अब ठन्डे बस्ते में है| सरभंगा आश्रम के अलावा सिद्धा पहाड़ के पास वर्षों से खनन होता रहा है| लीज खत्म हो गई है लेकिन अवैध खनन जारी है| राम वन गमन पथ का क्षेत्र चित्रकूट के चौरासी कोसीय परिक्रमा क्षेत्र के अंदर आता है| भाजपा सरकार राम की स्मृतियों को भी अवैध खनन से नहीं बचा पाई| जहां राम के वनवास काल में बिताये गये साढ़े ग्यारह वर्ष के अवशेष है| अजयसिंह ने कहा कि शिवराज सिंह की यदि वाकई राम के प्रति आस्था है तो वे राम वन गमन पथ क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहे अवैध उत्खनन पर तत्काल रोक लगायें|

  • जालपानी बांध स्थल किसके इशारे पर बदला जा रहा है, हजारों आदिवासी परिवारों के साथ छल, धोखा और अन्याय – अजय सिंह

    भोपाल(मध्यप्रदेश)।।,पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजयसिंह ने सिंगरौली के जालपानी की गोंड वृहद सिंचाई परियोजना का निर्माण शुरू होने के बाद निर्माण स्थल चमारीडोल बदले जाने पर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज की है| उन्होने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह से पूछा है कि अचानक बांध स्थल को बदलने की कौन सी मजबूरी आ पड़ी।

    किसके इशारे पर कौन से खास व्यक्ति को लाभ पहुँचाने के लिए हजारों आदिवासियों के साथ छल, धोखा और अन्याय किया जा रहा है| क्षेत्र के आदिवासी सोनगढ़ में बांध का स्थान न बदलने के लिए पिछले 23 फरवरी से लगातार आंदोलन कर रहे हैं।अजयसिंह ने कहा कि जब एक बार गोपद नदी पर बनने वाले बांध की जगह कुसमी के जालपानी में तय हो गई है तो इसे बदलने की क्या मजबूरी और औचित्य है? वैसे भी यहाँ बांध निर्माण की सभी औपचारिकतायेँ पूरी हो चुकी हैं| ठेकेदार को तीन सौ करोड़ एडवांस भी दिया जा चुका है| इसमें से दौ सौ करोड़ खर्च भी हो चुके हैं| जंगल की कटाई कर लकड़ी वन विभाग को सौंप दी गई है| वन और पर्यावरण की स्वीकृति भी अंतिम चरण में है| फिर निर्माण स्थल बदलकर अचानक चमारीडोल क्यों कर दिया गया है? सिंह ने कहा कि नयी प्रस्तावित जगह पर आदिवासी ब्लाक कुसमी के छ: ग्राम पंचायत के 33 आदिवासी गाँव डूब में आएंगे| हजारों आदिवासी परिवार विस्थापित होंगे| बांध की लंबाई और लागत दो गुनी हो जाएगी | डूब के गावों की पंचायतों से सहमति भी नहीं ली गई है| यहाँ के आदिवासियों की मांग है कि चमारीडोल की जगह पूर्व में प्रस्तावित जालपानी में ही बांध बनाया जाये| इस मांग को लेकर आदिवासी आंदोलन कर रहे हैं| उनका आरोप है कि ठेकेदार को लाभ पहुंचाने की गरज से बांध स्थल बदला जा रहा है| उनका यह भी आरोप है कि जालपानी के कोल ब्लाक पर एक उद्योगपति की नजर लगी है जिसे शिवराजसिंह की शह प्राप्त है।अजयसिंह ने कहा कि पूर्व प्रस्तावित बांध स्थल से संजय टाइगर रिजर्व दस किलोमीटर दूर है| यहाँ वन और कृषि भूमि प्रभावित नहीं होगी| निर्माण कार्य भी प्रारम्भ हो गया था जिसे रोक दिया गया| उन्होंने कहा कि चमारीडोल के लिए ही प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति मिली थी| इसलिए मेरा शिवराजसिंह से व्यक्तिगत आग्रह है कि तय बांध स्थल कतई न बदला जाये, यह निर्णय अव्यवहारिक होगा।बांध स्थल बदले जाने के विरोध में सोनगढ़ में आन्दोलनरत आदिवासियों की ओर से एक प्रतिनिधि मण्डल आज भोपाल में अजयसिंह से मिला| इसमें हंसलाल यादव, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कुसमी, उदितनरायण साहू, अध्यक्ष ब्लाक किसान कांग्रेस कुसमी, ध्यानसिंह, अध्यक्ष किसान संघर्ष समिति सोनगढ़, जगधारी सिंह टेकाम उपाध्यक्ष किसान संघर्ष समिति सिंगरौली और गेंदलाल साकेत प्रवक्ता जिला कांग्रेस सिंगरौली शामिल थे |

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