प्रशासन की अनदेखी का दंश झेल रहे लोग

  • Amarpatan Bus Stand :मूलभूत सुविधाओं से वंचित है अमरपाटन बस स्टैंड, प्रशासन की अनदेखी का खामियाजा भुगत रहे लोग

    मैहर, मध्यप्रदेश।। मध्यप्रदेश के मैहर (maihar) जिले अंतर्गत अमरपाटन का बस स्टैंड(amarpatan bus stand) इन दिनों अपने बदहाली पर आंसू बहा रहा है। इस बस स्टैंड में ना तो यात्रियों के लिए पेयजल (water) की व्यवस्था है और ना ही दूर-दूर तक कोई शौचालय व्‍यवस्‍था।

    Amarpatan bus stand maihar
    Amarpatan bus stand

    सरदार वल्लभभाई पटेल बस स्टैंड(sardar vallabh bhai patel bus stand amarpatan) करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से बना है। फिर भी आज तक यात्रियों के लिए मूलभूत सुविधाओं का विस्तार नही हो सका है। बस स्टैंड निर्माण को लगभग पांच साल बीत चुके हैं। लेकिन पेयजल, शौचालय जैसी समस्याओं के कारण नए बस स्टैंड में वीरानी छाई रहती है। सुविधाएं नहीं होने से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है।

    यात्री स्वागत कक्ष बना असमाजिक तत्त्वों का अड्डा, मिलती है शराब की खाली बोतलें

    वहीं गंदगी का आलम ऐसा है हर तरफ से बदबू आती है, जिससे यहां आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बस अड्डे में कोई भी ऐसी सुविधा नहीं है, जिससे यात्रियों को राहत मिल सके। यात्रियों की मानें तो यात्री स्वागत कक्ष के नाम पर भी यहां मजाक किया जा रहा है। यहां असामाजिक तत्वों का अड्डा बना रहता है। चारों तरफ शराब की खाली बोतलें दिखाई पड़ती है। यह बस स्टैंड केवल दिखावे के लिए है, बाकि इस बस स्टैंड में कोई भी जन सुविधा उपलब्ध नहीं है।

    बस स्टैंड में लगा रहता है गन्दगी का अंबार

    बस स्टैंड के विश्राम गृह में गंदगी होने और बैठने की व्यवस्था न होने के कारण सबसे अधिक परेशानी का सामना महिला यात्रियों को करना पड़ता है। शौचालय की व्‍यवस्‍था नहीं होने के कारण महिला यात्रियों को और भी परेशानी से जूझना पड़ता है। वहीं बस स्‍टैंड में बसों के आने-जाने से संबंधित जानकारी के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। बस स्टैंड बन तो गया है, लेकिन यहां कर्मचारियों की नियुक्ति यहां नहीं की गई है। जिसके कारण बसों से संबंधित जानकारी के लिए यात्री चाय-पान की दुकानों पर निर्भर हैं। या फिर वहां ठेला लगाने वालों से उन्हें पूछताछ करनी पड़ती है।

    स्थानीय लोगो ने बयां की बस स्टैंड की दुर्दशा

    स्थानीय नागरिक कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि नए बस स्टैंड में दुकान के लिए कमरा, यात्री प्रतीक्षालय, सामुदायिक भवन, टॉयलेट जैसी मूलभूत सुविधा के लिए अबतक करीब डेढ़ करोड़ रुपए खर्च किया है, लेकिन यहां से यात्रा करने वाले यात्रियों को मूलभूत सुविधा नहीं मिल रही है। देख-रेख के अभाव में सड़कों पर ही खड़े होकर यात्री बसों का इंतजार करते हैं। इसके चलते बस स्टैंड में चहल-पहल नहीं रहती है और दुकानदारी भी प्रभावित हो रही है।


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    बस स्टैंड में रुकना छोड़ बाजार में कई बसें खड़ी होती हैं। रीवा रोड, मैहर रोड और रामनगर रोड के किनारे बस अड्डा बन के रखे हैं। जिससे यहां सड़क पर दिन में कई दफा जाम लगने जैसी स्थितियां बन रही हैं। वहीं यात्रियों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बावजूद इसके, जिम्मेदार विभागीय लोग, जानकर भी अनजान बन रहे हैं।

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