Singrauli News : वन विभाग से बर्खास्त लिपिक शिवराज सिंह चौहाने पत्नि निर्मला सिंह ने आज दिन शुक्रवार के दोपहर के समय हनुमान मंदिर के पिछे स्थित फारेस्ट विभाग के कॉलोनी के सरकारी बंगले में पत्नि के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने का सनसनीखेज का मामला प्रकाश में आया है। पत्नि के साथ फांसी पर क्यो झूला सुसाईड नोट में सब कुछ जिक्र कर दिया है। सुसाईड नोट उन्हीं के द्वारा लिखी है कि नही इसकी पुष्टि नवभारत नही करता।
दरअसल फरवरी महीने में प्रबंध संचालक जिला लघु वनोपज संघ सिंगरौली ने वनकर्मी दैनिक वेतन भोगी स्थाई लिपिक शिवराज सिंह चौहान को बर्खास्त कर दिया था। लिपिक पर आरोप था कि एक महिला सहकर्मी को दफ्तर में शराब पीकर डराते, धमकाते हुये अभद्र टिप्पणी किया था। जहां जांच के बाद आरोप सही पाया गया था। बताया जाता है कि सेवा समाप्ति के बाद उक्त लिपिक काफी आहत चल रहा था और इसी दौरान उक्त कार्रवाई के बाद अपने गृह जिले सीधी के पिपरोहर गांव चले गये थे। आज दोपहर करीब 12 बजे घर से वापस आये और सरकारी बंगले के कमरे के अन्दर फांसी के फंदे पर झूल गये। उक्त घटना की खबर मिलते ही फारेस्ट कॉलानी में हड़कंप मच गया।
वही वन अधिकारी सकते में आ गये। मौके पर वन विभाग अमला पहुंच कोतवाली पुलिस बैढऩ को सूचना दिया। मौके पर सीएसपी विंध्यनगर पीएस परस्ते एफएसएल टीम एवं कोतवाली पुलिस के साथ पहुंच दरवाजा तोड़ कर अन्दर प्रवेश किया तो वहां का नजार देख हर कोई हैरान परेशान हो गये। दम्पत्ति एक ही रस्सी में फांसी के फंदे पर झूले हुये थे। इधर घटना की खबर मिलते ही परिवार भी सीधी से पहुंच आये। फिलहाल कोतवाली पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर मामले में जुटी हुई है।
फोन रिसीव न करने से बढ़ा था शक
जानकारी के मुताबिक मृतक के पुत्र ने अपने पिता एवं मॉ के मोबाईल पर कई बार फोन किया लेकिन बार-बार फोन करने के बावजूद दोनो में से किसी ने रिसीव नही किया तो बड़े पिता पुष्पराज सिंह को बताया की मम्मी-पापा मोबाईल रिसीव नही कर रहे हैं। पता लगाईए कहां हैं। यहां बताते चले की पुष्पराज सिंह जिला रोजगार कार्यालय में कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं। बताया जा रहा है कि पुष्पराज सिंह तत्काल शिवराज सिंह के आवास पहुंचे। जहां अन्दर से दरवाजा बंद था। वन विभाग के रेन्जर व अन्य स्टाफ को बुलाया और पुलिस को सूचना दिये। मौके पर पुलिस पहुंच दरवाजा तोड़ कर अन्दर प्रवेश की तो रोशनदान में दम्पत्ति फांसी पर लटके हुये थे।
सुसाईड नोट से मचा हड़कंप
सेवा से पृथक शिवराज सिंह चौहान वन मण्डला अधिकारी कार्यालय बैढऩ सिंगरौली में कई वर्षो से पदस्थ थे और लघु वनोपज में बतौर देवेभो स्थाई लिपिकीय कार्य करते आ रहे थे। पिछले माह धमकाने, टेबल पर धारदार हथियार रखने, दफ्तर में खुलेआम शराब पीते हुये वीडियों वायरल हुआ था। वायरल वीडियों में सहकर्मी महिला को धमका रहे थे। हालांकि इसके पीछे राज क्या है, सुसाईड नोट में सेवा से पृथक लिपिक ने जिक्र किया है और मृतक ने डीएफओ दफ्तर के कुछ कर्मचारियों पर सनसनी खेज आरोप लगाते हुये हड़कंप मचा दिया है।
चार लोगों ने मरने के लिए किया विवश
आत्महत्या करने के पहले शिवराज सिंह ने पॉच पेज का सुसाईड नोट लिखा । संभवत उन्होंने इसका जिराक्स भी कराया है। पत्र में अपने आप को बेगुनाह बताते हुये मुख्यमंत्री, क लेक्टर, डीएफओ, एसपी, वनमंत्री के साथ-साथ सभी प्रिंट मीडिया, अपने बड़े भाई पुष्पराज सिंह एवं पुत्र अजय, शैलू को अवगत कराया है कि पत्नि के साथ सुसाईड करने के लिए मजबूर होना पर रहा है। सहकर्मी रजनी गुप्ता पर 50 हजार रूपये मकान निर्माण करने के लिए मांग रही थी। मेरे द्वारा रकम न देने पर इस तरह का षड्यंत्र रचा गया और मै उसका शिकार हो गया। उन्होंने पत्र में आरोप लगाया है कि इस षड्यंत्र में मानचित्रकार डीपी चौधरी व स्टाफ रावेन्द्र पाण्डेय, महिला सहकर्मी व उसके पति राकेश गुप्ता मामले में समझौता कराने के एवेज में 25 से 50 लाख रूपये की मांग कर रहे थे। वरना इसी महिला के सहारे अन्य आरोप लगा कर जेल भेजवाने की धमकी देने लगे। सुसाईड नोट में यह भी लिखा गया विभाग द्वारा एकतरफा कार्रवाई की गई और मेरी नही सुनी गई है। मेरे खिलाफ षड्यंत्र करने वालो को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए तभी मेरी एवं मेरी पत्नि को आत्मा की शांति मिलेगी। सुसाईड पत्र में दम्पत्ति के हस्ताक्षर भी है।
इनका कहना
प्रथम दृष्टया में आत्महत्या है, साथ में सुसाईड नोट भी मिला है। एक-एक बिंदुओं की गहराई के साथ की जावेगी। इसमें जो भी दोषी होगा उसके विरूद्ध सक्त कार्रवाई की जाएगी।
सुधेश तिवारी
निरीक्षक, कोतवाली थाना बैढऩ