सतना।। जिले के नागौद तहसील के अंतर्गत ग्राम पंचायत गंग वरिया में 30 एकड़ की शासकीय भूमि पर तीन बड़ी-बड़ी पत्थर निकालने की अवैध खदाने संचालित है। पत्थर निकालने की यह अवैध खदान है इतनी गहरी और लंबी चौड़ी है कि अंदाजा लगाना मुश्किल है। जिले को हर साल करोड़ों रुपए की राजस्व क्षति हो रही है जिसका जिम्मेदार सीधे तौर पर जिले के खनन एवं राजस्व अधिकारी हैं। खनन माफियाओं से लंबी सांठगांठ के चलते यह सारा खेल लंबे अरसे से संचालित हो रहा है।
इसी के खिलाफ समाजसेवी भूपेंद्र सिंह व उनकी पत्नी अर्चना सिंह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई हैं। श्री सिंह का कहना है कि मेरे द्वारा अनुविभागीय अधिकारी महोदय व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को 21/12/2016 को जांच संबंधी एक आवेदन भेजा गया था। लेकिन जांच करना तो दूर अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार द्वारा भूमाफिया एवं शासकीय संपत्ति पर अवैधानिक रूप से कब्जा करने वालों पर किसी भी प्रकार की कोई जांच नहीं की गई।
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लेकिन पुनः 26/ 09/ 2022 को आम जनता द्वारा ग्राम पंचायत घनघोरिया में महिला बाल विकास के आंगनवाड़ी भवन में मार्तंड विद्या मंदिर प्राइवेट स्कूल का संचालन एवं 30 एकड़ सास की जमीनों में तीन बड़ी-बड़ी पत्थर की अवैध खदानें संचारित करने तथा ग्राम शाहपुर में हरिजनों को आवंटित लगभग 40 एकड़ जमीन का तहसीलदार नागौद राजस्व निरीक्षक एवं संबंधित पटवारियों द्वारा अवैधानिक रूप से बिक्री करा कर ज्ञापन में वर्णित तथ्यों के अनुसार जांच कराए जाने हेतु ज्ञापन प्रस्तुत किया गया था।
परंतु तहसीलदार श्री हिमांशु भलावी जी के द्वारा ग्राम डूंगरिया में चल रही अवैध खदानों की मौके पर जांच भी की गई किंतु खदान संचालकों से सांठगांठ कर कोई कार्यवाही नहीं की गई। मेरे द्वारा दिए गए आवेदन पत्र पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे व्यथित होकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठना पड़ा। श्री सिंह ने मांग की है कि हमारे आवेदन पत्र पर माननीय जिला दंडाधिकारी अनुराग वर्मा जी न्याय करें एवं सरकार को हो रहे राजस्व की क्षति करने वालों के खिलाफ दंड विधान के तहत आवश्यक कार्यवाही करें।